हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला मुख्यालय के साथ लगती लगघाटी के दड़का में एक कार गहरे नाले में जा गिरी। इस हादसे में एक युवक की मौके पर मौत हो गई है, जबकि तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए कुल्लू के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दुर्घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दुर्घटना के कारणों की छानबीन शुरू कर दी है। यह सभी युवक लगघाटी के रहने वाले बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, यह घटना उस समय हुई, आज तड़के कार सवार युवक लगघाटी के शालंग से कुल्लू की ओर आ रहे थे। जब वह दड़का के समीप पहुंचे तो कार अनियंत्रित होकर गहरे नाले में जा गिरी।। स्थानीय लोगों ने कार से बाहर निकाला सड़क दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और सभी लोगों को कार से बाहर निकाला गया। लेकिन तब तक एक युवक दम तोड़ चुका था। घटना की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस और एंबुलेंस को दी। घायल युवकों को एंबुलेंस के माध्यम से क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा मृतक युवक की पहचान 32 वर्षीय भूपेंद्र निवासी भूमतीर के रुप में हुई है, जबकि घायलों में 27 वर्षीय वरुण ठाकुर, हिमांशु, बॉबी हैं। एसपी कुल्लू डा. गोकुल चंद्रन कार्तिकेयन ने बताया कि लगघाटी के दड़का में कार दुर्घटनाग्रस्त सभी लोग शालंग के रहने वाले थे। मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला मुख्यालय के साथ लगती लगघाटी के दड़का में एक कार गहरे नाले में जा गिरी। इस हादसे में एक युवक की मौके पर मौत हो गई है, जबकि तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए कुल्लू के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दुर्घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दुर्घटना के कारणों की छानबीन शुरू कर दी है। यह सभी युवक लगघाटी के रहने वाले बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, यह घटना उस समय हुई, आज तड़के कार सवार युवक लगघाटी के शालंग से कुल्लू की ओर आ रहे थे। जब वह दड़का के समीप पहुंचे तो कार अनियंत्रित होकर गहरे नाले में जा गिरी।। स्थानीय लोगों ने कार से बाहर निकाला सड़क दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और सभी लोगों को कार से बाहर निकाला गया। लेकिन तब तक एक युवक दम तोड़ चुका था। घटना की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस और एंबुलेंस को दी। घायल युवकों को एंबुलेंस के माध्यम से क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा मृतक युवक की पहचान 32 वर्षीय भूपेंद्र निवासी भूमतीर के रुप में हुई है, जबकि घायलों में 27 वर्षीय वरुण ठाकुर, हिमांशु, बॉबी हैं। एसपी कुल्लू डा. गोकुल चंद्रन कार्तिकेयन ने बताया कि लगघाटी के दड़का में कार दुर्घटनाग्रस्त सभी लोग शालंग के रहने वाले थे। मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
लाहौल स्पीति में 17 घंटे से नेशनल हाईवे बंद:छह जगहों पर आई बाढ़, मजदूरों ने भागकर बचाई जान, 14 पर्यटकों के वाहन फंसे
लाहौल स्पीति में 17 घंटे से नेशनल हाईवे बंद:छह जगहों पर आई बाढ़, मजदूरों ने भागकर बचाई जान, 14 पर्यटकों के वाहन फंसे हिमाचल के जनजातीय जिला लाहौल स्पीति के काजा नेशनल हाईवे-505 यातायात के लिए 17 घंटे से बंद पड़ा है। इस मार्ग में काजा के मुरंग के पास 6 जगहों में बाढ़ आने से और नाले में पानी बढ़ जाने के कारण सड़क को काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में यहां से वाहनों की आवाजाही थम गई है। लिहाजा इस मार्ग पर सफर करने वाले लोगों के वाहनों को वापसी भेज दिया है। बाढ़ आने की सूचना के बाद न्यू इंडिया कंपनी के कर्मचारियों द्वारा मार्ग को बहाल करने के लिए मौके पर मशीन, मजदूर और जवान भेजकर मार्ग को बहाल करने का कार्य आरंभ कर दिया है। वहीं प्रशासन ने NH -505 में वाहनों की आवाजाही को दोनों तरफ से रोक दिया है, ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो। शनिवार की शाम हुई जोरदार बारिश गौरतलब है कि शनिवार की शाम को काजा के मुरंग को जोरदार बारिश हुई। जिस कारण मुरंग नाले में बाढ़ आ गई। NH-505 काम कर रहे मजदूरों ने भागकर अपनी जान बचाई। लेकिन जेसीबी मशीन और टेक्टर बाढ़ की चपेट में आने से दब गए। गनीमत रही कि कोई बाद हादसा नही हुआ। जिसके बाद कई नालों में बाढ़ आने के कारण NH-505 बंद हो गया है। रात को न्यू इंडिया कंपनी के कर्मचारी और BRO को सूचना मिलते ही मौके पर पहुच गए हैं। रात से ही इस मार्ग को बहाल करने का कार्य किया जा रहा है। अभी तक बंद NH-505 को 4 जगहों से बीआरओ ने खोल दिया है। सड़क बंद होने से 14 से अधिक वाहन फंसे रात को मुरंग नाले में बाढ़ आने से 14 से अधिक गाड़ियों में आ रहे पर्यटक फंस गए। जिन्हें NH-505 पर न्यू इंडिया कंपनी के कर्मचारियों ने अपनी शेड पनाह दी और खाना खिलाया।
शिमला में हिन्दू समुदाय ने निकाली आक्रोश रैली:संजौली की मस्जिद को गिराने की मांग; समुदाय विशेष पर माहौल खराब करने का आरोप
शिमला में हिन्दू समुदाय ने निकाली आक्रोश रैली:संजौली की मस्जिद को गिराने की मांग; समुदाय विशेष पर माहौल खराब करने का आरोप हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के उपनगर संजौली में बनी एक मस्जिद को लेकर रविवार को खूब बवाल हुआ है। हिन्दू समुदाय के सैकड़ों लोगों ने मस्जिद के खिलाफ संजौली में विशाल आक्रोश रैली निकाली। इस दौरान भीड़ ने सड़क पर बैठ कर दुकान लगाने वाले विशेष समुदाय के लोगों की दुकानें भी बन्द करवाई है। संजौली में बनी मस्जिद के बाहर जोरदार नारेबाजी करते हुए मस्जिद अवैध करार देते हुए।उसे हटाने के मांग की और 5 घण्टे तक मस्जिद के बाहर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी बोले संजौली में बनी मस्जिद अवैध प्रदर्शन करने पहुंचे लोगो ने आरोप लगाया कि संजौली में बनी मस्जिद अवैध है। 5 मंजिला मस्जिद का निर्माण हो गया, लेकिन प्रशासन को कानों कान खबर नहीं लगी। प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन करते हुए अवैध मस्जिद को ध्वस्त करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि विशेष समुदाय के लोग बाहर से आकर यहाँ धर्म के नाम पर माहौल खराब करते है। उन्होंने कहा कि बीते दिनों मल्याणा में इन्ही विशेष समुदाय के लोगों द्वारा एक युवक पर तेजदार हथियार से हमला किया है। विशेष समुदाय के लोगों की दुकानें करवाई बंद जानकारी के मुताबिक भीड़ दोपहर 1 बजे के करीब संजौली चौक में एकत्रित हुई और जुलूस निकालती हुई मस्जिद की तरफ आगे बढ़ी। प्रत्यक्षदर्शी संजय ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर ठेले लगाने वाले विशेष समुदाय के ठेलों को बन्द करवाया और कल से सड़क पर ठेले न लगाने की बात कही । उन्होंने कहा कि भीड़ गुस्से में जरूर थी लेकिन किसी तरह का कोई उपद्रव नहीं किया । उन्होंने बताया कि भीड़ नारेबाजी करती हुई मस्जिद के पास पहुंची और वहां पर समुदाय विशेष के खिलाफ जोरजार नारेबाजी की ओर हनुमान चालीसा और हिन्दू धर्म के भजनों का गुणगान किया । अवैध छापेवालों पर कार्रवाई की मांग भट्टाकुफर वार्ड से नगर निगम के पार्षद नरेंद्र ठाकुर भीड़ के सामने प्रशासन से मांग रखी कि प्रशासन सड़क पर बैठने वाले अवैध छापेवालों ( ठेला लगाने वाले) के खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि संजौली में हर कोई बाहर से आकर कोई भी व्यक्ति अपना ठेला लगा रहे है। स्थानीय लोग इसमें खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे है। उन्होंने कहा कि आज जनता ने समुदाय विशेष के लोगो के छापे बन्द करवाए है। प्रशासन से मांग है कि कल से एक भी अवैध ठेले वाला नही मिलना चाइए । प्रशासन अगर इसका आश्वासन देता है तो भीड़ यहां से उठेगी। DC ,SP और MC कमिश्नर ने खुद संभाला मोर्चा भीड़ के आक्रोश को देखकर DC शिमला , एसपी शिमला व नगर निगम के कमिश्नर को स्वयं मोके पर पहुंच कर मोर्चा संभालना पड़ा। DC , SP व कमिश्नर ने प्रदर्शकारियों को आश्वासन देते हुए मामले में उचित कार्रवाही का आश्वासन दिया। जिला प्रशासन के आश्वासन के बाद प्रदर्शकारियों ने प्रदर्शन खत्म किया। मामला कोर्ट के विचाराधीन , नगर निगम करेगा उचित कार्रवाही MC कमिश्नर ने प्रदर्शकारियों से बात करते हुए कहा कि मस्जिद के ऊपरी तीन फ्लोर गैर कानूनी है यह कोरोना काल के दौरान बनाए गए है । जिसका मामला कोर्ट में चला हुआ है । यह जमीन बफ्फ बोर्ड की है। ।उन्होंने कहा कि कोर्ट में मामले में समय इसलिए लगा क्योंकि पार्टी गलत बनाई गई थी उन्होंने कहा कि गलती को दुरस्त करते हुए अब कोर्ट में बफ्फ बोर्ड को पार्टी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह मामले में नगर निगम कोर्ट में सुनवाई होगी। सभी पहलुओं पर होगी जांच ,एडिशनल एसपी को सौंपा जिम्मा एसपी ने मौके पर पहुँच कर प्रदर्शनकारियों से बातचीत करते हुए कहा कि पुलिस ने आप सभी के मांग सुन ली है ।पुलिस मामले में उचित कार्रवाही करेगी। उन्होंने प्रदर्शनकारियो के बीच कहा कि मामले में अधिकारी स्तर पर कानून व्यवस्था से जुड़े मामलों पर जांच होगी ।उन्होंने लोगो को आश्वासन देते हुए कहा कि एडिशनल एसपी मामले की जांच करेंगे । मल्याणा में युवक के साथ हुई मारपीट पर एसपी ने भीड़ को आश्वासन देते हुए कहा कि आरोपी के ख़िलाक धारा 307 के अंतर्गत कार्रवाही की जाएगी। और स्थापित प्रक्रिया के तहत सभी सारी कार्रवाई करेंगे। सभी सवालों को शॉट आउट करेंगे।। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। मल्याणा में हुई युवक के साथ मारपीट बता दें कि बीते दिनों शिमला के मल्याणा में एक युवक के साथ विशेष समुदाय के लोगो द्वारा मारपीट की गई। विशेष समुदाय के लोगो द्वारा तेजदार हथियारों से एक युवक पर हमला किया। जिसका सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ है।जिसके बाद विरोध के स्वर उठने शुरू हुए है।
हिमाचल के मंत्री बोले-वक्फ बोर्ड में ट्रांसपेरैंसी को बदलाव जरूरी:जमीन-अकाउंट का ऑडिट जरूरी; पारदर्शिता आएगी, सभी धार्मिक बॉडी में बदलाव समय की जरूरत
हिमाचल के मंत्री बोले-वक्फ बोर्ड में ट्रांसपेरैंसी को बदलाव जरूरी:जमीन-अकाउंट का ऑडिट जरूरी; पारदर्शिता आएगी, सभी धार्मिक बॉडी में बदलाव समय की जरूरत हिमाचल प्रदेश में मस्जिद विवाद के बीच वक्फ बोर्ड खत्म करने की मांग को लेकर आवाजें उठने लगी है। इस पर बीते रोज सोशल मीडिया में पोस्ट करके प्रतिक्रिया देने वाले PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज मीडिया से बातचीत में कहा, हर संगठन और धार्मिक संस्थाओं में भी समय के हिसाब से बदलाव होना चाहिए। वक्फ बोर्ड में भी बदलाव जरूरी है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि रामपुर के सराहन में मां भीमाकाली मंदिर उनकी निजी संपत्ति थी। मगर उनके पिता वीरभद्र सिंह जब प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने भीमाकाली मंदिर ट्रस्ट को सरकार के अधीन लाया। इससे नियमित तौर पर सरकारी जमीन और अकाउंट का ऑडिट हो रहा है। पारदर्शिता के बदलाव जरूरी पारदर्शिता के लिए यह जरूरी है। वक्फ बोर्ड में भी ऐसे बदलाव होना चाहिए। इसी मंशा के साथ उन्होंने वक्फ बोर्ड में तब्दीली व सुधारीकरण की बात कही है। प्रदेश में बीते एक सप्ताह के दौरान मस्जिद विवाद के बाद लोग जगह जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। अब तक 27 शहरों में प्रदर्शन हो गए है। हिंदू संगठन कर रहे वक्फ बोर्ड खत्म करने की मांग इस दौरान हिंदू संगठन खुलकर वक्फ बोर्ड को खत्म करने की मांग करने लगे हैं। कुछ लोग वक्फ बोर्ड को भू-माफिया तक कह रहे है। इस पर विक्रमादित्य सिंह ने कहा, प्रदेश में इन दिनों जिस ढंग का माहौल बना हुआ है, हम चाहते हैं कि सब शांति के साथ और आपसी भाईचारा बनाकर रहे। प्रदेश में आंतरिक सुरक्षा बनाए रखना हम सबका दायित्व बनता है। वक्फ बोर्ड कैसे काम करता है? जब कोई व्यक्ति अल्लाह या इस्लाम के नाम कोई संपत्ति या पैसा दान देता है तो उसकी देखरेख वक्फ बोर्ड करता है। वक्फ बोर्ड इस संपत्ति को शरिया के नियम के मुताबिक इन्वेस्ट करता है। इन्वेस्टमेंट से मिलने वाले रिटर्न को शिक्षा, स्वास्थ्य, आपदा, गरीब कल्याण जैसे जनहित के कामों में खर्च किया जाता है। शिमला के संजौली से सुलगी चिंगारी दरअसल, हिमाचल में बीते 31 अगस्त से मस्जिद मामले में बवाल मचा हुआ है। दो गुटों में लड़ाई के बाद मामला हिंदू-मुस्लिम का हो गया है। प्रदेश में अवैध तौर पर बनी मस्जिदों को तोड़ने के लिए लोग सड़कों पर उतर रहे है। शिमला के संजौली मस्जिद से उठा विवाद पूरे प्रदेश में फैल गया है। इसी मामले में देवभूमि संघर्ष समिति ने 27 अक्टूबर को प्रदेशभर में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। शुरुआत में यह प्रदर्शन मस्जिद गिराने की मांग तक सीमित था, लेकिन बीते चार-पांच दिनों के दौरान वक्फ बोर्ड को खत्म करने की मांग तेज होने लगी है। इस बीच पीडब्ल्यूडी मंत्री ने भी इसमें सुधार का सुझाव दिया है।