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इंदौर में पिछले साल के मुकाबले इस बार आधी हुई बरसात, जानें अब तक कितनी हुई बारिश?
इंदौर में पिछले साल के मुकाबले इस बार आधी हुई बरसात, जानें अब तक कितनी हुई बारिश? <p style=”text-align: justify;”><strong>MP Weather News:</strong> इंदौर जिले में जारी मानसून सत्र में अब तक 323.7 मिलीमीटर (पौने 13 इंच) औसत वर्षा दर्ज की गई है. यह बीते वर्ष इस अवधि में दर्ज वर्षा की तुलना में लगभग आधी है. वर्ष 2023 में जिले में अब तक 610.4 मिली मीटर (24 इंच) से अधिक वर्षा हुई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>लगता है इंदौर से मेघराज की नाराजगी चल रही है इसलिए इंदौर में पिछले साल के मुकाबले इस बार आधी बारिश भी नहीं हो सकी है यह हम नहीं मौसम विभाग के आंकड़े कह रहे हैं मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों को देखा जाए तो पता चलता है कि 2023 में इस समय तक 24 इंच बारिश हो चुकी थी लेकिन इस बार बारिश का आंकड़ा इसका आधा ही रह गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>करना पड़ सकता है जल संकट का सामना</strong><br />ऐसे में अब किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें साफ नजर आने लगी वही पर्यावरण प्रेमियों ने भी कम बारिश होने पर चिंता जाहिर की है. अगर बारिश कम होती है तो इंदौर को आने वाले कुछ महीनों में जल संकट का सामना करना पड़ सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये है बारिश का अंतर</strong><br />इंदौर जिले में अब तक 323.7 मिलीमीटर (पौने 13 इंच) औसत वर्षा दर्ज की गई है. यह बीते वर्ष इस अवधि में दर्ज वर्षा की तुलना में लगभग आधी है. वर्ष 2023 में जिले में अब तक 610.4 मिली मीटर (24 इंच) से अधिक वर्षा हुई थी. भू-अभिलेख कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष अब तक इंदौर क्षेत्र में 263.5 मिली मीटर, महू में 211 मिली मीटर, सांवेर में 363 मिली मीटर, देपालपुर में 480.6 मिली मीटर, गौतमपुरा क्षेत्र में 382.2 मिली मीटर तथा हातोद क्षेत्र में 242.1 मिलीमीटर वर्षा हुई है. इंदौर जिले में बीते साल अब तक इंदौर क्षेत्र में 520.7 मिली मीटर, महू में 547 मिली मीटर, सांवेर में 633.6 मिली मीटर, देपालपुर में 883.5 मिलीमीटर, गौतमपुरा क्षेत्र में 558.4 मिलीमीटर तथा हातोद क्षेत्र में 519.3 मिलीमीटर वर्षा हुई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”मंडलेश्वर में नर्मदा घाट सौंदर्यीकरण परियोजना का 70 फीसदी काम पूरा, सिंहस्थ को लेकर क्या है तैयारी?” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/mandleshwar-narmada-ghat-ready-to-enhance-the-beauty-work-completed-ann-2746524″ target=”_self”>मंडलेश्वर में नर्मदा घाट सौंदर्यीकरण परियोजना का 70 फीसदी काम पूरा, सिंहस्थ को लेकर क्या है तैयारी?</a></strong></p>
AMU के प्रोफेसर्स ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया, कहा- ‘अदालत का फैसला सराहनीय’
AMU के प्रोफेसर्स ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया, कहा- ‘अदालत का फैसला सराहनीय’ <p>सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) का अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा बरकरार रखा है. सुप्रीम कोर्ट की 7 जजों की बेंच ने 4-3 के बहुमत से यह फैसला सुनाया है. इसके बाद यूनिवर्सिटी छात्र यूनियन ने एएमयू के बाहर एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी मनाई.</p>
<p>अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मोहम्मद आसिम सिद्दीकी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया. उन्होंने आईएएनएस से कहा कि यह एक लंबी कानूनी लड़ाई थी. इसलिए हम इस केस के लिए बहुत मेहनत से तैयारी भी कर रहे थे. हम इस फैसले का स्वागत करते हैं और हम इस फैसले को स्वीकार करते हैं. हमें हमेशा से भारतीय न्यायपालिका पर गहरा भरोसा था और वह भरोसा आज भी बरकरार है. इसलिए हमें राहत है कि यह फैसला आया है.</p>
<p>एएमयू के प्रोफेसर मोहम्मद वसीम अली ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसला का स्वागत करते हैं. हमें उम्मीद है कि आगे भी इस फैसला का हमें फायदा मिलेगा. हिंदुस्तान की सबसे बड़ी अदालत में फैसला था, इसलिए वक्त लगा है. कोर्ट का जो फैसला आया है वह स्वागत के योग्य है. हम सभी इसका स्वागत करते हैं.</p>
<p>प्रोफेसर अस्मत अली खां ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि कोर्ट का फैसला सराहनीय है. इसमें जो मुख्य विवाद था कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एक अल्पसंख्यक दर्ज है या नहीं. उसको सुप्रीम कोर्ट ने तय कर दिया है और यह मान लिया है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एक अल्पसंख्यक दर्ज है.</p>
<p>अलीगढ़ में कांग्रेस नेता विवेक बंसल ने एएमयू पर सुप्रीम कोर्ट के फैसला पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने आईएएनएस से बातचीत के दौरान सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जताई. सुप्रीम कोर्ट पर आम भारतीयों का विश्वास और बढ़ा है. सुप्रीम कोर्ट ने एएमयू को लेकर जो फैसला सुनाया है वह तारीफे काबिल है.</p>
<p>बता दें कि भारत के मुख्य मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ में से खुद सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, जेडी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा ने संविधान के अनुच्छेद 30 के मुताबिक ‘एएमयू’ के अल्पसंख्यक संस्थान के दर्जे को बरकरार रखने के पक्ष में फैसला दिया है. यह फैसला सर्वसम्मति से नहीं बल्कि 4:3 के अनुपात में आया है. फैसले के पक्ष में सीजेआई, जस्टिस खन्ना, जस्टिस पारदीवाला जस्टिस मनोज मिश्रा एकमत रहे. जबकि जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस एससी शर्मा का फैसला अलग रहा.</p>
<p>–आईएएनएस</p>
<p>एफजेड/</p>
Uttarakhand News: अब 60 की उम्र की रिटायर नहीं होंगे डॉक्टर, धामी सरकार ने बढ़ाई रिटायरमेंट की उम्र
Uttarakhand News: अब 60 की उम्र की रिटायर नहीं होंगे डॉक्टर, धामी सरकार ने बढ़ाई रिटायरमेंट की उम्र <p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand Latest News:</strong> उत्तराखंड में अनुभवी डॉक्टरों को फिल्ड में इलाज के लिए रिटायरमेंट में 65 साल तक की अनुमति मिल गई है. इससे प्रदेश में डॉक्टरों की कमी में कुछ हद तक कमी आएगी. इसको लेकर आज राज्य में हुई धामी सरकार की कैबिनेट में बड़ा निर्णय लिया गया है. कैबिनेट की बैठक में डॉक्टरों को 65 साल तक फील्ड<span class=”Apple-converted-space”> </span>में नौकरी करने पर मंजूरी मिल गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि डॉक्टर को अगर राज्य में 65 साल तक विभाग में सरकारी सेवाएं देनी है तो उन्हें सशर्त कार्य करना होगा. कैबिनेट से मिली मंजूरी के बाद स्पष्ट हो गया है कि राज्य में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी को देखते हुए या निर्णय लिया गया है. प्रशासनिक पदों पर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टर को भी 60 साल आयु पूरी करने के बाद अस्पतालों में मरीजों का इलाज करने की सूरत में ही सेवा विस्तार किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सरकारी डॉक्टरों को रिटायरमेंट तोहफा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य में पहले ही यू कोट वी पे योजना चलाई जा रही है, जिससे विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध हो सके. वहीं सरकार ने डॉक्टर की भारी कमी को देखते हुए क्या निर्णय लिया है. सचिव स्वास्थ्य आर राजेश कुमार ने बताया कि विशेषज्ञ डॉक्टरों को प्रशासनिक पदों के बाद अस्पताल में सेवा करने पर पदनाम मुख्य परामर्शदाता दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही कैबिनेट ने आज एफडीए में फूड सेफ्टी मोबाइल वैन के लिए 8 पदों पर नियुक्ति की मंजूरी दे दी है. इसके साथ ही एफडीए भवन में बनी लैब के लिए भी 13 पदों पर नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है. इसके साथ चिकित्सा चयन बोर्ड ने कार्यरत 3 कनिष्ठ सहायकों का समायोजन को भी कैबिनेट ने हरी झंडी दे दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>60 के बाद भी ले सकते हैं रिटायरमेंट</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस फैसले के बाद प्रदेश में इस साल रिटायर हो रहे कई डॉक्टरों को काफी फायदा होगा. वो अब अगले पांच साल फिर से नौकरी कर पाएंगे, लेकिन उनको ये सेवा अस्पतालों में मरीजों का ईलाज करते हुए गुजरना होगा, लेकिन जो डॉक्टर 60 के बाद रिटायरमेंट लेना चाहते हैं उनको मिल सकता है. इस फैसले के बाद प्रदेश में डॉक्टरों की चल रही भारी कमी से कुछ हद तक फायदा मिल सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”अयोध्या विवाद को बढ़ता देख CM योगी की महंत राजू दास से मुलाकात, 25 मिनट हुई बातचीत” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/cm-yogi-adityanath-meet-mahant-raju-das-at-lucknow-ayodhya-dispute-escalating-ann-2721044″ target=”_self”>अयोध्या विवाद को बढ़ता देख CM योगी की महंत राजू दास से मुलाकात, 25 मिनट हुई बातचीत</a></strong></p>
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