पंजाब के अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत आते सभी थाने अपग्रेड कर दिए गए हैं। रात 12 बजे के बाद हुई घटनाओं को अब नए नियमों अनुसार भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत अब मामले दर्ज किए जा रहे हैं। नई न्याय संहिता के लागू होने के बाद अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट ने गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के अनुसार, गोल्डी बराड़ के खिलाफ ये मामला थाना सिविल लाइन में दर्ज किया गया है। ये फिरौती मांगने का मामला है। जिसे डॉ. कुलविंदर सिंह ने दर्ज करवाया है। डॉ. कुलविंदर सिंह ने पुलिस को जानकारी दी कि उसे गोल्डी बराड़ की तरफ से फोन आया और उससे 20 लाख रुपए की मांग की गई है। आरोपी ने पैसे देने का दबाव बनाया है, अन्यथा वे उसे मरवा देगा। जिसके बाद अमृतसर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए BNS के तहत 308(4) और 351(2) का मामला दर्ज किया है। 2 आरोपियों को किया काबू पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि गोल्डी बराड़ के नाम पर पूर्व सरकारी डॉक्टर को फिरौती के लिए कॉल की गई थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो थाना डी- डिवीजन के अंतर्गत आते प्रताप नगर के रहने वाले हैं। दोनों के फोन रिकवर कर लिए गए हैं, जिनकी फॉरेंसिक जांच की जा रही है। NIA कर चुकी है आतंकी घोषित देश में जांच एजेंसी NIA गोल्डी बराड़ को पहले ही आतंकी घोषित कर चुकी है। इतना ही नहीं, NIA की तरफ से गोल्डी बराड़ के खिलाफ 10 लाख रुपए का ईनाम भी रखा गया है। गैंगस्टर गोल्डी बराड़ विदेश में रह कर गोल्डी बराड़ का नेटवर्क संभालता है। इतना ही नहीं, दो साल पहले मारे गए पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी गोल्डी बराड़ का नाम मुख्य आरोपियों की सूची में है। पंजाब के अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत आते सभी थाने अपग्रेड कर दिए गए हैं। रात 12 बजे के बाद हुई घटनाओं को अब नए नियमों अनुसार भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत अब मामले दर्ज किए जा रहे हैं। नई न्याय संहिता के लागू होने के बाद अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट ने गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के अनुसार, गोल्डी बराड़ के खिलाफ ये मामला थाना सिविल लाइन में दर्ज किया गया है। ये फिरौती मांगने का मामला है। जिसे डॉ. कुलविंदर सिंह ने दर्ज करवाया है। डॉ. कुलविंदर सिंह ने पुलिस को जानकारी दी कि उसे गोल्डी बराड़ की तरफ से फोन आया और उससे 20 लाख रुपए की मांग की गई है। आरोपी ने पैसे देने का दबाव बनाया है, अन्यथा वे उसे मरवा देगा। जिसके बाद अमृतसर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए BNS के तहत 308(4) और 351(2) का मामला दर्ज किया है। 2 आरोपियों को किया काबू पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि गोल्डी बराड़ के नाम पर पूर्व सरकारी डॉक्टर को फिरौती के लिए कॉल की गई थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो थाना डी- डिवीजन के अंतर्गत आते प्रताप नगर के रहने वाले हैं। दोनों के फोन रिकवर कर लिए गए हैं, जिनकी फॉरेंसिक जांच की जा रही है। NIA कर चुकी है आतंकी घोषित देश में जांच एजेंसी NIA गोल्डी बराड़ को पहले ही आतंकी घोषित कर चुकी है। इतना ही नहीं, NIA की तरफ से गोल्डी बराड़ के खिलाफ 10 लाख रुपए का ईनाम भी रखा गया है। गैंगस्टर गोल्डी बराड़ विदेश में रह कर गोल्डी बराड़ का नेटवर्क संभालता है। इतना ही नहीं, दो साल पहले मारे गए पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी गोल्डी बराड़ का नाम मुख्य आरोपियों की सूची में है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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उपचुनाव से पहले गिद्दड़बाहा में घमासान:तनखैया करार सुखबीर बादल की पत्नी हरसिमरत संभालेंगी कमान; सर्बजीत खालसा ने कहा- दीप सिद्धू के भाई उम्मीदवार पंजाब में उप-चुनावों की घोषणा से पहले ही सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं। इनमें सबसे चर्चित सीट गिद्दड़बाहा है और सभी पार्टियों की निगाहें इस पर टिक चुकी हैं। अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष सुखबीर बादल के तनखैया करार किए जाने के बाद अब इस सीट की जिम्मेदारी उनकी पत्नी सांसद हरसिमरत कौर बादल के हाथों में आ गई है। वहीं, वारिस पंजाब दे फाउंडर दीप सिद्धू के भाई मनदीप सिद्धू चुनावी मैदान में उतरेंगे। विधानसभा हलका गिद्दड़बाहा लंबे समय अकाली दल का गढ़ रहा। अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के सांसद बन जाने के बाद उप-चुनावों में अकाली दल दोबारा इस पर काबिज होने की कोशिशों में जुटा है। लेकिन सुखबीर बादल के तनखैया घोषित किए जाने के बाद पार्टी के कार्यकारी प्रधान बलविंदर सिंह भूंदड़ ने उनकी पत्नी हरसिमरत कौर बादल को कैंपेन की कमान सौंप दी है। हालांकि सुखबीर बादल पहले नुक्कड़ बैठकें कर रहे थे, लेकिन तनखैया घोषित किए जाने के बाद से वे राजनीतिक कार्यक्रमों में अब नहीं जा सकते। हरसिमरत बादल के साथ हीरा सिंह गाबड़िया व इकबाल सिंह झूंदा को बरनाला शहरी व रूरल की कमान भी सौंपी गई है। मनदीप सिद्धू ने नुक्कड़ बैठकें की शुरू वारिस पंजाब दे के फाउंडर मुखी दीप सिद्धू के भाई मनदीप सिंह सिद्धू भी राजनीति में एक्टिव हो गए हैं। उन्होंने भी गिद्दड़बाहा से चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है। बीते कुछ दिनों से मनदीप सिंह सिद्धू गिद्दड़बाहा में नुक्कड़ बैठकें कर रहे थे। लेकिन, वे यहां से चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस पर वे चुप थे। अब बीते दिन ही एक इंटरव्यू में आजाद गर्मख्याली सांसद सर्बजीत सिंह खालसा ने घोषणा की है कि मनदीप सिद्धू गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़ेंगे। बलहबल कलां गोलीकांड के पीड़ित का बेटा भी मैदान में बहबल कलां में 14 अक्टूबर 2015 को फरीदकोट जिले के बरगाड़ी में बेअदबी की घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में दो सिख प्रदर्शनकारियों, सरवन गांव के गुरजीत सिंह और फरीदकोट जिले के नियामीवाला गांव के कृष्ण भगवान सिंह की मौत हो गई थी। अब कृष्ण भगवान सिंह के बेटे सुखराज सिंह ने भी गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। सुखराज सिंह ने बीते दिनों ये घोषणा करते हुए कहा कि हम पिछले नौ सालों से न्याय का इंतजार कर रहे हैं। मेरे पिता की हत्या शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान की गई थी, लेकिन तीन सरकारों ने न्याय नहीं दिलाया। हम प्रदर्शन के जरिए नेताओं से सवाल पूछते रहे हैं, लेकिन जो भी सरकार में आता है, वह भागने की कोशिश करता है। अब मैं दूसरे नेताओं पर निर्भर रहने के बजाय सीधे विधानसभा में उनसे सवाल पूछना चाहता हूं। हम विधानसभा में उनके बीच आकर उनका मुकाबला करेंगे।
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अमृतसर में अवैध हथियार तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़:पुलिस ने गिरोह के 7 सदस्यों को किया गिरफ्तार, विदेश में बैठा गैंगस्टर दिलप्रीत है सरगना पंजाब के अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक अंतरराज्यीय अवैध हथियार तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस कार्रवाई में सात लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 12 पिस्तौल, 16 मैगजीन और 23 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। जांच के अनुसार, इस मॉड्यूल को अमेरिका में रहने वाला दिलप्रीत सिंह संचालित कर रहा था। इसका मकसद विभिन्न गिरोहों को अवैध हथियार सप्लाई करना था। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि यह गिरोह मध्य प्रदेश से हथियार सप्लाई करता था और अमृतसर में बांटने के बाद अलग-अलग गिरोहों तक पहुंचाता था। यह मॉड्यूल संगठित तरीके से काम कर रहा था, जिसमें गिरोहों को न सिर्फ हथियार सप्लाई किए जाते थे बल्कि अन्य तरह की मदद भी दी जाती थी। गिरोह के ऑपरेटर और संगठित नेटवर्क की जांच अमृतसर पुलिस ने गिरोह के इन सात सदस्यों को गिरफ्तार करने के बाद इनके नेटवर्क का विस्तार से अध्ययन करना शुरू कर दिया है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस मॉड्यूल में और कौन-कौन शामिल हैं और ये लोग किन-किन गिरोहों को हथियार सप्लाई कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि इस गिरोह के कुछ अन्य सदस्य और संपर्कों की भी तलाश की जा रही है जो तस्करी में सहयोग कर सकते हैं। थाना इस्लामाबाद में FIR दर्ज, गहन जांच जारी इस मामले में थाना इस्लामाबाद में एक प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि यह एक व्यापक और सटीक योजना का हिस्सा है, जिसके तहत पूरे नेटवर्क को खंगालने का प्रयास किया जा रहा है। पंजाब पुलिस की टीम इस नेटवर्क के सभी संभावित लिंक और इसके पीछे के मास्टरमाइंड का पता लगाने में जुटी हुई है।