हरियाणा के नूंह (मेवात) जिले की बेटी साइंटिस्ट बनेगी। नूंह खंड के रेहना गांव के रहने वाले मुस्ताक अहमद की बेटी शिफा ने भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER) में पूरे भारत में 1147वीं रेंक प्राप्त की है। जबकि ओबीसी कैटेगरी में उसकी 413 रेंक है। इस परीक्षा में 2 लाख बच्चों ने भाग लिया। इसके साथ ही शिफा ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस सेगुकेशन एण्ड रिर्सच (NISER) के टेस्ट में भी ओबीसी कैटेगरी में 31वीं रेंक व जनरल कैटेगरी में 147वीं रेंक हासिल की है। इस परीक्षा में भी 2 लाख बच्चों ने भाग लिया। बता दें कि शिफा एक किसान परिवार की बेटी है। जिसने नूंह के राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी में पढ़ाई करते हुए। 12वीं (सीबीएसई) में 93.4% अंक प्राप्त किए l साथ ही पहले ही प्रयास में NEET में 720 में से 669 अंक प्राप्त किए। हरियाणा के नूंह (मेवात) जिले की बेटी साइंटिस्ट बनेगी। नूंह खंड के रेहना गांव के रहने वाले मुस्ताक अहमद की बेटी शिफा ने भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER) में पूरे भारत में 1147वीं रेंक प्राप्त की है। जबकि ओबीसी कैटेगरी में उसकी 413 रेंक है। इस परीक्षा में 2 लाख बच्चों ने भाग लिया। इसके साथ ही शिफा ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस सेगुकेशन एण्ड रिर्सच (NISER) के टेस्ट में भी ओबीसी कैटेगरी में 31वीं रेंक व जनरल कैटेगरी में 147वीं रेंक हासिल की है। इस परीक्षा में भी 2 लाख बच्चों ने भाग लिया। बता दें कि शिफा एक किसान परिवार की बेटी है। जिसने नूंह के राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी में पढ़ाई करते हुए। 12वीं (सीबीएसई) में 93.4% अंक प्राप्त किए l साथ ही पहले ही प्रयास में NEET में 720 में से 669 अंक प्राप्त किए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में BJP के ऑब्जर्वर अमित शाह क्यों?:सैनी के मुकाबले विज की CM दावेदारी, अहीरवाल से मुख्यमंत्री कुर्सी की मांग समेत 3 वजहें हरियाणा में 90 में से 48 सीटें जीतकर बहुमत मिलने के बाद BJP से नायब सैनी CM चेहरे के तौर पर लगभग कन्फर्म हैं। इसके बावजूद मध्यप्रदेश के CM मोहन यादव के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को ऑब्जर्वर बना BJP ने कई सियासी चर्चाओं को जन्म दे दिया है। ऐसा इसलिए, क्योंकि शाह ने ही चुनाव से पहले पंचकूला में मंच से कहा था कि ये चुनाव नायब सैनी की अगुआई में लड़ेंगे। अब 17 अक्टूबर के शपथग्रहण से एक दिन पहले 16 अक्टूबर को शाह का आना कई संकेत दे रहा है। पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स की मानें तो इसकी 3 बड़ी वजहें हो सकती हैं… 1. अनिल विज की CM पद की दावेदारी
विधायक दल की मीटिंग में नायब सैनी के दोबारा CM बनने में कोई पेंच है तो वह अंबाला कैंट से 7वीं बार MLA बने अनिल विज हैं। विज चुनाव प्रचार के दौरान दावा ठोक चुके हैं कि वह सीनियर हैं। सीनियरिटी के हिसाब से वह इस बार मुख्यमंत्री पद का दावा करेंगे। विधायक दल की मीटिंग में विज, सैनी के नाम के खिलाफ हुए तो फिर शाह को उन्हें संभालना होगा। इससे पहले भी जब मार्च महीने में मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सैनी को विधायक दल का नेता चुना गया तो विज मीटिंग छोड़कर चले गए थे। BJP के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो फिलहाल सैनी को CM चेहरे से बदलने की कोई सूरत नजर नहीं आती, लेकिन भाजपा 2014 में मनोहर लाल खट्टर को लाकर चौंका चुकी है। 2. अहीरवाल बेल्ट के विधायकों का रुख CM चेहरे को लेकर दूसरा मुद्दा अहीरवाल बेल्ट का है। यहां से इस बार BJP ने 11 में से 10 सीटें जीती हैं। अहीरवाल बेल्ट से लगातार मांग उठ रही है कि वहां से CM चेहरा होना चाहिए। इसकी वजह ये भी है कि 2014 में BJP यहां से सारी 11 सीटें जीती तो 47 सीटों के साथ बहुमत आया था। 2019 में BJP यहां से 8 सीटें जीती तो 46 के बहुमत से कम 40 पर रह गई। यही वजह है कि केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत कह चुके हैं कि उन्होंने अपना काम कर दिया, अब पार्टी को संज्ञान लेना चाहिए। शाह की मौजूदगी के जरिए इसे भी देखा जा सकता है कि अगर सैनी सीएम बने तो फिर वहां के विधायकों का क्या रुख रहता है। 3. मंत्रीपद की दावेदारी BJP बहुमत पार जरूर आई है लेकिन इस बार मंत्रिमंडल में कौन-कौन होगा, इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। खासकर, चुनाव में RSS के इन्वॉल्व और उनसे जुड़े कुछ चेहरों के विधायक चुने जाने के बाद उनका भी नंबर आ सकता है। कुछ ऐसे विधायक भी हैं, जिनकी पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर से नाराजगी रही। इसके अलावा राव इंद्रजीत भी अहीरवाल बेल्ट से 2 से 3 मंत्री पद की मांग कर रहे हैं। ऐसे में योग्य मंत्रीपद से न चूके और इसके विरोध में किसी तरह की बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी न हो, इसलिए शाह इसे मैनेज करेंगे। ये खबर भी पढ़ें :- अमित शाह चुनेंगे हरियाणा का CM:BJP ने 2 ऑब्जर्वर तय किए, 16 को विधायक दल की बैठक; अनिल विज नड्डा से मिले हरियाणा के नए CM के चुनाव के लिए BJP ने अमित शाह को ऑब्जर्वर लगा दिया है। उनके साथ मध्यप्रदेश के CM मोहन यादव भी रहेंगे। पिछले 5 वर्षों में यह दूसरा मौका होगा, जब उत्तर प्रदेश के बाद शाह हरियाणा में ऑब्जर्वर बनकर आ रहे हैं। पूरी खबर पढ़ें…
ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता मनु जारी रखेंगी पढ़ाई:डीएवी से कर रहीं ग्रेजुएशन; सेकेंड ईयर में इस साल, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सब्जेक्ट
ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता मनु जारी रखेंगी पढ़ाई:डीएवी से कर रहीं ग्रेजुएशन; सेकेंड ईयर में इस साल, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सब्जेक्ट देश की स्टार खिलाड़ी और 2 बार की ओलंपिक ब्रांज मेडल विनर मनु भाकर और उनकी टीम के साथी सरबजोत सिंह अब अपनी स्टडी पर फोकस करेंगे। चंडीगढ़ दौरे के दौरान इन दोनों स्टार खिलाड़ियों ने इसका खुलासा किया। अब मनु और सरबजीत पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) से संबद्ध डीएवी कॉलेज से ग्रेजुएशन कर रहे हैं। इस साल दोनों का सेकेंड ईयर है। सबसे अच्छी बात यह है कि दोनों खिलाड़ियों का पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन ही सब्जेक्ट है। चंडीगढ़ दौरे के दौरान दोनों खिलाड़ियों ने अपने शैक्षणिक संस्थान पंजाब विश्वविद्यालय का भी दौरा किया था और कुलपति रेणु विग से मुलाकात की थी। प्रोफेसर रेणु विग ने मनु भाकर और सरबजोत सिंह को उनकी सफलता के लिए बधाई दी और कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय को इस बात पर गर्व है कि दोनों ही विश्वविद्यालय से सम्बद्ध डीएवी कॉलेज के छात्र हैं। वहीं अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए 22 वर्षीय निशानेबाज ने कहा कि अब वह अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं। हरियाणा में डिप्टी डायरेक्टर बन चुकीं मनु चंडीगढ़ में मनु अपने परिजनों के साथ हरियाणा CM नायब सैनी से मिलने पहुंची थीं। यहां CM ने उनका स्वागत किया था। उनके साथ अंबाला के शूटर सरबजोत सिंह भी अपने परिजनों के साथ पहुंचे थे। यहां बातचीत के दौरान CM सैनी ने दोनों खिलाड़ियों को डिप्टी डायरेक्टर बनने की पेशकश की। सरकार के इस ऑफर को दोनों खिलाड़ियों ने हंसकर स्वीकार कर लिया। हरियाणा के सभी ओलिंपिक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए 17 अगस्त को रोहतक में कार्यक्रम होगा। पॉलिसी के आधार पर जो भी सुविधाएं विजेता खिलाड़ियों को मिलती हैं, वह उन्हें दी जाएंगी। गोल्ड की तैयारी करेंगी मनु ओलिंपिक में पूरे देश के मुकाबले सबसे ज्यादा मेडल हरियाणा से आने पर मनु भाकर ने कहा कि हरियाणा के लोग खेल को पसंद करते हैं। हमारा जो कल्चर बना हुआ है और हम जो खाना खाते हैं, बिल्कुल देशी खाना। वहीं मां-बाप भी बचपन से ही बच्चों को स्टेडियम में लेकर जाते हैं, ताकि बच्चे खेलें-कूदें।मनु ने कहा कि एक तो कल्चर अच्छा है और दूसरा ऊपरी लेवल पर सहयोग भी अच्छा मिला है। सरकार की तरफ से भी कई चीजें हैं, जिन्होंने फायदा दिया है। कोई भी खिलाड़ी ओलिंपिक में जाता है तो उसका टारगेट गोल्ड रहता है। आगे गोल्ड लाने का प्रयास जरूर रहेगा। इस बार उम्मीद थी कि और बेहतर होगा, लेकिन मुकाबला कड़ा रहा। लड़के और लड़कियों को बराबर के मौके मिलें मनु का कहना है कि पंजाब और हरियाणा के खिलाड़ी काफी तरक्की कर रहे हैं। इसी तरह वह आगे भी करते रहेंगे। मुझे लगता है कि खेल में लड़के और लड़कियां दोनों को ही बराबरी के अवसर मिलने चाहिए, लेकिन कई घरों में ऐसा नहीं होता। मनु ने यह भी बताया है कि उन्हें शुरू से ही बढ़िया अवसर मिले। उनका कहना है कि अब समाज बदल रहा है। पॉजिटिव चेंज देखने को मिल रहा है। मैं उम्मीद करती हूं कि 10-15 साल में बढ़िया चेंज देखने को मिलेगा। मैं भी इस बदलाव में अपना पूरा सहयोग करूंगी। 10 मीटर एयर पिस्टल के 2 इवेंट्स में ब्रॉन्ज जीते पेरिस ओलंपिक के दूसरे ही दिन भारतीय शूटर मनु भाकर ने भारत को ब्रॉन्ज दिलाया था। उन्होंने विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में 221.7 पॉइंट्स के साथ मेडल जीता। ओलंपिक के इतिहास में शूटिंग में मेडल दिलाने वाली मनु पहली भारतीय महिला हैं।मनु ने अपना दूसरा मेडल अंबाला शूटर सरबजोत के साथ 10 मीटर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट में जीता। दोनों की जोड़ी ने कोरियाई टीम को 16-10 से हराया। मनु एक ओलिंपिक में दो मेडल जीतने पहली भारतीय बनीं। इसके अलावा शूटर मनु 25 मीटर विमेंस पिस्टल इवेंट के फाइनल मुकाबले में हार गई। वह चौथे नंबर पर रहीं। ओलिंपिक क्लोजिंग सेरेमनी के लिए पेरिस जाएंगी मनु देश लौटने पर मनु ने कहा, ‘मैं बेहद खुश हूं कि इतना प्यार मिल रहा है।’ अब मनु पेरिस ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी में भारत की ध्वजवाहक होंगी। वह रविवार को होने वाली क्लोजिंग सेरेमनी के लिए पेरिस जाएंगी।
हरियाणा में JJP के प्रभारी और जिलाध्यक्ष घोषित:विधानसभा चुनाव से पहले संगठन मजबूती में लगी पार्टी, बबीता फोगाट के चाचा को मिली जिम्मेदारी
हरियाणा में JJP के प्रभारी और जिलाध्यक्ष घोषित:विधानसभा चुनाव से पहले संगठन मजबूती में लगी पार्टी, बबीता फोगाट के चाचा को मिली जिम्मेदारी हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) ने विधानसभा चुनाव से पहले संगठन मजबूती का काम शुरू कर दिया है। JJP ने हरियाणा के सभी जिलों में जिलाध्यक्ष नियुक्त कर दिए हैं और 7 जिलों में जिला प्रभारियों के नाम फाइनल कर दिए हैं। JJP की ओर ने इन नामों का ऐलान कर दिया है। सबसे खास बात है कि चरखी दादरी से भाजपा नेत्री बबीता फोगाट के चाचा सज्जन बलाली को JJP ने जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। सज्जन बलाली चौटाला परिवार के खास रहे हैं। सज्जन बलाली वर्ष 2000 से 2007 तक लगातार INLD भिवानी जिलाध्यक्ष भी रहे हैं। अब उनको नई जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा हिसार में मास्टर ताराचंद को पहले ही तरह हिसार प्रभारी और अमित बूरा को जिलाध्यक्ष का कार्यभार सौंपा गया है। जिन जिलों में प्रभारी और जिलाध्यक्ष दोनों की नियुक्ति की गई है बताया जा रहा है उन जिलों पर JJP का खास फोकस रहेगा। लोकसभा में 10 सीटों पर जमानत जब्त हुई थी
हरियाणा में इनेलो पार्टी से अलग होकर बनी जननायक जनता पार्टी (JJP) इन दिनों बुरे दौर से गुजर रही है। 2019 में सत्ता की चाबी हाथ में लेकर चलने वाली JJP को हरियाणा के लोकसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ी और 10 की 10 लोकसभा सीटों पर ना केवल हार हुई बल्कि जमानत भी जब्त हो गई। इतना ही नहीं पार्टी हरियाणा की 90 विधानसभा में एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई। जजपा का वोट शेयर पूरे हरियाणा में 0.87 प्रतिशत रहा, जो बसपा और इनेलो से भी कम है। पूरे हरियाणा में पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। यह हाल तब रहा जब हरियाणा में उप मुख्यमंत्री पद जैसे कई बड़े विभाग JJP के पास थे। तीन महीने पहले सीट शेयरिंग पर टूटा था गठबंधन
दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में सीट शेयरिंग के मामले को लेकर हरियाणा में तकरीबन साढ़े 4 साल से मिलकर सरकार चला रहे BJP और JJP का गठबंधन टूट गया था। लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाने के कारण दोनों दल अलग-अलग हो गए। जजपा भाजपा के साथ गठबंधन में रहते हुए लोकसभा की 2 सीटे मांग रही थी मगर भाजपा खुद के दम पर चुनाव लड़ने के पक्ष में थी। हरियाणा में JJP को 0.87 प्रतिशत वोट मिले
जननायक जनता पार्टी (JJP) को पूरे हरियाणा में 0.87 प्रतिशत ही वोट मिल पाए हैं। सबसे खराब स्थित सोनीपत, अंबाला, रोहतक, कुरूक्षेत्र और सोनीपत की रही। यहां JJP प्रत्याशी 10 हजार से ऊपर वोट नहीं ले पाए। सबसे कम फरीदाबाद में नलिन हुड्डा को 5361 वोट मिले। वहीं सबसे अधिक वोट हिसार में दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला को मिले। नैना चौटाला को 22032 वोट मिले। इसके अलावा पार्टी तीसरे से लेकर पांचवें स्थान पर रही। वहीं बसपा और इनेलो का प्रदर्शन जजपा से बेहतर रहा। हालांकि बसपा और इनेलो की भी चुनाव में जमानत जब्त हुई।