हरियाणा में 3 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में उम्मीद थी की केंद्र के बजट में प्रदेश के लिए बड़ी घोषणा हो सकती है, लेकिन कोई घोषणा नहीं हुई। हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर पर फरवरी महीने से धरना दे रहे किसानों को मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) को लेकर बड़ा ऐलान होने की उम्मीद थी, लेकिन बजट में इसको लेकर कोई घोषणा नहीं की गई। वहीं किसान सम्मान निधि की राशि भी नहीं बढ़ाई गई है, ये 6,000 रुपए ही रहेगी। हालांकि सरकार ने एग्रीकल्चर और उससे जुड़े सेक्टरों के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपए दिए हैं। पिछले साल 1.25 लाख करोड़ रुपए दिए गए थे। यानी इस बार किसानों के लिए बजट 21.6% यानी 25 हजार करोड़ रुपए बढ़ाया गया। बजट को लेकर हरियाणा के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है… हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने कहा कि विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो प्रतिमान रखे हैं उन्हें गति देने में ये बजट मील का पत्थर साबित होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विकसित भारत के साथ-साथ गरीब कल्याण और मध्यम वर्ग की अपेक्षाओं का भी पूरा ध्यान रखा है। ये बजट संतुलित, सर्वस्पर्शी, सर्वसमावेशी और विकासोन्मुखी है। वहीं कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि- मोदी 3.0 के बजट में निराशा व हताशा है। देश के गरीब की जिंदगी सुधारने के लिए ‘शून्य’। बस 5 किलो राशन लो और गरीबी में गुजारा करो। हरियाणा में 3 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में उम्मीद थी की केंद्र के बजट में प्रदेश के लिए बड़ी घोषणा हो सकती है, लेकिन कोई घोषणा नहीं हुई। हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर पर फरवरी महीने से धरना दे रहे किसानों को मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) को लेकर बड़ा ऐलान होने की उम्मीद थी, लेकिन बजट में इसको लेकर कोई घोषणा नहीं की गई। वहीं किसान सम्मान निधि की राशि भी नहीं बढ़ाई गई है, ये 6,000 रुपए ही रहेगी। हालांकि सरकार ने एग्रीकल्चर और उससे जुड़े सेक्टरों के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपए दिए हैं। पिछले साल 1.25 लाख करोड़ रुपए दिए गए थे। यानी इस बार किसानों के लिए बजट 21.6% यानी 25 हजार करोड़ रुपए बढ़ाया गया। बजट को लेकर हरियाणा के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है… हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने कहा कि विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो प्रतिमान रखे हैं उन्हें गति देने में ये बजट मील का पत्थर साबित होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विकसित भारत के साथ-साथ गरीब कल्याण और मध्यम वर्ग की अपेक्षाओं का भी पूरा ध्यान रखा है। ये बजट संतुलित, सर्वस्पर्शी, सर्वसमावेशी और विकासोन्मुखी है। वहीं कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि- मोदी 3.0 के बजट में निराशा व हताशा है। देश के गरीब की जिंदगी सुधारने के लिए ‘शून्य’। बस 5 किलो राशन लो और गरीबी में गुजारा करो। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार में साध संगत में रोष:बाबा वकील साहब के ड्राइवर को पगड़ी देने का मामला, सीबीआई जांच की मांग
हिसार में साध संगत में रोष:बाबा वकील साहब के ड्राइवर को पगड़ी देने का मामला, सीबीआई जांच की मांग हरियाणा के हिसार जिले में बाबा वकील साहब सेवा समिति हिसार के पदाधिकारियों व हिसार की साध संगत द्वारा हिसार एडीसी को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से समिति ने गुरु बाबा बहादुर चंद (वकील साहिब) की अपहरण तथा उनकी हत्या और उनके ड्राइवर बीरेन्द्र ढिल्लो और उनके साथियों द्वारा डेरे पर जबरन कब्जे की सीबीआई जांच की मांग उठाई। जांच कमेटी गठित करवाने की जरूरत समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि वे बाबा वकील साहिब संगत, मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम, गांव जगमालवाली, तहसील कालांवाली, जिला सिरसा, हरियाणा के अनुयायी हैं और सरकार व प्रशासन का ध्यान हाल ही में डेरा में हुई गंभीर घटनाओं की ओर दिलाना चाहते हैं और इसकी तुरंत विशेष जांच कमेटी गठित कर करवाने की जरूरत है। दिल्ली में रहस्यमयी मेडिकली हत्या समिति पदाधिकारियों ने बताया कि गुरु बाबा बहादुर चंद वकील साहिब मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम के वर्तमान गद्दीनशीन थे और उन्हें डेरे के संस्थापक, स्वर्गीय बाबा गुरबख्श सिंह (मैनेजर साहिब) द्वारा गद्दीनशीन नियुक्त किया गया था। समिति के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि गुरु बाबा बहादुर चंद वकील साहब की जुलाई 2024 में एक बड़े षडय़ंत्र के तहत मैक्स हॉस्पिटल साकेत दिल्ली में रहस्यमयी मेडिकली हत्या कर दी गई है। मुख्यमंत्री के नाम सौंपा था ज्ञापन इस विषय को लेकर गत 7 अगस्त को समिति द्वारा उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया था लेकिन उस पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है जिससे संगत में सरकार के प्रति भारी रोष व्याप्त है। इसी विषय को लेकर गत 1 सितंबर को भी संगत द्वारा जंतर मंतर पर भी धरना प्रदर्शन किया गया था और देश के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी दिया गया था जिस पर भी अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। संगत कर सकती है बीजेपी का बहिष्कार समिति पदाधिकारियों ने कहा कि अगर 10 लाख से ज्यादा साध संगत की भावनाओं के साथ ऐसे ही खिलवाड़ होता रहा तो हम इस विधानसभा चुनाव में भाजपा पार्टी, ब्यास डेरा मुखी ओर बलजीत दादूवाल का सामुहिक तौर से बहिष्कार करने का फैसला लेंगे। हमारी सरकार से मांग है कि हमारे गुरु बाबा वकील साहब के साथ जो साजिश हुई है उसकी सीबीआई जांच करवाई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सजा मिल सके। यदि भाजपा सरकार समय रहते कोई कदम नहीं उठाती तो इस विधानसभा चुनाव में उसे साध संगत के रोष के साथ बड़ा राजनीतिक नुकसान झेलना पड़ेगा। इशारे पर ड्राइवर को पहनाई पगड़ी समिति पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि अब 18 सितंबर को ब्यास डेरा मुखी ने भाजपा और सिख पंध के आगू बने बलजीत दाढूवाल के कहने पर संत वकील साहब के कातिल को पगड़ी पहनाई। पदाधिकारियों ने कहा कि ब्यास डेरा मुखी गुरविन्द्र सिंह ढिल्लो ने भाजपा पार्टी ओर सिख पंथ के आगू बने बलजीत दादूवाल के नुमाइंदे के रूप में बाबा के मौत के मुंह में पहुंचाने वाले ड्राइवर वीरेंद्र ढिल्लों को पगड़ी पहनाने का जो काम किया है, उसको लेकर समूची साध संगत डेरा जगमालवाली की भावनाएं आहत हैं और संगत में भारी रोष है। यह है मामला समिति पदाधिकारियों ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि बाबा वकील साहब की मृत्यु 21 जुलाई 2024 को मैक्स हॉस्पिटल में हुई और बाबा जी के ड्राइवर बीरेंद्र ढिल्लों और उसके साथियों ने 10 दिन बाद 1 अगस्त 2024 को डेरा जगमालवाली में जबरन जल्दबाजी में अंतिम संस्कार करना चाहा। जब साध संगत ने इसका विरोध किया तो ड्राइवर बीरेंद्र ढिल्लों और उसके साथियों ने साध संगत पर सरेआम गोली चला दी। लेकिन प्रशासन ने ड्राइवर बीरेंद्र ढिल्लो पर कोई कार्यवाही करने की बजाय संगत को ही अरेस्ट करने का काम किया।
अंबानी-अडाणी के बाद सावित्री जिंदल देश में सबसे अमीर:एक महीने में 1 करोड़ संपत्ति बढ़ी, 3 दिन पहले हिसार से विधायक बनीं
अंबानी-अडाणी के बाद सावित्री जिंदल देश में सबसे अमीर:एक महीने में 1 करोड़ संपत्ति बढ़ी, 3 दिन पहले हिसार से विधायक बनीं जिंदल परिवार की मुखिया एवं जिंदल समूह की चेयरपर्सन सावित्री जिंदल देश में तीसरे नंबर पर सबसे अमीर हैं। उनसे आगे अंबानी और अडानी हैं। सावित्री जिंदल देश की सबसे अमीर महिला भी हैं। सावित्री जिंदल हरियाणा के हिसार की रहने वाली हैं और स्टील किंग स्वर्गीय ओपी जिंदल की पत्नी हैं। इनके बेटे नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद हैं। वह खुद 3 दिन पहले ही हिसार से विधायक बनी हैं। फोर्ब्स की रिपोर्ट इंडियाज 100 रिचेस्ट 2024 के मुताबिक, टॉप-100 में 80 प्रतिशत से ज्यादा अमीर भारतीय पहले से ज्यादा अमीर हो गए। 10.03 लाख करोड़ रुपए के साथ मुकेश अंबानी पहले और 9.74 लाख करोड़ रुपए के साथ गौतम अडाणी दूसरे स्थान पर हैं। इसके बाद तीसरे नंबर पर सावित्री जिंदल हैं। 2020 की तुलना में दोगुनी हुई संपत्ति
देश के टॉप 100 अमीरों की संपत्ति इस साल पहली बार 90 लाख करोड़ रुपए से ऊपर निकल गई है। एक साल में इनकी संपत्ति 40 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 93.64 लाख करोड़ रुपए हो गई। 2020 की तुलना में इन अमीरों की संपत्ति दोगुनी से ज्यादा हो गई है। 2023 के मुकाबले इनकी संपत्ति में 26.50 लाख करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई है। खास बात है कि इनकी संपत्ति बढ़ने में भारतीय शेयर बाजार का अहम योगदान है। सावित्री की एक महीने में 0.9 लाख करोड़ संपत्ति बढ़ी
एक महीने पहले सावित्री जिंदल देश में चौथे नंबर पर सबसे अमीर थी। फॉर्च्यून इंडिया ने सबसे अमीर लोगों की सूची जारी की थी। जिसके मुताबिक 74 वर्षीय सावित्री देवी जिंदल लगभग 2.77 लाख करोड़ रुपए की मालकिन थी। टॉप 10 में इकलौती महिला होने के साथ वह चौथे स्थान पर थीं। अब एक महीने में वह चौथे से तीसरे पायदान पर आ गई हैं। उनकी संपत्ति 0.9 लाख करोड़ रुपए बढ़कर 3.67 लाख करोड़ हो गई है। पति ओपी जिंदल ने कोलकाता में लगाई पहली फैक्ट्री
हिसार के गांव नलवा में जन्मे ओपी जिंदल किसान परिवार से आते थे। छठी कक्षा तक पढ़े ओपी जिंदल अपने भाइयों की तरह ही बाहर जाकर कमाना चाहते थे। दूसरे विश्व युद्ध के अंतिम समय में असम अमेरिकी फौजियों का बड़ा गढ़ था। इसलिए युद्ध के बाद लोहे और इस्पात से बना बहुत सा माल वे यहीं छोड़ गए थे। ओपी जिंदल को यहीं से व्यापार करने का आइडिया आया। साल 1952 में जिंदल ने कोलकाता के पास लिलुआ में पाइप बेंड और सॉकेट बनाने की फैक्ट्री लगाई। उन्होंने इस फैक्ट्री का नाम जिंदल इंडिया लिमिटेड रखा। यहीं से उनके सफर की शुरुआत हुई। ओपी जिंदल असम के बाजारों से नीलामी में पुराने पाइप खरीदते थे और उन्हें कोलकाता में बेचते थे। टाटा और कलिंग के बाद भारत में यह तीसरी इस किस्म की फैक्ट्री थी। इसके बाद 1960 में ओपी जिंदल अपने पैतृक जिले हिसार में वापस आ गए। हिसार में बाल्टी बनाने का काम शुरू किया
ओपी जिंदल ने हिसार आकर सबसे पहले बाल्टी बनाने की फैक्ट्री लगाई। इससे आमदनी शुरू हुई तो 1962 में जिंदल इंडिया लिमिटेड की हिसार में भी फैक्ट्री खोल दी। इसके बाद 1969 में जिंदल स्ट्रिप्स लिमिटेड के नाम से फैक्ट्री खोली। आज इसका नाम स्टेनलेस है। अब जिंदल ग्रुप का देश विदेश में इस्पात, बिजली, सीमेंट और बुनियादी ढांचे में निवेश है। साल 2005 में हेलिकॉप्टर क्रैश में ओपी जिंदल की मौत के बाद जिंदल समूह की कंपनियों का 4 बेटों में बंटवारा हो गया। उनमें से एक बिजनेस टाइकून सज्जन जिंदल हैं, जो JSW स्टील चलाते हैं। 15 साल की उम्र में 6 बच्चों के पिता से शादी की
सावित्री जिंदल का जन्म असम के तिनसुकिया में 20 मार्च 1950 को हुआ था। उनकी 15 साल की उम्र में ओपी जिंदल से शादी हो गई। ओपी जिंदल की यह दूसरी शादी थी। जिंदल को पहले पत्नी विद्या देवी से 6 बच्चे हैं। नवीन जिंदल सावित्री जिंदल का बेटे हैं और नवीन की 3 और बहने भी हैं। सावित्री ने 2005 में पति की मौत के बाद बिजनेस संभाला और राजनीति में भी हाथ आजमाए। सावित्री जिंदल ने पति की मौत के बाद 2005 में हिसार से उपचुनाव लड़ा और जीतकर राजनीति में एंट्री की। लगातार 2 चुनाव जीतकर हरियाणा कैबिनेट में मंत्री बनी। 2024 में हिसार से फिर चुनाव लड़ा और निर्दलीय जीतकर विधायक बनी हैं।
हरियाणा में राज्यसभा सीट पर वोटिंग का ऐलान:अगस्त में ही शुरू होंगे नामांकन; दीपेंद्र हुड्डा के इस्तीफे से खाली हुई थी सीट
हरियाणा में राज्यसभा सीट पर वोटिंग का ऐलान:अगस्त में ही शुरू होंगे नामांकन; दीपेंद्र हुड्डा के इस्तीफे से खाली हुई थी सीट भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने हरियाणा में राज्यसभा इलेक्शन की घोषणा कर दी है। 3 सितंबर को राज्यसभा सीट के लिए वोट डाले जाएंगे। वोटिंग सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगी। 8 घंटे वोटिंग के बाद उसी दिन रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा। नोटिफिकेशन के मुताबिक नॉमिनेशन की प्रक्रिया 14 अगस्त से शुरू होगी। उम्मीदवार 21 अगस्त नॉमिनेशन फाइल कर सकेंगे। 27 अगस्त को प्रत्याशी नाम वापस ले सकेंगे। हरियाणा में राज्यसभा के लिए 5 सीट हैं। कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद बनने के बाद राज्यसभा सीट खाली हुई थी। दीपेंद्र हुड्डा का राज्यसभा का कार्यकाल अप्रैल 2026 तक था। चूंकि उनका शेष कार्यकाल एक वर्ष से अधिक है, इसलिए भारतीय निर्वाचन आयोग इस सीट पर उपचुनाव करा रहा है। भारतीय चुनाव आयोग का नोटिफिकेशन… 4 जून को खाली हो गई थी सीट हरियाणा के कानूनी विश्लेषकों का कहना है कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम (RP Act), 1951 की धारा 69 (2) के तहत यदि कोई व्यक्ति जो पहले से राज्यसभा का सदस्य है और वह लोकसभा का सदस्य निर्वाचित हो जाता है तो राज्यसभा में उस व्यक्ति की सीट सांसद चुने जाने की तारीख से ही खाली हो जाती है। इसलिए 4 जून से ही दीपेंद्र हुड्डा राज्यसभा के सदस्य नहीं माने जाएंगे। विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक बराबर राज्यसभा के चुनाव में अगर विपक्षी एकजुट हुए तो भाजपा को मुश्किल हो सकती है। भाजपा के पास इस वक्त 41 विधायक हैं। इसकी सहयोगी हलोपा 1 और एक निर्दलीय मिलाकर 43 विधायकों का सीधा समर्थन है। हालांकि कांग्रेस को छोड़कर आई तोशाम से विधायक किरण चौधरी भी भाजपा में हैं। वह भी भाजपा के पक्ष में ही वोटिंग करेंगी। यह वह तब कर पाएंगी जब विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता कांग्रेस की याचिका पर उनके खिलाफ दलबदल कानूनी की कार्यवाही नहीं करते। वहीं विपक्ष में कांग्रेस के पास अभी 28 (किरण चौधरी को छोड़कर), जजपा के 10, INLD 1 और 4 निर्दलीय यानी कुल 43 विधायक हैं। विधानसभा में अभी सत्ता पक्ष और विपक्ष की स्थिति एक जैसी ही है। क्रॉस वोटिंग से जीत सकती है भाजपा अगर चुनाव में क्रॉस वोटिंग हुई तो भाजपा जीत सकती है। जजपा के 2 विधायक जोगीराम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा ने खुलकर लोकसभा चुनाव में भाजपा की मदद की। चुनाव के बाद वे सीएम नायब सैनी से भी मिले। राज्यसभा चुनाव में भाजपा को उनसे समर्थन की उम्मीद रहेगी। इसके अलावा पूर्व सीएम और अब केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी कई बार कह चुके हैं कि कांग्रेस के विधायक ही एकजुट नहीं हैं। वहीं कांग्रेस विधायकों में भी गुटबाजी है। ऐसे में भाजपा को कांग्रेस से भी क्रॉस वोटिंग का भरोसा रहेगा।