Delhi Weather: मूसलाधार बारिश के 24 घंटे बाद कैसी दिख रही है दिल्ली, देखें तस्वीर Delhi Weather: मूसलाधार बारिश के 24 घंटे बाद कैसी दिख रही है दिल्ली, देखें तस्वीर दिल्ली NCR दिल्ली में भारी बारिश के बीच कई स्थानों पर बिजली बाधित, घंटों करना पड़ा इंतजार
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अबोहर में युवक ने किया सुसाइड:बिजली मीटर ना लगाए जाने से था परेशान, परिजनों ने थाने के बाहर किया धरना प्रदर्शन
अबोहर में युवक ने किया सुसाइड:बिजली मीटर ना लगाए जाने से था परेशान, परिजनों ने थाने के बाहर किया धरना प्रदर्शन फाजिल्का जिले के अबोहर के सीडफार्म में कल दोपहर गांव के ही स्कूल के बाहर मिले अज्ञात युवक के शव की पहचान देर सांय पवन पुत्र ओमप्रकाश निवासी जम्मू बस्ती के तौर पर हुई है। यह युवक मानसिक रुप से परेशान था। जिसने बिजली बोर्ड द्वारा मीटर ना लगाए जाने से आहत होकर आत्महत्या कर ली। आज सुबह से ही मृतक के परिजन बिजली बोर्ड अधिकारीयों पर कार्रवाई की मांग को लेकर थाने के बाहर धरना लगाकर बैठ गए। मानसिक रूप से था परेशान जानकारी के अनुसार जम्मू बस्ती निवासी पवन पुत्र ओम प्रकाश (30) के परिजनों ने बताया कि उनका बेटा मसाले की चक्की लगाना चाहता था। जिसके लिए मीटर लगावाने के लिए उसने बिजली बोर्ड में 33 हजार रुपए भरे थे, और बिजली विभाग अधिकारियों ने 25 जुलाई को मीटर लगाने की बात कही थी। लेकिन जब वह मीटर लगाने नहीं आए तो वह परेशान रहने लगा। परिजनों ने बताया कि 27 जुलाई को भी पवन ने नहर पर जाकर डिप्रेशन में आत्महत्या करने का प्रयास किया था। लेकिन पता चलने पर उन्होंने उसे बचा लिया और कल उसका शव सीडफार्म में स्कूल के निकट पड़ा मिला। जिसे नर सेवा नारायण सेवा समिति सदस्यों ने पुलिस की मौजूदगी में अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। परिजन बिजली विभाग अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए थे। मामले को लेकर क्या बोले थाना प्रभारी ? थाना प्रभारी मनिंदर सिंह ने बताया कि कल दोपहर उक्त युवक संदिग्ध हालत में मृत पड़ा मिला था। जिसके द्वारा आत्महत्या किए जाने के कोई सुराग नहीं मिले। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। अगर उसके द्वारा आत्महत्या करना पाया गया तो परिजनों के बयानों पर बनती कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस द्वारा 174 की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
UP ByPolls 2024: फिर पुराने फॉर्मूले पर BJP, नहीं टूटेगा सपा का 30 पुराना किला?
