मेरठ STF ने हापुड़ के पिलखुवा से एक ट्रक शराब पकड़ी है। बताया जा रहा है कि कांवड़ यात्रा के दौरान रूट बंद होने के कारण अभी से यह शराब स्टॉक के लिए लाई जा रही थी। सूचना पर STF टीम ने पहले ही पकड़ लिया। हिमाचल प्रदेश से ट्रक भरकर शराब लाई गई थी, जिसकी सप्लाई दिल्ली, एनसीआर, पश्चिमी यूपी सहित बिहार में होनी थी। 4 लोगों को अरेस्ट किया गया हापुड़ के पिलखुवा थाने में इसका मुकदमा दर्ज किया है, मौके से एसटीएफ ने 4 लोगों को अरेस्ट किया है। एसटीएफ मेरठ के एएसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया-एसटीएफ टीम को सूचना मिली थी कि अवैध तरीके से शराब की सप्लाई की जा रही है। ट्रक हापुड़ की तरफ से जा रहा है। सूचना पर टीम मौके पर गई। तो हापुड़ पिलखुवा में हिमांचल की तरफ से एक ट्रक आ रहा था। इसमें शराब की 500 पेटी थी। इसमें 24हजार क्वार्टर थे। जिनकी कीमत 30 लाख रुपए के करीब है। यह शराब हिमाचल प्रदेश से बिहार ले जाए जा रही थी। संभवत कावड़ यात्रा के दौरान यातायात बंद होने की वजह से शराब का स्टॉक किया जा रहा था। हिमाचल के व्यक्ति का नाम आ रहा सामने बाजार में एक क्वार्टर की कीमत 125 रुपए से 150 रुपए के बीच है। इसे 250 तक में बेचने की तैयारी थी। पिलखुवा थाने में मुकदमा लिखा गया है। अभी तक की पूछताछ में आरोपियों ने हिमांचल के सिरमौर निवासी व्यक्ति पंकज का नाम लिया है। आगे की पूछताछ, जांच की जा रही है। पकड़े गए आरोपी सतनाम और सुरजीत निवासी तरनतारन पंजाब हैं। अरविंद और जगत निवासी मुजफ्फपुर बिहार हैं। मेरठ STF ने हापुड़ के पिलखुवा से एक ट्रक शराब पकड़ी है। बताया जा रहा है कि कांवड़ यात्रा के दौरान रूट बंद होने के कारण अभी से यह शराब स्टॉक के लिए लाई जा रही थी। सूचना पर STF टीम ने पहले ही पकड़ लिया। हिमाचल प्रदेश से ट्रक भरकर शराब लाई गई थी, जिसकी सप्लाई दिल्ली, एनसीआर, पश्चिमी यूपी सहित बिहार में होनी थी। 4 लोगों को अरेस्ट किया गया हापुड़ के पिलखुवा थाने में इसका मुकदमा दर्ज किया है, मौके से एसटीएफ ने 4 लोगों को अरेस्ट किया है। एसटीएफ मेरठ के एएसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया-एसटीएफ टीम को सूचना मिली थी कि अवैध तरीके से शराब की सप्लाई की जा रही है। ट्रक हापुड़ की तरफ से जा रहा है। सूचना पर टीम मौके पर गई। तो हापुड़ पिलखुवा में हिमांचल की तरफ से एक ट्रक आ रहा था। इसमें शराब की 500 पेटी थी। इसमें 24हजार क्वार्टर थे। जिनकी कीमत 30 लाख रुपए के करीब है। यह शराब हिमाचल प्रदेश से बिहार ले जाए जा रही थी। संभवत कावड़ यात्रा के दौरान यातायात बंद होने की वजह से शराब का स्टॉक किया जा रहा था। हिमाचल के व्यक्ति का नाम आ रहा सामने बाजार में एक क्वार्टर की कीमत 125 रुपए से 150 रुपए के बीच है। इसे 250 तक में बेचने की तैयारी थी। पिलखुवा थाने में मुकदमा लिखा गया है। अभी तक की पूछताछ में आरोपियों ने हिमांचल के सिरमौर निवासी व्यक्ति पंकज का नाम लिया है। आगे की पूछताछ, जांच की जा रही है। पकड़े गए आरोपी सतनाम और सुरजीत निवासी तरनतारन पंजाब हैं। अरविंद और जगत निवासी मुजफ्फपुर बिहार हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
मंडी में किसी ने नहीं ली बाढ़ प्रभावितों की सुध:3 गांवों में 10 दिन से राशन पानी की किल्लत; सरकार को दी चेतावनी
