जाखल| जाखल पुलिस थाना के अंतर्गत गांव कूदनी के पास भाखड़ा नहर से एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद किया गया है। पुलिस शव की पहचान करवाने के लिए प्रयास कर रही है। वहीं शव को कब्जे में लेकर इसे नागरिक अस्पताल टोहाना के डेड हाउस में पहुंचाया गया है। जाखल पुलिस थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि गांव कूदनी के पास भाखड़ा नहर में एक शव तैर रहा है। सूचना मिलते ही एएसआई राजकुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर जांच की तो करीब 40 वर्षीय एक व्यक्ति का शव नग्न अवस्था में भाखड़ा नहर में तैरता हुआ पाया। जाखल| जाखल पुलिस थाना के अंतर्गत गांव कूदनी के पास भाखड़ा नहर से एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद किया गया है। पुलिस शव की पहचान करवाने के लिए प्रयास कर रही है। वहीं शव को कब्जे में लेकर इसे नागरिक अस्पताल टोहाना के डेड हाउस में पहुंचाया गया है। जाखल पुलिस थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि गांव कूदनी के पास भाखड़ा नहर में एक शव तैर रहा है। सूचना मिलते ही एएसआई राजकुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर जांच की तो करीब 40 वर्षीय एक व्यक्ति का शव नग्न अवस्था में भाखड़ा नहर में तैरता हुआ पाया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts

वेतन न मिलने पर सोनीपत में सफाई कर्मचारियों का प्रदर्शन:स्थायी नौकरी देने की मांग, सरकार पर वादे पूरे न करने का आरोप
वेतन न मिलने पर सोनीपत में सफाई कर्मचारियों का प्रदर्शन:स्थायी नौकरी देने की मांग, सरकार पर वादे पूरे न करने का आरोप सोनीपत में पिछले तीन महीने से वेतन न मिलने से गुस्साए सफाई कर्मचारियों ने गोहाना रोड पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व जिला परिषद सदस्य संजय बड़वासनिया ने किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और ठेका प्रथा को खत्म करने तथा सभी सफाई कर्मचारियों को स्थायी करने की मांग की। प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मचारियों का कहना है कि पिछले तीन महीने से उन्हें वेतन नहीं मिला है, जिसके कारण उनके परिवारों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। समय पर वेतन न मिलने के कारण बच्चों की पढ़ाई, राशन और गेहूं की खरीद जैसी जरूरतों को पूरा करना मुश्किल हो गया है। ठेकेदारों द्वारा उनका लगातार शोषण किया जा रहा है, लेकिन उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है। जिला पार्षद बोले, सरकार ने वादे तोड़े, जनता के साथ विश्वासघात किया प्रदर्शन के दौरान जिला पार्षद संजय बड़वासनिया ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव से पहले सरकार ने कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने और रोजगार की गारंटी देने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आते ही अपने वादों से मुकर गई। उन्होंने कहा कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत काम कर रहे कर्मचारियों को हटाया जा रहा है, जिससे युवाओं और गरीब परिवारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। ठेका प्रथा बंद करने और नियमित करने की मांग सफाई कर्मचारियों ने साफ शब्दों में कहा कि ठेका प्रथा को बंद किया जाए और सभी सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जाए ताकि उन्हें समय पर वेतन और सम्मानजनक जीवन मिल सके। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। इस मौके पर जसवंत, संदीप, प्रदीप, जोगिंदर, महावीर, राजेश, दीपक, महेंद्र, राजवीर आदि आदिवासी समुदाय से जुड़े सफाई कर्मचारी भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सभी ने एकजुट होकर सरकार से अपनी मांगों को गंभीरता से सुनने और समाधान निकालने की अपील की।

हरियाणा में जाट चेहरों के टिकट काटेगी कांग्रेस:जमानत जब्त, 2 बार हारे नेता बाहर होंगे; ब्राह्मण-पंजाबी समेत 4 जातियों का कोटा बढ़ेगा
हरियाणा में जाट चेहरों के टिकट काटेगी कांग्रेस:जमानत जब्त, 2 बार हारे नेता बाहर होंगे; ब्राह्मण-पंजाबी समेत 4 जातियों का कोटा बढ़ेगा हरियाणा कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में टिकटों पर मंथन के बीच विधानसभा सीटों का गुणा-गणित तैयार कर लिया है। इस बार कांग्रेस बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए गैर जाट वोट बैंक पर ज्यादा फोकस करेगी। यही वजह है कि कांग्रेस इस बार टिकट आवंटन में जाट कोटे के चेहरों की टिकट भी काटेगी। इसके अलावा 2019 के विधानसभा चुनाव जमानत नहीं बचा पाने वाले उम्मीदवार भी पैनल से बाहर किए जाएंगे। साथ ही ब्राह्मण, पंजाबी, वैश्य और राजपूत के टिकट कोटे में इजाफा करेगी। कांग्रेस ने 2019 के विधानसभा चुनाव में 27 हलकों में अपनी जमानत जब्त करवाई थी। इसके अलावा 15 प्रत्याशी ऐसे भी रहे हैं, जिन्होंने लगातार 2 हार अपने खाते में दर्ज करवा ली हैं। इनमें कई के नाम ये दोनों ही रिकाॅर्ड दर्ज हैं। इस कारण से कट सकते हैं जाट चेहरों की टिकट
कांग्रेस नेतृत्व लोकसभा चुनावों की तर्ज पर इस बार विधानसभा में भी सोशल इंजीनियरिंग के तहत टिकट देने के पक्ष में है। अगर इस तरह का निर्णय कांग्रेस ने लिया तो फिर प्रदेश में 2019 के मुकाबले इस बार जाट उम्मीदवारों की संख्या कम हो सकती है। आमतौर पर कांग्रेस 28 से 30 जाट नेताओं को टिकट देती रही है। लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस चार जाट उम्मीदवार उतारती रही है लेकिन इस बार के चुनावों में दो ही जाट नेताओं को टिकट मिली। रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा और हिसार से जयप्रकाश ‘जेपी’ को टिकट मिली। दोनों ही चुनाव जीतने में भी कामयाब रहे। प्रदेश में विधानसभा की नब्बे सीटों में से 17 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। सिटिंग-गैटिंग फॉर्मूला नहीं चलेगा
हरियाणा कांग्रेस में आमतौर पर मौजूदा विधायकों को लेकर ‘सिटिंग-गैटिंग’ का फार्मूला लागू होता रहा है। इसके तहत मौजूदा विधायकों और बड़े चेहरों के नेताओं के प्रिय नेताओं को टिकट मिल जाती थी। इस फार्मूले से हमेशा से ही पार्टी को नुकसान हुआ है, दस सालों से इस कारण से पार्टी प्रदेश की सत्ता से बाहर है। इस कारण से इस फार्मूले से भी पार्टी तौबा करेगी। अगर ऐसा होता है तो पार्टी के मौजूदा 28 विधायकों में से 8 से 10 की टिकट कट भी सकती है। 73 सीटों पर कर रही फोकस
कांग्रेस 73 सीटों को लेकर अपना गणित सैट करने में जुटी है। अभी तक के मंथन में ये बात सामने आई है कि पिछड़ा वर्ग-बी के अलावा बीसी-ए के अंतर्गत आने वाली जातियों को इस बार टिकट आवंटन में पहले से अधिक तवज्जो मिल सकती है। इसके लिए ब्राह्मण, पंजाबी, वैश्य और राजूपत कोटे में इजाफा संभव है। रोड़ के अलावा सिख कोटे में भी इस बार बढ़ोतरी संभव है। कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने इस बात की पुष्टि की है कि पार्टी नेतृत्व व हरियाणा इकाई सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले पर काफी गंभीरता से मंथन कर रही है। सैलजा-सुरजेवाला गुट भी एक्टिव
कांग्रेस में अभी दो गुट एक्टिव हैं। एक गुट भूपेंद्र हुड्डा तो दूसरा कुमारी सैलजा व रणदीप सिंह सुरजेवाला का है। ये दोनों नेता अपने साथ जुड़े उनके समर्थक भी टिकट के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। उन्हें अपने नेताओं पर ‘विश्वास’ है कि वे टिकट के लिए उनकी पूरी मदद करेंगे। 2019 के लोकसभा चुनावों में भी कांग्रेस के टिकट आवंटन में कोटा सिस्टम चला था। उस समय प्रदेशाध्यक्ष रहे अशोक तंवर के समर्थकों को टिकट नहीं मिलने के चलते तंवर ने पार्टी छोड़ दी थी। हालांकि सैलजा व रणदीप अपने समर्थकों को टिकट दिलवाने में सफल रहे थे। हालांकि इस बार कोटा सिस्टम की बजाय मैरिट पर टिकट देने की बात नेतृत्व की ओर से की जा रही है। लोकसभा चुनाव में हुड्डा का रहा पलड़ा भारी
लोकसभा चुनावों में टिकट आवंटन में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का पलड़ा भारी था। पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा की सिरसा सीट को छोड़कर बाकी संसदीय सीटों पर हुड्डा की पसंद से ही टिकट मिली थी। रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा की टिकट तय थी। वहीं फरीदाबाद में महेंद्र प्रताप सिंह, गुरुग्राम में राज बब्बर, भिवानी-महेंद्रगढ़ में राव दान सिंह, हिसार में जयप्रकाश ‘जेपी’, सोनीपत में सतपाल ब्रह्मचारी, करनाल में दिव्यांशु बुद्धिराजा और अंबाला में वरुण चौधरी को टिकट दिलवाने में हुड्डा कामयाब रहे थे। टिकट आवंटन अपने हाथ में ले चुका हाईकमान
कांग्रेस में टिकट आवंटन को लेकर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और सांसद कुमारी सैलजा के बीच खींचतान जारी है। यह नजारा कांग्रेस की दिल्ली में हुई स्क्रीनिंग कमेटी में भी दिखा। इसकी वजह से कांग्रेस हाईकमान ने टिकट आवंटन का काम अपने हाथ में ले लिया। स्क्रीनिंग कमेटी चेयरमैन अजय माकन को कहा गया कि हरियाणा की सभी 90 सीटों पर अपनी अलग कमेटी बनाकर दावेदारों के बारे में पड़ताल करे। इसकी रिपोर्ट स्क्रीनिंग कमेटी से सीधे राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपी जाएगी। हाईकमान की चेतावनी के बाद हुड्डा-सैलजा की सहमति की चर्चा
हरियाणा कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक हाईकमान ने भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा को यह भी कह दिया कि अगर वे राजी नहीं होते तो फिर हाईकमान अपने स्तर पर टिकट बांटेगा। इसे देखते हुए दोनों के बीच सहमति की चर्चा है। जिसमें हुड्डा कुछ सीटें सैलजा के लिए छोड़ने पर राजी हो गए हैं। कांग्रेस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… कुमारी सैलजा बोलीं-हरियाणा में दलित CM क्यों नहीं: कहा- विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हूं हरियाणा चुनाव के बीच सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कांग्रेस सरकार बनने पर CM कुर्सी पर दावा ठोक दिया है। कुमारी सैलजा ने एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा- ”लोगों की व्यक्तिगत और जातीय आधार पर महत्वकांक्षा होती है, मेरी भी है। मैं राज्य में काम करना चाहती हूं। विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हूं। हालांकि अंतिम फैसला हाईकमान करेगा (पूरी खबर पढ़ें)

चरखी दादरी में गैंगस्टर पवन गिरफ्तार:लूट, धमकी, मारपीट और फिरौती की 18 FIR, टोल मैनेजर से मांगी थी 3 लाख की रंगदारी
चरखी दादरी में गैंगस्टर पवन गिरफ्तार:लूट, धमकी, मारपीट और फिरौती की 18 FIR, टोल मैनेजर से मांगी थी 3 लाख की रंगदारी हरियाणा के रोहतक जिले के खैरड़ी टोल मैनेजर को धमकाने वाले गैंगस्टर पवन और उसके साथी दिनेश को कलानौर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गैंगस्टर और उसका साथी चरखी दादरी के गांव बौंद के रहने वाले हैं। पवन पर कुल 18 मामले दर्ज हैं, जिनमें 6 मामले हत्या के हैं, जबकि 12 मामले लूट, धमकी, मारपीट और रंगदारी के हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। कलानौर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सतपाल ने बताया कि यूपी के अमरोहा जिले के गांव डिडौली निवासी सचिन कुमार खैरड़ी टोल पर मैनेजर के पद पर तैनात है। 9 जनवरी को सचिन कुमार टोल पर मौजूद था। तभी कुछ युवक टोल पर पहुंच गए। इनमें से एक आरोपी सचिन के पास पहुंच गया। आरोपी ने अपना नाम दुष्यंत बताकर सचिन से कहा कि उसे बौंद के गैंगस्टर पवन ने भेजा है। अब हम टोल चलाएंगे और पवन से जाकर मिलो वरना टोल नहीं चलेगा। इसके बाद आरोपी मौके से चले गए। 3 बार वॉट्सऐप पर की कॉल पीड़ित सचिन ने बताया कि 12 जनवरी को आरोपी दुष्यंत ने तीन बार वॉट्सऐप कॉल किया। 13 जनवरी को पिन्नी पहलवान निवासी खरक खुर्द भिवानी का फोन आया। पिन्नी पहलवान ने कहा कि बौंद कलां का पवन मेरा दोस्त गैंगस्टर है। पवन ने तुमको बौंद कला बुलाया है। मेरे साथ पवन से मिलने चलो वरना इसका अंजाम बुरा होगा। उसे धमकी दी कि मेरे कहने पर दुष्यंत को तीन लाख रुपए प्रति माह देना होगा। सचिन को लगातार मिल रही थी धमकियां पीड़ित सचिन ने बताया कि उसे लगातार धमकी मिल रही थी, जिसके कारण कलानौर पुलिस को पूरे मामले से अवगत करवाया गया। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की। कलानौर थाना प्रभारी निरीक्षक सतपाल ने बताया कि जांच के दौरान पवन और दिनेश को गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।