UP ByPolls 2024: फिर पुराने फॉर्मूले पर BJP, नहीं टूटेगा सपा का 30 पुराना किला? <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Bypolls 2024: </strong>उत्तर प्रदेश में आने वाले दिनों में 10 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं. इन विधानसभा के चुनाव में अब काफी कम दिन बचे हुए हैं, उसके पहले BJP ने प्रत्याशियों के नाम पर भी मंथन करना शुरू कर दिया है. उत्तर प्रदेश में सीएम <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> के आवास पर हुई बैठक में प्रत्याशियों के नाम को लेकर हुए मंथन के बाद 9 सीटों पर 27 प्रत्याशियों के नाम का पैनल बनाया गया है जिसे दिल्ली भेजा गया और वही से प्रत्याशियों के नाम फाइनल होंगे. सूत्रों के अनुसार बीजेपी के पैनल में एक भी मुस्लिम नाम नहीं है. ऐसे में सीसामऊ सीट बीजेपी के लिए फंस सकता है. सपा को यहां से बीते 6 चुनाव यानी 30 साल से कोई नहीं हरा पाया है. दावा किया रहा है कि सपा ने इस सीट पर निवर्तमान विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी को टिकट देने का मन बना लिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों की मानें तो मीरापुर सीट को लेकर कोई मंथन नहीं हुआ है इस सीट को रालोद के खाते में दिए जाने की उम्मीद है. बाकी जिन सीटों पर मंथन हुआ है वह सीटें हैं मिल्कीपुर ,कटेहरी, मझवा, फूलपुर ,खैर, कुंदरकी, सीसामऊ, करहल और गाजियाबाद. संजय निषाद के खाते वाली कटेहरी और मझवां सीट को लेकर BJP ने अपने प्रत्याशियो पर मंथन किया है ,जिससे यह माना जा रहा है की निषाद पार्टी के खाते वाली इन सीटों को निषाद पार्टी को न देकर BJP खुद वहां चुनाव लड़े, क्योंकि इन दोनों सीटों पर 2022 के चुनाव में निषाद पार्टी ने चुनाव लड़ा था जिसमें वह सिर्फ मझवां की सीट जीत पाई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>भारतीय जनता पार्टी ने इन सभी सीटों को लेकर जिला कमेटी द्वारा 10-10 नाम का पैनल मंगवाया था. इन 10 नाम के पैनल पर हुई चर्चा के बाद तीन-तीन नाम का पैनल बनाकर दिल्ली भेजा जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों की माने तो जिन नामों को लेकर चर्चा हुई है उसमें मंझवा सीट से शुचिस्मिता मौर्य, जितेंद्र तिवारी, रंगनाथ मिश्रा. गाजियाबाद की सीट से अशोक मोगा ,संजीव शर्मा ,सत्येंद्र सिसोदिया गीत और मयंक गोयल. मिल्कीपुर सीट से पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ के साथ एक परिवहन विभाग के अधिकारी के नाम की भी चर्चा है. कुंदरकी से दिनेश ठाकुर, रामवीर सिंह ,कटेहरी से धर्मराज निषाद ,अवधेश द्विवेदी, सुधीर सिंह, करहल सीट पर किसी बड़े चेहरे को उतारने का पर मंथन हुआ है.</p>
कंगना की फिल्म को सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट दिया:इमरजेंसी के 3 सीन डिलीट, 10 बदलाव भी करने होंगे, इसके बाद रिलीज होगी
कंगना की फिल्म को सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट दिया:इमरजेंसी के 3 सीन डिलीट, 10 बदलाव भी करने होंगे, इसके बाद रिलीज होगी हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने U/A सर्टिफिकेट दे दिया है। इस फिल्म के कई सीन पर CBFC ने आपत्ति जताई है, जिसकी वजह से अब ये फिल्म कई कट और बदलावों के बाद कुछ ही हफ्तों में रिलीज की जाएगी। CBFC ने इस फिल्म से 3 सीन डिलीट करने के निर्देश दिए हैं। सख्त हिदायत भी दी है कि फिल्म को रिलीज करने से पहले इसमें 10 बदलाव किए जाएं। फिल्म को लेकर सिख संगठनों ने आपत्ति जताई थी, जिसके कारण CBFC ने सर्टिफिकेट रोक दिया था। कंगना ने बताया था कि सर्टिफिकेट ना मिलने के कारण फिल्म अपने तय समय पर रिलीज नहीं हो पाई है। सेंसर बोर्ड की तरफ से सर्टिफिकेट मिलने के बाद अभी तक सिख संगठनों की तरफ से या फिर कंगना की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। प्रोड्यूसर और डायरेक्टर को सेंसर बोर्ड के निर्देश मुंबई में हजारों सिखों ने किया था ‘इमरजेंसी’ का विरोध कंगना ने अपनी इस फिल्म का ट्रेलर सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया था, फिल्म 6 सितंबर को रिलीज भी होने वाली थी। सिख संगठनों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। सिख संगठनों का आरोप है कि इस फिल्म में सिखों को आतंकी दिखाने का प्रयास किया गया। एक कैरेक्टर को जरनैल सिंह भिंडरांवाला भी बनाया गया है। सिख संगठनों का मानना है कि फिल्म में ब्लू स्टार ऑपरेशन को भी फिल्माया गया है, जो जरनैल सिंह भिंडरांवाला को खत्म करने के लिए ही चलाया गया था। हजारों सिखों ने मुंबई स्थित 4 बंगला गुरुद्वारे के बाहर इकट्ठा होकर खूब नारेबाजी की थी। उन्होंने कंगना रनोट के पोस्टर्स पर चप्पल मारी और फिल्म के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। सिख समुदाय के लोगों का कहना था कि वे किसी भी सूरत में इस फिल्म को मुंबई के सिनेमाघरों में रिलीज नहीं होने देंगे। उनका दावा था अगर प्रशासन ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वे इसके खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। कोर्ट पहुंचा मामला, 18 सितंबर को अगली सुनवाई
विरोध के बाद फिल्म को सर्टिफिकेट देने का मामला कोर्ट में पहुंच गया। जिसको लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है। सुनवाई की अगली तारीख 18 सितंबर है। 4 सितंबर को भी इस मामले में सुनवाई हुई थी। जिसमें बॉम्बे हाईकोर्ट ने सेंसर बोर्ड को 18 सितंबर तक फिल्म को लेकर ऑब्जेक्शन क्लियर करने और सर्टिफिकेट देने के निर्देश दिए थे। कंगना का अगला प्रोजेक्ट ‘भारत भाग्य विधाता’
कंगना रनोट ने कुछ दिन पहले ही अपना अगला प्रोजेक्ट ‘भारत भाग्य विधाता’ अनाउंस किया था। कंगना ने ट्वीट कर दी जानकारी दी थी कि परदे पर रियल-लाइफ हीरोइज्म का मैजिक देखने के लिए तैयार हो जाइए। इस फिल्म की अनाउंसमेंट करते हुए एक्साइटेड हूं। जानें क्या है U/A सर्टिफिकेट
U/A सर्टिफिकेट का मतलब है ‘अप्रतिबंधित के साथ सावधानी’। ऐसी फिल्मों को 2 साल से कम उम्र के दर्शकों के लिए माता-पिता के मार्गदर्शन की आवश्यकता है। ये फिल्में परिवार के साथ देखी जा सकती हैं, लेकिन बच्चों को बड़ों के मार्गदर्शन की इसमें जरूरत पड़ती है। कंगना ने कहा था- कोर्ट से लड़कर अनकट ही रिलीज करूंगी, यह नहीं दिखाऊंगी कि इंदिरा गांधी खुद मर गईं कंगना रनोट ने कहा था कि वे अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ के लिए कोर्ट में लड़ेंगी और इसे बिना किसी काट-छांट के रिलीज करेंगी, क्योंकि वे तथ्यों को बदलना नहीं चाहती हैं।
कंगना ने हाल ही में शुभांकर मिश्रा के पॉडकास्ट पर फिल्म इमरजेंसी की चर्चा की। इस पर रोक लगने पर नाराजगी जताई। कहा, ‘झाड़ के पीछे लड़का-लड़की रोमांस करते हैं, वही दकियानूसी कहानी बनाते रहें? आज हम इससे डर जाएं, कल किसी और से डरेंगे। फिर लोग हमें डराना शुरू कर देंगे। हम हर चीज से डरते रहते हैं। हम कब तक डरेंगे। मैंने अपने पूरे स्वाभिमान से फिल्म बनाई है, इसलिए सेंसर बोर्ड कोई चीज पॉइंट आउट नहीं कर पा रहा है। उन्होंने मेरा सर्टिफिकेट रोका हुआ है, लेकिन मैंने ठान लिया है कि मैं कोर्ट में लड़कर इसे अनकट रिलीज करूंगी। मैं अचानक ये नहीं दिखा सकती कि इंदिरा गांधी अपने आप ही घर में मर गईं।’ कंगना बोलीं- किसान आंदोलन के दौरान रेप-मर्डर हुए: पंजाब बांग्लादेश बन सकता था; भाजपा ने किनारा किया, कांग्रेस नेता बोले- एक्ट्रेस पर NSA लगे दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। किसान बिल को वापस ले लिया गया वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे। पूरा इंटरव्यू पढ़ें… बताते चलें कि फिल्म इमरजेंसी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल पर बनाई गई है, जिस समय इमरजेंसी लगी थी। फिल्म में कंगना ने इंदिरा गांधी का रोल प्ले किया है। वहीं अनुपम खेर, महिमा चौधरी, श्रेयस तलपड़े जैसे एक्टर अहम किरदारों में हैं।