हरियाणा के फतेहाबाद के आउटर एरिया स्वामी नगर में आज वाटर वर्कर्स की डिग्गी बनाने में जुटे मजदूर पर मिट्टी का तौंदा आ गिरा। उसे बचाने के लिए जेसीबी ऑपरेटर भी गड्ढे में कूदा तो वह भी मिट्टी में दब गया। हादसे में मजदूर की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि जेसीबी ऑपरेटर पर मिट्टी गिरने से उसकी टांग टूट गई। एक अन्य को हलकी फुलकी चोटें लगी। एक को गंभीर हालत में अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। फतेहाबाद में वार्ड पार्षद ज्ञानी राम ने बताया कि स्वामी नगर में नहरी पानी के लिए 50 बाई 50 चौड़ी और 15 फीट गहरी वाटर वर्कर्स की डिग्गी बनाई जा रही है, जिसका निर्माण कार्य चल रहा है। जिसका निर्माण कार्य ठेकेदार के द्वारा करवाया जा रहा है। आज दोपहर अचानक यहां काम कर रहे मजदूर के ऊपर मिट्टी गिर गई, जबकि जेसीबी ऑपरेटर लवप्रीत उसे बचाने के लिए गया था। उन्होंने बताया कि मजदूर प्रवासी है, इस कारण अभी तक उसका पता नहीं चल पाया कि वह कहां का रहने वाला है और कौन है। उसके बारे में पता किया जा रहा है। जबकि लवप्रीत को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर रतिया चुंगी निवासी 24 वर्षीय लवप्रीत ने बताया कि वह जेसीबी चलाता है और स्वामी नगर में वाटर वर्कर्स की डिग्गी के कार्य पर उसे जेसीबी चलाने के लिए बुलाया था। वह जेसीबी पर बैठा था और नीचे एक मजदूर गड्ढे में काम कर रहा था। उसके पास ही सीमेंट मिलाने वाला मिक्सर मशीन चल रही थी। उसकी कंपन से अचानक मिट्टी भरभराकर मजदूर पर जा गिरी। उसे बचाने के लिए वह और एक अन्य भी गड्ढे में चले गए। इतने में मिट्टी उन पर भी आ गिरी। जिस कारण वह दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि तीसरे को बाजू पर हल्की चोट लगी। लवप्रीत ने बताया कि दोनों को अलग-अलग निजी अस्पताल में लाया गया, जहां पता चला कि उसकी टांग टूट गई है, जबकि मजदूर को यहां से रेफर किया गया। अस्पताल से पता लगा कि मजदूर मृत अवस्था में ही आया था। पार्षद ने भी पुष्टि की है कि मजदूर की मौत हो चुकी है, हालांकि उसकी पहचान नहीं हो पाई। हरियाणा के फतेहाबाद के आउटर एरिया स्वामी नगर में आज वाटर वर्कर्स की डिग्गी बनाने में जुटे मजदूर पर मिट्टी का तौंदा आ गिरा। उसे बचाने के लिए जेसीबी ऑपरेटर भी गड्ढे में कूदा तो वह भी मिट्टी में दब गया। हादसे में मजदूर की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि जेसीबी ऑपरेटर पर मिट्टी गिरने से उसकी टांग टूट गई। एक अन्य को हलकी फुलकी चोटें लगी। एक को गंभीर हालत में अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। फतेहाबाद में वार्ड पार्षद ज्ञानी राम ने बताया कि स्वामी नगर में नहरी पानी के लिए 50 बाई 50 चौड़ी और 15 फीट गहरी वाटर वर्कर्स की डिग्गी बनाई जा रही है, जिसका निर्माण कार्य चल रहा है। जिसका निर्माण कार्य ठेकेदार के द्वारा करवाया जा रहा है। आज दोपहर अचानक यहां काम कर रहे मजदूर के ऊपर मिट्टी गिर गई, जबकि जेसीबी ऑपरेटर लवप्रीत उसे बचाने के लिए गया था। उन्होंने बताया कि मजदूर प्रवासी है, इस कारण अभी तक उसका पता नहीं चल पाया कि वह कहां का रहने वाला है और कौन है। उसके बारे में पता किया जा रहा है। जबकि लवप्रीत को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर रतिया चुंगी निवासी 24 वर्षीय लवप्रीत ने बताया कि वह जेसीबी चलाता है और स्वामी नगर में वाटर वर्कर्स की डिग्गी के कार्य पर उसे जेसीबी चलाने के लिए बुलाया था। वह जेसीबी पर बैठा था और नीचे एक मजदूर गड्ढे में काम कर रहा था। उसके पास ही सीमेंट मिलाने वाला मिक्सर मशीन चल रही थी। उसकी कंपन से अचानक मिट्टी भरभराकर मजदूर पर जा गिरी। उसे बचाने के लिए वह और एक अन्य भी गड्ढे में चले गए। इतने में मिट्टी उन पर भी आ गिरी। जिस कारण वह दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि तीसरे को बाजू पर हल्की चोट लगी। लवप्रीत ने बताया कि दोनों को अलग-अलग निजी अस्पताल में लाया गया, जहां पता चला कि उसकी टांग टूट गई है, जबकि मजदूर को यहां से रेफर किया गया। अस्पताल से पता लगा कि मजदूर मृत अवस्था में ही आया था। पार्षद ने भी पुष्टि की है कि मजदूर की मौत हो चुकी है, हालांकि उसकी पहचान नहीं हो पाई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के पूर्व मंत्री चुनाव नहीं लड़ेंगे:रोहतक से 5 बार के प्रत्याशी मनीष ग्रोवर की घोषणा; संगठन की कमान संभालने का लिया निर्णय
हरियाणा के पूर्व मंत्री चुनाव नहीं लड़ेंगे:रोहतक से 5 बार के प्रत्याशी मनीष ग्रोवर की घोषणा; संगठन की कमान संभालने का लिया निर्णय हरियाणा के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता मनीष ग्रोवर अब विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। वह रोहतक से 5 बार भाजपा प्रत्याशी रह चुके हैं और एक बार विधायक (2014 से 2019 तक) बने और भाजपा सरकार में सहकारिता मंत्री बनाए गए। हालांकि, 2019 का विधानसभा चुनाव वह हार गए थे। अब उन्होंने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया कि वह अब विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। यह उनका निजी फैसला है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके परिवार से कोई भी चुनाव नहीं लड़ेगा। मनीष ग्रोवर ने कहा कि वह अब संगठन में रहकर पार्टी को हरियाणा में तीसरी बार जिताने और सीएम नायब सैनी को दोबारा मुख्यमंत्री बनाने के लिए काम करेंगे। उन्होंने बताया कि वह 1971 से भाजपा से जुड़े हैं। उस दौरान उन्हें बूथ पर्ची की ड्यूटी दी गई थी। इसके बाद वह वार्ड पार्षद बने। इसके बाद वह मंडल महामंत्री, मंडल अध्यक्ष, जिला महामंत्री, जिला अध्यक्ष रहे। इसके बाद वह प्रदेश मंत्री, स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ के अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री रहे। इसके बाद वे विधायक बने और मंत्री भी बनाए गए। वे पिछले 50 सालों से इसी विचारधारा से जुड़े हैं। वे आखिरी सांस तक भाजपा में ही रहेंगे। उन्होंने इच्छा जताई कि वे संगठन में ही रहेंगे और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का विरोध करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करीबी पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करीबी रहे हैं। मनोहर लाल साढ़े 9 साल तक मुख्यमंत्री रहे और मनीष ग्रोवर उनके सबसे करीबी लोगों में से एक माने जाते थे। 2019 के चुनाव में भी वे विधायक नहीं बन पाए, लेकिन सरकार और संगठन में उनकी अच्छी पकड़ थी। लोग अपने काम को लेकर उनके पास जाते रहे हैं। पूर्व सांसद के साथ रहा है 36 का आंकड़ा रोहतक के पूर्व सांसद डॉ. अरविंद शर्मा और पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के बीच 36 का आंकड़ा रहा है। एक ही पार्टी में होने के बावजूद दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए। मनीष ग्रोवर पर लोकसभा चुनाव 2024 में मदद न करने का भी आरोप लगा। इन आरोपों पर मनीष ग्रोवर ने कहा कि उन्होंने डॉ. अरविंद शर्मा को लोकसभा चुनाव जिताने के लिए हर संभव प्रयास किया। नतीजा यह रहा कि अरविंद शर्मा रोहतक विधानसभा से बहुत कम अंतर से हार गए।
हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस में घमासान:सैलजा समर्थक बोले- हमें हराया गया; गोगी ने कहा- सैलजा के अपमान से दलितों ने वोट नहीं दिए
हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस में घमासान:सैलजा समर्थक बोले- हमें हराया गया; गोगी ने कहा- सैलजा के अपमान से दलितों ने वोट नहीं दिए हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के अंदर घमासान मचा हुआ है। सैलजा के समर्थक नेताओं ने चुनाव में हार का ठीकरा भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सिर फोड़ा है। नेताओं का कहना है कि वे हारे नहीं हैं, उन्हें हराया गया है। आरोप लगाने वाले नेताओं में करनाल के असंध से शमशेर गोगी, कुरुक्षेत्र के जिला अध्यक्ष मधुसूदन बवेजा और अंबाला कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे परविंदर परी ने हुड्डा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गोगी ने यहां तक कहा कि सैलजा के अपमान के कारण दलितों ने हमें वोट भी नहीं दिया। सैलजा ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं ने पिछले 10 सालों में कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत कुछ सहा है, लेकिन अब हमें इन सब बातों से पीछे हटते हुए एक नए सिरे से आगे सोचना होगा। क्योंकि जैसे अभी चल रहा है वो ऐसे ही तो नहीं चलेगा। चुनाव हारने के बाद कांग्रेस नेता ने क्या कहा? गोगी बोले- हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई
करनाल की असंध सीट से 2306 वोटों से हारे शमशेर गोगी ने कहा कि एक बिरादरी की सरकार नहीं बनती। सबको साथ लेकर चलना पड़ता है। अब हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की जरूरत है। अगर शीर्ष नेतृत्व ने हार के कारणों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई तो वह वहां सारी बातें रखेंगे। शमशेर गोगी ने कहा कि हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई है, कांग्रेस की नहीं। गोगी ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कई अहम बातें कहीं। उन्होंने कहा कि करनाल में रैली के लिए मैंने सारे इंतजाम किए थे, लेकिन हुड्डा ने अपने भाषण में मेरा नाम तक नहीं लिया। जब गोगी से पूछा गया कि आप की हार कैसे हुई, तो उन्होंने कहा कि मीडिया और सभी एजेंसियां हमारे पक्ष में स्थिति दिखा रही थीं, लेकिन पिछले दो दिनों में भाजपा ने इसे हिंदू और सिखों का मुद्दा बना दिया। जो अंदर ही अंदर फैल गया। सैलजा पर दिए गए बयान और दलितों के अपमान पर उन्होंने कहा कि लोगों ने इसे प्रदेश स्तर तक पहुंचा दिया। हालांकि सैलजा के गुट से होने के बावजूद दलितों ने हमें वोट नहीं दिया। परविंदर परी बोले- कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया
अंबाला कैंट से हारे परविंदर परी ने कहा कि एक ही छत के नीचे रहने वाले नेता, जो 6 बार चुनाव हारते हैं उसके बाद कांग्रेस पार्टी उन्हें टिकट देती है। बीडी गैंग, यानी भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा गैंग ने कई सीटों पर बागी प्रत्याशियों को उतार कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया। चुनाव हारना और चुनाव हराना दोनों में फर्क होता है। पार्टी ने ही बागी उम्मीदवार को कैंडिडेट उतार कर हमें अपनी पूरी मंशा के तहत हराया है। हमें लगता है कि कहीं न कहीं सैलजा जी सही टाइम पर आतीं तो आज चुनाव के नतीजे कुछ और होते। सैलजा बोलीं- तालमेल नहीं रखा गया
कुमारी सैलजा ने कहा कि पार्टी को किस तरह से राज्य में सींचा नहीं गया, तालमेल नहीं रखा गया, कौन से लोग थे जो सबको साथ लेकर चलने के जिम्मेदार थे। ये भी बातें हैं। राज्य में क्या संदेश गया है। किसलिए लोग कांग्रेस की सरकार बनाते हुए पीछे हट गए? ये सब बातें देखनी पड़ेंगी। बवेजा बोले- केवल एक नेता की बातों में आया हाईकमान
कुरुक्षेत्र शहरी से कांग्रेस जिला अध्यक्ष मधुसूदन बवेजा ने पूर्व सीएम हुड्डा का नाम लिए बगैर हाईकमान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हाईकमान केवल एक नेता की बातों में आया। दूसरे किसी भी कुशल नेता की बात नहीं मानी। जिसका खामियाजा आम जन मानस को भुगतना पड़ा और पार्टी को भी बहुत नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व जातीय समीकरण व हरियाणा के दिग्गज नेतागण राज्य सभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला, सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा की रणनीति को ध्यान में रखते, तो ये जो नौबत आज हुई है, वो ना होती। उन्होंने आगे कहा कि यदि अब भी हरियाणा की कमान सही हाथों में नहीं सौंपी और संगठन न बनाया गया, तो आने वाले अन्य प्रदेशों के चुनाव में भी हार का मुंह कांग्रेस पार्टी को देखना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर के हरियाणा कांग्रेस का गठन तुरंत प्रभाव से किया जाए। बवेजा ने कहा कि हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस को कभी बहुमत नहीं मिला है।
