हरियाणा के फतेहाबाद में करीब डेढ़ साल बाद आयोजित हुई जिला लोकसंपर्क एवं जन परिवाद समिति की बैठक में परिवादों से संबंधित विभागाध्यक्षों के न पहुंचने पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ.कमल गुप्ता उखड़ गए। उन्होंने विभागों अध्यक्षों की अनुपस्थिति में आए जूनियर अधिकारियों को खड़ा कर जमकर लताड़ लगाई और उनसे अधिकारियों के न आने के कारण जाने। मंत्री ने बिना बताए या परमिशन लिए बिना गैर हाजिर रहे अधिकारियों का वेतन काटने, गैर हाजिरी लगाने और एसीआर में मेंशन करने के आदेश डीसी को दिए। इस दौरान डा. कमल गुप्ता ने अधिकारियों को सख्त लहजे में यह भी कहा कि मीटिंग का समय 12 बजे है, 12 बजे का मतलब 11 बजकर 59 मिनट और 59 सेकेंड होना चाहिए, न कि 12 बज कर 1 मिनट पर मीटिंग होगी। मंत्री डॉ.कमल गुप्ता ने आते ही पूछा कि आज की मीटिंग में किसी अधिकारी ने छुट्टी तो नहीं ली। एक नायब तहसीलदार के छुट्टी पर जाने की बात सामने आने पर मंत्री बोले कि अब अधिकारी यह बताएं कि सभी विभागाध्यक्ष यहां आए हैं। जिस विभाग के हेड नहीं आए और उनके सब कोर्डिनेटर आए हैं, वो खड़े हो जाएं। इसके बाद उन्होंने खड़े हुए करीब दर्जनभर अधिकारियों से सीनियर के न आने के कारण पूछे और कहा कि विभागाध्यक्ष यहां अपेक्षित थे, उनके जूनियर खड़े हो जाएं, यदि नहीं हुए और मैंने पकड़ लिया तो सजा मिलेगी, यदि खड़े हो जाएंगे तो कम सजा मिलेगी। जिला समाज कल्याण अधिकारी के जूनियर ने बताया कि अधिकारी यहां पर एडिशनल चार्ज पर हैं। इस पर कमल गुप्ता ने कहा कि तो यह मीटिंग क्या महत्वपूर्ण नहीं है? तुरंत डीसी को गैरहाजिरी लगाकर तनख्वाह काटने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि यह बर्दाश्त नहीं होगा कि अधिकारी इस मीटिंग को सीरियस न ले। झूठ मत बोलना, तुम भी बुरे फंसोगे बीडीपीओ कार्यालय से आए अधिकारी ने बताया कि बीडीपीओ छुट्टी पर हैं, लेकिन वह नहीं बता पाए कि छुट्टी किससे ली। इस पर मंत्री ने कहा कि झूठ मत बोलना बुरे फंसोंगे। क्यों झूठ बोल रहे हो, आपके खिलाफ भी एक्शन ले लें? इसी तरह कई और अधिकारियों को भी उन्होंने हड़काया और कहा कि यदि इस बारे में मुख्यमंत्री को रिपोर्ट कर देंगे तो क्या होगा। मीटिंग का मजाक बना रखा है। मंत्री बोले- चीफ सेक्रेटरी मेरे से बड़े हैं क्या मार्केट कमेटी से अधिकारी की अनुपस्थिति में आए उनके जूनियर ने बताया कि अधिकारी चंडीगढ़ आए हैं, वहां से चीफ सेक्रेटरी ने बुलाया है तो मंत्री बोले वो मेरे से बड़े हैं क्या, चीफ सेकेट्री मेरे से बड़े नहीं हैं, बता दें उनको। उन्होंने कहा कि यह गलत है कि अधिकारी सरकार के किसी भी काम को हलके में ले लेते हैं, यह अच्छा नहीं है, एक्शन तो सबके खिलाफ होगा। शिकायतकर्ता के न आने पर पूर्व मंत्री का ऐतराज आज मीटिंग में 11 परिवाद रखे गए गए, जिनमें अधिकतर से संबंधित शिकायतकर्ता ही नहीं पहुंचे, जिस पर मीटिंग में बैठे पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने एतराज जताया और कहा कि बिना शिकायतकर्ता के मीटिंग कैसे होगी, आगे से शिकायतकर्ता को बुलाया करें। इस पर अधिकारियों द्वारा बताया गया कि शिकायतकर्ताओं को बता दिया गया था, लेकिन मीटिंग काफी समय बाद हुई तो शायद इसलिए शिकायतकर्ता पहुंच पाए। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि शिकायतकर्ता शिकायतें कर करके थक गए होंगे बेचारे, सोचते हैं कि मीटिंग में कुछ होना तो है नहीं, इसलिए नहीं आए होंगे। अधिकारी के खिलाफ शिकायत पर फालोअप लें एक मामले में अधिकारियों के खिलाफ आई शिकायत पर बताया गया कि शिकायतकर्ता ने शिकायत वापस ले ली है और वह संतुष्ट है, आगे कार्रवाई नहीं चाहते तो इस पर भी स्वास्थ्य मंत्री ने तल्ख टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि केवल प्रार्थी यह कह दे कि वह संतुष्ट है तो लेकिन हम तो संतुष्ट नहीं हैं ना। हम लोग अधिकारी की शिकायत देते हैं, अधिकारी दबाव बनाकर उन्हें वापस लेने को मजबूर करते हैं तो इस शिकायत को फॉलोअप लें। बुजुर्ग को बोले- सारी सरकार आपसे माफी मांगती है शहर की शिवपुरी के पीछे क्षेत्र में गली पर कब्जे मामले में आई शिकायत में बुजुर्ग शिकायतकर्ता ने बताया कि गली में कब्जे को लेकर शिकायत दी गई और कई बार चक्कर काटे। इस पर संबंधित विभाग ने बताया कि कब्जा अब हटा दिया गया है। इस पर शिकायतकर्ता ने बताया कि कब्जा तो हट गया, लेकिन चक्कर काटने पड़े, इस पर मंत्री ने कहा कि कब्जा हटवा दिया गया, इसके लिए पहले तो बधाई, लेकिन चक्कर काटने पड़े, उसके लिए पूरी सरकार आपसे माफी मांगती है। कब्जा हटा, अब बिजली के खंभे गाड़े इस पर शिकायतकर्ता ने बताया कि कब्जा तो हट गया, लेकिन अब वहां बिजली निगम ने खंभे गाड़ दिए हैं, गली तो फिर संकरी हो गई। अब पोल हटवाने के नाम पर निगम खर्चा मांग रहा है। जिस पर मंत्री ने एसडीएम व लोक संपर्क एवं परिवाद निवारण समिति के दो सदस्यों को इस मामले में जांच करने के लिए ड्यूटी लगाई। इसी बीच पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने उन्हें टोकते हुए कहा कि मंत्री जी पोल निगम हटवा दे, इसमें क्या है, तो मंत्री डॉ.गुप्ता ने बताया कि दो मेंबर की ड्यूटी लगा दी है, वो अगली मीटिंग में रिपोर्ट देंगे, इस पर पूर्व मंत्री बबली असंतुष्ट दिखे। मीटिंग में विधायक दुड़ाराम, विधायक लक्ष्मण नापा, डीसी राहुल नरवाल, एसपी आस्था मोदी सहित तमाम अधिकारी भी मौजूद रहे। डीसी से नाखुश दिखे पूर्व मंत्री बबली मीटिंग के बाद पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली फतेहाबाद के डीसी राहुल नरवाल से नाखुश दिखे। उन्होंने कहा कि जब वे मंत्री थे तो जिले की तीनों विधानसभा में एक समान राशि वितरित हो रही थी, अब उनकी पेमेंट को रोकने का काम किया जा रहा है, यह डीसी से उनकी शिकायत है। 10 बार वे इसको लेकर फोन कर चुके हैं और फाइलों को ऊपर नीचे कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही यहां दरियां बिछनी शुरू हो जाएगी और जिस दिन बबली दरी बिछा देगा, मामला गड़बड़ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पक्षपात न करें, साढ़े 4 साल तक हमने भी सरकार चलवाई है, सरकार तो अब जाने की कगार पर है, सिर्फ दो माह बचे हैं, सरकारें आती जाती हैं, क्या पता जनता किसको मौका दे, अधिकारियों को तो उसी सीटों पर रहना है। इतने में पीछे से भाजपाइयों ने कहा कि 60 से ज्यादा सीटें आएंगी तो इस पर बबली ने हंसते हुए कहा कि व्यंग्य कसते हुए कहा कि 400 पार भी आ गई थीं, सरकार तो मैं ही लाऊंगा। सभी ठहाके लगाने लगे। हरियाणा के फतेहाबाद में करीब डेढ़ साल बाद आयोजित हुई जिला लोकसंपर्क एवं जन परिवाद समिति की बैठक में परिवादों से संबंधित विभागाध्यक्षों के न पहुंचने पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ.कमल गुप्ता उखड़ गए। उन्होंने विभागों अध्यक्षों की अनुपस्थिति में आए जूनियर अधिकारियों को खड़ा कर जमकर लताड़ लगाई और उनसे अधिकारियों के न आने के कारण जाने। मंत्री ने बिना बताए या परमिशन लिए बिना गैर हाजिर रहे अधिकारियों का वेतन काटने, गैर हाजिरी लगाने और एसीआर में मेंशन करने के आदेश डीसी को दिए। इस दौरान डा. कमल गुप्ता ने अधिकारियों को सख्त लहजे में यह भी कहा कि मीटिंग का समय 12 बजे है, 12 बजे का मतलब 11 बजकर 59 मिनट और 59 सेकेंड होना चाहिए, न कि 12 बज कर 1 मिनट पर मीटिंग होगी। मंत्री डॉ.कमल गुप्ता ने आते ही पूछा कि आज की मीटिंग में किसी अधिकारी ने छुट्टी तो नहीं ली। एक नायब तहसीलदार के छुट्टी पर जाने की बात सामने आने पर मंत्री बोले कि अब अधिकारी यह बताएं कि सभी विभागाध्यक्ष यहां आए हैं। जिस विभाग के हेड नहीं आए और उनके सब कोर्डिनेटर आए हैं, वो खड़े हो जाएं। इसके बाद उन्होंने खड़े हुए करीब दर्जनभर अधिकारियों से सीनियर के न आने के कारण पूछे और कहा कि विभागाध्यक्ष यहां अपेक्षित थे, उनके जूनियर खड़े हो जाएं, यदि नहीं हुए और मैंने पकड़ लिया तो सजा मिलेगी, यदि खड़े हो जाएंगे तो कम सजा मिलेगी। जिला समाज कल्याण अधिकारी के जूनियर ने बताया कि अधिकारी यहां पर एडिशनल चार्ज पर हैं। इस पर कमल गुप्ता ने कहा कि तो यह मीटिंग क्या महत्वपूर्ण नहीं है? तुरंत डीसी को गैरहाजिरी लगाकर तनख्वाह काटने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि यह बर्दाश्त नहीं होगा कि अधिकारी इस मीटिंग को सीरियस न ले। झूठ मत बोलना, तुम भी बुरे फंसोगे बीडीपीओ कार्यालय से आए अधिकारी ने बताया कि बीडीपीओ छुट्टी पर हैं, लेकिन वह नहीं बता पाए कि छुट्टी किससे ली। इस पर मंत्री ने कहा कि झूठ मत बोलना बुरे फंसोंगे। क्यों झूठ बोल रहे हो, आपके खिलाफ भी एक्शन ले लें? इसी तरह कई और अधिकारियों को भी उन्होंने हड़काया और कहा कि यदि इस बारे में मुख्यमंत्री को रिपोर्ट कर देंगे तो क्या होगा। मीटिंग का मजाक बना रखा है। मंत्री बोले- चीफ सेक्रेटरी मेरे से बड़े हैं क्या मार्केट कमेटी से अधिकारी की अनुपस्थिति में आए उनके जूनियर ने बताया कि अधिकारी चंडीगढ़ आए हैं, वहां से चीफ सेक्रेटरी ने बुलाया है तो मंत्री बोले वो मेरे से बड़े हैं क्या, चीफ सेकेट्री मेरे से बड़े नहीं हैं, बता दें उनको। उन्होंने कहा कि यह गलत है कि अधिकारी सरकार के किसी भी काम को हलके में ले लेते हैं, यह अच्छा नहीं है, एक्शन तो सबके खिलाफ होगा। शिकायतकर्ता के न आने पर पूर्व मंत्री का ऐतराज आज मीटिंग में 11 परिवाद रखे गए गए, जिनमें अधिकतर से संबंधित शिकायतकर्ता ही नहीं पहुंचे, जिस पर मीटिंग में बैठे पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने एतराज जताया और कहा कि बिना शिकायतकर्ता के मीटिंग कैसे होगी, आगे से शिकायतकर्ता को बुलाया करें। इस पर अधिकारियों द्वारा बताया गया कि शिकायतकर्ताओं को बता दिया गया था, लेकिन मीटिंग काफी समय बाद हुई तो शायद इसलिए शिकायतकर्ता पहुंच पाए। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि शिकायतकर्ता शिकायतें कर करके थक गए होंगे बेचारे, सोचते हैं कि मीटिंग में कुछ होना तो है नहीं, इसलिए नहीं आए होंगे। अधिकारी के खिलाफ शिकायत पर फालोअप लें एक मामले में अधिकारियों के खिलाफ आई शिकायत पर बताया गया कि शिकायतकर्ता ने शिकायत वापस ले ली है और वह संतुष्ट है, आगे कार्रवाई नहीं चाहते तो इस पर भी स्वास्थ्य मंत्री ने तल्ख टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि केवल प्रार्थी यह कह दे कि वह संतुष्ट है तो लेकिन हम तो संतुष्ट नहीं हैं ना। हम लोग अधिकारी की शिकायत देते हैं, अधिकारी दबाव बनाकर उन्हें वापस लेने को मजबूर करते हैं तो इस शिकायत को फॉलोअप लें। बुजुर्ग को बोले- सारी सरकार आपसे माफी मांगती है शहर की शिवपुरी के पीछे क्षेत्र में गली पर कब्जे मामले में आई शिकायत में बुजुर्ग शिकायतकर्ता ने बताया कि गली में कब्जे को लेकर शिकायत दी गई और कई बार चक्कर काटे। इस पर संबंधित विभाग ने बताया कि कब्जा अब हटा दिया गया है। इस पर शिकायतकर्ता ने बताया कि कब्जा तो हट गया, लेकिन चक्कर काटने पड़े, इस पर मंत्री ने कहा कि कब्जा हटवा दिया गया, इसके लिए पहले तो बधाई, लेकिन चक्कर काटने पड़े, उसके लिए पूरी सरकार आपसे माफी मांगती है। कब्जा हटा, अब बिजली के खंभे गाड़े इस पर शिकायतकर्ता ने बताया कि कब्जा तो हट गया, लेकिन अब वहां बिजली निगम ने खंभे गाड़ दिए हैं, गली तो फिर संकरी हो गई। अब पोल हटवाने के नाम पर निगम खर्चा मांग रहा है। जिस पर मंत्री ने एसडीएम व लोक संपर्क एवं परिवाद निवारण समिति के दो सदस्यों को इस मामले में जांच करने के लिए ड्यूटी लगाई। इसी बीच पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने उन्हें टोकते हुए कहा कि मंत्री जी पोल निगम हटवा दे, इसमें क्या है, तो मंत्री डॉ.गुप्ता ने बताया कि दो मेंबर की ड्यूटी लगा दी है, वो अगली मीटिंग में रिपोर्ट देंगे, इस पर पूर्व मंत्री बबली असंतुष्ट दिखे। मीटिंग में विधायक दुड़ाराम, विधायक लक्ष्मण नापा, डीसी राहुल नरवाल, एसपी आस्था मोदी सहित तमाम अधिकारी भी मौजूद रहे। डीसी से नाखुश दिखे पूर्व मंत्री बबली मीटिंग के बाद पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली फतेहाबाद के डीसी राहुल नरवाल से नाखुश दिखे। उन्होंने कहा कि जब वे मंत्री थे तो जिले की तीनों विधानसभा में एक समान राशि वितरित हो रही थी, अब उनकी पेमेंट को रोकने का काम किया जा रहा है, यह डीसी से उनकी शिकायत है। 10 बार वे इसको लेकर फोन कर चुके हैं और फाइलों को ऊपर नीचे कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही यहां दरियां बिछनी शुरू हो जाएगी और जिस दिन बबली दरी बिछा देगा, मामला गड़बड़ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पक्षपात न करें, साढ़े 4 साल तक हमने भी सरकार चलवाई है, सरकार तो अब जाने की कगार पर है, सिर्फ दो माह बचे हैं, सरकारें आती जाती हैं, क्या पता जनता किसको मौका दे, अधिकारियों को तो उसी सीटों पर रहना है। इतने में पीछे से भाजपाइयों ने कहा कि 60 से ज्यादा सीटें आएंगी तो इस पर बबली ने हंसते हुए कहा कि व्यंग्य कसते हुए कहा कि 400 पार भी आ गई थीं, सरकार तो मैं ही लाऊंगा। सभी ठहाके लगाने लगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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1 बजकर 20 मिनट पर कृष्ण बेदी को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने एक पर्ची दी। पर्ची में विधायक दल के नेता के रूप में नायब सैनी का नाम था। इसके बाद कृष्ण बेदी ने मीटिंग में नायब सैनी को नेता चुनने का प्रस्ताव रखा। प्रस्ताव पर MP के सीएम मोहन यादव ने अनिल विज को कहा कि इस पर आपका क्या कहना है तो उन्होंने कहा कि मुझे कोई आपत्ति नहीं है। इसके बाद बाकी विधायकों से भी इस बारे में पूछा गया। 3. विधायकों ने नायब सैनी के नाम पर सहमति जताई
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