हरियाणा के पानीपत कोर्ट ने एक हत्या के दोषी को उम्रकैद की सजा सुनाई है। जिला न्यायवादी राजेश कुमार ने बताया कि एडिशनल सेशन जज डॉ. नरेश कुमार सिंघल की कोर्ट ने दोषी राहुल मूल निवासी बंदपुर, जिला सोनीपत और हाल निवासी राज नगर गली नंबर 4 को उम्रकैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने दोषी पर 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। दोषी ने 31 जुलाई की रात को लड़ाई-झगड़े के बीच एक युवक की छाती में कैंची घौंप कर हत्या की थी। दोनों एक ही गली में रहते थे किराये पर मॉडल टाउन थाना पुलिस को दी शिकायत में बिजेंद्र ने बताया था कि वह गली नंबर 4, राजनगर का रहने वाला है। वह ठेकेदारी करता है। उसके पास गोलू (25) निवासी गांव सालाखेड़ी जिला मुजफ्फरनगर, यूपी, राजमिस्त्री का काम करता था। इसके अलावा राहुल निवासी जिला सोनीपत मजदूरी करता है। गोलू और राहुल दोनों ही राजनगर में रहते हैं। 30-31 जुलाई 2021 की रात करीब 11 बजे वह अपने दोस्त रवि मोहन की हेयर ड्रेसर की दुकान पर बैठा हुआ था। इसी दौरान उसकी पत्नी सुमन, लेबर राहुल की पत्नी प्रमिला दुकान पर आई। राहुल की पत्नी ने कहा कि गोलू को बचा लो। राहुल और गोलू की लड़ाई हो रही है। ये बात सुनकर सभी वहां से मौके पर पहुंचे। जहां पहुंच कर देखा कि गोलू, राहुल के कमरे के बाहर खून से लथपथ हालत में मृत पड़ा हुआ है। राहु़ल ने उसकी छाती और गले में कैंची घौंप कर उसकी हत्या कर दी थी। हरियाणा के पानीपत कोर्ट ने एक हत्या के दोषी को उम्रकैद की सजा सुनाई है। जिला न्यायवादी राजेश कुमार ने बताया कि एडिशनल सेशन जज डॉ. नरेश कुमार सिंघल की कोर्ट ने दोषी राहुल मूल निवासी बंदपुर, जिला सोनीपत और हाल निवासी राज नगर गली नंबर 4 को उम्रकैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने दोषी पर 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। दोषी ने 31 जुलाई की रात को लड़ाई-झगड़े के बीच एक युवक की छाती में कैंची घौंप कर हत्या की थी। दोनों एक ही गली में रहते थे किराये पर मॉडल टाउन थाना पुलिस को दी शिकायत में बिजेंद्र ने बताया था कि वह गली नंबर 4, राजनगर का रहने वाला है। वह ठेकेदारी करता है। उसके पास गोलू (25) निवासी गांव सालाखेड़ी जिला मुजफ्फरनगर, यूपी, राजमिस्त्री का काम करता था। इसके अलावा राहुल निवासी जिला सोनीपत मजदूरी करता है। गोलू और राहुल दोनों ही राजनगर में रहते हैं। 30-31 जुलाई 2021 की रात करीब 11 बजे वह अपने दोस्त रवि मोहन की हेयर ड्रेसर की दुकान पर बैठा हुआ था। इसी दौरान उसकी पत्नी सुमन, लेबर राहुल की पत्नी प्रमिला दुकान पर आई। राहुल की पत्नी ने कहा कि गोलू को बचा लो। राहुल और गोलू की लड़ाई हो रही है। ये बात सुनकर सभी वहां से मौके पर पहुंचे। जहां पहुंच कर देखा कि गोलू, राहुल के कमरे के बाहर खून से लथपथ हालत में मृत पड़ा हुआ है। राहु़ल ने उसकी छाती और गले में कैंची घौंप कर उसकी हत्या कर दी थी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के 18 अयोग्य RO को लेकर ECI अलर्ट:सरकार से मांगा जवाब; नियमानुसार कार्रवाई करने को कहा, हिसार के नए SDM भी 2020 बैच के हरियाणा विधानसभा चुनाव में ड्यूटी कर रहे 18 रिटर्निंग ऑफिसर (RO) HCS ऑफिसरों को लेकर भारतीय चुनाव आयोग (ECI) अलर्ट हो गया है। हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) आईएएस पंकज अग्रवाल की ओर से इस मामले में सरकार से स्पष्टीकरण मांगा गया है। सीईओ ने कहा है कि यदि ऐसा है तो ऑफिसर्स के ट्रांसफर नियम से होने चाहिए। आरओ के अयोग्य होने की वजह उनकी 5 साल से कम HCS सर्विस का होना बताया जा रहा है। इसकी शिकायत भारतीय चुनाव आयोग (ECI) तक पहुंच गई थी। इस मामले की शिकायत प्रशासनिक मामलों के जानकार एडवोकेट हेमंत कुमार ने की थी। दरअसल, 2020 के पास आउट एचसीएस को रिटर्निंग ऑफिसर (RO) की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि हरियाणा सरकार के एक आदेश में स्पष्ट उल्लेख है कि एसडीएम के पद के लिए 5 वर्ष से 15 वर्ष की सर्विस होनी चाहिए, या 4 वर्ष तक की सर्विस वाले आईएएस को एसडीएम लगाया जा सकता है, यानी चुनाव ड्यूटी की जिम्मेदारी देनी चाहिए। SDO(C)- SDM ही बनते हैं आरओ आज की डेट में हरियाणा में 2020 बैच के 18 HCS अर्थात 5 वर्ष से कम सर्विस वाले अधिकारियों, जो अभी सूबे के 18 उपमंडलों में बतौर SDO(C)- SDM तैनात होने के कारण उसके अंतर्गत पड़ने वाली विधानसभा सीटों के RO की जिम्मेदारी देख रहे हैं।चुनाव आयोग के प्रवक्ता का कहना है कि हमें अभी शिकायत मिल गई थी। उसके बाद ही सरकार से इस मामले कार्रवाई को कहा गया है। ये हैं वो HCS ऑफिसर जिनकी नियुक्ति पर उठ रहे सवाल जिन HCS ऑफिसर की चुनाव ड्यूटी को लेकर सवाल उठ रहे हैं उनमें मोहित कुमार (नारनौंद), हरबीर सिंह (हिसार), ज्योति (इसराना), अमित कुमार- सेकेंड (सोनीपत), मयंक भारद्वाज (बल्लभगढ़), जय प्रकाश (रादौर), रवींद्र मलिक (बेरी) ), प्रतीक हुड्डा (टोहाना), अमित मान (बड़खल), अमित (समालखा), रमित यादव (नांगल चौधरी) अमित कुमार- तृतीय (कनीना), अजय सिंह (कैथल), राजेश कुमार सोनी (घरौंडा) ), अमन कुमार (पेहोवा), गौरव चौहान (पंचकूला), नसीब कुमार (लाडवा) और विजय कुमार यादव (कोसली) के नाम शामिल हैं। इनकी तैनाती को लेकर आयोग में शिकायत भी भेजी गई है। हिसार के नए एसडीएम भी 2020 बैच के भारतीय चुनाव आयोग (ECI) के निर्देश पर हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव के कार्मिक विभाग द्वारा एक आदेश हिसार के उप-मंडल अधिकारी (नागरिक) अर्थात एसडीओ (सिविल) जिसे एसडीएम भी कहा जाता है के पद पर 2020 बैच के एचसीएस अधिकारी हरबीर सिंह की तैनाती की गई है, इससे पूर्व 2013 बैच के एचसीएस हिसार के SDM जगदीप ढांडा तैनात थे। पॉलिटिकल कनेक्शन होने के कारण उनका आयोग के निर्देश पर ट्रांसफर किया गया है। CS के इस ऑर्डर से फंसा पेंच प्रशासनिक मामलों के जानकार और हाईकोर्ट अधिवक्ता हेमंत कुमार ने बताया कि आज से करीब 4 साल पहले अक्टूबर, 2020 में प्रदेश के तत्कालीन मुख्य सचिव विजय (CS) वर्धन द्वारा HCS कैडर संख्या निर्धारण आदेश, जो मोजूदा तौर पर भी लागू है। क्योंकि आज तक इस ताज़ा आदेश जारी नहीं किया गया है। आदेश के अनुसार एसडीओ (सिविल) अर्थात एसडीएम के पदों को स्पष्ट तौर पर सीनियर स्केल और सिलेक्शन ग्रेड अर्थात 5 वर्ष से 15 वर्ष तक की एचसीएस सेवा वाले अधिकारियों के लिए दर्शाया गया है। चुनाव ड्यूटी में ट्रांसफर-पोस्टिंग जरूरी हेमंत ने बताया कि कोई संदेह नहीं कि एचसीएस अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग करने की पावर राज्य सरकार (CM) के पास होती है। लेकिन इसमें प्रशासनिक सिद्धांतों की अनुपालना आवश्यक है, ताकि ट्रांसफर-पोस्टिंग पर किसी प्रकार का कोई सवाल खड़ा न हो। यदि एचसीएस कैडर निर्धारण आदेश में स्पष्ट तौर पर मिनिमम 5 वर्ष की एचसीएस सेवा वाले अधिकारी को ही एसडीओ (सी)/एसडीएम पद के लिए योग्य माना गया है, तो इसकी सख्त अनुपालना की जानी चाहिए। विशेष तौर पर तब विधानसभा आम चुनाव के दृष्टिगत प्रदेश के उप-मंडलों में तैनात ऐसे एचसीएस अधिकारियों को भारतीय चुनाव आयोग द्वारा आरओ के तौर पर पदांकित किया गया हो। इसी के दृष्टिगत भारतीय चुनाव आयोग और मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ), हरियाणा को लिखित शिकायत भेजी गई है।
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पानीपत में इलाज के दौरान युवक की मौत:परिजनों ने हॉस्पिटल के बाहर किया हंगामा, मौत के बाद डॉक्टरों ने रेफर किया पानीपत के समालखा शहर के पुराना बस स्टैंड स्थित देव हॉस्पिटल में शनिवार सुबह एक युवक की मौत पर परिजनों ने रोष प्रकट किया। इस दौरान परिजनों ने अस्पताल संचालकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा कर पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुँच कर परिजनों को उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। खाने के बाद हुई थी उल्टी मिली जानकारी के अनुसार गांव पट्टीकल्याणा का रहने वाला अनिल नामक युवक रात करीब 1:00 बजे उल्टी लगने से अपने परिजनों के साथ समालखा के प्राइवेट देव हॉस्पिटल में इलाज के लिए पहुँचा था। जहां अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों व कर्मचारियों द्वारा उसका इलाज करना शुरू किया गया। लेकिन इलाज के दौरान युवक की हालत ज्यादा बिगड़ने से उसकी मृत्यु हो गई। हॉस्पिटल कर्मचारियों ने सुबह करीब 6:00 बजे अनिल को पानीपत के लिए रेफर करने की बात कही। स्टाफ ने परिजनों को अंदर नहीं जाने दिया परिजनों अनिल को पानीपत के एक निजी हॉस्पिटल में लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत बताया। परिजनों मृतक की डेड बॉडी को लेकर समालखा के देव हॉस्पिटल में वापस पहुंचे, जहां स्टाफ के द्वारा उनको अंदर घुसने नहीं दिया गया। परिजनों ने हंगामा कर मृतक अनिल की डेड बॉडी को अंदर रख दिया। हंगामा की सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंची। करीब 3 घंटे परिजनों का हंगामा चलता रहा। इसके बाद मौके पर डीएसपी सतीश वत्स पहुंचे मामले को शांत करवाया परिजनों से बात कर मृतक की डेड बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए पानीपत के सिविल अस्पताल में भेजा गया। इलाज से पहले जमा करवाए 20 हजार परिजनों ने डॉक्टर व स्टॉप पर लापरवाही के आरोप लगाए। मृतक अनिल के पिता जय सिंह ने कहा रात को पेट में दर्द होने की वजह से उल्टी लग गई थी। जिसको लेकर हम समालखा देव हॉस्पिटल में पहुंचे। जहां पर अस्पताल के स्टाफ द्वारा हमसे से ₹30,000 पहले जमा करवा लिए गए। उसके बाद कोरे कागज पर साइन करवा कर इलाज शुरू कर दिया। इलाज शुरू होने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ती चली गई लेकिन अस्पताल के स्टाफ के द्वारा उसको इंजेक्शन दिया गया उसके बाद उसकी मृत्यु हो गई। डॉक्टर बोले- पहले ही मर चुका मृत्यु होने के बाद अस्पताल स्टाफ के लोगों के द्वारा उसको पानीपत ले जाने को कहा गया। पानीपत में एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने कहा यह तो पहले ही मर चुका है। 28 वर्षीय मृतक अनिल दो बच्चों का पिता है। पुलिस ने किया मामला दर्ज डीएसपी सतीश वत्स ने जानकारी देते हुए कहा कि इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। हॉस्पिटल के स्टाफ और डॉक्टरों को लेकर लोगों में रोष था। मामले को शांत करवा कर मृतक की डेड बॉडी को पानीपत के सिविल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। फिलहाल परिजनों ने लिखित रूप में जो शिकायत दी है, उसे पर कार्रवाई की जाएगी। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद जो भी आरोपी है उसको छोड़ नहीं जाएगा।
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यमुनानगर में फैक्ट्री में भीषण आग:केमिकल से भरे 3 ट्रक पूरी तरह से जले; ड्रमों में भी ब्लास्ट, ग्रामीणों ने जताया रोष हरियाणा के यमुनानगर शनिवार को गांव खुनडेवाला स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। फायर ब्रिगेड की पांच से अधिक गाड़ियां मौके पर पहुंची और दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग के कारण केमिकल से भरे 3 ट्रक पूरी तरह से जल गए। आग लगने के कारणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है। केमिकल फैक्ट्री यमुनानगर से करीब 12 किलोमीटर दूर है। मौके पर मौजूद जितेंद्र सिंह और सोनी सिंह ने बताया कि यह आग लगी नहीं बल्कि इसके पीछे कोई साजिश है। जब से गांव खुनडेवाला में ये केमिकल फैक्ट्री लगी है, तभी से ग्रामीण इसको लेकर परेशान हैं। फैक्ट्री में ली आग साथ लगते खेत में भी पहुंची। खेत में खड़ी फसल को आग से नुकसान हुआ है। केमिकल फैक्ट्री में आग की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड अधिकारी राधे गोपाल शर्मा ने बताया कि पांच गाड़ियों को बुलाकर आग पर काबू पा लिया। जान का कोई नुकसान नहीं हुआ है। केमिकल के ट्रक जल कर ढ़ांचा भर रह गए हैं। सदर थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंचे। आग के कारण केमिकल से भरे तीन ट्रक जल कर खाक हो गए हैं। फैक्ट्री में रखे केमिकल से भरे हुए ड्रम भी जल गए हैं। आग की सूचना के बाद भी फैक्ट्री मालिक मौके पर नहीं पहुंचा था। हादसे को लेकर पुलिस छानबीन कर रही है। फिलहाल आग अगने के कारणों को कोई खुलासा नहीं हो पाया है। आग से फैक्ट्री में भारी नुकसान हुआ है।