मंडी में किसी ने नहीं ली बाढ़ प्रभावितों की सुध:3 गांवों में 10 दिन से राशन पानी की किल्लत; सरकार को दी चेतावनी मंडी जिले में बीते 31 जुलाई की रात्रि को चौहारघाटी के राजबन के साथ ग्राम पंचायत तरसवाण के समालंग, द्रगड़ और गढ़गांव में मूसलाधार बारिश से करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ। यहां पहाड़ी में बादल फटने के बाद गढ़गांव खड्ड और रुलंग नाले ने खासा कहर बरपाया है। दो रिहायशी मकान, एक पुल, तीन फुटब्रिज, एक आरा मशीन, एक घराट, दो गौशालाएं और दो कारें पानी के तेज बहाव में बह गए। जबकि दो किलोमीटर के करीब सड़क का नामोनिशान मिट गया है। आलू की फसल से हरी भरी दो बीघा के करीब मलकियत जमीन भी तबाह हो गई। दस दिन बीत जाने बाद भी प्रभावित गांव में प्रशासन का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। मुआवजा देने की मांग ग्रामीणों ने एक आपात बैठक बुलाकर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से तीनों प्रभावित गांव का दौरा कर नुकसान का जायजा लेने और उचित मुआवजा प्रदान किए जाने की मांग उठाई। इसके साथ ही तरसवाण-द्रगड़-गढ़गांव सड़क की मरम्मत की मांग भी की। ग्रामीणों ने अल्टीमेटम भी दिया कि दो दिनों के भीतर प्रशासन गांव नहीं पहुंचाता है तो मजबूरन धरना प्रदर्शन करने के साथ-साथ चक्का जाम करेंगे। स्कूली नहीं पहुंच पा रहे बच्चे ग्रामीणों ने बताया कि सड़क पूरी तरह नाले के रूप में तब्दील हो चुकी है। लगभग डेट दर्जन छोटे वाहन गांव में फंसे हुए हैं। आने-जाने के सभी रास्ते बंद हैं। खड्ड नालों के सभी फुटब्रिज बह चुके हैं। जिससे पैदल चलना भी पूरी तरह बंद है। स्कूली विद्यार्थी पिछले दस दिनों से स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं। स्थानीय विधायक पूर्ण चंद ठाकुर ने घटना के तीसरे दिन प्रभावित गांव का दौरा किया था। उन्होंने शीघ्र मदद करने का आश्वासन दिया था। लेकिन 10 दिन बीत जाने बाद भी को अधिकारी गांव की सुध लेने नहीं पहुंचा। गांव में राशन पानी की किल्लत हो गई है। घोड़े खच्चर चलने तक रास्ता न रहने से कोई खाद्य सामग्री गांव में नहीं पहुंच पा रही है। एसडीएम कार्यालय का करेंगे घेराव ग्रामीणों में प्रेम सिंह, राम सिंह, अक्षय कुमार, शेर सिंह, भीम देव, सुरेश कुमार, साधु राम, तोलु राम, परस राम, भादर सिंह, विजेंदर और प्रकाश ने कहा कि सोमवार को अगर शासन प्रशासन का अधिकारी प्रभावित गांवों में नहीं पहुंचता है, तो सभी ग्रामीण पहले एसडीएम कार्यालय का घेराव करेंगे, नौबत पड़ी तो चक्का जाम भी किया जाएगा।
हिमाचल में कैबिनेट मीटिंग आज:होम-स्टे पर लगेंगी कड़ी शर्तें; बाहरी राज्यों के लोग नहीं चला पाएंगे, वन मित्र भर्ती पर हो सकता है फैसला
हिमाचल में कैबिनेट मीटिंग आज:होम-स्टे पर लगेंगी कड़ी शर्तें; बाहरी राज्यों के लोग नहीं चला पाएंगे, वन मित्र भर्ती पर हो सकता है फैसला हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में कैबिनेट मीटिंग आज प्रदेश सचिवालय में होगी। इसमें विभिन्न विभागों में भर्तियों के अलावा मुख्यमंत्री की बजट घोषणाओं को लेकर अहम फैसले लिए जा सकते हैं। खासकर होम स्टे पॉलिसी को मंजूरी मिल सकती है। कैबिनेट सब कमेटी की सिफारिश पर राज्य सरकार नई होम स्टे पॉलिसी बनाने जा रही है। इसके बाद राज्य में अवैध रूप से होम स्टे नहीं चलाए जा सकेंगे। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों पंजीकरण अनिवार्य कर दिया जाएगा। नई पॉलिसी में होम स्टे पर पंजीकरण शुल्क भी बढ़ाया जा सकता है। राज्य सरकार ने इसके लिए कैबिनेट सब कमेटी गठित कर रखी है। इस कमेटी की सिफारिश पर कैबिनेट में आज कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं। इससे पहले राज्य में 2008 में होम स्टे के लिए नियम बनाए गए थे। अब नए सिरे से पॉलिसी का ड्रॉफ्ट तैयार कर दिया गया है। अब इसी पॉलिसी के तहत यहां पर होम स्टे चलेंगे। हिमाचल में 4000 से ज्यादा होम स्टे हिमाचल में लगभग 4000 होम स्टे है। इन पर अब तक टैक्स नहीं लगता, जबकि पांच हजार से ज्यादा होटल सरकार को कई तरह का शुक्ल चुकाते हैं। ऐसे में अब होम स्टे पर भी सरकार कुछ टैक्स लगा सकती है। गैर हिमाचली नहीं चला पाएंगे होम स्टे सूत्रों की माने तो गैर हिमाचली प्रदेश में होम स्टे नहीं चला पाएंगे। दरअसल, बाहरी राज्यों के कुछ लोगों ने हिमाचल मुजारियत एवं भू सुधार अधिनियम की धारा 118 के तहत मकान के लिए जमीन ले रखी है। इस भूमि पर बने मकान में कुछ बाहरी लोग होम स्टे चला रहे है, जबकि धारा 118 के तहत ली गई जमीन का कमर्शियल इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। ऐसे लोगों पर सरकार शिकंजा कस सकती है। वन मित्र भर्ती पर फैसला ले सकती है सरकार कैबिनेट में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में वन मित्रों के 2061 पदों पर भर्ती को लेकर भी फैसला हो सकता है। हिमाचल हाईकोर्ट ने साक्षात्कार के 10 अंक पर रोक के आदेश दे रखे है। इसके बाद से वन मित्रों पर भर्ती लटकी हुई है। वन मित्र भर्ती परीक्षा देने वाले कुछ बेरोजगारों ने सरकार को सुझाव दिया है कि 100 के बजाय 90 अंकों में से ही मेरिट डिसाइड की जाए। लिहाजा आज की कैबिनेट में इसे लेकर सरकार कुछ निर्णय कर सकती है।
चिंतपूर्णी शक्तिपीठ में सुगमता से होंगे दर्शन:सुगम दर्शन पर्ची पर लगेगा शुल्क, सीनियर सिटीजन को मिलेगी छूट
चिंतपूर्णी शक्तिपीठ में सुगमता से होंगे दर्शन:सुगम दर्शन पर्ची पर लगेगा शुल्क, सीनियर सिटीजन को मिलेगी छूट हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में स्थित विश्वविख्यात शक्तिपीठ माता श्री चिंतपूर्णी के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं को आसानी से दर्शन हो सकेंगे। चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट ने सुगम दर्शन प्रणाली के तहत शुल्क निर्धारित किया है। अब सुगम दर्शन पर्ची के तहत प्रत्येक व्यक्ति के लिए 300 रुपए शुल्क देना होगा। इसके जरिए श्रद्धालुओं को मंदिर में आसानी से प्रवेश और दर्शन की सुविधा मिल सकेगी। वहीं, 65 वर्ष या इससे अधिक आयु वर्ग के श्रद्धालुओं को प्रति व्यक्ति 100 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है। जिससे वरिष्ठ नागरिकों को भी दर्शन में आसानी रहेगी। इस संबंध में डीसी एवं मंदिर आयुक्त जतिन लाल ने श्रद्धालुओं को बेहतर दर्शन सुविधा प्रदान करने के लिए सुगम दर्शन प्रणाली के सुचारू संचालन की समीक्षा की। उन्होंने मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं तथा व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए। मंदिर परिसर में लगेंगी एलईडी स्क्रीन डीसी ने बताया कि माता श्री चिंतपूर्णी के ऑनलाइन दर्शन के लिए अंब और चिंतपूर्णी में एलईडी स्क्रीनें लगाई जाएंगी। जिससे श्रद्धालुओं को दूर से ही दर्शन का अनुभव हो सके। साथ ही मंदिर के आसपास की पंचायतों में 20 नई स्ट्रीट लाइटें भी लगाई जाएंगी। जिससे क्षेत्र में रोशनी और सुरक्षा की व्यवस्था बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि चिंतपूर्णी यात्री भवन को लीज पर दिया जाएगा। उन्होंने इस यात्री भवन को लीज आउट करने के लिए जल्द टेंडर प्रक्रिया शुरू करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। 60 से ऊपर के लोगों के लिए 100 रुपए डीसी ने कहा कि मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन को और अधिक सुगम बनाने के उद्देश्य से सुगम दर्शन पर्ची के तहत प्रत्येक व्यक्ति के लिए 300 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है। इससे श्रद्धालुओं को आसानी से मंदिर में प्रवेश और दर्शन की सुविधा मिल सकेगी। साथ ही 65 वर्ष या इससे अधिक आयु वर्ग के श्रद्धालुओं के लिए शुल्क को 100 रुपए प्रति व्यक्ति तय किया गया है, ताकि वरिष्ठ नागरिकों को भी दर्शन में कोई कठिनाई न हो।