उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीन दिवसीय आम महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा 12 जुलाई को किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में पैदा होने वाले आम की विभिन्न प्रजातियों को लोगो के बीच में लोकप्रिय बनाने व संरक्षण देने के लिए इस तीन दिवसीय आम महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। दुनिया भर में आम का सबसे ज्यादा निर्यात उत्तर प्रदेश के द्वारा किया जाता है। यही कारण है की सरकार आम की गुणवत्ता बढ़ाने के साथ ही पैकेजिंग पर विशेष ध्यान दे रही है। जिससे आम के निर्यात में बढ़ोत्तरी हो और आम व्यापारियों की आमदनी बढे़ और इसके साथ ही आम के किसानों को भी इसका लाभ मिले सके। प्रदेश के कृषि विपणन एवं कृषि निर्यात राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि फलों का राजा आम खासतौर से उत्तर प्रदेश में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है। एक बडे़ क्षेत्रफल में विभिन्न प्रजातियों का उत्पादन किया जाता है और आम उत्पादन में स्वरोजगार के साथ ही आमदनी की संभावनाएं हैं। राज्य सरकार आम की गुणवत्ता, विविधिता तथा विभिन्न प्रजातियों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसके लिए आम उत्पादको के लिए पैकहाउस से लेकर निर्यातको, खुदरा व्यापारियों और रेस्टोरेन्ट एवं आमजनमानस को एक मंच पर लाकर आम की बिक्री और खपत बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा हैं। आम निर्यात की पूरी श्रृंखला की जानकारी देने के लिए यह तीन दिवसीय आम महोत्सव का आयोजन किया जा रहा हैं। 800 से अधिक आम के प्रदर्शन के लिए लगेंगे 100 से ज्यादा स्टॉल उद्यान मंत्री ने बताया कि आम महोत्सव-2024 में आम के सभी किसान, समितियां, स्वयं सहायता समूह, पैक हाउस, फूड प्रोसेसर, निर्यातक, व्यापारी, नर्सरी मालिक, मशीनरी और उपकरण आपूर्तिकर्ता, शोधकर्ता, वैज्ञानिक भी शामिल होगें। आम महोत्सव 2024 में लगभग 800 से अधिक आम की प्रजातियों का प्रदर्शन किया जायेगा। इस साल 100 से अधिक स्टॉल लगाए जा रहे हैं। आम महोत्सव में आम से बने विभिन्न पकवान एवं व्यंजन भी प्रदर्शित किये जायेंगे, साथ ही प्रतिभागियों द्वारा तैयार आम के पकवानों की प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जायेगा। आप महोत्सव में प्रतियोगिताएं और प्रशिक्षण सेमिनार का किया जाएगा आयोजन इस साल विशेष आकर्षण में आम विविधता प्रदर्शनी में 120 से अधिक किस्मों के प्रदर्शन किया जायेगा। इस अवसर पर आम उत्पादकों-विक्रेताओं एवं क्रेताओं-निर्यातकों की एक बॉयर सेलर मीट का आयोजन कराकर आम क्रेताओं-विक्रेताओं को एक मंच उपलब्ध कराया जायेगा, इससे अन्य प्रान्तों में भी आम के और अधिक प्रभावी विपणन के लिए कार्यवाही की जा सकेगी। इसके साथ ही विभिन्न प्रतियोगितायें और प्रशिक्षण सेमीनार आयोजित किये जायेंगे। आम महोत्सव में प्रदेश के अतिरिक्त मध्य प्रदेश, उत्तराखण्ड, छत्तीसगढ़, राजस्थान एवं अन्य राज्यों के उद्यान विभाग के प्रतिनिधि, प्रगतिशील बागवान एवं निर्यातकों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा। आम के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए बनेगा इंटीग्रेटेड टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट पार्क उद्यान मंत्री ने बताया कि आम महोत्सव प्रदेश के कृषि उत्पादों को देश और दुनिया के बाजार में स्थान दिला रहा है। प्रदेश से सीधे कार्गाे द्वारा दूसरे देशों को आम एवं अन्य फलों व सब्जियों के सीधे निर्यात हेतु तथा प्रदेश से अन्य देशों में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए जेवर एयरपोर्ट के पास इंटीग्रेटेड टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट पार्क का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। इससे प्रदेश द्वारा दूसरे देशों को फल एवं सब्जी के निर्यात पर होने वाले भारी व्यय में कटौती होगी जिससे की किसानों को उनके उत्पादों का लाभ प्राप्त हो सकेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 3.20 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में लगभग 58 लाख मीट्रिक टन से अधिक आम का पैदावार होता हैं। इस साल उत्तर प्रदेश से प्रथम बार जून माह के प्रारम्भ में केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा, लखनऊ के प्रयासों से अमेरिका को आम का निर्यात किया गया है। साल 2024 के जून महीने में अब तक 70 मीट्रिक टन आम का निर्यात किया जा चुका है। वही मंत्री ने बताया कि पिछले साल की तरह इस साल भी आम महोत्सव के अवसर पर प्रदेश से जापान एवं मलेशिया को आम का निर्यात किया जायेगा। साल 2023 में प्रदेश से 44.59 मीट्रिक टन आम का निर्यात अन्य देशों को किया गया। वही पिछले साल आम महोत्सव 2023 में 7 श्रेणियों के 58 वर्गों में लगभग 700 से अधिक प्रजातियों का प्रदर्शन किया गया। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीन दिवसीय आम महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा 12 जुलाई को किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में पैदा होने वाले आम की विभिन्न प्रजातियों को लोगो के बीच में लोकप्रिय बनाने व संरक्षण देने के लिए इस तीन दिवसीय आम महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। दुनिया भर में आम का सबसे ज्यादा निर्यात उत्तर प्रदेश के द्वारा किया जाता है। यही कारण है की सरकार आम की गुणवत्ता बढ़ाने के साथ ही पैकेजिंग पर विशेष ध्यान दे रही है। जिससे आम के निर्यात में बढ़ोत्तरी हो और आम व्यापारियों की आमदनी बढे़ और इसके साथ ही आम के किसानों को भी इसका लाभ मिले सके। प्रदेश के कृषि विपणन एवं कृषि निर्यात राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि फलों का राजा आम खासतौर से उत्तर प्रदेश में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है। एक बडे़ क्षेत्रफल में विभिन्न प्रजातियों का उत्पादन किया जाता है और आम उत्पादन में स्वरोजगार के साथ ही आमदनी की संभावनाएं हैं। राज्य सरकार आम की गुणवत्ता, विविधिता तथा विभिन्न प्रजातियों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसके लिए आम उत्पादको के लिए पैकहाउस से लेकर निर्यातको, खुदरा व्यापारियों और रेस्टोरेन्ट एवं आमजनमानस को एक मंच पर लाकर आम की बिक्री और खपत बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा हैं। आम निर्यात की पूरी श्रृंखला की जानकारी देने के लिए यह तीन दिवसीय आम महोत्सव का आयोजन किया जा रहा हैं। 800 से अधिक आम के प्रदर्शन के लिए लगेंगे 100 से ज्यादा स्टॉल उद्यान मंत्री ने बताया कि आम महोत्सव-2024 में आम के सभी किसान, समितियां, स्वयं सहायता समूह, पैक हाउस, फूड प्रोसेसर, निर्यातक, व्यापारी, नर्सरी मालिक, मशीनरी और उपकरण आपूर्तिकर्ता, शोधकर्ता, वैज्ञानिक भी शामिल होगें। आम महोत्सव 2024 में लगभग 800 से अधिक आम की प्रजातियों का प्रदर्शन किया जायेगा। इस साल 100 से अधिक स्टॉल लगाए जा रहे हैं। आम महोत्सव में आम से बने विभिन्न पकवान एवं व्यंजन भी प्रदर्शित किये जायेंगे, साथ ही प्रतिभागियों द्वारा तैयार आम के पकवानों की प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जायेगा। आप महोत्सव में प्रतियोगिताएं और प्रशिक्षण सेमिनार का किया जाएगा आयोजन इस साल विशेष आकर्षण में आम विविधता प्रदर्शनी में 120 से अधिक किस्मों के प्रदर्शन किया जायेगा। इस अवसर पर आम उत्पादकों-विक्रेताओं एवं क्रेताओं-निर्यातकों की एक बॉयर सेलर मीट का आयोजन कराकर आम क्रेताओं-विक्रेताओं को एक मंच उपलब्ध कराया जायेगा, इससे अन्य प्रान्तों में भी आम के और अधिक प्रभावी विपणन के लिए कार्यवाही की जा सकेगी। इसके साथ ही विभिन्न प्रतियोगितायें और प्रशिक्षण सेमीनार आयोजित किये जायेंगे। आम महोत्सव में प्रदेश के अतिरिक्त मध्य प्रदेश, उत्तराखण्ड, छत्तीसगढ़, राजस्थान एवं अन्य राज्यों के उद्यान विभाग के प्रतिनिधि, प्रगतिशील बागवान एवं निर्यातकों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा। आम के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए बनेगा इंटीग्रेटेड टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट पार्क उद्यान मंत्री ने बताया कि आम महोत्सव प्रदेश के कृषि उत्पादों को देश और दुनिया के बाजार में स्थान दिला रहा है। प्रदेश से सीधे कार्गाे द्वारा दूसरे देशों को आम एवं अन्य फलों व सब्जियों के सीधे निर्यात हेतु तथा प्रदेश से अन्य देशों में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए जेवर एयरपोर्ट के पास इंटीग्रेटेड टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट पार्क का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। इससे प्रदेश द्वारा दूसरे देशों को फल एवं सब्जी के निर्यात पर होने वाले भारी व्यय में कटौती होगी जिससे की किसानों को उनके उत्पादों का लाभ प्राप्त हो सकेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 3.20 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में लगभग 58 लाख मीट्रिक टन से अधिक आम का पैदावार होता हैं। इस साल उत्तर प्रदेश से प्रथम बार जून माह के प्रारम्भ में केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा, लखनऊ के प्रयासों से अमेरिका को आम का निर्यात किया गया है। साल 2024 के जून महीने में अब तक 70 मीट्रिक टन आम का निर्यात किया जा चुका है। वही मंत्री ने बताया कि पिछले साल की तरह इस साल भी आम महोत्सव के अवसर पर प्रदेश से जापान एवं मलेशिया को आम का निर्यात किया जायेगा। साल 2023 में प्रदेश से 44.59 मीट्रिक टन आम का निर्यात अन्य देशों को किया गया। वही पिछले साल आम महोत्सव 2023 में 7 श्रेणियों के 58 वर्गों में लगभग 700 से अधिक प्रजातियों का प्रदर्शन किया गया। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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एमपी में निवेश को बढ़ावा देने में जुटी मोहन सरकार, बिजनेस कॉन्क्लेव में शामिल होंगे इन देशों के प्रतिनिधि <p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> मध्य प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए मोहन यादव की सरकार गंभीर है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हर जिले में इन्वेस्टमेंट फैसिलिटेशन सेंटर स्थापित करने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी कलेक्टर रहेंगे. मुख्यमंत्री ने ग्वालियर में 28 अगस्त को होने जा रही रीजनल बिजनेस कॉन्क्लेव की तैयारियों की जानकारी ली. मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठक के साथ उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग से भी आयोजन पर चर्चा की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने बताया कि रीजनल बिजनेस कॉन्क्लेव में लगभग 2500 प्रतिनिधि शामिल होंगे. नीदरलैंड, घाना ,कनाडा, मेक्सिको सहित अन्य देशों के प्रतिभागियों की भी शिरकत होगी. कॉन्क्लेव में औद्योगिक इकाइयों के लिए भूमि आवंटन का कार्य भी होगा. पर्यटन, खाद्य प्रसंस्करण और आईटी के क्षेत्र में संभावनाओं को तलाशने पर मुख्यमंत्री ने जोर दिया. उन्होंने कहा कि कॉन्क्लेव में निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए प्रयास किए जाएं. मध्य प्रदेश की धरती पर स्थानीय और बाहरी निवेशक दोनों का स्वागत है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर प्रत्येक जिले में उद्योगपतियों से लगातर संवाद बनाए रखें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुख्यमंत्री ने की उच्च स्तरीय बैठक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>स्थानीय उद्योगपतियों की समस्याओं को दूर करने की कोशिश की जाये. जिलों में उद्योग संभावित भूमि की जानकारी भी कलेक्टर्स जुटायें. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि कलेक्टर्स प्रभारी मंत्रियों से भी चर्चा करें. उन्होंने ग्वालियर और चंबल संभागों में उद्योगों की स्थापना के लिए अच्छा वातावरण बनाने का निर्देश दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मंत्री तुलसी सिलावट, करण सिंह वर्मा, गोविंद सिंह राजपूत, राकेश शुक्ला जुड़े. बैठक में मंत्री प्रद्युम्न तोमर, मुख्य सचिव वीरा राणा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय डॉ राजेश राजौरा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय कुमार शुक्ला सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग राघवेंद्र कुमार सिंह ने प्रेजेंटेशन दिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”मध्य प्रदेश में 18 आईएएस अधिकारियों का ट्रांसफर, इलैया राजा बने सीएम मोहन यादव के अपर सचिव” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/mp-ias-transfer-list-18-officers-transfer-in-different-department-ann-2766135″ target=”_self”>मध्य प्रदेश में 18 आईएएस अधिकारियों का ट्रांसफर, इलैया राजा बने सीएम मोहन यादव के अपर सचिव</a></strong></p>