हरियाणा में रेवाड़ी जंक्शन के रास्ते चलने वाली ओखा-दिल्ली सराय एवं वलसाड-भिवानी स्पेशल ट्रेन के मार्ग में पड़ने वाले कुछ स्टेशन पर संचालन समय में आंशिक परिवर्तन किया गया है। इसके अलावा रेलवे प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा को लेकर अजमेर-चंडीगढ-अजमेर गरीब रथ ट्रेन को एलएचबी रैक से संचालित करने का निर्णय लिया गया है। इन दो ट्रेनों के संचालन में आंशिक परिवर्तन 1. गाड़ी संख्या 09523, ओखा-दिल्ली सराय स्पेशल ट्रेन ओखा से प्रस्थान करेगी, उसके मार्ग में किशनगढ, जयपुर, गांधीनगर जयपुर, दौसा, बांदीकुई, अलवर व खैरथल स्टेशनों पर संचालन में आंशिक परिवर्तन किया जा रहा है। 2. गाड़ी संख्या 09007, वलसाड-भिवानी स्पेशल ट्रेन वलसाड से प्रस्थान करेगी, उसके मार्ग में रेवाड़ी, कोसली व चरखी दादरी स्टेशन पर संचालन में आंशिक परिवर्तन किया जा रहा है। गरीब रथ एलएचबी रैक से चलेगी वहीं उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार, गाड़ी संख्या 12983/12984, अजमेर-चंडीगढ़-अजमेर गरीब रथ ट्रेन अजमेर से 14 जुलाई से और चंडीगढ़ से 15 जुलाई से एलएचबी कोच से संचालित होगी। परिवर्तन के बाद इस ट्रेन में एलएचबी रैक के 15 थर्ड एसी इकोनोमी व 2 पॉवरकार डिब्बों सहित कुल 17 डिब्बें होंगे। हरियाणा में रेवाड़ी जंक्शन के रास्ते चलने वाली ओखा-दिल्ली सराय एवं वलसाड-भिवानी स्पेशल ट्रेन के मार्ग में पड़ने वाले कुछ स्टेशन पर संचालन समय में आंशिक परिवर्तन किया गया है। इसके अलावा रेलवे प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा को लेकर अजमेर-चंडीगढ-अजमेर गरीब रथ ट्रेन को एलएचबी रैक से संचालित करने का निर्णय लिया गया है। इन दो ट्रेनों के संचालन में आंशिक परिवर्तन 1. गाड़ी संख्या 09523, ओखा-दिल्ली सराय स्पेशल ट्रेन ओखा से प्रस्थान करेगी, उसके मार्ग में किशनगढ, जयपुर, गांधीनगर जयपुर, दौसा, बांदीकुई, अलवर व खैरथल स्टेशनों पर संचालन में आंशिक परिवर्तन किया जा रहा है। 2. गाड़ी संख्या 09007, वलसाड-भिवानी स्पेशल ट्रेन वलसाड से प्रस्थान करेगी, उसके मार्ग में रेवाड़ी, कोसली व चरखी दादरी स्टेशन पर संचालन में आंशिक परिवर्तन किया जा रहा है। गरीब रथ एलएचबी रैक से चलेगी वहीं उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार, गाड़ी संख्या 12983/12984, अजमेर-चंडीगढ़-अजमेर गरीब रथ ट्रेन अजमेर से 14 जुलाई से और चंडीगढ़ से 15 जुलाई से एलएचबी कोच से संचालित होगी। परिवर्तन के बाद इस ट्रेन में एलएचबी रैक के 15 थर्ड एसी इकोनोमी व 2 पॉवरकार डिब्बों सहित कुल 17 डिब्बें होंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा पुलिस ने चुनाव के लिए बनाया चुनाव सेल:24 घंटे रहेगा वर्किंग; मॉनिटरिंग के लिए नोडल अधिकारी लगाए, ADGP संजय सिंह ओवरऑल इंचार्ज बने हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर हरियाणा पुलिस ने चुनाव सेल का गठन किया है। यह सेल 24 घंटे वर्किंग रहेगा। अलग-अलग स्तर पर मॉनिटरिंग के लिए पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर की ओर से नोडल ऑफिसर्स लगाए गए हैं। सेल का ओवरऑल इंचार्ज अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) कानून एवं व्यवस्था, संजय कुमार को लगाया गया है। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने बताया कि प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से विधानसभा चुनाव-2024 संपन्न करवाने के लिए हरियाणा पुलिस द्वारा पुलिस मुख्यालय, सेक्टर-6, पंचकूला में चुनाव सेल स्थापित किया गया है। इस सेल के जरिए प्रदेश स्तर पर चुनाव का प्रबंधन किया जाएगा ताकि लोग भय मुक्त होकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। यहां पढ़िए किस IPS को क्या मिली जिम्मेदारी डीजीपी की ओर से चुनाव सेल के सुपरविजन के लिए स्टेट पुलिस नोडल ऑफिसर के रूप में पुलिस महानिरीक्षक सुरक्षा सौरभ सिंह को जिम्मेदारी दी गई है। चुनावी खर्च की निगरानी तथा कानून एवं व्यवस्था संबंधी रिपोर्ट के लिए नोडल अधिकारी पुलिस महानिरीक्षक, कानून एवं व्यवस्था हरदीप दून को लगाया गया है। इसके अलावा, प्रदेश के सभी जिलों में डीएसपी तथा एसीपी स्तर के अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो पुलिस मुख्यालय में स्थापित किए गए चुनाव सेल में निर्धारित बिंदुओं बारे में रोजाना अपने जिलो की रिपोर्ट भेजेंगे। क्या होगी इलेक्शन सेल की वर्किंग चुनाव सेल की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी देते हुए कपूर ने बताया कि पुलिस मुख्यालय में बनाए गए चुनाव सेल के माध्यम से प्रदेश में आदर्श आचार संहिता के तहत जारी दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इलेक्शन सेल द्वारा पुलिस बल की उपलब्धता तथा उसकी तैनाती तथा इससे संबंधित मुद्दो को लेकर जिलों से तालमेल स्थापित किया जाएगा। क्रिटिकल बूथों पर अतिरिक्त पुलिस होगी तैनात डीजीपी ने बताया कि इसके साथ ही, प्रदेश में अलग-2 विधानसभा क्षेत्रों में क्रिटिकल बूथों की पहचान करते हुए वहां पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती का निर्णय भी लिया जाएगा। जिलों द्वारा रोजाना सीजर रिपोर्ट, चुनाव संबंधी शिकायतें, आदर्श आचार संहिता की पालना संबंधी रिपोर्ट भी चुनाव सेल को भेजी जाएगी। इलेक्शन सेल 24 घंटे संचालित रहेगा। राजपत्रित अवकाश तथा छुट्टी वाले दिन (शनिवार व रविवार) को भी यहां पर स्टाफ की ड्यूटी सुनिश्चित की जाएगी। सी-विजिल एप के जरिए गाइड लाइन होगी फॉलो डीजीपी ने बताया कि विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करवाने के लिए प्रदेश में अलग-2 स्तर पर मॉनीटरिंग की जा रही है। आदर्श आचार संहिता की पालना तथा कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरे प्रदेश पर पुलिस की कड़ी नजर रहेगी। कपूर ने कहा कि प्रदेश में चुनाव आयोग की सी-विजिल एप के माध्यम से भी चुनाव संबंधी दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित की जा रही है। कपूर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न करवाने में हरियाणा पुलिस का सहयोग करें और अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें।
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हरियाणा भले ही क्षेत्रफल के हिसाब से छोटा राज्य हो, लेकिन इसको लेकर हमेशा ही भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व सजग रहता है। यही वजह है कि 5 लोकसभा सीट हारने के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां से मनोहर लाल खट्टर को कैबिनेट मंत्री बनाया है। साथ ही राव इंद्रजीत सिंह और कृष्णपाल गुर्जर को राज्यमंत्री बनाया है। अब इन तीन बड़े चेहरों के साथ ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के लिए राज्यसभा सीट जीतना बड़ी चुनौती होगी। अब पढ़िए कौन हैं कांग्रेस वह 4 चेहरे, जिन पर BJP रख रही नजर बृजेंद्र सिंह: इनका नाम इस लिस्ट में पहले नंबर पर है। इसकी वजह यह है कि ये हाल ही में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं। हालांकि कांग्रेस ने इन्हें इस लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं दी है, साथ ही पार्टी लाइन से भी साइड चल रहे हैं। जिसको लेकर ये नाराज बताए जा रहे हैं। इनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह भी लोकसभा चुनाव के बाद राज्यसभा सीट को लेकर एक्टिव हो गए हैं। वह लगातार विपक्ष को राज्यसभा सीट के लिए एकजुट होने की सलाह भी दे रहे हैं। ये यह भी कह चुके हैं कि अब भाजपा में उनकी जॉइनिंग नहीं होगी, लेकिन राजनीतिक जानकारों का ये मानना है कि वह बेटे के भविष्य को लेकर कोई भी फैसला ले सकते हैं। श्रुति चौधरी: भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से इस बार ये कांग्रेस पार्टी की टिकट की प्रबल दावेदार थीं, लेकिन इनके विरोधी खेमे ने इनकी टिकट कटवा दी। जिसके चलते वह अब घर बैठी हैं, हालांकि इनकी मां कांग्रेस विधायक किरण चौधरी अपनी नाराजगी सार्वजनिक मंच पर राहुल गांधी से जाहिर कर चुकी हैं। सियासी जानकारों का कहना है कि लोकसभा में टिकट कटने के बाद ये कोई बड़ा फैसला कर सकती हैं। कैप्टन अजय यादव: ये भी गुरुग्राम से लोकसभा सीट पर टिकट कटने से नाराज चल रहे हैं। लोकसभा में इनके स्थान पर पार्टी ने राज बब्बर को उम्मीदवार बनाया था। यही कारण रहा कि ये लोकसभा चुनाव से पहले ही घर ही बैठ गए थे। हालांकि यादव कांग्रेस ओबीसी सेल के राष्ट्रीय चेयरमैन और सीनियर नेता हैं। चूंकि ये यादव हैं और हरियाणा की अहीरवाल बेल्ट में यादवों का अच्छा दबदबा है। इस कारण से भाजपा का एक धड़ा इन्हें भाजपा में शामिल कराने का प्रयास कर रहा है। अवतार भड़ाना: अवतार भड़ाना को राजनीतिक दल बदलने का माहिर माना जाता है। पिछले दिनों उनके भाई करतार सिंह भड़ाना ने बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल होने की घोषणा की थी। अवतार सिंह भड़ाना भी हाल ही में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। 2016 में अवतार INLD छोड़ भाजपा में शामिल हुए और भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य बने। 2017 में अवतार भड़ाना उत्तर प्रदेश के मीरापुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट पर विधायक बने। विधानसभा चुनाव की जीत की हवा को परखते हुए राष्ट्रीय लोकदल (RLD) में शामिल हो गए। 2022 में आरएलडी व सपा गठबंधन के टिकट से उत्तर प्रदेश के जेवर विधानसभा से विधायक का चुनाव हार गए। अभी ये कांग्रेस में हैं, लेकिन सियासी जानकारों का कहना है कि इनकी बीजेपी में आने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता।
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