पटियाला में मेडिकल फाइनल एयर की छात्रा की डेडबॉडी उसके हॉस्टल के कमरे से मिली है। मृतका की पहचान 30 वर्षीय चेन्नई की रहने वाली सुभाषिनी के रूप में हुई है। सुभाषिनी की डेडबॉडी शनिवार को दोपहर करीब 12 बजे हॉस्टल की वार्डन ने देखी थी, जिसके बाद पुलिस को मौके पर बुलाया। पुलिस ने मृतका के परिवार वालों से संपर्क किया है। जो रविवार को पटियाला पहुंचेंगे। परिवार के आने के बाद वार्डन की बयान पर रिकॉर्ड करने के बाद पुलिस अपनी अगली कार्रवाई करेगी। एसपी सिटी मोहम्मद सरफराज आलम ने कहा कि स्टूडेंट की मौत का कारण अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन पोस्टमार्टम के बाद पूरा मामला क्लियर हो जाएगा। सुबह से हॉस्टल में बंद थी स्टूडेंट पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुभाषिनी फाइनल ईयर की स्टूडेंट थी, जिसने हॉस्टल में कमरा लिया हुआ था। हर स्टूडेंट को अपना अलग कमरा अलाट किया हुआ है और सुभाषिनी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में एनेस्थीसिया की स्टडी कर रही थी। शनिवार को रूटीन की तरह वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकली तो हॉस्टल की वार्डन ने मास्टर की से रूम खोला इसके बाद सुबह सुभाषिनी की मौत का पता चला। पटियाला में मेडिकल फाइनल एयर की छात्रा की डेडबॉडी उसके हॉस्टल के कमरे से मिली है। मृतका की पहचान 30 वर्षीय चेन्नई की रहने वाली सुभाषिनी के रूप में हुई है। सुभाषिनी की डेडबॉडी शनिवार को दोपहर करीब 12 बजे हॉस्टल की वार्डन ने देखी थी, जिसके बाद पुलिस को मौके पर बुलाया। पुलिस ने मृतका के परिवार वालों से संपर्क किया है। जो रविवार को पटियाला पहुंचेंगे। परिवार के आने के बाद वार्डन की बयान पर रिकॉर्ड करने के बाद पुलिस अपनी अगली कार्रवाई करेगी। एसपी सिटी मोहम्मद सरफराज आलम ने कहा कि स्टूडेंट की मौत का कारण अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन पोस्टमार्टम के बाद पूरा मामला क्लियर हो जाएगा। सुबह से हॉस्टल में बंद थी स्टूडेंट पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुभाषिनी फाइनल ईयर की स्टूडेंट थी, जिसने हॉस्टल में कमरा लिया हुआ था। हर स्टूडेंट को अपना अलग कमरा अलाट किया हुआ है और सुभाषिनी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में एनेस्थीसिया की स्टडी कर रही थी। शनिवार को रूटीन की तरह वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकली तो हॉस्टल की वार्डन ने मास्टर की से रूम खोला इसके बाद सुबह सुभाषिनी की मौत का पता चला। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में SAD बागी गुट ने लॉबिंग की शुरू:नाराज सीनियर अकाली लीडर्स से गुपचुप मुलाकात जारी; सुखबीर बादल होंगे अकाल तख्त साहिब पर पेश
पंजाब में SAD बागी गुट ने लॉबिंग की शुरू:नाराज सीनियर अकाली लीडर्स से गुपचुप मुलाकात जारी; सुखबीर बादल होंगे अकाल तख्त साहिब पर पेश शिरोमणि अकाली दल में फूट के बाद श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से जारी हुकमों ने अध्यक्ष सुखबीर बादल की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। सुखबीर बादल ने ऐलान कर दिया है कि वे श्री अकाल तख्त साहिब पर जरूर पेश होंगे। वहीं दूसरी तरफ, विरोधी गुट अपने आप को मजबूत करने के लिए नाराज, सस्पेंड, एसजीपीसी व पूर्व जत्थेदारों से लॉबिंग में जुट गया है। सुखबीर बादल ने अपने सोशल मीडिया पर जानकारी दी है कि वे श्री अकाल तख्त साहिब पर विनम्रता के साथ पेश होंगे। उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा- एक धर्मनिष्ठ और विनम्र सिख के रूप में, मैं श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज और मिरी पीरी के सर्वोच्च मंदिर, श्री अकाल तख्त साहिब के प्रति समर्पित हूं। श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश के अनुसार, दास अपार श्रद्धा और विनम्रता के साथ सर्वोच्च तीर्थ पर मत्था टेकेंगे। बादल ने खुद दी प्रतिक्रिया बागी गुट की तरफ से शुरू की गई कोशिशों के बाद ये पहला मौका है जब अध्यक्ष सुखबीर बादल ने खुद कोई प्रतिक्रिया दी है। बागी गुट के विरोध और श्री अकाल तख्त साहिब पर माफीनामा सौंपने के बाद भी सुखबीर बादल ने अपनी तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया था। बागी गुट नाराज अकाली नेताओं से कर रहा मुलाकात प्रेम सिंह चंदूमाजरा की अध्यक्षता में अकाली दल बचाओ लहर के तहत सभी बागी लीडर लगातार नाराज नेताओं से मिल रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार, अकाली दल के बागी गुट ने उन नेताओं से भी मुलाकात की है, जिन्हें बीते दिनों किसी ना किसी कारणवश सुखबीर बादल ने सस्पेंड किया था। इनमें उनके अपने जीजा आदेश प्रताप सिंह कैरों, रविकरण सिंह काहलों और मलूका परिवार भी शामिल है। लेकिन अभी तक उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। वहीं, बागी गुट पहले ही कह चुका है कि वे हर नाराज अकाली लीडर से संपर्क करेंगे। इसके अलावा अकाली दल लगातार एसजीपीसी सदस्यों और पूर्व जत्थेदारों से मुलाकात कर रहा है। एक इंटरव्यू में पूर्व जत्थेदार रणजीत सिंह ने कहा कि उनसे भी संपर्क साधा गया था। लेकिन उन्होंने इससे मना कर दिया। उनका कहना था कि वे धर्म की सेवा में लगे हैं, राजसी सेवा वह नहीं करेंगे। जालंधर चुनावों के दौरान शुरू हुई थी बगावत अकाली दल के बीच बगावत जालंधर चुनावों के दौरान ही शुरू हो गई थी। सीनियर अकाली नेता चंदूमाजरा, ढींढसा परिवार, बीबी जगीर कौर व कई सीनियर अकाली नेताओं ने सुखबीर बादल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और अकाली दल को बादल परिवार से मुक्त करवाने की मांग उठने लगी। अकाली दल के नेताओं ने 2022 में सामने आई झूंदा रिपोर्ट को अमल में लाने की मांग की। जिसमें प्रधान को उतारने के लिए सीधे तौर पर नहीं लिखा गया था, लेकिन कहा गया था कि दो टर्म के बाद प्रधान रिपीट नहीं होना चाहिए। बागी श्री अकाल तख्त साहिब का रुख बागी गुट ने इस बगावत को अकाली दल बचाओ लहर नाम दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बागी गुट ने अपना विरोध तो जता दिया था, लेकिन दूसरी तरफ उन्होंने 1 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब का रुख कर सभी का ध्यान पुराने मुद्दे राम रहीम की माफी, बेअदबी की घटनाओं आदि की तरफ केंद्रित कर दिया। बागी गुट ने सीधे तौर पर सुखबीर बादल के खिलाफ शिकायत नहीं दी, उन्होंने इसे माफीनामा नाम दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि वे पार्टी की तरफ से हुई गलतियों का विरोध नहीं कर पाए, इसके लिए वे माफी मांगते हैं। चार आरोप, जो माफीनामा में सुखबीर के खिलाफ लिखे गए 1. वापस ली गई थी डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ शिकायत 2007 में सलाबतपुरा में सच्चा सौदा डेरा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने दसवें गुरू श्री गुरू गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं कपड़ों को पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचाया था। उस वक्त इसके खिलाफ पुलिस केस भी दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में SAD सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने दिलवाई थी माफी श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए डेरा मुखी को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए डेरा मुखी को माफी दिलवा दी थी। इसके बाद शिरोमणि अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के नेतृत्व को सिख पंथ के गुस्से और नाराजगी को ध्यान में रखते हुए इस फैसले से पीछे हटना पड़ा। 3. बेअदबी की घटनाओं की सही जांच नहीं हुई 1 जून 2015 को कुछ तत्वों ने बुर्ज जवाहर सिंह वाला (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ चुराई। फिर 12 अक्टूबर 2015 को बरगाड़ी (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 110 अंग चुरा लिए व बाहर फेंक दिए। इससे सिख पंथ में भारी आक्रोश फैल गया। शिरोमणि अकाली दल सरकार और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की समय रहते जांच नहीं की। दोषियों को सजा दिलाने में सफल नहीं हुए। इससे पंजाब में हालात बिगड़ गए और कोटकपूरा और बहबल कलां में दुखद घटनाएं हुईं। 4. झूठे केसों में मारे गए सिखों को नहीं दे पाए इंसाफ SAD सरकार ने सुमेध सैनी को पंजाब का DGP नियुक्त किया था। राज्य में फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देकर सिख युवाओं की हत्या करने के लिए उन्हें जाना जाता था। पुलिसकर्मी इजहार आलम, जिन्होंने आलम सेना का गठन किया, उनकी पत्नी को टिकट दिया और उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया। बताना चाहते हैं कि 2012 में बनी SAD सरकार और पिछली अकाली सरकारों ने भी राज्य में झूठे पुलिस मुठभेड़ों की निष्पक्ष जांच करने और पीड़ितों को राहत देने के लिए एक आयोग बनाकर लोगों से किए वादे विफल रहे। बागी गुट झूंदा कमेटी की रिपोर्ट लागू करने की कर रहा मांग बागी गुट लगातार झूंदा कमेटी, जिसे 2022 में भी लागू करने की मांग उठी थी, पर विचार करने का दबाव बना रहे हैं। हालांकि इसमें पार्टी प्रधान बदलने का प्रस्ताव नहीं है, लेकिन ये लिखा गया है कि पार्टी अध्यक्ष 10 साल के बाद रिपीट नहीं होगा। झूंदा रिपोर्ट पर जब अमल नहीं हुआ तो इसे सार्वजनिक नहीं किया गया था। झूंदा ने सार्वजनिक तौर पर बयान जारी किया था कि 117 विधानसभा हलकों में 100 में जाकर उन्होंने इस रिपोर्ट को तैयार किया है। इस रिपोर्ट में कुछ जानकारियां 2022 में सांझी की थी। तब अकाली नेताओं ने कहा था कि झूंदा रिपोर्ट में 42 सुझाव दिए गए हैं। पार्टी प्रधान को बदले जाने का रिपोर्ट में कहीं जिक्र नहीं है। लेकिन, भविष्य में पार्टी प्रधान के चुने जाने की तय सीमा जरूर तय की गई है। ये भी बात उठाई गई कि अकाली दल अपने मूल सिद्धांतों से भटका है और राज्य सत्ता में रहने के मकसद से कई कमियां आई हैं। सुखबीर बादल का शक्ति प्रदर्शन पूरे घटनाक्रम में सुखबीर बादल ने एक भी शब्द अपनी सफाई व विरोधी गुट के लिए नहीं कहा। लेकिन अकाल तख्त साहिब से सम्मन पर उन्होंने पहली बार कुछ कहा है। वहीं, दूसरी तरफ सुखबीर बादल लगातार बिना कुछ कहे अपना शक्ति प्रदर्शन करते रहे। बागी गुट एक तरफ विरोध तेज कर रहा था, वहीं सुखबीर बादल लगातार बैठकें बुलाकर समर्थन अपने पक्ष में कर रहे थे।
पंजाब में आज बरसेंगे बादल:सुबह 11 बजे तक 40 शहरों में बारिश का अलर्ट, औसत तापमान 2.2 डिग्री बढ़ा, तेज हवाएं चलेंगी
पंजाब में आज बरसेंगे बादल:सुबह 11 बजे तक 40 शहरों में बारिश का अलर्ट, औसत तापमान 2.2 डिग्री बढ़ा, तेज हवाएं चलेंगी पंजाब में आज गुरुवार को कुछ स्थानों पर भारी बारिश होगी। इस संबंध में मौसम विभाग की ओर से चेतावनी जारी की गई है। इसके साथ ही येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। हालांकि यह अलर्ट किसी एक जिले के लिए नहीं है। वहीं तापमान में भी ज्यादा बदलाव नहीं है। यह औसत तापमान से 2.2 डिग्री ज्यादा दर्ज किया गया है। इस दौरान बठिंडा में सबसे ज्यादा 37.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। वहीं मौसम विभाग ने सुबह 11 बजे के लिए तहसील स्तर पर बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान मालेरकोटला, पटियाला, नाभा, राजपुरा, डेराबस्सी, फतेहगढ़ साहिब, अमलोह, खन्ना, पायल, बलाचौर, नवांशहर, गढ़शंकर, नंगल, डेरा बाबा नानक, गुरदासपुर, पठानकोट, धार कलां में मध्यम बारिश व तेज हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान 30 से 40 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेगी। इस तरह बुढलाडा, लहरा, सुनाम, संगरूर, मूनक, पातडां, समाना, पटियाला, अमलोह, मोहाली, बस्सी पठाना, खरड़, खमानो, चमकौर साहिब, रूपनगर, होशियारपुर, बाबा बकाला, अमृतसर दो, अमृतसर एक, बटाला, अजनाला, दसूहा, मुकेरिया हलकी बारिश की संभावना है। अगस्त माह में बारिश कम हुई मानसून के सक्रिय होने से राज्य में बारिश हो रही है। हालांकि, बारिश अभी भी कुछ जिलों तक ही सीमित है। बुधवार को लुधियाना में 66.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। फतेहगढ़ साहिब में 3.0 मिमी और मोहाली में 2.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। अगस्त माह में राज्य में 82.7 मिमी बारिश होती है। लेकिन फिलहाल 73.5 मिमी बारिश हुई है। दोनों में 11 प्रतिशत का अंतर है।
जालंधर उपचुनाव में CM मान का आखिरी संबोधन:बोले-पिछला उम्मीदवार गलत था तो भगवान ने कुर्सी से उतारा, जालंधर मेरी कर्म-भूमि
जालंधर उपचुनाव में CM मान का आखिरी संबोधन:बोले-पिछला उम्मीदवार गलत था तो भगवान ने कुर्सी से उतारा, जालंधर मेरी कर्म-भूमि पंजाब के जालंधर में उपचुनाव को लेकर सीएम भगवंत सिंह मान ने आज वेस्ट हलके में एक भव्य जनसभा को संबोधित किया। सबसे पहले सीएम भगवंत मान शाम करीब पौने चार बजे बस्ती पीर दाद रोड, वार्ड नंबर 75 में जनता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने जमकर विपक्ष पर निशाना साधा। सीएम मान ने कहा- हमसे पहले गलती हो गई कि गलत लोगों को टिकट दे दी गई। मगर भगवान ने उक्त गलती सुधारने का मौका दिया है कि भगत को हमारा उम्मीदवार चुना गया है। सीएम मान कहा- यहां से विधानसभा तक पहुंचाने का काम जनता का रहेगा। भगत को आगे लेकर जाना मेरा काम। सीएम मान बोले- जालंधर मेरी कर्म भूमि, लोगों ने फैसला आज ही कर दिया पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा- फल देना मालिक का काम है, हमारे मालिक लोग हैं। कल रात पौने दस बजे रात करीब पांच हजार लोग इकट्ठा थे। बाकी पार्टियों के नेता टेंपरेचर देखकर घर से निकलते हैं। सीएम मान ने कहा- मोहिंदर भगत सिर्फ नाम के भगत नहीं, बल्कि काम से भी भगत हैं। हमारा बटन पांच नंबर पर है, मगर आना हमने पहले नंबर पर है। सीएम मान ने कहा कि चाहे वोट 10 जुलाई हो है, मगर आपने फैसला आज ही कर दिया है। सीएम मान ने कहा कि, दस जुलाई को आप झाड़ू का बटन दबाकर हमें नहीं जिताओगे, आप अपने बच्चों और परिवार को जिताओगे। सीएम मान ने कहा कि, सुरिंदर कौर डिप्टी मेयर रहते हलके का एक सीवरेज का ढक्कन नहीं बदलवा सके। अगर आप हमें वोट दोगे तो केजरीवाल को अच्छा लगेगा कि आप के साथ कितनी जनता है। हमारी पार्टी लोगों को खुशियां देने चाहती है, ना कि लोगों को नशा और सट्टे पर लगाने का हमारा काम है। अगर वेस्ट हलके में विकास हो सकता है कि सिर्फ मोहिंदर भगत करवा सकता है। मान ने कहा- जालंधर मेरी कर्म भूमि रही है। शीतल अंगुराल के इस्तीफे के बाद हो रहा है उपचुनाव लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन 29 मई को अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया। 30 मई को अंगुराल ने इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा था। 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को इस्तीफे पर बातचीत के लिए बुलाया था। लेकिन 30 मई को अंगुराल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। मजे की बात यह है कि भगत और अंगुराल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी मैदान में थे। तब मोहिंदर भगत भाजपा के उम्मीदवार थे और अंगुराल आप के उम्मीदवार थे। इस बार उलटा हुआ है। भगत आप के हैं और अंगुराल भाजपा के उम्मीदवार हैं।