काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) का सिंह द्वार पार्टी और रील स्पॉट बनता जा रहा है। सोशल मीडिया पर एक रील वायरल हो रही है, जिसमें एक लड़का स्वैग से सिगरेट का धुआं उड़ाता दिख रहा है। मिर्जापुर वेब सीरीज का बैक ग्राउंड म्यूजिक बज रहा है। खुद को कालीन भइया या गुड्डू पंडित के कैरेक्टर में दिखाने के लिए वह बाकायदा कुर्सी लगाकर बैठा है। अगल-बगल दो लड़के सुरक्षा-गार्ड बनकर खड़े हैं। वो जीप के बोनट पर पैर रखकर सिंह द्वार तक पहुंचा। इसके बाद रील बनाई। पुलिस ने आरोपी वेद प्रकाश यादव और उसके साथी को हिरासत में लिया है। सोशल मीडिया पर पुलिस से शिकायत
युवक के इस वीडियो को किसी ने सोशल मीडिया ‘X’ पर पोस्ट कर यूपी पुलिस को टैग भी कर दिया। यूपी पुलिस ने वाराणसी पुलिस को टैग करते हुए आवश्यक कार्रवाई के आदेश दिए। एक यूजर ने पोस्ट के कमेंट में लिखा- कालीन भइया ने किया अपने क्षेत्र का विस्तार। इसके बाद वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने DCP काशी जोन को टैग कर कार्रवाई के लिए लिखा। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए, जिसके बाद मामला लंका थाने में दर्ज किया गया। रील बनाने वाला आरोपी अरेस्ट
लंका थाना के SHO शिवाकांत मिश्रा ने बताया- BHU कैंपस में कर्मन बीर बाबा मंदिर के पास आरोपी की लोकेशन मिली। BHU पुलिस चौकी इंचार्ज शिवांकर मिश्रा और उनकी टीम ने वहीं से रील बनाने वाले वेद प्रकाश यादव और अमन यादव को अपनी हिरासत में ले लिया। आरोपियों का घर सीर कराहिया में पड़ता है। वेद प्रकाश यादव पर लंका थाने में दर्ज हैं 3 मुकदमे
रील बनाने वाले आरोपी वेद प्रकाश यादव पर पहले से ही लंका थाने में तीन मुकदमे दर्ज हैं। BHU गेट पर कुछ लड़कों द्वारा वेब सीरीज मिर्जापुर के थीम सॉन्ग पर उसी स्टाइल में धूम्रपान किया जा रहा था। एक ने जीप में दोनों पैर डैशबोर्ड पर रखकर मालवीय प्रतिमा के चारों तरफ घूम-घूमकर वीडियो बनाया। वीडियो से रील बनाने वाले की पहचान की गई। गेट बंद होते ही पहुंचने लगते हैं पार्टी लवर्स
रात 10 बजे जब BHU का सिंह द्वार बंद हो जाता है, तो वहां पार्टी और रील लवर्स का आना शुरू हो जाता है। इसमें से ज्यादातर तो केक काटकर बर्थडे पार्टी मनाते हैं। कुछ नशा करने वाले भी होते हैं। स्टाइल में सिगरेट पीते हुए रील पर रील बनने लगती है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर BHU के छात्रों और प्रोफेसरों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। लोगों का सवाल है कि महामना की बनाई शिक्षा की बगिया में इस तरह की हरकत तो नहीं होनी चाहिए थी। विश्वविद्यालय सुरक्षाकर्मी से लेकर पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान उठाता है। हर रात ऐसा ही नजारा दिखता है। यहां पर कोई धुआं निकालता दिखेगा, तो कोई बर्थडे केक काटता। BHU कैंपस में करते हैं रेसिंग, दोस्तों संग मनाते हैं पार्टी
पिछले साल 1 नवंबर को हुए IIT-BHU गैंगरेप के तीनों आरोपी भी लगातार यूनिवर्सिटी कैंपस में जाते थे। तीनों काशी प्रांत BJP के सिगरा स्थित गुलाब बाग वाले ऑफिस में बैठते थे। वहां से फील्ड ड्यूटी के दौरान मौज मस्ती करने BHU कैंपस आते थे। IIT-BHU के छात्र बताते हैं- कुणाल, सक्षम अभिषेक उर्फ आनंद 1 नवंबर (रेप कांड की रात) से पहले भी कैंपस में आते-जाते रहते थे। उन्हें न तो कैंपस में सिक्योरिटी का डर था, न ही प्रशासन की परवाह। वो बुलेट और जीप तेज रफ्तार में कैंपस के अंदर दौड़ाते थे। रेस भी लगाते थे। बिड़ला हॉस्टल का एक छात्र कहता है- BHU के सिंह द्वार पर रात 12 बजे के बाद कई मनचले और बदमाश लड़के दोस्तों का बर्थडे मनाने आते थे। बुलेट की गद्दी पर केक रखकर काटा जाता है। खूब हो-हल्ला और रील्स बनाए जाते हैं। जीप और थार गाड़ियों की कतारें लग जाती हैं। कैंपस के अंदर पूरे 4-5 किलोमीटर के एरिया में रात 2 बजे तक 50 से ज्यादा जीप और थार समेत कारें और बाइक्स लेकर बाहरी घुसते हैं। सुनसान जगह पर शराब पीते, रील्स रिकॉर्ड करते हुए कैंपस से बाहर निकल जाते थे। REELS…की लत; ट्रेन से कूदती लड़कियां, कभी हाफ-न्यूड होकर पब्लिक के बीच फूहड़ता परोस रहे पिछले कुछ साल में पब्लिक प्लेस पर रील्स बनाने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। न सिर्फ डांस, बल्कि जोखिम भरा एक्ट करने में भी युवा पीछे नहीं हैं। एक वर्ग ऐसा है, जिसे यह सब बहुत अच्छा लगता है। उसके दिन का 4-5 घंटा इसी में बीत रहा। दूसरा वर्ग ऐसा है, जिसे लगता है कि कम से कम शिक्षा संस्थान, ट्रेन, बस और ऐतिहासिक स्थल इससे अछूते रहें। बड़ा सवाल है कि क्या यह सब पैसे के लिए हो रहा? क्या जो जितना खतरनाक एक्ट करेगा, उसे उतना पैसा मिलेगा? धाकड़ डायलॉग, ट्रेंडिंग शायरी और हिट बॉलीवुड गानों पर बनती है REELS
वाराणसी के अवनीश इंस्टाग्राम पर भोजपुरिया राजा नाम से अकाउंट चला रहे हैं। उनके 7 हजार से ज्यादा फॉलोअर हैं। अवनीश का एक वीडियो 1 मिलियन से ज्यादा लोगों ने देखा। इसके लिए उन्हें 5 हजार रुपए मिले। अवनीश ने कहा था- आपकी रील तभी ट्रेंड होगी, जब आपका विषय अच्छा होगा। आजकल साइंस-टेक्नोलॉजी और जिम-स्पोर्ट से जुड़ी रील्स खूब चलती हैं। लोगों का एंगेजमेंट ऐसे विषयों पर ज्यादा रहता है। आप किसी फिल्म के धाकड़ डायलॉग, शेरो-शायरी और लेटेस्ट बॉलीवुड सॉन्ग पर भी रील बना सकते हैं। कई बार इनसे जुड़ी रील ट्रेंडिंग में आ जाती है। इससे आपके हजारों फॉलोअर्स रातो-रात बढ़ सकते हैं। रील्स का की-वर्ड भी बहुत मायने रखता है। क्योंकि उसी को सर्च कर लोग आपकी रील तक पहुंचते हैं। सीमा कनौजिया ने ट्रेन में रील्स बनाकर लाखों रुपए कमाए मुंबई की सीमा कनौजिया के इंस्टाग्राम पर साढ़े 5 लाख से ज्यादा फॉलोअर हैं। वह कभी ट्रेन में भिखारी बनती हैं तो कभी लोगों को डिस्टर्ब करके रील्स बनाती हैं। ज्यादातर पर लाखों व्यूज आते हैं। सीमा के कई वीडियो ऐसे हैं, जिसमें वह हर लाइन के बाद ‘हाहा’ बोलती हैं। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) का सिंह द्वार पार्टी और रील स्पॉट बनता जा रहा है। सोशल मीडिया पर एक रील वायरल हो रही है, जिसमें एक लड़का स्वैग से सिगरेट का धुआं उड़ाता दिख रहा है। मिर्जापुर वेब सीरीज का बैक ग्राउंड म्यूजिक बज रहा है। खुद को कालीन भइया या गुड्डू पंडित के कैरेक्टर में दिखाने के लिए वह बाकायदा कुर्सी लगाकर बैठा है। अगल-बगल दो लड़के सुरक्षा-गार्ड बनकर खड़े हैं। वो जीप के बोनट पर पैर रखकर सिंह द्वार तक पहुंचा। इसके बाद रील बनाई। पुलिस ने आरोपी वेद प्रकाश यादव और उसके साथी को हिरासत में लिया है। सोशल मीडिया पर पुलिस से शिकायत
युवक के इस वीडियो को किसी ने सोशल मीडिया ‘X’ पर पोस्ट कर यूपी पुलिस को टैग भी कर दिया। यूपी पुलिस ने वाराणसी पुलिस को टैग करते हुए आवश्यक कार्रवाई के आदेश दिए। एक यूजर ने पोस्ट के कमेंट में लिखा- कालीन भइया ने किया अपने क्षेत्र का विस्तार। इसके बाद वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने DCP काशी जोन को टैग कर कार्रवाई के लिए लिखा। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए, जिसके बाद मामला लंका थाने में दर्ज किया गया। रील बनाने वाला आरोपी अरेस्ट
लंका थाना के SHO शिवाकांत मिश्रा ने बताया- BHU कैंपस में कर्मन बीर बाबा मंदिर के पास आरोपी की लोकेशन मिली। BHU पुलिस चौकी इंचार्ज शिवांकर मिश्रा और उनकी टीम ने वहीं से रील बनाने वाले वेद प्रकाश यादव और अमन यादव को अपनी हिरासत में ले लिया। आरोपियों का घर सीर कराहिया में पड़ता है। वेद प्रकाश यादव पर लंका थाने में दर्ज हैं 3 मुकदमे
रील बनाने वाले आरोपी वेद प्रकाश यादव पर पहले से ही लंका थाने में तीन मुकदमे दर्ज हैं। BHU गेट पर कुछ लड़कों द्वारा वेब सीरीज मिर्जापुर के थीम सॉन्ग पर उसी स्टाइल में धूम्रपान किया जा रहा था। एक ने जीप में दोनों पैर डैशबोर्ड पर रखकर मालवीय प्रतिमा के चारों तरफ घूम-घूमकर वीडियो बनाया। वीडियो से रील बनाने वाले की पहचान की गई। गेट बंद होते ही पहुंचने लगते हैं पार्टी लवर्स
रात 10 बजे जब BHU का सिंह द्वार बंद हो जाता है, तो वहां पार्टी और रील लवर्स का आना शुरू हो जाता है। इसमें से ज्यादातर तो केक काटकर बर्थडे पार्टी मनाते हैं। कुछ नशा करने वाले भी होते हैं। स्टाइल में सिगरेट पीते हुए रील पर रील बनने लगती है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर BHU के छात्रों और प्रोफेसरों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। लोगों का सवाल है कि महामना की बनाई शिक्षा की बगिया में इस तरह की हरकत तो नहीं होनी चाहिए थी। विश्वविद्यालय सुरक्षाकर्मी से लेकर पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान उठाता है। हर रात ऐसा ही नजारा दिखता है। यहां पर कोई धुआं निकालता दिखेगा, तो कोई बर्थडे केक काटता। BHU कैंपस में करते हैं रेसिंग, दोस्तों संग मनाते हैं पार्टी
पिछले साल 1 नवंबर को हुए IIT-BHU गैंगरेप के तीनों आरोपी भी लगातार यूनिवर्सिटी कैंपस में जाते थे। तीनों काशी प्रांत BJP के सिगरा स्थित गुलाब बाग वाले ऑफिस में बैठते थे। वहां से फील्ड ड्यूटी के दौरान मौज मस्ती करने BHU कैंपस आते थे। IIT-BHU के छात्र बताते हैं- कुणाल, सक्षम अभिषेक उर्फ आनंद 1 नवंबर (रेप कांड की रात) से पहले भी कैंपस में आते-जाते रहते थे। उन्हें न तो कैंपस में सिक्योरिटी का डर था, न ही प्रशासन की परवाह। वो बुलेट और जीप तेज रफ्तार में कैंपस के अंदर दौड़ाते थे। रेस भी लगाते थे। बिड़ला हॉस्टल का एक छात्र कहता है- BHU के सिंह द्वार पर रात 12 बजे के बाद कई मनचले और बदमाश लड़के दोस्तों का बर्थडे मनाने आते थे। बुलेट की गद्दी पर केक रखकर काटा जाता है। खूब हो-हल्ला और रील्स बनाए जाते हैं। जीप और थार गाड़ियों की कतारें लग जाती हैं। कैंपस के अंदर पूरे 4-5 किलोमीटर के एरिया में रात 2 बजे तक 50 से ज्यादा जीप और थार समेत कारें और बाइक्स लेकर बाहरी घुसते हैं। सुनसान जगह पर शराब पीते, रील्स रिकॉर्ड करते हुए कैंपस से बाहर निकल जाते थे। REELS…की लत; ट्रेन से कूदती लड़कियां, कभी हाफ-न्यूड होकर पब्लिक के बीच फूहड़ता परोस रहे पिछले कुछ साल में पब्लिक प्लेस पर रील्स बनाने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। न सिर्फ डांस, बल्कि जोखिम भरा एक्ट करने में भी युवा पीछे नहीं हैं। एक वर्ग ऐसा है, जिसे यह सब बहुत अच्छा लगता है। उसके दिन का 4-5 घंटा इसी में बीत रहा। दूसरा वर्ग ऐसा है, जिसे लगता है कि कम से कम शिक्षा संस्थान, ट्रेन, बस और ऐतिहासिक स्थल इससे अछूते रहें। बड़ा सवाल है कि क्या यह सब पैसे के लिए हो रहा? क्या जो जितना खतरनाक एक्ट करेगा, उसे उतना पैसा मिलेगा? धाकड़ डायलॉग, ट्रेंडिंग शायरी और हिट बॉलीवुड गानों पर बनती है REELS
वाराणसी के अवनीश इंस्टाग्राम पर भोजपुरिया राजा नाम से अकाउंट चला रहे हैं। उनके 7 हजार से ज्यादा फॉलोअर हैं। अवनीश का एक वीडियो 1 मिलियन से ज्यादा लोगों ने देखा। इसके लिए उन्हें 5 हजार रुपए मिले। अवनीश ने कहा था- आपकी रील तभी ट्रेंड होगी, जब आपका विषय अच्छा होगा। आजकल साइंस-टेक्नोलॉजी और जिम-स्पोर्ट से जुड़ी रील्स खूब चलती हैं। लोगों का एंगेजमेंट ऐसे विषयों पर ज्यादा रहता है। आप किसी फिल्म के धाकड़ डायलॉग, शेरो-शायरी और लेटेस्ट बॉलीवुड सॉन्ग पर भी रील बना सकते हैं। कई बार इनसे जुड़ी रील ट्रेंडिंग में आ जाती है। इससे आपके हजारों फॉलोअर्स रातो-रात बढ़ सकते हैं। रील्स का की-वर्ड भी बहुत मायने रखता है। क्योंकि उसी को सर्च कर लोग आपकी रील तक पहुंचते हैं। सीमा कनौजिया ने ट्रेन में रील्स बनाकर लाखों रुपए कमाए मुंबई की सीमा कनौजिया के इंस्टाग्राम पर साढ़े 5 लाख से ज्यादा फॉलोअर हैं। वह कभी ट्रेन में भिखारी बनती हैं तो कभी लोगों को डिस्टर्ब करके रील्स बनाती हैं। ज्यादातर पर लाखों व्यूज आते हैं। सीमा के कई वीडियो ऐसे हैं, जिसमें वह हर लाइन के बाद ‘हाहा’ बोलती हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर