जिला प्रशासनिक परिसर, मलिकपुर में पंजाब के राज्यपाल के पठानकोट दौरे को लेकर जिला प्रशासन द्वारा मीटिंग हॉल में अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (जे) अंकुरजीत सिंह की अध्यक्षता में विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ विशेष बैठक की गई। पठानकोट के अतिरिक्त उपायुक्त (जे) अंकुरजीत सिंह ने कहा कि पंजाब के राज्यपाल 23, 24 और 25 जुलाई 2024 को भारत और पाकिस्तान के सीमावर्ती जिलों का दौरा करेंगे। जिसके तहत राज्यपाल पंजाब 23 जुलाई को सबसे पहले जिला गुरदासपुर के घुमान में एक बैठक करेंगे और उसके बाद वह जिला पठानकोट के सीमावर्ती गांव खोजकी चक में ग्राम रक्षा समितियों के साथ एक बैठक करेंगे और लोगों को पेश आ रही समस्याओं पर चर्चा करेंगे। इस अवसर पर उन्होंने राज्यपाल के दौरे को लेकर विभिन्न जिला अधिकारियों की जिम्मेदारियां सौंपी। यह अधिकारी रहे उपस्थित बैठक में कला राम कांसल एसडीएम धारकला, अभिषेक शर्मा सहायक कमिश्नर जरनल, धर्मवीर सिंह वन मंडल अधिकारी पठानकोट, परमप्रीत सिंह गोराया तहसीलदार पठानकोट, युद्धवीर सिंह जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी पठानकोट, सिमरनजीत सिंह गिल एक्सईएन लोक निर्माण विभाग, डीएसपी समीर सिंह मान और हरकिशन सिंह, राम लुभाया जिला लोक संपर्क अधिकारी, डा. सुनील चंद एसएमओ, महेश कुमार एक्सईएन जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। जिला प्रशासनिक परिसर, मलिकपुर में पंजाब के राज्यपाल के पठानकोट दौरे को लेकर जिला प्रशासन द्वारा मीटिंग हॉल में अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (जे) अंकुरजीत सिंह की अध्यक्षता में विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ विशेष बैठक की गई। पठानकोट के अतिरिक्त उपायुक्त (जे) अंकुरजीत सिंह ने कहा कि पंजाब के राज्यपाल 23, 24 और 25 जुलाई 2024 को भारत और पाकिस्तान के सीमावर्ती जिलों का दौरा करेंगे। जिसके तहत राज्यपाल पंजाब 23 जुलाई को सबसे पहले जिला गुरदासपुर के घुमान में एक बैठक करेंगे और उसके बाद वह जिला पठानकोट के सीमावर्ती गांव खोजकी चक में ग्राम रक्षा समितियों के साथ एक बैठक करेंगे और लोगों को पेश आ रही समस्याओं पर चर्चा करेंगे। इस अवसर पर उन्होंने राज्यपाल के दौरे को लेकर विभिन्न जिला अधिकारियों की जिम्मेदारियां सौंपी। यह अधिकारी रहे उपस्थित बैठक में कला राम कांसल एसडीएम धारकला, अभिषेक शर्मा सहायक कमिश्नर जरनल, धर्मवीर सिंह वन मंडल अधिकारी पठानकोट, परमप्रीत सिंह गोराया तहसीलदार पठानकोट, युद्धवीर सिंह जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी पठानकोट, सिमरनजीत सिंह गिल एक्सईएन लोक निर्माण विभाग, डीएसपी समीर सिंह मान और हरकिशन सिंह, राम लुभाया जिला लोक संपर्क अधिकारी, डा. सुनील चंद एसएमओ, महेश कुमार एक्सईएन जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बठिंडा बस हादसे के मृतकों के परिजनों को 3-3 लाख:सीएम मान ने की घोषणा; केंद्र सरकार ने 2-2 लाख देने का किया ऐलान
बठिंडा बस हादसे के मृतकों के परिजनों को 3-3 लाख:सीएम मान ने की घोषणा; केंद्र सरकार ने 2-2 लाख देने का किया ऐलान पंजाब के बठिंडा जिले के तलवंडी साबो में शुक्रवार को प्राइवेट कंपनी की बस (PB 11 DB- 6631) बेकाबू होकर नाले में गिर गई थी। जिसमें ड्राइवर समेत 8 लोगों की मौत हो गई। जबकि 24 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। मरने वालों में 2 साल की बच्ची और उसकी मां भी शामिल थी। अब पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मृतकों के परिवारों को 3-3 लाख देने की घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी सांझा करते हुए कहा कि, बीते दिनों बठिंडा के तलवंडी साबो रोड पर स्थित लसाड़ा ड्रेन में एक निजी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। हादसे के दौरान अपनी जान गंवा चुके यात्रियों के परिवारों को पंजाब सरकार द्वारा 3-3 लाख रुपए सहायता राशि दी जाएगी और ज़ख्मी हुए यात्रियों का पूरा इलाज मुफ्त करवाया जाएगा। हमारी सरकार राज्य के लोगों के हर सुख-दुख में उनके साथ खड़ी है। बीते दिन प्रधानमंत्री ने किया था ऐलान घटना के बाद बीते दिन ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से आर्थिक सहायता का ऐलान किया गया था। घोषणा के अनुसार प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतक के परिजनों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जानी है। तेज स्पीड से बस चला रहा था ड्राइवर बठिंडा के DC शौकत अहमद पर्रे ने बताया कि बस में सवार यात्रियों ने बताया कि ड्राइवर बस को तेज स्पीड से चला रहा था। तभी सामने से एक बड़ा ट्राला आ गया। उससे बचने के लिए बस टर्न की गई, जिसकी वजह से यह हादसा हो गया। हादसा जीवन सिंह वाला गांव के पास हुआ था। बस सरदूलगढ़ से बठिंडा की तरफ जा रही थी। बस में करीब 50 लोग सवार थे। गांव के लोगों ने बचाए थे बस सवार पुलिस के मुताबिक न्यू गुरु काशी ट्रांसपोर्ट की बस सवारियों को लेकर बठिंडा की तरफ जा रही थी। जीवन सिंह वाला गांव के पास बस अचानक बेकाबू होकर नाले में पलट गई। इसके बाद बस में सवार लोगों में चीख पुकार मच गई। सूचना मिलते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे थे और सीढ़ियां लगा बस से सवारियों को निकाला। आसपास के लोगों ने ही पुलिस को भी इसकी सूचना दी थी।
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अकाल तख्त पहुंचे अकाली दल सुधार लहर के सदस्य:जत्थेदार से अनुरोध किया, कहा- दिए गए फैसलों को लागू करवाएं; हरप्रीत के समर्थन में उतरे शिरोमणि अकाली दल में शुरू हुआ विवाद अभी थमा नहीं है। श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों के बाद पिछले महीने अपनी संस्था को भंग करने वाले अकाली दल सुधार लहर के सदस्य एक बार फिर जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह से मिलने पहुंचे हैं। उन्होंने 2 दिसंबर के फैसलों के अलावा तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के समर्थन में भी आवाज उठाई है। श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचे सदस्यों ने अपने ज्ञापन में तीन मुद्दे उठाए। जिसमें श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा अकाली दल के लिए दिए गए तीन फैसलों के अलावा ज्ञानी हरप्रीत सिंह के खिलाफ चल रही कार्रवाई को लेकर भी मांग की गई है। अकाली दल सुधार लहर की तीन मांगें- – 2 दिसंबर को फैसला सुनाया गया था कि सुखबीर बादल सहित अकाली दल वर्किंग कमेटी को आए अन्य सभी इस्तीफों को मान कर रिपोर्ट श्री अकाल तख्त साहिब पर दी जाए। लेकिन अभी तक इन फैसलों पर अमल नहीं हुआ। इसलिए श्री अकाल तख्त साहिब के हुक्मों को दरकिनार करने के आरोपों के साथ आरोपियों, जिन्होंने तख्त के फैसले को नहीं माना, के खिलाफ कार्रवाई कर सजा लगाई जानी चाहिए। – 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी की अध्यक्षता में एक सात सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था। जिसमें आदेश दिया गया था कि धामी अकाली दल में नई भर्ती को जारी करेंगे और 6 महीने में चुनाव करवाएंगे। लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ। वहीं इसके साथ अकाली दल वक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा गलत बयान दे रहे हैं कि अगर सुखबीर बादल का इस्तीफा स्वीकार किया गया या नई भर्ती की गई तो सभी पर संवैधानिक रोक लग जाएगी। सुधार लहर ने सवाल पूछा है कि जब तेजा सिंह समुद्री हाल में बैठक बुलाई जाती है या पार्टी धार्मिक चुनाव के दौरान अपने उम्मीदवार ऐलान करता है तो संवैधानिक रोक क्यों नहीं लगती। ये सभी बातें बहकाने के लिए हैं। – श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के खिलाफ जांच के लिए जिस कमेटी का गठन किया गया है, वे एसजीपीसी की तरफ से गलत बनाई गई है। इस कमेटी को तुरंत रद्द करना चाहिए और जांच श्री अकाल तख्त को अपने हाथ में लेनी चाहिए। दरअसल, जांच कमेटी का मुखी रघुजीत सिंह विर्क है, जिन्हें 2 दिसंबर को सभी अकाली नेताओं के साथ सजा दी गई थी। वहीं, जत्थेदारों की जांच का अधिकार क्षेत्र एसजीपीसी के पास नहीं है। अकाली दल वफद भी पहुंचा श्री अकाल तख्त श्री अकाल तख्त साहिब के 2 दिसंबर के फैसले को लागू करने के लिए शिरोमणि कमेटी के सदस्य जत्थेदार से मिले। शिरोमणि कमेटी के सदस्य भाई मंजीत सिंह ने कहा कि शिरोमणि कमेटी की आंतरिक कमेटी का प्रतिनिधिमंडल श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से मिलने के लिए सचिवालय पहुंचा है। यह बैठक 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा लिए गए फैसलों के आदेशों का पालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है। इस बैठक का उद्देश्य पिछले आदेशों और फैसलों को लागू करने के लिए ठोस कदम उठाना है, ताकि श्री अकाल तख्त साहिब की गरिमा और पंथिक मर्यादा को बनाए रखा जा सके।
पटियाला में HMPV वायरस को लेकर अलर्ट:पंजाब स्वास्थ्य मंत्री ने टेस्टिंग सुविधा और अस्पताल का निरीक्षण किया, बोले- 50 बिस्तरों और 20 वेंटिलेटर तैयार
पटियाला में HMPV वायरस को लेकर अलर्ट:पंजाब स्वास्थ्य मंत्री ने टेस्टिंग सुविधा और अस्पताल का निरीक्षण किया, बोले- 50 बिस्तरों और 20 वेंटिलेटर तैयार पटियाला में आज पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने सरकारी राजिंदरा अस्पताल में HMPV वायरस संभावित प्रभावित व्यक्तियों के इलाज के लिए की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि वायरस की टेस्टिंग सुविधा राजिंदरा अस्पताल समेत पूरे राज्य में उपलब्ध है और यहां लाइफ सपोर्ट इमरजेंसी स्वाइन फ्लू वार्ड में 20 बैड और 5 नंबर वार्ड में 30 बैड समेत 20 वेंटिलेटर तैयार है। डॉ. बलबीर सिंह, मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर प्रिंसिपल डॉ. राजन सिंगला, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, राजिंदरा अस्पताल डॉ. गिरीश साहनी और डॉ. आर पी एस सिबिया समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बैठक कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस मौके पर पार्षद जसबीर सिंह गांधी भी मौजूद रहे। वायरस से डरने घबराने की जरूरत नहीं है
मंत्री डाॅ. बलबीर सिंह ने कहा कि यह वायरस कोरोना जैसा वायरस नहीं है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि यह आम सर्दी-जुकाम की तरह फ्लू जैसा वायरस है। इससे हल्का बुखार और खांसी होती है, जो एक सप्ताह के भीतर अपने आप ठीक हो जाती है और खतरनाक नहीं होती है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने इस वायरस के इलाज के लिए पूरे पंजाब में तैयारी की है। डॉ. बलबीर ने कहा कि पंजाब में इस वायरस का कोई केस नहीं आया है। इसके बावजूद भारत सरकार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व स्वास्थ्य संगठनों के निर्देशों का पालन करते हुए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से राबता किया गया है। वहीं राज्य के सभी सिविल सर्जनों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान भी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और वह खुद सुबह-शाम स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं।