ब्रिटेन में हुए आम चुनावों में पंजाबी मूल के करीब 9 लोग भी चुनाव जीतने में सफल रहे हैं। ज्यादातर नेता सत्ता में आई लेबर पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते हैं। इन सबमें प्रमुख नाम लेबर पार्टी के तनमनजीत सिंह ढेसी का है। वे मूल रूप से जालंधर के रहने वाले हैं। वे तीसरी बार सांसद बने हैं। इस जीत की खुशी पंजाब में भी मनाई जा रही है। साथ ही चुनाव जीतने वाले सभी पंजाबियों को बधाई दी जा रही है। इस बार ब्रिटेन के चुनाव में वहां की राजनीतिक पार्टियों ने 20 से ज्यादा भारतीय मूल और पंजाबियों को मैदान में उतारा था। क्योंकि वहां पंजाबियों की संख्या बढ़ती जा रही है। हालांकि, इस बार लगातार चुनाव जीतते आ रहे लेबर पार्टी के सांसद वीरेंद्र शर्मा मैदान से हट गए। वे जालंधर के रहने वाले हैं और लंबे समय से ब्रिटेन में ही बसे हुए हैं। हालांकि, पिछले चुनाव में तीन लोग चुनाव जीतने में सफल रहे थे। प्रीत कौर गिल तीसरी बार पहुंची सांसद लेबर पार्टी की प्रीत कौर गिल ने तीसरी बार बर्मिंघम-एडस्बेस्टन से चुनाव जीता है। प्रीत कौर गिल को पहली महिला सिख सांसद होने का गौरव भी प्राप्त है। जस अठवाल भी चुनाव जीतने में कामयाब पता चला है कि जस अठवाल भी चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने इल्फोर्ड साउथ से चुनाव जीता है। उनका जन्म भी 1963 में पंजाब में हुआ थ। वह, साल 2010 से राजनीति में सक्रिय है। हरप्रीत कौर ने भी जीता चुनाव हरप्रीत कौर उप्पल भी पंजाबी मूल की है। उन्होंने लेबर पार्टी की टिकट हडर्सफील्ड से चुनाव लड़ा था। वरिंदर जस को भी मिली कामयाबी इस तरह वरिंदर जस भी लेबर पार्टी की टिकट पर चुनाव जीता है। उन्होंने वॉल्वरहैम्प्टन वेस्ट से चुनाव जीता है। इस दौरान जब उन्हें विजेता घोषित किया तो उनके समर्थकों का जोश देखते ही बन रहा था। इसी तरह गुरिंदर सिंह जोसन स्मेथविक संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गए हैं ब्रिटेन में हुए आम चुनावों में पंजाबी मूल के करीब 9 लोग भी चुनाव जीतने में सफल रहे हैं। ज्यादातर नेता सत्ता में आई लेबर पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते हैं। इन सबमें प्रमुख नाम लेबर पार्टी के तनमनजीत सिंह ढेसी का है। वे मूल रूप से जालंधर के रहने वाले हैं। वे तीसरी बार सांसद बने हैं। इस जीत की खुशी पंजाब में भी मनाई जा रही है। साथ ही चुनाव जीतने वाले सभी पंजाबियों को बधाई दी जा रही है। इस बार ब्रिटेन के चुनाव में वहां की राजनीतिक पार्टियों ने 20 से ज्यादा भारतीय मूल और पंजाबियों को मैदान में उतारा था। क्योंकि वहां पंजाबियों की संख्या बढ़ती जा रही है। हालांकि, इस बार लगातार चुनाव जीतते आ रहे लेबर पार्टी के सांसद वीरेंद्र शर्मा मैदान से हट गए। वे जालंधर के रहने वाले हैं और लंबे समय से ब्रिटेन में ही बसे हुए हैं। हालांकि, पिछले चुनाव में तीन लोग चुनाव जीतने में सफल रहे थे। प्रीत कौर गिल तीसरी बार पहुंची सांसद लेबर पार्टी की प्रीत कौर गिल ने तीसरी बार बर्मिंघम-एडस्बेस्टन से चुनाव जीता है। प्रीत कौर गिल को पहली महिला सिख सांसद होने का गौरव भी प्राप्त है। जस अठवाल भी चुनाव जीतने में कामयाब पता चला है कि जस अठवाल भी चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने इल्फोर्ड साउथ से चुनाव जीता है। उनका जन्म भी 1963 में पंजाब में हुआ थ। वह, साल 2010 से राजनीति में सक्रिय है। हरप्रीत कौर ने भी जीता चुनाव हरप्रीत कौर उप्पल भी पंजाबी मूल की है। उन्होंने लेबर पार्टी की टिकट हडर्सफील्ड से चुनाव लड़ा था। वरिंदर जस को भी मिली कामयाबी इस तरह वरिंदर जस भी लेबर पार्टी की टिकट पर चुनाव जीता है। उन्होंने वॉल्वरहैम्प्टन वेस्ट से चुनाव जीता है। इस दौरान जब उन्हें विजेता घोषित किया तो उनके समर्थकों का जोश देखते ही बन रहा था। इसी तरह गुरिंदर सिंह जोसन स्मेथविक संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गए हैं पंजाब | दैनिक भास्कर
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सुखबीर बादल के धार्मिक-राजनीतिक भविष्य पर आज विचार होगा:श्री अकाल तख्त साहिब पर बुद्धिजीवियों की बैठक बुलाई; SAD प्रमुख तनखैया घोषित हो चुके
सुखबीर बादल के धार्मिक-राजनीतिक भविष्य पर आज विचार होगा:श्री अकाल तख्त साहिब पर बुद्धिजीवियों की बैठक बुलाई; SAD प्रमुख तनखैया घोषित हो चुके शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के धार्मिक और राजनीतिक भविष्य के फैसले पर आज विचार होगा। श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने श्री अकाल तख्त कार्यालय में महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है, जिसमें सिख विद्वानों और बुद्धिजीवियों के साथ मिलकर सुखबीर बादल के “तनखैया” मामले पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में उन्हें दिए जाने वाली संभावित धार्मिक सजा पर विचार किया जाएगा। इस चर्चा में कुल 18 सिख विद्वान और बुद्धिजीवी भाग लेंगे। इन सदस्यों में अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार मंजीत सिंह, पंजाबी यूनिवर्सिटी के पूर्व VC जसपाल सिंह, इंद्रजीत सिंह गोगोआनी, अमरजीत सिंह, हरसिमरन सिंह, जसपाल सिंह सिद्धू और हमीर सिंह शामिल हैं। इनके अलावा कुछ वरिष्ठ पत्रकारों को भी आमंत्रित किया गया है। सुखबीर बादल पर लगे आरोप और “तनखैया” मामला
अकाली दल से जुड़े असंतुष्ट नेताओं ने अकाली सरकार के दौरान (2007-2017) हुए कुछ धार्मिक फैसलों पर सवाल उठाए थे, जिन्हें उन्होंने सिख धर्म के हितों के विरुद्ध बताया। इसके बाद अकाल तख्त ने 30 अगस्त 2024 को सुखबीर बादल को तनखैया घोषित किया था, लेकिन अब तक कोई सजा नहीं दी गई। तनखैया घोषित किए जाने के कारण सुखबीर सिंह बादल को विधानसभा उपचुनावों में प्रचार या भाग लेने की अनुमति नहीं मिली थी। इसके चलते अकाली दल ने उपचुनावों से दूरी बना ली थी। हालांकि, सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (SGPC) चुनाव में अकाली दल समर्थित उम्मीदवार अध्यक्ष बने हैं। किस प्रकार की सजा मिल सकती है?
अकाल तख्त के दिशा-निर्देशों के तहत, तनखैया घोषित व्यक्ति को अक्सर गुरुद्वारे में सेवा करने जैसे कार्य सौंपे जाते हैं। जैसे कि जूते या फर्श साफ करना। आज की बैठक में इस बात पर विचार किया जाएगा कि सुखबीर बादल को किस प्रकार की धार्मिक सजा दी जा सकती है। इस फैसले से पहले जत्थेदारों की एक बैठक होगी, जिसमें सुखबीर बादल भी उपस्थित हो सकते हैं। इस निर्णय के आधार पर सुखबीर बादल के धार्मिक और राजनीतिक सफर पर बड़ा असर पड़ सकता है। क्या होता है तनखैया
सिख पंथ के अनुसार कोई भी सिख अगर धार्मिक तौर पर कुछ गलत करता है तो उसे तनखैया करार दिया जाता है। इसका फैसला सिखों के सर्वोच्च तख्त श्री अकाल तख्त साहिब करते हैं। तनखैया घोषित होने के बाद व्यक्ति सिख संगत के समक्ष उपस्थित होकर अपनी गलती के लिए क्षमा मांग सकता है। तब सिख संगत की ओर से पवित्र श्री गुरू ग्रंथ साहिब की हाजिरी में उसके गुनाह की समीक्षा की जाती है। फिर उसी के हिसाब से उसके लिए दंड तय किया जाता है। तनखैया की सजा मिलने पर ऐसे व्यक्ति से न तो कोई सिख संपर्क रखता है और न ही कोई संबंध। इनके यहां शादी जैसे कार्यक्रमों में भी कोई सिख आता-जाता नहीं है। अकाली दल के बागी गुट ने सौंपा था माफीनामा
अकाली दल का बागी गुट 1 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचा था। इस दौरान जत्थेदार को माफ़ीनामा सौंपा गया था, जिसमें सुखबीर बादल से हुई 4 गलतियों में सहयोग देने पर माफी मांगी गई। 1. डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ शिकायत वापस ली गई थी
2007 में सलाबतपुरा में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरुमीत राम रहीम ने 10वें गुरू श्री गुरू गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं की तरह कपड़ों को पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचा था। उस वक्त इसके खिलाफ पुलिस केस भी दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में अकाली सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने दिलवाई थी माफी
श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए डेरा मुखी को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए डेरा मुखी को माफी दिलवा दी थी। इसके बाद अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के नेतृत्व को सिख पंथ के गुस्से और नाराजगी का सामना करना पड़ा। अंत में श्री अकाल तख्त साहिब ने डेरा मुखी को माफी देने का फैसला वापस लिया। 3. बेअदबी की घटनाओं की सही जांच नहीं हुई
1 जून 2015 को कुछ तत्वों ने बुर्ज जवाहर सिंह वाला (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ चुराई। फिर 12 अक्टूबर 2015 को बरगाड़ी (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 110 अंग चुरा लिए व बाहर फेंक दिए। इससे सिख पंथ में भारी आक्रोश फैल गया। अकाली दल सरकार और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की समय रहते जांच नहीं की। दोषियों को सजा दिलाने में असफल रहे। इससे पंजाब में हालात बिगड़ गए और कोटकपूरा और बहबल कलां में दुखद घटनाएं हुईं। 4. झूठे केसों में मारे गए सिखों को नहीं दे पाए इंसाफ
अकाली दल सरकार ने सुमेध सैनी को पंजाब का DGP नियुक्त किया गया। राज्य में फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देकर सिख युवाओं की हत्या करने के लिए उन्हें जाना जाता था। पूर्व DGP इजहार आलम, जिन्होंने आलम सेना का गठन किया, उनकी पत्नी को टिकट दिया और उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया।
पंजाब-चंडीगढ़ में बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ेंगे:15 जिलों में शीतलहर, 1.8 डिग्री की बढ़ोतरी, ओलावृष्टि होगी; फरीदकोट सबसे ठंडा
पंजाब-चंडीगढ़ में बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ेंगे:15 जिलों में शीतलहर, 1.8 डिग्री की बढ़ोतरी, ओलावृष्टि होगी; फरीदकोट सबसे ठंडा पंजाब और चंडीगढ़ में शीतलहर का कहर जारी है। आज 15 जिलों में शीतलहर और घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट है। वहीं, दूसरी ओर पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो रहा है। इसके चलते मौसम विभाग ने आज प्रदेश के कुछ जिलों में आंधी-तूफान की भी संभावना जताई है। जबकि 27 दिसंबर को पंजाब के कई जिलों में ओलावृष्टि होगी और 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। इसके लिए विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। तापमान में भी गिरावट आएगी। हालांकि, पिछले 24 घंटे में औसत अधिकतम तापमान में 1.8 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। अब यह सामान्य के करीब पहुंच गया है। आज इन जिलों के लिए अलर्ट जारी आज के लिए मौसम विभाग ने पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला, जालंधर, फिरोजपुर, फाजिल्का, फरीदकोट, मुक्तसर, मोगा, बठिंडा और लुधियाना के लिए शीतलहर और घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें। शरीर को ठंड से बचाने की कोशिश करें। फरीदकोट सबसे कम तापमान पंजाब में रात का तापमान भी लगातार गिर रहा है। सभी जिलों में रात का तापमान 4.2 डिग्री से 8 डिग्री के बीच दर्ज किया गया है। सबसे कम तापमान 4.2 डिग्री फरीदकोट में दर्ज किया गया है। वहीं, राज्य के औसत न्यूनतम तापमान में 0.9 डिग्री की गिरावट आई है। आने वाले समय में भी स्थिति ऐसी ही रहेगी। वहीं, ठंड के चलते पंजाब के सभी स्कूलों में 31 दिसंबर तक छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं। ऐसे रहेगा मौसम चंडीगढ़ – आज सुबह के समय धुंध देखने को मिलेगी। तापमान 7 से 20 डिग्री के बीच में रहेगा। अमृतसर -आज धुंध देखने को मिलेगी। तापमान 6 से 17 डिग्री के बीच में रहेगा। जालंधर – आज सुबह शाम धुंध रहेगी। तापमान 5 से 20 डिग्री के बीच में रहेगा। लुधियाना – आज धुंध देखने को मिलेगी। तापमान 6 से 20 डिग्री के बीच में रहेगा पटियाला – आज धुंध देखने को मिलेगी। तापमान 7 से 21 डिग्री के बीच में रहेगा मोहाली – आज धुंध देखने को मिलेगी। तापमान 6 से 21 डिग्री के बीच में रहेगा
फाजिल्का में शिक्षक को जिंदा जलाने का मामला:पत्नी सहित 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज, ससुराल में पेट्रोल डालकर लगाई आग
फाजिल्का में शिक्षक को जिंदा जलाने का मामला:पत्नी सहित 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज, ससुराल में पेट्रोल डालकर लगाई आग पंजाब के फाजिल्का में पारिवारिक विवाद के चलते अपने ससुराल अपनी पत्नी को लेने गए सरकारी अध्यापक को जिंदा जलाने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घायल अध्यापक के बयान पर उसके ससुराल पक्ष के 5 लोगों के खिलाफ नए कानून BNS के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है l 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज जानकारी देते हुए फाजिल्का के डीएसपी शुभेग सिंह ने बताया कि विश्वदीप कुमार जो जिंदा जलाने के मामले में थाना खूईखेड़ा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उक्त सरकारी अध्यापक के बयान दर्ज किए हैं l जिसके बाद उन्होंने कार्रवाई करते हुए इस मामले में 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है l मामले की जांच में जुटी पुलिस डीएसपी ने बताया कि नए कानून BNS के तहत अस्पताल में भर्ती पीड़ित के बयानों के आधार पर पुलिस ने उसके ससुराल पक्ष में उसकी पत्नी, साला, सास और दो मामाओं पर पर्चा दर्ज किया है l डीएसपी का कहना है कि उक्त सरकारी अध्यापक की हालत नाजुक बताई जा रही हैं l 90% वह जल चुका है l लेकिन इस मामले की तफ्तीश की जा रही है कि यह आग उसने खुद लगाई है या उसको जलाने का प्रयास किया गया है l पत्नी को लेने गया था ससुराल आपको बता दें कि कल फाजिल्का के हीरावाली गांव में उक्त अध्यापक पिछले डेढ़ महीने से रूठ कर मायके गई अपनी पत्नी को लेने के लिए अपने ससुराल गया था l जहां विवाद हो गया और अध्यापक जिंदा जल गया l जिसे इलाज के लिए फाजिल्का के सरकारी अस्पताल लाया गया। जहां से उसकी हालत गंभीर देखते हुए फरीदकोट मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था l जहां उसका इलाज किया जा रहा है।