हिमाचल प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों पर कल (10 जुलाई) वोटिंग होगी। इससे पहले 98 मतदान केंद्रों को पोलिंग पार्टियां आज रवाना की जाएगी, जबकि 217 मतदान दल पिछले कल ही भेज दिए थे। इलेक्शन कमीशन के निर्देशानुसार, शाम पांच बजे तक सभी पोलिंग बूथ वोटिंग के लिए तैयार करने को कहा गया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) मनीष गर्ग ने बताया कि चुनाव को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर दी गई है। तीन सीटों पर हो रहे विधानसभा उप चुनाव के लिए कुल 315 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इनमें 23 पोलिंग बूथ संवेदनशील है। उन्होंने बताया कि उप चुनाव में कल सुबह सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक वोटिंग चलेगी। इन चुनाव में 2.59 लाख वोटर अपने विधायक चुनेंगे। तर्जनी नहीं बीच वाली उंगली पर लगेगी स्याही मनीष गर्ग ने बताया कि निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक वोटिंग से पहले वोटर्स के बाएं हाथ की तर्जनी उंगली पर स्याही लगाई जाती है। मगर इस बार उप चुनाव में बाएं हाथ की बीच वाली उंगली में स्याही लगाई जाएगी, क्योंकि प्रदेश में बीते एक जून को संपन्न लोकसभा व छह विधानसभा उपचुनाव के दौरान लगाई गई इंक कई लोगों के अभी तक नहीं मिट पाई है। आज डोर टू डोर चल रहा प्रचार प्रदेश में सोमवार शाम छह बजे ही साइसेंस पीरियड शुरू हो गया है। इसके बाद पब्लिक मीटिंग, रोड शो और झुंडों में प्रचार पर रोक लग गई है। लिहाजा प्रत्याशी और उनके समर्थक आज वन टू वन प्रचार कर सकेंगे। पांच से ज्यादा लोगों को एक साथ प्रचार की इजाजत नहीं होगी। शराब के ठेके भी बंद प्रदेश में तीन सीटों पर उप चुनाव के दृष्टिगत संबंधित क्षेत्रों में साइलेंस पीरियड शुरू होते ही शराब के ठेके और शराब परोसने वाले बीयर-बार, होटल व ढाबे भी बंद हो गए हैं। इलेक्शन कमीशन ने साइलेंस पीरियड के दौरान शराब परोसने व शराब ठेके खुले रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश राज्य के एक्साइज डिपार्टमेंट को दिए हैं। मतगणना वाले दिन भी शराब परोसने वाले प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। कल EVM में कैद होगी किस्मत हिमाचल की नालागढ़, हमीरपुर और देहरा विधानसभा सीट पर वोटिंग खत्म होते ही तीनों सीटों पर दावेदारों की किस्मत EVM में कैद हो जाएगी। इनके मतों की गणना 13 जुलाई को होगी। हिमाचल प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों पर कल (10 जुलाई) वोटिंग होगी। इससे पहले 98 मतदान केंद्रों को पोलिंग पार्टियां आज रवाना की जाएगी, जबकि 217 मतदान दल पिछले कल ही भेज दिए थे। इलेक्शन कमीशन के निर्देशानुसार, शाम पांच बजे तक सभी पोलिंग बूथ वोटिंग के लिए तैयार करने को कहा गया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) मनीष गर्ग ने बताया कि चुनाव को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर दी गई है। तीन सीटों पर हो रहे विधानसभा उप चुनाव के लिए कुल 315 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इनमें 23 पोलिंग बूथ संवेदनशील है। उन्होंने बताया कि उप चुनाव में कल सुबह सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक वोटिंग चलेगी। इन चुनाव में 2.59 लाख वोटर अपने विधायक चुनेंगे। तर्जनी नहीं बीच वाली उंगली पर लगेगी स्याही मनीष गर्ग ने बताया कि निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक वोटिंग से पहले वोटर्स के बाएं हाथ की तर्जनी उंगली पर स्याही लगाई जाती है। मगर इस बार उप चुनाव में बाएं हाथ की बीच वाली उंगली में स्याही लगाई जाएगी, क्योंकि प्रदेश में बीते एक जून को संपन्न लोकसभा व छह विधानसभा उपचुनाव के दौरान लगाई गई इंक कई लोगों के अभी तक नहीं मिट पाई है। आज डोर टू डोर चल रहा प्रचार प्रदेश में सोमवार शाम छह बजे ही साइसेंस पीरियड शुरू हो गया है। इसके बाद पब्लिक मीटिंग, रोड शो और झुंडों में प्रचार पर रोक लग गई है। लिहाजा प्रत्याशी और उनके समर्थक आज वन टू वन प्रचार कर सकेंगे। पांच से ज्यादा लोगों को एक साथ प्रचार की इजाजत नहीं होगी। शराब के ठेके भी बंद प्रदेश में तीन सीटों पर उप चुनाव के दृष्टिगत संबंधित क्षेत्रों में साइलेंस पीरियड शुरू होते ही शराब के ठेके और शराब परोसने वाले बीयर-बार, होटल व ढाबे भी बंद हो गए हैं। इलेक्शन कमीशन ने साइलेंस पीरियड के दौरान शराब परोसने व शराब ठेके खुले रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश राज्य के एक्साइज डिपार्टमेंट को दिए हैं। मतगणना वाले दिन भी शराब परोसने वाले प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। कल EVM में कैद होगी किस्मत हिमाचल की नालागढ़, हमीरपुर और देहरा विधानसभा सीट पर वोटिंग खत्म होते ही तीनों सीटों पर दावेदारों की किस्मत EVM में कैद हो जाएगी। इनके मतों की गणना 13 जुलाई को होगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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प्रियंका गांधी के नामांकन में पहुंचे हिमाचल CM:सुक्खू बोले- इलेक्टोरल पॉलिटिक्स में आ रही प्रियंका, यह अच्छी बात, वायनाड़ सीट से फाइल किया नॉमिनेशन हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बुधवार को प्रियंका गांधी के नामांकन में शामिल होने वायनाड पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह अच्छी बात है कि पांच साल संगठनात्मक राजनीति में बिताने के बाद प्रियंका गांधी इलेक्टोरल पॉलिटिक्स में उतर रही हैं। बीते कल कैबिनेट मीटिंग के बाद सीएम सुक्खू दिल्ली पहुंचे। उन्होंने दिल्ली से वायनाड के लिए उड़ान भरी। दरअसल, प्रियंका गांधी ने आज वायनाड सीट से लोकसभा उपचुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। इसके बाद वायनाड में कांग्रेस ने शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी, महासचिव केसी वेणुगोपाल इत्यादि नेता भी मौजूद रहे। बता दें कि वायनाड सीट राहुल गांधी के इस्तीफे के कारण खाली हुई है। प्रियंका गांधी यहां से उप चुनाव लड़ रही हैं। हिमाचल में कांग्रेस को सत्ता में लाने में प्रियंका की बड़ी भूमिका रही है। हिमाचल में संभाली थी चुनाव प्रचार की कमान हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार की कमान प्रियंका ने अकेले संभाली थी, क्योंकि उस समय राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर थे। इसलिए सीएम सुक्खू भी प्रियंका के नामांकन में शामिल होने गए थे। इसलिए सुखविंदर सुक्खू आज और कल हिमाचल या शिमला में प्रदेश की जनता के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे।
सीएम कल दोपहर तक शिमला लौट सकते हैं। सीएम सुक्खू आज दोपहर वायनाड से दिल्ली लौटेंगे। दिल्ली में हाईकमान से कर सकते हैं मुलाकात सीएम आज शाम को दिल्ली लौटेंगे। दिल्ली में वह कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात कर सकते हैं। इस दौरान विभिन्न बोर्ड व निगमों में ताजपोशी को लेकर हाईकमान से चर्चा कर सकते हैं। प्रदेश में मार्केटिंग बोर्ड, कुछ जिलों की कृषि उपज विपणन समिति सहित कई बोर्ड निगमों में अभी ताजपोशी होनी है। लिहाजा हाईकमान से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री सुक्खू प्रदेश कांग्रेस नेताओं की ताजपोशी इन पदों पर कर सकते हैं।
इस दौरान कांग्रेस संगठन में भी फेरबदल को लेकर चर्चा संभावित है, क्योंकि कांग्रेस के बहुत सारे सीनियर नेता निष्क्रिय है। ऐसे नेताओं को पार्टी प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी कई बार पदमुक्त करने के संकेत दे चुकी है। इसे लेकर बीतों दिनों प्रतिभा सिंह भी हाईकमान से चर्चा कर चुकी है।
अंतरराष्ट्रीय लवी मेले में दिखती है हिमाचली संस्कृति की झलक:तिब्बत-अफगानिस्तान से आते थे व्यापारी, बुशहर रियासत में तलवारों और घोड़ों का होता था आदान-प्रदान
अंतरराष्ट्रीय लवी मेले में दिखती है हिमाचली संस्कृति की झलक:तिब्बत-अफगानिस्तान से आते थे व्यापारी, बुशहर रियासत में तलवारों और घोड़ों का होता था आदान-प्रदान शिमला जिले की रामपुर रियासन में लवी मेला मध्य शताब्दी से चल रहा है। 1911 से कुछ वर्ष पूर्व रामपुर में तिब्बत और हिंदुस्तान के बीच व्यापार शुरू हुआ। उस समय राजा केहर सिंह ने तिब्बत सरकार के साथ व्यापार को लेकर संधि की थी। इस व्यापार मेले में कर मुक्त व्यापार होता था। लवी मेले में किन्नौर, लाहौस स्पीति, कुल्लू और प्रदेश के अन्य क्षेत्रों से व्यापारी पैदल पहुंचने थे। वर्षों पुराने रामपुर लवी मेला वर्ष 1985 में अंतर राष्ट्रीय स्तर का घोषित किया गया। मुख्यमंत्री वीरभद्र ने किया था मेले को अंतर्राष्ट्रीय घोषित
वर्ष 1983 में पहली बार मुख्यमंत्री बनने के बाद वीरभद्र सिंह ने 1985 में मेले को अंतर्राष्ट्रीय घोषित किया था।ये है लवी मेले का इतिहास लवी मेला लगभग पिछले 3 शताब्दियों से मनाया जा रहा है। किंतु इसे व्यापारिक मेले का आधिकारिक स्वरूप तब मिला, जब सन 1911 में बुशहर रियासत के राजा केहरी सिंह ने तिब्बत सरकार से व्यापारिक संधि की। इस उपलक्ष्य पर तिब्बत और बुशहर रियासत के व्यापारिक रिश्तों की स्मृति में घोड़े और तलवारें आदान प्रदान की जाती थी। पहले तिब्बत और अफगानिस्तान से भी व्यापारी यहां अपना सामान बेचने आते थे, किंतु तिब्बत चीन के अधीन होने के बाद यह सब बंद हो गया। लवी शब्द की उत्पत्ति
लवी शब्द की व्युत्पत्ति के संबंध में विद्वानों में एक मत नहीं है। कुछ इसे ऊन के उस पारंपरिक परिथन के नाम से उत्पन्न बताते है, जिसे लोईया कहा जाता है। कुछ विद्वान इसे लोई अर्थात ऊन से बने ओढ़ने वाले कपड़े से उत्पन्न मानते है। उपयुक्त दोनों मतों में ऊन से बने कपड़े सर्वमान्य है। लवी में ऊन से बनी पट्टियां, टोपी, शॉल, सूक्ष्म मोटा कम्बल, जुमा वस्त्र, कालीन और स्वेटर प्रमुख रूप से विक्रय के लिए आते हैं। इसमें पारंपरिक हस्तकला का गरिमा मय प्रदर्शन देखने को मिलता है। इसके अतिरिक्त सूखे मेवे, जिनमें अखरोट, खुमानी प्रमुख है, जो इस मेले की विशेषता है। लवी मेला हिमाचल का एकमात्र सबसे बड़ा व्यापारिक मेला
हिमाचल का एकमात्र सबसे बड़ा व्यापारिक मेला अपना असल पहचान खोता जा रहा है। इस मेले में तिब्बत, अफगानिस्तान और उज्बेकिस्तान से व्यापारी पहुंचते थे। साथ ही यहां पर घोड़ों, बकरियों और स्थानीय उत्पादों की खून खरीद फरोख्त होती थी, लेकिन अब मेले की पहचान आधुनिकता ने ले ली है। जबकि इसकी असल पहचान पर कोई काम नहीं कर रहा है। पूर्व में ग्रामीण क्षेत्र से पहुंचकर लोग वर्ष भर का सामान लवी में खरीदते थे, लेकिन अब जगह जगह दुकानों की व्यवस्था होने से लवी मेले में होने वाले व्यापार पर भी असर देखने को मिल रहा है। बकरियों और स्थानीय उत्पादों की होती है खरीद-फरोख्त
मूल में व्यापार के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है। हर वर्ष बकरियों और स्थानीय उत्पादों की खूब खरीद फरोख्त होती थी, लेकिन अब समय के साथ बहुत कुछ बदल गया है। मेले में व्यापार के साथ साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है। हर वर्ष 11 से 14 नवंबर तक होने वाले इस अन्तर्राष्ट्रीय लवी मेले में स्टार कलाकारों के साथ प्रदेश भर के विभिन्न क्षेत्रों की संस्कृति भी देखने को मिलती है।
हिमाचल में प्रियंका गांधी की 2 जनसभाएं, 1 रोड शो:हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में अनुराग, तीन विधानसभा उप चुनाव में बीजेपी प्रत्याशियों को घेरेंगी
हिमाचल में प्रियंका गांधी की 2 जनसभाएं, 1 रोड शो:हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में अनुराग, तीन विधानसभा उप चुनाव में बीजेपी प्रत्याशियों को घेरेंगी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी आज हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में दो जनसभाएं और एक रोड शो करेंगी। प्रियंका गांधी की आज पहली जनसभा गगरेट में रखी गई है। गगरेट में सुबह 11.50 बजे प्रियंका गांधी हमीरपुर लोकसभा सीट से पार्टी प्रत्याशी सत्तपाल रायजादा और विधानसभा उप चुनाव में प्रत्याशी कांग्रेस राकेश कालिया के लिए जन समर्थन जुटाएगी। लोकसभा चुनाव में सत्तपाल रायजादा की टक्कर भाजपा के दिग्गज नेता अनुराग ठाकुर से हैं, जबकि गगरेट उप चुनाव में राकेश कालिया का मुकाबला कांग्रेस के बागी एवं पूर्व विधायक राकेश कालिया से है। गगरेट में जनसभा को संबोधित करने के बाद प्रियंका गांधी हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत कुटलैहड़ में जनसभा करेंगी। यहां पर भी सत्तपाल रायजादा के अलावा विधानसभा उप चुनाव में पार्टी प्रत्याशी विवेक शर्मा के लिए प्रियंका गांधी वोट मांगेगी। विवेक शर्मा का मुकाबला कांग्रेस के बागी एवं पूर्व विधायक देवेंद्र कुमार भुट्टो से है, जिन्होंने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट किया था। इसी वजह से उप चुनाव की नौबत आई है। बड़सर में प्रियंका का रोड शो कुटलैहड़ के बाद प्रियंका गांधी बड़सर में रोड शो करेंगी। यहां पर प्रियंका गांधी सत्तपाल रायजादा के साथ साथ विधानसभा उप चुनाव में पार्टी प्रत्याशी सुभाष ढटवालिया के लिए भी वोट मांगेगी। बड़सर में सवा तीन बजे रोड शो रखा गया है। इसके बाद प्रियंका गांधी वापस शिमला लौटेंगी। बड़सर में सुभाष ढटवालिया का मुकाबला कांग्रेस के बागी एवं पूर्व विधायक इंद्रदत्त लखनपाल से है। अगले कल प्रियंका गांधी पहले कुल्लू में जनसभा करेंगी और दोपहर बाद मंडी में विक्रमादित्य सिंह के समर्थन में रोड शो करेंगी। नेरवा व सोलन में परसो जनसभाएं कर सकती हैं प्रियंका प्रियंका गांधी शिमला से करीब 13 किलोमीटर दूर छराबड़ा में अपने घर पर ठहरी हुई है। सूत्रों की माने तो 30 मई को भी प्रियंका गांधी सोलन और नेरवा में दो जनसभाएं कर सकती है। हालांकि इसका आधिकारिक प्रोग्राम अभी आना बाकी है।