कांग्रेस की जीत पर JJP विधायक ने लड्डू बांटे:बोले- यह दमन-सत्ता सुख खत्म करने की लड़ाई; हरियाणा में चुनाव से पहले समर्थन दिया था
कांग्रेस की जीत पर JJP विधायक ने लड्डू बांटे:बोले- यह दमन-सत्ता सुख खत्म करने की लड़ाई; हरियाणा में चुनाव से पहले समर्थन दिया था हरियाणा में सिरसा लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रहीं कुमारी सैलजा की जीत का फतेहबाद के टोहाना में पूर्व मंत्री JJP विधायक देवेंद्र बबली ने भी जश्न मनाया है। सैलजा की जीत पर बबली के कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने लड्डू बांटे। बबली ने भी सभी को बधाई दी। लोकसभा के लिए मतदान होने से पहले ही बबली ने कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया था। वह अब भी JJP से विधायक हैं। उन्होंने पार्टी से इस्तीफा भी नहीं दिया है। फिर भी वह पार्टी के साथ नहीं हैं। बुधवार को जश्न के दौरान बबली ने फिर से अपने प्रतिद्वंद्वियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह बुराई पर अच्छाई की और असत्य पर सत्य की जीत है। जो सरिया 2019 में निकाला था, एक बार फिर उसे निकालने का काम किया है। जब तक आप जनता की भावनाओं से खिलवाड़ करेंगे, जनता ऐसे ही जवाब देती रहेगी। यह लोगों की लड़ाई थी, मेरे अकेले की नहीं। आगामी चुनाव भी जनता के आदेश पर लड़ेंगे
उन्होंने कहा कि जो दमन-दबाव की राजनीति व सत्ता सुख भोगने की राजनीति थी, यह उसे खत्म करने की लड़ाई थी। उन्होंने कहा कि पहले चुनाव के बाद के सारे चुनाव उन्होंने टोहाना के आदेश पर लड़े। आगामी चुनाव भी जनता के आदेश पर ही लड़ेंगे। उसकी तैयारियां लोग करने में जुटे हैं। टोहाना में कुमारी सैलजा की जीत का श्रेय लेने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह श्रेय नहीं ले रहे, बल्कि जितने वोट उन्होंने आंकड़ों में बताए, उतने ही आए हैं। दिल्ली में कुछ नेताओं से भी मीटिंग हुई, जिसमें जितने फिगर वह देकर आए, उतने ही वोट आए। उन्होंने कहा कि वह श्रेय लेने की राजनीति नहीं करते, बल्कि जो भी हासिल किया है, वह हलके को समर्पित करते हैं। चुनाव से ठीक पहले किया समर्थन का ऐलान
विधायक देवेंद्र बबली ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया था। उन्होंने टोहाना में समर्थकों की मीटिंग में कहा था कि उन्होंने अपना फैसला कोर कमेटी पर छोड़ा था। सदस्यों ने कुमारी सैलजा का नाम लिया। इस पर उन्होंने समर्थकों से चर्चा की तो उन्होंने सैलजा को समर्थन देने को लेकर हां कर दी। बबली ने समर्थकों से वोट डलवा कर राय मांगी थी। बबली ने बताया था कि 3 हजार से ज्यादा लोगों ने उन्हें वोट दिया। इनमें 74 प्रतिशत लोगों ने फैसला उन पर छोड़ दिया है कि जो निर्णय वह लेंगे, वे उसमें उनके साथ रहेंगे। उनके समर्थकों में 9 प्रतिशत लोगों ने भाजपा जॉइन करने की सलाह दी। 17% लोग चाहते हैं कि वह कांग्रेस में जाएं, जबकि 0.5% लोगों का मानना है कि वे जहां हैं, वहीं रहें। पूर्व CM खट्टर के करीबी रह चुके बबली
देवेंद्र बबली पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर के करीबी माने जाते हैं। खट्टर सरकार की ओर से जब पंचायतों के लिए ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया शुरू की थी, तब प्रदेशभर में पंचायतों ने इस फैसले का जमकर विरोध किया था। इस दौरान खट्टर के साथ बबली खड़े रहे। जबकि, सरकार के इस फैसले का उनकी ही पार्टी के मुखिया पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने विरोध किया था। दुष्यंत चौटाला को खलनायक बताया
बबली कुछ समय पहले पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को खलनायक भी बता चुके हैं। कहा था कि चौधरी देवीलाल के नाम पर जननायक पार्टी का नाम रखा गया। जब दुष्यंत सांसद बने तो उन्हें लेकर लोगों में अच्छे नेतृत्व की उम्मीद जगी थी, लेकिन आज वह खलनायक बने हुए हैं।