पंजाब का पर्ल ग्रुप डायरेक्टर मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार:दूबई भागने की तैयारी में था प्रशांत; इमिग्रेशन टीम के सहयोग से पकड़ा

पंजाब का पर्ल ग्रुप डायरेक्टर मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार:दूबई भागने की तैयारी में था प्रशांत; इमिग्रेशन टीम के सहयोग से पकड़ा

पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने पर्ल्स एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल) मामले में सनरंजीवन इंफ्रास्ट्रक्चर एंड प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के भगोड़े निदेशक प्रशांत मांजरेकर को मुम्बई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, वह मुम्बई से दुबई भागने की तैयारी में था। विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी के खिलाफ गांव घोलूमाजरा तहसील डेराबस्सी जिला SAS नगर में पीएसीएल की संपत्तियों की अवैध बिक्री में संलिप्तता के संबंध में पुलिस स्टेशन सदर सिटी जीरा जिला फिरोजपुर में दर्ज FIR में भगौड़ा था। आरोपी को पता था कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही गांव घोलूमाजरा व अन्य स्थानों पर पीएसीएल कंपनी की किसी भी संपत्ति को बेचने आदि पर रोक लगा दी गई है। फेनोमेनल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और सनरंजीवन इंफ्रास्ट्रक्चर एंड प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों व प्रमोटरों ने अन्य लोगों की मिलीभगत से साल 2018-19 में गांव घोलूमाजरा में पीएसीएल का गठन किया था। कोर्ट की तरफ से विवादित घोषित की गई 115 बीघे भूमि पर बेला विस्टा-01 और बेला विस्टा-02 नामक दो कलेनिया विकसित की थी। आरोपी डेवलपर्स ने दोनों कॉलोनियों में लोगों को प्लॉट व मकान बेचकर भारी पैसा कमाया। जिसके कारण इन कंपनियों के प्रमोटरों को विजिलेंस ब्यूरो द्वारा उक्त मामले में जोड़ा गया। निवेशकों को पैसा वापस करने का ऐलान कर चुकी पंजाब सरकार पंजाब के मुख्यमंत्री पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि पीएसीएल की संपत्ति बेची जाएगी और बिक्री से प्राप्त आय उन निवेशकों को लौटाई जाएगी जिन्होंने अपनी मेहनत की कमाई कंपनी द्वारा प्रस्तावित सामूहिक निवेश योजना में लगाई थी। इसके लिए जस्टिस (रिटायर्ड) आर.एम. लोढ़ा की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है। प्रवक्ता ने आगे बताया कि उक्त आरोपी का ट्रांजिट रिमांड ले लिया गया है और उसे पंजाब की संबंधित अदालत में पेश किया जाएगा। इस मामले की आगे की जांच जारी है। 5.50 करोड़ निवेशकों को 60 हजार करोड़ का चूना
पर्ल ग्रुप पर आरोप है कि उन्होंने पूरे देश में करीब 5.50 करोड़ लोगों से प्रॉपर्टी में निवेश कराया। इससे करीब 60 हजार करोड़ कमाए। निवेशकों को फर्जी अलॉटमेंट लेटर थमा दिए। फिर कंपनी ने यह पैसा हड़प लिया। मान ने लोकसभा में उठाई थी आवाज
भगवंत मान पहले संगरूर से लोकसभा सांसद थे। इस दौरान उन्होंने पर्ल ग्रुप की धोखाधड़ी का मुद्दा संसद में उठाया था। अब ठगी के शिकार लोगों को उम्मीद है कि सीएम बनने के बाद भगवंत मान उनका पैसा वापस दिलाएंगे। पर्ल ग्रुप के मालिक निर्मल सिंह भंगू को जनवरी में गिरफ्तार किया गया था। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने पर्ल्स एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल) मामले में सनरंजीवन इंफ्रास्ट्रक्चर एंड प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के भगोड़े निदेशक प्रशांत मांजरेकर को मुम्बई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, वह मुम्बई से दुबई भागने की तैयारी में था। विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी के खिलाफ गांव घोलूमाजरा तहसील डेराबस्सी जिला SAS नगर में पीएसीएल की संपत्तियों की अवैध बिक्री में संलिप्तता के संबंध में पुलिस स्टेशन सदर सिटी जीरा जिला फिरोजपुर में दर्ज FIR में भगौड़ा था। आरोपी को पता था कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही गांव घोलूमाजरा व अन्य स्थानों पर पीएसीएल कंपनी की किसी भी संपत्ति को बेचने आदि पर रोक लगा दी गई है। फेनोमेनल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और सनरंजीवन इंफ्रास्ट्रक्चर एंड प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों व प्रमोटरों ने अन्य लोगों की मिलीभगत से साल 2018-19 में गांव घोलूमाजरा में पीएसीएल का गठन किया था। कोर्ट की तरफ से विवादित घोषित की गई 115 बीघे भूमि पर बेला विस्टा-01 और बेला विस्टा-02 नामक दो कलेनिया विकसित की थी। आरोपी डेवलपर्स ने दोनों कॉलोनियों में लोगों को प्लॉट व मकान बेचकर भारी पैसा कमाया। जिसके कारण इन कंपनियों के प्रमोटरों को विजिलेंस ब्यूरो द्वारा उक्त मामले में जोड़ा गया। निवेशकों को पैसा वापस करने का ऐलान कर चुकी पंजाब सरकार पंजाब के मुख्यमंत्री पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि पीएसीएल की संपत्ति बेची जाएगी और बिक्री से प्राप्त आय उन निवेशकों को लौटाई जाएगी जिन्होंने अपनी मेहनत की कमाई कंपनी द्वारा प्रस्तावित सामूहिक निवेश योजना में लगाई थी। इसके लिए जस्टिस (रिटायर्ड) आर.एम. लोढ़ा की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है। प्रवक्ता ने आगे बताया कि उक्त आरोपी का ट्रांजिट रिमांड ले लिया गया है और उसे पंजाब की संबंधित अदालत में पेश किया जाएगा। इस मामले की आगे की जांच जारी है। 5.50 करोड़ निवेशकों को 60 हजार करोड़ का चूना
पर्ल ग्रुप पर आरोप है कि उन्होंने पूरे देश में करीब 5.50 करोड़ लोगों से प्रॉपर्टी में निवेश कराया। इससे करीब 60 हजार करोड़ कमाए। निवेशकों को फर्जी अलॉटमेंट लेटर थमा दिए। फिर कंपनी ने यह पैसा हड़प लिया। मान ने लोकसभा में उठाई थी आवाज
भगवंत मान पहले संगरूर से लोकसभा सांसद थे। इस दौरान उन्होंने पर्ल ग्रुप की धोखाधड़ी का मुद्दा संसद में उठाया था। अब ठगी के शिकार लोगों को उम्मीद है कि सीएम बनने के बाद भगवंत मान उनका पैसा वापस दिलाएंगे। पर्ल ग्रुप के मालिक निर्मल सिंह भंगू को जनवरी में गिरफ्तार किया गया था।   पंजाब | दैनिक भास्कर