हरियाणा में अब सरपंच और प्रधान लिखवा कर रौब से गाड़ी दौड़ाने वालों की खैर नहीं हैं। ऐसे सरपंच व प्रधानों की गाड़ियां पुलिस के निशाने पर हैं। भिवानी ट्रैफिक पुलिस ने ऐसे 20 वाहनों के चालान किए है। श्लोगन लिखे वाहनों के काटे चालान भिवानी में गुरुवार को यातायात पुलिस ने स्पेशल वाहन चेकिंग अभियान चलाया। वाहनों पर सरपंच, प्रधान,अपनी जाति, पद और अन्य सिंबल लगाने वालों के खिलाफ यह अभियान चलाया। इस अभियान के तहत यातायात पुलिस ने करीब 230 वाहनों को चैक किया। चेकिंग के दौरान सरपंच व प्रधान लिखे 20 वाहनों के चालान किए गए। लोग अपने वाहनों पर तरह तरह के नाम और पद के साथ ही अनेक श्लोगन लिखवाकर वाहन दौड़ा रहे थे। इन गाड़ियों पर ये सब लिखे होने पर अक्सर ड्राइवर ठीक से देख नहीं पाते और वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है। पुलिस ने सड़क हादसे रोकने के लिए नियमों को सख्ती से लागू करना शुरू कर दिया है। लगातार चलाया जाएगा अभियान यातायात प्रभारी सुरेश ने बताया कि अपने वाहनों पर अपनी जाति, अपने पद या अन्य जैसे की सरपंच, मेंबर, प्रधान आदि लिखवाना मोटर वाहन अधिनियम के तहत गैर कानूनी है। इस लिए इस प्रकार के वाहनों के चालान किए जा रहे हैं। यह अभियान यातायात पुलिस भिवानी के द्वारा अभी लगातार चलाया जाएगा। इस दौरान सभी वाहन चालकों को सड़क सुरक्षा के अन्य नियमों के संबंध में जागरूक भी किया गया। हरियाणा में अब सरपंच और प्रधान लिखवा कर रौब से गाड़ी दौड़ाने वालों की खैर नहीं हैं। ऐसे सरपंच व प्रधानों की गाड़ियां पुलिस के निशाने पर हैं। भिवानी ट्रैफिक पुलिस ने ऐसे 20 वाहनों के चालान किए है। श्लोगन लिखे वाहनों के काटे चालान भिवानी में गुरुवार को यातायात पुलिस ने स्पेशल वाहन चेकिंग अभियान चलाया। वाहनों पर सरपंच, प्रधान,अपनी जाति, पद और अन्य सिंबल लगाने वालों के खिलाफ यह अभियान चलाया। इस अभियान के तहत यातायात पुलिस ने करीब 230 वाहनों को चैक किया। चेकिंग के दौरान सरपंच व प्रधान लिखे 20 वाहनों के चालान किए गए। लोग अपने वाहनों पर तरह तरह के नाम और पद के साथ ही अनेक श्लोगन लिखवाकर वाहन दौड़ा रहे थे। इन गाड़ियों पर ये सब लिखे होने पर अक्सर ड्राइवर ठीक से देख नहीं पाते और वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है। पुलिस ने सड़क हादसे रोकने के लिए नियमों को सख्ती से लागू करना शुरू कर दिया है। लगातार चलाया जाएगा अभियान यातायात प्रभारी सुरेश ने बताया कि अपने वाहनों पर अपनी जाति, अपने पद या अन्य जैसे की सरपंच, मेंबर, प्रधान आदि लिखवाना मोटर वाहन अधिनियम के तहत गैर कानूनी है। इस लिए इस प्रकार के वाहनों के चालान किए जा रहे हैं। यह अभियान यातायात पुलिस भिवानी के द्वारा अभी लगातार चलाया जाएगा। इस दौरान सभी वाहन चालकों को सड़क सुरक्षा के अन्य नियमों के संबंध में जागरूक भी किया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक में अंतर्राष्ट्रीय योगा दिवस आज:बारिश ने बिगाड़ी व्यवस्था, भिगाया मैट, राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा होंगे मुख्यातिथि रोहतक के राजीव गांधी स्टेडियम में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का आयोजन किया गया है। बारिश में प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं को बिगाड़ दिया। बारिश के कारण खुले कच्चे ग्राउंड में बिछाए गए मैट भीग गए। इसलिए खुले में योग नहीं हो सका। जिसे देखते हुए प्रशासन में तुरंत अंदर हॉल में योग करने की व्यवस्था की। जिस कारण कार्यक्रम भी प्रभावित हुआ। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा जिला स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इसे लेकर प्रशासन द्वारा तैयारियां कर ली गई हैं। अंतर्राष्ट्रीय योगा दिवस पर लोगों को योग करवाकर निरोग रहने का संदेश देंगे। इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह को लेकर एडीसी वैशाली सिंह व नगराधीश अंकित कुमार ने कार्यक्रम स्थल राजीव गांधी खेल परिसर की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने समारोह की तैयारियों की समीक्षा की और कार्यक्रम को लेकर मौके पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कार्यक्रम के दौरान ग्राउंड की सफाई, एम्बुलेंस की व्यवस्था व कार्यक्रम स्थल पर इंटरनेट की व्यवस्था भी करवाई गई है।
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हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:कॉलेज से सियासत की शुरुआत, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में हरियाणा की फरीदाबाद लोकसभा सीट से भाजपा सांसद कृष्णपाल गुर्जर को मोदी 3.0 सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया है। गुर्जर मोदी सरकार के पिछले दोनों कार्यकाल में भी राज्यमंत्री रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार उन पर भरोसा जताकर साफ कर दिया कि गुर्जर उनके भरोसेमंद हैं। फरीदाबाद के सरकारी कॉलेज में छात्र राजनीति से शुरुआत करने वाले कृष्णपाल गुर्जर का केंद्रीय मंत्री की कुर्सी तक पहुंचने का सफर काफी संघर्ष भरा रहा। किसान परिवार में जन्मे 67 साल के गुर्जर की पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक नहीं रही। गुर्जर ने अपने पॉलिटिकल करियर की शुरुआत लोकदल से की थी। वर्ष 1994 में उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली और फरीदाबाद में पार्षद का चुनाव जीता। मोदी-खट्टर की जोड़ी के साथ मिलकर कर चुके काम
वर्ष 1994 में पार्टी जॉइन करने के महज 2 साल बाद, BJP ने गुर्जर को 1996 के विधानसभा चुनाव में मेवला महाराजपुर सीट से टिकट दे दिया। यही वो समय था जब तेजतर्रार कृष्णपाल गुर्जर को भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर काम करने का मौका मिला। उस समय नरेंद्र मोदी और मनोहर लाल खट्टर की जोड़ी हरियाणा में पार्टी संगठन का कामकाज देख रही थी। भाजपा ने 1996 में हरियाणा विधानसभा का चुनाव पूर्व सीएम बंसीलाल की हरियाणा विकास पार्टी (हविपा) के साथ मिलकर लड़ा था। पहले ही चुनाव में जीत दर्ज करने वाले कृष्णपाल गुर्जर चुनाव रिजल्ट आने के बाद बंसीलाल की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार में परिवहन मंत्री बनाए गए। प्रदेशाध्यक्ष बनकर पार्टी का ग्राफ बढ़ाया
गुर्जर के 3 बार विधायक बनने के बाद पार्टी ने उन्हें संगठन की जिम्मेदारी देते हुए वर्ष 2010 में हरियाणा इकाई का प्रदेशाध्यक्ष बना दिया। उस समय हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार थी और BJP ओमप्रकाश चौटाला की इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की छाया से निकलकर अपना अलग वजूद बनाने की कोशिश कर रही थी। संगठन से जुड़ा होने के कारण गुर्जर ने प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए तेजी से पार्टी का ग्राफ बढ़ाने का काम किया। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले BJP ने नरेंद्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री चेहरा घोषित कर दिया। इसके बाद टिकट बंटवारे में कृष्णपाल गुर्जर को फरीदाबाद लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया। गुर्जर ने अपने इस पहले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के अवतार भड़ाना को हरा दिया। इसके बाद मोदी ने अपनी सरकार में गुर्जर को सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री बनाया। 2019 के लोकसभा चुनाव में गुर्जर दूसरी बार फरीदाबाद सीट से जीते। उस समय विनिंग मार्जिन के लिहाज से देशभर में वह तीसरे स्थान पर रहे। गुर्जर 6 लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर दूसरी बार संसद पहुंचे तो मोदी ने फिर से उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करते हुए उद्योग राज्यमंत्री बना दिया। किसान परिवार से आकर बनाई राजनीति में पहचान
कृष्णपाल गुर्जर पेशे से एडवोकेट हैं। कृष्णपाल के पिता हंसराज जैलदार का अपने एरिया में अच्छा नाम था लेकिन वह कभी राजनीति में नहीं उतरे। दूसरी ओर कृष्णपाल की शुरू से राजनीति में रुचि रही। पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक नहीं होते हुए भी उन्होंने राजनीति के तौर-तरीके पढ़ाई के दौरान ही सीख लिए। फरीदाबाद के कॉलेज में पढ़ते हुए वह छात्र संगठन के अध्यक्ष चुने गए और वहीं से उनके पॉलिटिकल करियर की शुरुआत हुई। ग्रेजुएशन के बाद गुर्जर कानून की डिग्री लेने मेरठ चले गए। वहां से लौटकर अपनी राजनीतिक पारी दोबारा शुरू की। उनकी पत्नी का नाम निर्मला देवी है और वह सियासत से दूर रहती हैं। गुर्जर के बेटे देवेंद्र चौधरी राजनीति में एक्टिव हैं और इस समय फरीदाबाद नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर हैं। गुर्जर नेता के तौर पर बनाई पहचान
कृष्णपाल की गिनती गुर्जर बिरादरी के बड़े नेताओं में होती है। उन्होंने अपने पहले विधानसभा चुनाव में मेवला महाराजपुर सीट से जिस चौधरी महेंद्र प्रताप और फरीदाबाद लोकसभा सीट से अवतार भड़ाना को हराया, वह दोनों भी गुर्जर समाज के बड़े नेताओं में आते हैं। राजनीति में एक बाद एक मिली जीत ने कृष्णपाल गुर्जर का कद गुर्जर बिरादी के नेताओं में बढ़ा दिया। BJP के अंदर भी उनकी गिनती गुर्जर समाज के प्रमुख नेताओं के रूप में होती है। संगठन में मजबूत पकड़ और तेज-तर्रार नेता की छवि के चलते वह BJP शीर्ष नेतृत्व की पसंद बन गए।
सिरसा में कांग्रेस विधायक ने पकड़ा फर्जीवाड़ा:नगर परिषद ने कागजों में ही बना डाली गली, 1.44 लाख खर्च हुए
सिरसा में कांग्रेस विधायक ने पकड़ा फर्जीवाड़ा:नगर परिषद ने कागजों में ही बना डाली गली, 1.44 लाख खर्च हुए सिरसा के कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया ने एक बार फिर नगर परिषद प्रशासन को लपेटे में लिया। वह शुक्रवार दोपहर बाद नगर परिषद कार्यालय पहुंचे और वार्ड नंबर 24 में बनवाई गई गली की फाइल निकलवाई। इसके बाद जेई व तकनीकी शाखा के कर्मचारियों को साथ लेकर वार्ड नंबर 24 में सब्जी मंडी के पीछे तरसेम रेगर वाली गली पहुंच गए। यहां विधायक ने नगर परिषद का फर्जीवाड़ा पकड़ा।
नगर परिषद कार्यालय में जमा फाइल के दस्तावेजों के अनुसार इस गली का निर्माण 2021 में इंटरलॉकिंग से किया हुआ दर्शाया गया था। गली के निर्माण पर एक लाख 44 हजार रुपए का खर्च दिखाया हुआ था। इसके पास किए गए बिल पर तत्कालीन उपप्रधान रणधीर सिंह, एक्सईएन, म्युनिसिपल इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर व ईओ के हस्ताक्षर हैं। विधायक के सामने ही लोगों ने कहा कि 15 साल से यहां कोई गली नहीं बनी है। इस पर विधायक गोकुल सेतिया ने जेई से देखने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि यह पुराने जेई के समय का मामला है। इसके बाद विधायक ने वहां मौजूद के निवासियों से पूछा कि क्या यह गली बनी है। इस पर लोगों ने उन्हें बताया कि कई सालों से यह गली नहीं बनी है। उन्होंने जेई को फाइल बनाने के निर्देश दिए। उसके आधार पर तत्कालीन अधिकारियों को सस्पेंड करवाने के लिए लिखेंगे।
गोकुल सेतिया ने कहा कि सिरसा में विकास कार्यों के नाम पर फर्जी बिल पास करवाए गए हैं। कागजों में ही गलियां बना दी गई और लाखों रुपए पास कर दिए गए। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों की जांच करवा कर गबन करने और अनियमितताएं बरतने वालों पर कार्रवाई करवाएंगे। एक दिन पहले भी की थी रेड
विधायक गोकुल सेतिया ने वीरवार को भी नगर परिषद कार्यालय में रेड की थी। उन्होंने खेतरवाल कॉलोनी में जाकर गली निर्माण की जांच की थी। वहां भी गली के निर्माण में लगी सामग्री के सैंपल भरवाए थे।