करनाल में पुलिस हिरासत नाबालिग लापता:बच्ची को घर पर बनाया गया था बंधक, पिरजनों का आरोप नहीं करवाया बेटी का मेडिकल

करनाल में पुलिस हिरासत नाबालिग लापता:बच्ची को घर पर बनाया गया था बंधक, पिरजनों का आरोप नहीं करवाया बेटी का मेडिकल

हरियाणा में करनाल के सेक्टर-6 में दो दिन पहले लापता हुई नाबालिग को पुलिस ने बरामद कर लिया, लेकिन पुलिस हिरासत से ही नाबालिग फिर से गायब हो गई। इस घटना के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। बताया जा रहा है कि बच्ची को एक घर में बंधक बनाकर रखा गया था, जहां पर उसके मां-बाप ने पुलिस के साथ मिलकर ताला तोड़कर उसे रेस्क्यू किया। आरोप है कि बच्ची के साथ गलत काम भी किया गया है, लेकिन पुलिस ने अब तक उसका मेडिकल करवाने से परहेज किया है। घर में बंधक थी बच्ची, पुलिस ने किया रेस्क्यू नाबालिग की मां ने बताया कि 1 जुलाई को नाबालिग अचानक घर से लापता हो गई थी। इसके बाद सूचना मिली कि नाबालिग को एक घर में बंधक बनाकर रखा गया है। दो जुलाई को पुलिस के सहयोग से उस घर का दरवाजा तोड़कर नाबालिग को मुक्त किया गया। इसके बाद पुलिस उसे अपने साथ थाने ले गई, लेकिन नाबालिग का कोई मेडिकल नहीं हुआ। CWC (चाइल्ड वेलफेयर कमेटी) में नाबालिग ने बयान दिया कि वह अपने माता-पिता के साथ जाने के लिए तैयार है, बशर्ते उसका मेडिकल करवाया जाए। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालएडवोकेट सोनिया तंवर ने आरोप लगाया कि नाबालिग सेक्टर-32-33 थाना से गायब हो गई। जब एसएचओ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बच्ची को उसके मां-बाप के साथ भेज दिया गया है, जिसका लिखित में भी बयान है। लेकिन नाबालिग ने अपने माता-पिता के साथ जाने से इनकार किया है। सीसीटीवी फुटेज में भी दिखाया गया है कि नाबालिग थाने से गायब हुई है। नाबालिग पर दबाव सोनिया तंवर का आरोप है कि नाबालिग पर दबाव डालकर उससे यह बयान दिलवाया जा रहा है कि वह अपनी सहेली के घर से बरामद हुई है। जबकि हकीकत यह है कि नाबालिग को पुलिस ने एक घर का ताला तोड़कर रेस्क्यू किया था। सीडब्ल्यूसी में नाबालिग ने अपनी मां को बताया कि आरोपियों ने उसके साथ गलत काम किया है, लेकिन पुलिस ने अब तक उसका मेडिकल नहीं करवाया है। कार्रवाई की मांग सोनिया तंवर ने आरोप लगाया कि बच्ची के साथ गलत हुआ है और उसका मेडिकल होना चाहिए। जिन लोगों ने गलत काम किया है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस की कस्टडी से बच्ची का गायब होना गंभीर लापरवाही है और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। सोनिया तंवर ने बताया कि इस पूरे मामले में पुलिस ने अब तक कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है। एसएचओ का कहना है कि बच्ची को उसके माता-पिता के साथ भेजा गया है, जबकि वास्तविकता कुछ और ही बताई जा रही है। इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली और सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हरियाणा में करनाल के सेक्टर-6 में दो दिन पहले लापता हुई नाबालिग को पुलिस ने बरामद कर लिया, लेकिन पुलिस हिरासत से ही नाबालिग फिर से गायब हो गई। इस घटना के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। बताया जा रहा है कि बच्ची को एक घर में बंधक बनाकर रखा गया था, जहां पर उसके मां-बाप ने पुलिस के साथ मिलकर ताला तोड़कर उसे रेस्क्यू किया। आरोप है कि बच्ची के साथ गलत काम भी किया गया है, लेकिन पुलिस ने अब तक उसका मेडिकल करवाने से परहेज किया है। घर में बंधक थी बच्ची, पुलिस ने किया रेस्क्यू नाबालिग की मां ने बताया कि 1 जुलाई को नाबालिग अचानक घर से लापता हो गई थी। इसके बाद सूचना मिली कि नाबालिग को एक घर में बंधक बनाकर रखा गया है। दो जुलाई को पुलिस के सहयोग से उस घर का दरवाजा तोड़कर नाबालिग को मुक्त किया गया। इसके बाद पुलिस उसे अपने साथ थाने ले गई, लेकिन नाबालिग का कोई मेडिकल नहीं हुआ। CWC (चाइल्ड वेलफेयर कमेटी) में नाबालिग ने बयान दिया कि वह अपने माता-पिता के साथ जाने के लिए तैयार है, बशर्ते उसका मेडिकल करवाया जाए। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालएडवोकेट सोनिया तंवर ने आरोप लगाया कि नाबालिग सेक्टर-32-33 थाना से गायब हो गई। जब एसएचओ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बच्ची को उसके मां-बाप के साथ भेज दिया गया है, जिसका लिखित में भी बयान है। लेकिन नाबालिग ने अपने माता-पिता के साथ जाने से इनकार किया है। सीसीटीवी फुटेज में भी दिखाया गया है कि नाबालिग थाने से गायब हुई है। नाबालिग पर दबाव सोनिया तंवर का आरोप है कि नाबालिग पर दबाव डालकर उससे यह बयान दिलवाया जा रहा है कि वह अपनी सहेली के घर से बरामद हुई है। जबकि हकीकत यह है कि नाबालिग को पुलिस ने एक घर का ताला तोड़कर रेस्क्यू किया था। सीडब्ल्यूसी में नाबालिग ने अपनी मां को बताया कि आरोपियों ने उसके साथ गलत काम किया है, लेकिन पुलिस ने अब तक उसका मेडिकल नहीं करवाया है। कार्रवाई की मांग सोनिया तंवर ने आरोप लगाया कि बच्ची के साथ गलत हुआ है और उसका मेडिकल होना चाहिए। जिन लोगों ने गलत काम किया है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस की कस्टडी से बच्ची का गायब होना गंभीर लापरवाही है और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। सोनिया तंवर ने बताया कि इस पूरे मामले में पुलिस ने अब तक कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है। एसएचओ का कहना है कि बच्ची को उसके माता-पिता के साथ भेजा गया है, जबकि वास्तविकता कुछ और ही बताई जा रही है। इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली और सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर