अयोध्या में 4 दिन NSG सुरक्षा पर मंथन करेगी:राम मंदिर उड़ाने की धमकी और आतंकी घटनाओं पर अलर्ट, NSG हब के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर तय होगा

अयोध्या में 4 दिन NSG सुरक्षा पर मंथन करेगी:राम मंदिर उड़ाने की धमकी और आतंकी घटनाओं पर अलर्ट, NSG हब के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर तय होगा

अयोध्या में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) का हब बनाने की तैयारी है। यहां NSG की एक यूनिट स्थायी रूप से तैनात होगी। ऐसे में 17 जुलाई को NSG टीम अयोध्या पहुंच रही है। शहर और राम मंदिर की सुरक्षा परखने के साथ NSG हब के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर तय होगा। ऑफिस बनाने के लिए जगह, उसकी एरिया, कितने जवान की जरूरत होगी, आदि पर चर्चा होगी। NSG जवान 17 से 20 जुलाई तक यहां की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। पुलिस, जिला प्रशासन, राम मंदिर सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों के साथ मीटिंग होगी। सुरक्षा को और बेहतर कैसे किया जाए, इस पर निर्णय होगा। बता दें कि राम मंदिर को कई बार उड़ाने की धमकी दी जा चुकी है। इसके बाद सरकार सुरक्षा को लेकर अलर्ट है। अयोध्या में NSG हब बनाने का काम चल रहा है। 2005 में अस्थायी राम मंदिर के पास 5 आतंकी मारे गए थे
5 जुलाई साल 2005 को अस्थायी राम मंदिर पर हमला करने लश्कर-ए-तैयबा के 5 आतंकी पहुंचे। आतंकियों ने जैसे रॉकेट लांचर चलाने की कोशिश की, सुरक्षाबलों ने घेर कर पांचों को मार डाला। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के मुताबिक, उस दिन बालक राम टेंट में विराजमान थे। उस दौरान भक्त दर्शन के लिए यहां आते थे। लेकिन, 5 जुलाई 2005 के दिन कुछ आतंकियों ने हमला किया। जैसे ही आतंकियों ने लांचर फेंका, फिर वहां तेज से आवाज हुई। इसके बाद सभी सुरक्षा में तैनात जवान सतर्क हो गए। सभी ने कहा आतंकवादी आ गए। इसके बाद CRPF के जवान अलर्ट हो गए। आतंकी बैरिकेडिंग तोड़कर सीता रसोई के पीछे आ गए। उन आतंकियों का उद्देश्य था कि प्रभु राम जहां विराजमान हैं, उसको खत्म कर दिया जाए। लेकिन, मौके पर सुरक्षा सुरक्षाबलों ने आतंकियों को ढेर कर दिया। हनुमानगढ़ी के सामने और रेलवे स्टेशन पर मिले थे बम
28 मार्च 1999 को अयोध्या रेलवे स्टेशन पर टाइम बम मिला, जो बेहद शक्तिशाली था। सामने आया था कि अगर धमाका होता तो पूरा स्टेशन परिसर उड़ जाता। एक चाय वाले की सतर्कता से हादसा टल गया। उसकी सूचना पर बम डिफ्यूज कर दिया गया। 13 जून 2001 को हनुमानगढ़ी के सामने इमली के पेड़ के नीचे खड़ी जीप में कुकर बम मिला था। इससे पूरे क्षेत्र को दहलाने की साजिश थी। इस घटना के पीछे लश्कर-ए-तैय्यबा का नाम सामने आया था। लश्कर का एरिया कमांडर अयोध्या में ढेर हुआ था
लश्कर के एरिया कमांडर मोहम्मद इमरान को सितंबर 2001 में अयोध्या के बाईपास पर ही मार गिराया गया था। जबकि मोहम्मद इमरान के दो अन्य सहयोगी भी पकड़े गए थे। इसके अलावा साबरमती बम विस्फोट, फैजाबाद कचहरी ब्लास्ट जैसी घटनाएं भी हुई। हालांकि समय के साथ अब अयोध्या की सुरक्षा पहले के मुकाबले कई गुना बेहतर और सतर्क है। मंदिर को दो बार बम से उड़ाने की मिल चुकी धमकी
14 दिन पहले राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी भी मिली थी। पहले एक आईडी से इंस्टाग्राम पर पोस्ट की गई। फिर 112 पर कॉल आई। राम मंदिर को उड़ाने की धमकी मिलते ही पुलिस में हड़कंप मच गया। साइबर एक्सपर्ट और सर्विलांस टीम को तुरंत एक्टिव किया। दहशत न फैले इसलिए पुलिस ने अंदरखाने जांच की। जांच में धमकी देने वाले की लोकेशन कुशीनगर की निकली। पुलिस ने धमकी देने वाले पटहेरवा थाना के बलुआ तकिया क्षेत्र के रहने वाले एक 16 साल के किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुरुआती जांच में पता चला कि नाबालिग मानसिक तौर पर स्वस्थ नहीं है। 9 महीने पहले बरेली के छात्र ने दी थी धमकी
9 महीने पहले राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी बरेली से दी गई। बरेली से लखनऊ कंट्रोल रूम में 112 नंबर पर कॉल कर यह धमकी दी गई। पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर बरेली के 8वीं के छात्र को हिरासत में लिया। उसकी उम्र 14 साल थी। जांच में सामने आया है कि छात्र ने यू-ट्यूब पर वीडियो देखकर मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी। रोज डेढ़ लाख श्रद्धालु पहुंच रहे राम मंदिर
22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से हर दिन करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। मंदिर पर आतंकी हमले को लेकर धमकियां मिलती रहती हैं। ऐसे में मंदिर की सुरक्षा को देखते हुए सरकार ने NSG की यूनिट शुरू करने का फैसला लिया है। अभी SSF के हाथों में मंदिर की सुरक्षा
श्रीराम जन्मभूमि परिसर और मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी SSF के हाथों है। मंदिर की सुरक्षा में 200 जवान तैनात हैं। UP सरकार ने हाल ही में PAC और पुलिस के जवानों को मिलाकर SSF गठन किया है। NSG का गठन 1986 में किया गया अयोध्या में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) का हब बनाने की तैयारी है। यहां NSG की एक यूनिट स्थायी रूप से तैनात होगी। ऐसे में 17 जुलाई को NSG टीम अयोध्या पहुंच रही है। शहर और राम मंदिर की सुरक्षा परखने के साथ NSG हब के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर तय होगा। ऑफिस बनाने के लिए जगह, उसकी एरिया, कितने जवान की जरूरत होगी, आदि पर चर्चा होगी। NSG जवान 17 से 20 जुलाई तक यहां की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। पुलिस, जिला प्रशासन, राम मंदिर सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों के साथ मीटिंग होगी। सुरक्षा को और बेहतर कैसे किया जाए, इस पर निर्णय होगा। बता दें कि राम मंदिर को कई बार उड़ाने की धमकी दी जा चुकी है। इसके बाद सरकार सुरक्षा को लेकर अलर्ट है। अयोध्या में NSG हब बनाने का काम चल रहा है। 2005 में अस्थायी राम मंदिर के पास 5 आतंकी मारे गए थे
5 जुलाई साल 2005 को अस्थायी राम मंदिर पर हमला करने लश्कर-ए-तैयबा के 5 आतंकी पहुंचे। आतंकियों ने जैसे रॉकेट लांचर चलाने की कोशिश की, सुरक्षाबलों ने घेर कर पांचों को मार डाला। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के मुताबिक, उस दिन बालक राम टेंट में विराजमान थे। उस दौरान भक्त दर्शन के लिए यहां आते थे। लेकिन, 5 जुलाई 2005 के दिन कुछ आतंकियों ने हमला किया। जैसे ही आतंकियों ने लांचर फेंका, फिर वहां तेज से आवाज हुई। इसके बाद सभी सुरक्षा में तैनात जवान सतर्क हो गए। सभी ने कहा आतंकवादी आ गए। इसके बाद CRPF के जवान अलर्ट हो गए। आतंकी बैरिकेडिंग तोड़कर सीता रसोई के पीछे आ गए। उन आतंकियों का उद्देश्य था कि प्रभु राम जहां विराजमान हैं, उसको खत्म कर दिया जाए। लेकिन, मौके पर सुरक्षा सुरक्षाबलों ने आतंकियों को ढेर कर दिया। हनुमानगढ़ी के सामने और रेलवे स्टेशन पर मिले थे बम
28 मार्च 1999 को अयोध्या रेलवे स्टेशन पर टाइम बम मिला, जो बेहद शक्तिशाली था। सामने आया था कि अगर धमाका होता तो पूरा स्टेशन परिसर उड़ जाता। एक चाय वाले की सतर्कता से हादसा टल गया। उसकी सूचना पर बम डिफ्यूज कर दिया गया। 13 जून 2001 को हनुमानगढ़ी के सामने इमली के पेड़ के नीचे खड़ी जीप में कुकर बम मिला था। इससे पूरे क्षेत्र को दहलाने की साजिश थी। इस घटना के पीछे लश्कर-ए-तैय्यबा का नाम सामने आया था। लश्कर का एरिया कमांडर अयोध्या में ढेर हुआ था
लश्कर के एरिया कमांडर मोहम्मद इमरान को सितंबर 2001 में अयोध्या के बाईपास पर ही मार गिराया गया था। जबकि मोहम्मद इमरान के दो अन्य सहयोगी भी पकड़े गए थे। इसके अलावा साबरमती बम विस्फोट, फैजाबाद कचहरी ब्लास्ट जैसी घटनाएं भी हुई। हालांकि समय के साथ अब अयोध्या की सुरक्षा पहले के मुकाबले कई गुना बेहतर और सतर्क है। मंदिर को दो बार बम से उड़ाने की मिल चुकी धमकी
14 दिन पहले राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी भी मिली थी। पहले एक आईडी से इंस्टाग्राम पर पोस्ट की गई। फिर 112 पर कॉल आई। राम मंदिर को उड़ाने की धमकी मिलते ही पुलिस में हड़कंप मच गया। साइबर एक्सपर्ट और सर्विलांस टीम को तुरंत एक्टिव किया। दहशत न फैले इसलिए पुलिस ने अंदरखाने जांच की। जांच में धमकी देने वाले की लोकेशन कुशीनगर की निकली। पुलिस ने धमकी देने वाले पटहेरवा थाना के बलुआ तकिया क्षेत्र के रहने वाले एक 16 साल के किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुरुआती जांच में पता चला कि नाबालिग मानसिक तौर पर स्वस्थ नहीं है। 9 महीने पहले बरेली के छात्र ने दी थी धमकी
9 महीने पहले राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी बरेली से दी गई। बरेली से लखनऊ कंट्रोल रूम में 112 नंबर पर कॉल कर यह धमकी दी गई। पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर बरेली के 8वीं के छात्र को हिरासत में लिया। उसकी उम्र 14 साल थी। जांच में सामने आया है कि छात्र ने यू-ट्यूब पर वीडियो देखकर मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी। रोज डेढ़ लाख श्रद्धालु पहुंच रहे राम मंदिर
22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से हर दिन करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। मंदिर पर आतंकी हमले को लेकर धमकियां मिलती रहती हैं। ऐसे में मंदिर की सुरक्षा को देखते हुए सरकार ने NSG की यूनिट शुरू करने का फैसला लिया है। अभी SSF के हाथों में मंदिर की सुरक्षा
श्रीराम जन्मभूमि परिसर और मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी SSF के हाथों है। मंदिर की सुरक्षा में 200 जवान तैनात हैं। UP सरकार ने हाल ही में PAC और पुलिस के जवानों को मिलाकर SSF गठन किया है। NSG का गठन 1986 में किया गया   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर