पूर्वांचल एक्सप्रेस वे लखनऊ बॉर्डर पर DRI की कार्यवाही:50 लाख रुपये कीमत के चाइनीज सिगरेट लाइटर एक ट्रक किए जब्त

पूर्वांचल एक्सप्रेस वे लखनऊ बॉर्डर पर DRI की कार्यवाही:50 लाख रुपये कीमत के चाइनीज सिगरेट लाइटर एक ट्रक किए जब्त

पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर लखनऊ सीमा के निकट डीआरआई यानी राजस्व खुफिया निदेशालय ने तस्करी कर ले जाई जा रही सिगरेट लाइटर की बड़ी खेप पकड़ी है। करीब 50 लाख रुपये कीमत के चाइनीज सिगरेट लाइटर एक ट्रक से जब्त किए गए हैं।डीआरआई ने ट्रक को भी सीज कर दिया है। सिगरेट लाइटर की खेप नेपाल के रास्ते बिहार के पटना तक लाई गई। इसके बाद इसे ट्रक में भरकर दिल्ली ले जाया जा रहा था। 20 तारीख की रात में डीआरआई को सूचना मिली तो पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के पास जाल बिछा दिया। जब ट्रक आया तो उसकी तलाशी ली गई। 399 प्रतिबंधित सिगरेट के मिले पैकेट डीआरआई सूत्रों के अनुसार इस दौरान 399 पैकेट मिले जिनमें सिगरेट लाइटर भरे हुए थे। इनकी कीमत 47 लाख 88 हजार रुपये है। दरअसल, विदेश व्यापार महानिदेशालय ने 20 रुपये से कम मूल्य के सिगरेट लाइटर प्रतिबंधित किया है। महानिदेशालय की वेबसाइट के अनुसार ऐसा इसलिए किया गया ताकि भारतीय कंपनियों को बढ़ावा मिले। ट्रक मालिक ने खेला दांव, पुलिस को दी सूचना जिस ट्रक तस्करी का माल जा रहा था उसमें जीपीएस लगा था। जब ट्रक मूल रास्ते से अलग जाता दिखा तो ट्रक मालिक ने 112 पर इसकी सूचना दी। जीपीएस की मदद से पुलिस की पीआरवी और चीता गोमती नगर स्थित डीआरआई के दफ्तर तक पहुंच गई। तब पता चला कि मामला तस्करी का है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर लखनऊ सीमा के निकट डीआरआई यानी राजस्व खुफिया निदेशालय ने तस्करी कर ले जाई जा रही सिगरेट लाइटर की बड़ी खेप पकड़ी है। करीब 50 लाख रुपये कीमत के चाइनीज सिगरेट लाइटर एक ट्रक से जब्त किए गए हैं।डीआरआई ने ट्रक को भी सीज कर दिया है। सिगरेट लाइटर की खेप नेपाल के रास्ते बिहार के पटना तक लाई गई। इसके बाद इसे ट्रक में भरकर दिल्ली ले जाया जा रहा था। 20 तारीख की रात में डीआरआई को सूचना मिली तो पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के पास जाल बिछा दिया। जब ट्रक आया तो उसकी तलाशी ली गई। 399 प्रतिबंधित सिगरेट के मिले पैकेट डीआरआई सूत्रों के अनुसार इस दौरान 399 पैकेट मिले जिनमें सिगरेट लाइटर भरे हुए थे। इनकी कीमत 47 लाख 88 हजार रुपये है। दरअसल, विदेश व्यापार महानिदेशालय ने 20 रुपये से कम मूल्य के सिगरेट लाइटर प्रतिबंधित किया है। महानिदेशालय की वेबसाइट के अनुसार ऐसा इसलिए किया गया ताकि भारतीय कंपनियों को बढ़ावा मिले। ट्रक मालिक ने खेला दांव, पुलिस को दी सूचना जिस ट्रक तस्करी का माल जा रहा था उसमें जीपीएस लगा था। जब ट्रक मूल रास्ते से अलग जाता दिखा तो ट्रक मालिक ने 112 पर इसकी सूचना दी। जीपीएस की मदद से पुलिस की पीआरवी और चीता गोमती नगर स्थित डीआरआई के दफ्तर तक पहुंच गई। तब पता चला कि मामला तस्करी का है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर