उत्तर प्रदेश को आज यानी रविवार को नया मुख्य सचिव (CS) मिल जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ CS की नियुक्ति अपनी पसंद से करना चाहते हैं। उन्होंने केंद्र के शीर्ष नेताओं के सामने अपनी पसंद के IAS अफसरों के नाम रखे हैं। वहीं, केंद्र एक बार फिर से दुर्गा शंकर मिश्र को एक्सटेंशन देना चाहता है। इसीलिए CS की नियुक्ति पर सहमति नहीं बनने से शनिवार को भी तस्वीर साफ नहीं हो सकी। यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र का कार्यकाल रविवार को समाप्त हो रहा है। केंद्र सरकार दुर्गा शंकर को चौथी बार 3 से 6 महीने का एक और एक्सटेंशन देना चाहती है। अगर किसी कारण उन्हें एक्सटेंशन नहीं मिलता है, तो फिर दूसरे विकल्प पर विचार होगा। इनमें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव अरुण सिंघल, उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की सचिव लीना नंदन और नियुक्ति एवं कार्मिक मंत्रालय की सचिव राधा एस चौहान भी केंद्र की पसंद हैं। वहीं, योगी सरकार कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह, कृषि विभाग के एसीएस देवेश चतुर्वेदी या सीएम के एसीएस एसपी गोयल में से किसी एक की ताजपोशी करने के पक्ष में है। गोयल और चतुर्वेदी को नहीं मिली तैनाती
राज्य सरकार ने सीएम के एसीएस एसपी गोयल और एसीएस देवेश चतुर्वेदी को केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति के लिए NOC दे दी है। दोनों अफसरों को अब केंद्र सरकार किसी विभाग में सचिव पद पर तैनाती देगी। सूत्रों के मुताबिक, कुछ दिन पहले दिल्ली में हुई कैबिनेट समिति की बैठक में दोनों अफसरों को नियुक्ति देने का प्रस्ताव शामिल नहीं किया गया। वहीं, अन्य अफसरों की उनके विभाग में तैनाती आदेश भी जारी कर दिए गए। जानकार बताते हैं, यूपी में मुख्य सचिव की नियुक्ति पर तस्वीर साफ होने के बाद ही देवेश चतुर्वेदी और एसपी गोयल की तैनाती हो सकती है। सीएम के पास सीएस नियुक्ति का अधिकार
यूपी के एक पूर्व मुख्य सचिव कहते हैं- सीएस की नियुक्ति का संवैधानिक अधिकार मुख्यमंत्री के पास है। नियुक्ति में केंद्र का दखल नहीं होना चाहिए। अगर केंद्र ने योगी के सुझाव को मंजूरी दी तो ढाई साल बाद योगी की पसंद से मुख्य सचिव की तैनाती होगी। यूपी में चौथे कार्यवाहक DGP हैं प्रशांत कुमार
योगी सरकार ने जिस पुलिस से कानून व्यवस्था को लेकर लोगों की धारणा बदली, उसके मुखिया (DGP) प्रशांत कुमार भी अस्थायी हैं। इनसे पहले डीएस चौहान, आरके विश्वकर्मा और विजय कुमार भी कार्यवाहक DGP रहे। जानकार बताते हैं- मुकुल गोयल के हटाने के बाद से DGP की नियुक्ति को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार के बीच सहमति नहीं बनी। इसका नतीजा रहा कि योगी सरकार पसंदीदा अफसर को कार्यवाहक के रूप में ही DGP के पद पर तैनात कर रही। अब पढ़िए वर्तमान CS दुर्गा शंकर के बारे में
दुर्गा शंकर मिश्र यूपी के मऊ जिले के पहाड़ीपुर गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने IIT कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टन सिडनी से MBA किया है। साथ ही इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल स्टडीज, द हेग से पब्लिक पॉलिसी में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा भी किया। दुर्गा शंकर मिश्र राज्य और केंद्र सरकार के बीच एक कड़ी के रूप में काम करते रहे हैं। उनको 3 बार मिले एक्सटेंशन के पीछे की 3 वजह हैं… उत्तर प्रदेश को आज यानी रविवार को नया मुख्य सचिव (CS) मिल जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ CS की नियुक्ति अपनी पसंद से करना चाहते हैं। उन्होंने केंद्र के शीर्ष नेताओं के सामने अपनी पसंद के IAS अफसरों के नाम रखे हैं। वहीं, केंद्र एक बार फिर से दुर्गा शंकर मिश्र को एक्सटेंशन देना चाहता है। इसीलिए CS की नियुक्ति पर सहमति नहीं बनने से शनिवार को भी तस्वीर साफ नहीं हो सकी। यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र का कार्यकाल रविवार को समाप्त हो रहा है। केंद्र सरकार दुर्गा शंकर को चौथी बार 3 से 6 महीने का एक और एक्सटेंशन देना चाहती है। अगर किसी कारण उन्हें एक्सटेंशन नहीं मिलता है, तो फिर दूसरे विकल्प पर विचार होगा। इनमें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव अरुण सिंघल, उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की सचिव लीना नंदन और नियुक्ति एवं कार्मिक मंत्रालय की सचिव राधा एस चौहान भी केंद्र की पसंद हैं। वहीं, योगी सरकार कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह, कृषि विभाग के एसीएस देवेश चतुर्वेदी या सीएम के एसीएस एसपी गोयल में से किसी एक की ताजपोशी करने के पक्ष में है। गोयल और चतुर्वेदी को नहीं मिली तैनाती
राज्य सरकार ने सीएम के एसीएस एसपी गोयल और एसीएस देवेश चतुर्वेदी को केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति के लिए NOC दे दी है। दोनों अफसरों को अब केंद्र सरकार किसी विभाग में सचिव पद पर तैनाती देगी। सूत्रों के मुताबिक, कुछ दिन पहले दिल्ली में हुई कैबिनेट समिति की बैठक में दोनों अफसरों को नियुक्ति देने का प्रस्ताव शामिल नहीं किया गया। वहीं, अन्य अफसरों की उनके विभाग में तैनाती आदेश भी जारी कर दिए गए। जानकार बताते हैं, यूपी में मुख्य सचिव की नियुक्ति पर तस्वीर साफ होने के बाद ही देवेश चतुर्वेदी और एसपी गोयल की तैनाती हो सकती है। सीएम के पास सीएस नियुक्ति का अधिकार
यूपी के एक पूर्व मुख्य सचिव कहते हैं- सीएस की नियुक्ति का संवैधानिक अधिकार मुख्यमंत्री के पास है। नियुक्ति में केंद्र का दखल नहीं होना चाहिए। अगर केंद्र ने योगी के सुझाव को मंजूरी दी तो ढाई साल बाद योगी की पसंद से मुख्य सचिव की तैनाती होगी। यूपी में चौथे कार्यवाहक DGP हैं प्रशांत कुमार
योगी सरकार ने जिस पुलिस से कानून व्यवस्था को लेकर लोगों की धारणा बदली, उसके मुखिया (DGP) प्रशांत कुमार भी अस्थायी हैं। इनसे पहले डीएस चौहान, आरके विश्वकर्मा और विजय कुमार भी कार्यवाहक DGP रहे। जानकार बताते हैं- मुकुल गोयल के हटाने के बाद से DGP की नियुक्ति को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार के बीच सहमति नहीं बनी। इसका नतीजा रहा कि योगी सरकार पसंदीदा अफसर को कार्यवाहक के रूप में ही DGP के पद पर तैनात कर रही। अब पढ़िए वर्तमान CS दुर्गा शंकर के बारे में
दुर्गा शंकर मिश्र यूपी के मऊ जिले के पहाड़ीपुर गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने IIT कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टन सिडनी से MBA किया है। साथ ही इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल स्टडीज, द हेग से पब्लिक पॉलिसी में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा भी किया। दुर्गा शंकर मिश्र राज्य और केंद्र सरकार के बीच एक कड़ी के रूप में काम करते रहे हैं। उनको 3 बार मिले एक्सटेंशन के पीछे की 3 वजह हैं… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर