पंजाब के लुधियाना से एक पुलिस कर्मचारी की सोशल मीडिया फेसबुक पर वीडियो सामने आई है जिसमें वह गैंगस्टर थीम के एक गीत पर पिस्टल दिखा रहा है। वीडियो सामने आने के बाद शहर में भी यह चर्चा छिड़ गई कि पुलिस कर्मचारी सरे-आम सोशल मीडिया पर बिना वर्दी पहने पिस्टल दिखा लोगों के बीच हथियार को प्रमोट कर रहा है। कांग्रेस के पूर्व MLA का है गनमेन पता चला है कि यह पुलिस कर्मचारी कांग्रेस के एक पूर्व MLA का गनमेन है। वह विधायक कुछ समय के लिए आम आदमी पार्टी में भी शामिल हो गया था लेकिन फिर उसने कांग्रेस में ही वापसी कर ली। कांग्रेसी MLA से भी बात करनी चाही लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। MLA के पी.ए ने यह कहकर पल्ला छाड़ दिया कि उसे पता नहीं है कि गनमेन उनके साथ लगा है या नहीं। पी.ए से बातचीत होने के कुछ ही मिनटों के बाद उस पुलिस कर्मचारी ने अपने फेसबुक अकाउंट से पोस्ट हटा दी। B.J रंधावा नाम से है फेसबुक आई.डी जानकारी मुताबिक पुलिस कर्मचारी का नाम अपनी फेसबुर आई.डी B.J रंधावा नाम से बनाई है। उसने जो पिस्टल के साथ गीत शेयर किया है उसके बोल है-घर दे हालात मसा चेंज होये आ, नहीं तां भलेयां टाइमां च कोई मार देना सी, करी बाबे दा शुक्र असी गए हां सुधर,नहीं तां जे पहलां वाले हुन्दें गड्डी चाढ़ देना सी। एक पुलिस कर्मचारी के द्वारा गैंगस्टर थीम के गीत पर इस तरह की पोस्ट शेयर करने से पुलिस की छवि को भी धक्का लगा है। CP चहल बोले… इस मामले में पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि मामले को वह वेराफाई करवाएंगे। हथियारों को सोशल मीडिया पर प्रमोट करने की किसी को भी इज्जाजत नहीं है। पता किया जाएगा कि पुलिस कर्मचारी किस जगह डयूटी कर रहा है। पंजाब के लुधियाना से एक पुलिस कर्मचारी की सोशल मीडिया फेसबुक पर वीडियो सामने आई है जिसमें वह गैंगस्टर थीम के एक गीत पर पिस्टल दिखा रहा है। वीडियो सामने आने के बाद शहर में भी यह चर्चा छिड़ गई कि पुलिस कर्मचारी सरे-आम सोशल मीडिया पर बिना वर्दी पहने पिस्टल दिखा लोगों के बीच हथियार को प्रमोट कर रहा है। कांग्रेस के पूर्व MLA का है गनमेन पता चला है कि यह पुलिस कर्मचारी कांग्रेस के एक पूर्व MLA का गनमेन है। वह विधायक कुछ समय के लिए आम आदमी पार्टी में भी शामिल हो गया था लेकिन फिर उसने कांग्रेस में ही वापसी कर ली। कांग्रेसी MLA से भी बात करनी चाही लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। MLA के पी.ए ने यह कहकर पल्ला छाड़ दिया कि उसे पता नहीं है कि गनमेन उनके साथ लगा है या नहीं। पी.ए से बातचीत होने के कुछ ही मिनटों के बाद उस पुलिस कर्मचारी ने अपने फेसबुक अकाउंट से पोस्ट हटा दी। B.J रंधावा नाम से है फेसबुक आई.डी जानकारी मुताबिक पुलिस कर्मचारी का नाम अपनी फेसबुर आई.डी B.J रंधावा नाम से बनाई है। उसने जो पिस्टल के साथ गीत शेयर किया है उसके बोल है-घर दे हालात मसा चेंज होये आ, नहीं तां भलेयां टाइमां च कोई मार देना सी, करी बाबे दा शुक्र असी गए हां सुधर,नहीं तां जे पहलां वाले हुन्दें गड्डी चाढ़ देना सी। एक पुलिस कर्मचारी के द्वारा गैंगस्टर थीम के गीत पर इस तरह की पोस्ट शेयर करने से पुलिस की छवि को भी धक्का लगा है। CP चहल बोले… इस मामले में पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि मामले को वह वेराफाई करवाएंगे। हथियारों को सोशल मीडिया पर प्रमोट करने की किसी को भी इज्जाजत नहीं है। पता किया जाएगा कि पुलिस कर्मचारी किस जगह डयूटी कर रहा है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में निहंगों ने शिवसेना नेता को तलवारों से काटा:गनमैन की रिवॉल्वर छीनी, हिंदू नेताओं ने सड़क जाम की, माहौल तनावपूर्ण
पंजाब में निहंगों ने शिवसेना नेता को तलवारों से काटा:गनमैन की रिवॉल्वर छीनी, हिंदू नेताओं ने सड़क जाम की, माहौल तनावपूर्ण पंजाब के लुधियाना में शुक्रवार दोपहर को शिवसेना टकसाली नेता एवं सुखदेव थापर के वंशज संदीप थापर पर सिविल अस्पताल के बाहर 3 निहंगों ने हमला कर दिया। निहंगों ने बीच सड़क उन पर तलवारों से वार किए। हमले के वक्त गनमैन संदीप के साथ मौजूद था। उसके पास रिवॉल्वर थी, लेकिन निहंगों ने उसे छीन लिया। हमला करने के बाद निहंग संदीप की ही स्कूटी लेकर फरार हो गए। इसके बाद संदीप को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें सीएमसी में भर्ती कराया गया।
वहीं इस घटना के बाद हिंदू नेता भड़क गए और सड़क जाम कर दी। इसे देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है। माहौल तनावपूर्ण है। उधर, डीसीपी जसकरन सिंह तेजा संदीप थापर से मिलने अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि आरोपियों पर 307 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। शहर में नाकाबंदी करवा दी है। जल्द आरोपी काबू कर लिए जाएंगे। पहले गाली-गलौज, फिर हमला किया
संदीप थापर ने बताया कि वह एक धार्मिक समागम में शामिल होकर अपने गनमैन के साथ घर लोट रहे थे। सिविल अस्पताल के पास 3 निहंग उनके पास आए और गाली-गलौज करने लगे। इसके बाद तलवार से उन पर हमला कर दिया। आरोपियों ने उनके गनमैन की रिवॉल्वर भी छीन ली। पहले से मिल रही थी धमकियां
संदीप थापर ने बताया कि उन्हें पहले भी कई बार अज्ञात लोगों से फोन पर जान से मारने की धमकियां मिल चुकी हैं। उन्होंने कई बार पुलिस को बताया, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और आज उन पर हमला हुआ। जिसमें वह बाल-बाल बच गए, लेकिन उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि इस हमले के लिए लुधियाना के सीपी कुलदीप चहल जिम्मेदार हैं। जिनसे वह तीन महीने से लगातार सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं। हिंदू नेताओं ने सड़क जाम कर दिया धरना
घटना के बाद हिंदू नेताओं ने सड़क जाम कर दिया धरना दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। मौके पर पहुंचे शिवसेना नेता भानु प्रताप और अमित कौंडल ने कहा कि संदीप थापर को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं और पुलिस सब कुछ जानते हुए भी हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। यहां तक कि सीपी साहब ने भी उनकी शिकायत को नजरअंदाज किया, जिसे वह बर्दाश्त नहीं करेंगे। लुधियाना में गुंडागर्दी फैल चुकी है और पुलिस इसे रोकने में नाकाम साबित हो रही है। अस्पताल में भी लगे सीपी मुर्दाबाद के नारे
सिविल अस्पताल के अंदर हिंदू नेताओं ने सीपी लुधियाना कुलदीप चहल के खिलाफ नारेबाजी की और सीपी मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। उन्होंने सरकार से सीपी को हटाने की मांग की। मामले की जांच कर रहे एसीपी अक्षय जैन ने कहा कि थाना डिवीजन नंबर-2 की पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। सीपी बोले- आरोप लगाना पूरी तरह से गलत
सीपी कुलदीप चहल ने कहा कि उन पर या किसी पर भी इस तरह के आरोप लगाना पूरी तरह से गलत हैं। हमने पहले ही उन्हें गनमैन मुहैया करा दिया है। हम लुधियाना में किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने देंगे।
कपूरथला के MLA राणा की RSL पर सेबी का नोटिस:63 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया; 45 दिन का टाइम दिया
कपूरथला के MLA राणा की RSL पर सेबी का नोटिस:63 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया; 45 दिन का टाइम दिया कपूरथला के MLA और कांग्रेसी नेता राणा गुरजीत सिंह सहित के परिवार को सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने बड़ा झटका दिया है। जिससे राणा परिवार की आधिपत्य वाली राणा शुगर लिमिटेड (RSL) की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। सेबी ने RSL के निदेशक मंडल सहित पांच फर्मों को दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। वहीं RSL सहित 6 फर्मों, चेयरमैन, एमडी, डायरेक्टर और प्रमोटर, राणा परिवार के सदस्य पर 63 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया। सेबी के MD की तरफ से जारी फाइनल ऑर्डर में 45 दिन के अंदर राशि का ऑनलाइन भुगतान करने का निर्देश भी दिया गया है। साथ ही RSL को पांच फर्मों से 15 करोड़ रुपए की जुर्माना राशि 60 दिन में रिकवर करने के भी आदेश जारी किए हैं। SEBI के मुख्य महाप्रबंधक जी रामर की ओर से 27 अगस्त को एक फाइनल ऑर्डर जारी किया गया। इसमें RSLके प्रमोटर्स से संबंधित संस्थाओं की ओर से RSL से फंड के डायवर्जन, RSL के वित्तीय विवरणों में गलत बयानी समेत कई कार्रवाई में आरोपी पाया गया। जिससे सेबी एक्ट-1992, सेबी के पीएफयूटीपी रेगुलेशन-2003 और एलओडीआर रेगुलेशन-2015 के प्रावधानों का उल्लंघन हुआ है। इसकी जांच अवधि वित्तीय वर्ष 2014-15 से वित्त वर्ष 2020-21 तक मानी गई है। कंपनी पर कमाई को डायवर्ट की योजना थी
SEBI की जांच में आरोप लगाया गया कि कंपनी ने अपने प्रबंध निदेशक, अध्यक्ष और परिवार के अन्य सदस्यों सहित अपने प्रमोटर निदेशकों के साथ मिलकर आरएसएल के प्रबंध निदेशक और उनके परिवार के सदस्यों की ओर से अप्रत्यक्ष रूप से नियंत्रित कुछ निजी सीमित कंपनियों का उपयोग करके कंपनी की कमाई को डायवर्ट करने की योजना तैयार की थी। इन निजी कंपनियों को संबंधित पक्ष के रूप में नहीं दिखाया गया, भले ही ये अप्रत्यक्ष रूप से आरएसएल के प्रमोटरों ने इसके प्रबंध निदेशक सहित नियंत्रित थीं। परिणामस्वरूप इन निजी कंपनियों के साथ लेनदेन को भी संबंधित पक्ष के लेनदेन के रूप में नहीं दिखाया गया। इस पर सेबी ने आरएसएल के एमडी-कम-प्रमोटर इंद्र प्रताप सिंह राणा, चेयरमैन-कम-प्रमोटर रणजीत सिंह राणा, डायरेक्टर-कम-प्रमोटर वीर प्रताप सिंह राणा, गुरजीत सिंह राणा, करण प्रताप सिंह राणा, राजबंस कौर राणा, प्रीत इंद्र सिंह राणा, सुखजिंदर कौर(राणा परिवार सदस्य), मनोज गुप्ता और पांच फर्म फ्लालेस ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड, सेंचुरी एग्रो प्राइवेट लिमिटेड, जेआर बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड, आरजे टैक्स फैब प्राइवेट लिमिटेड, आरजीएस ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड की स्टॉक मार्केट में प्रवेश पर रोक लगा दी है। इन सभी को इस आदेश के लागू होने की तारीख से दो साल की अवधि के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सिक्योरिटीज मार्केट से खरीद, बिक्री या अन्यथा लेनदेन करने या किसी भी तरह से बाजार से जुड़े होने से प्रतिबंधित कर दिया गया है। राणा परिवार के 8 लोगों पर प्रतिबंध
SEBI चीफ की तरफ से जारी ऑर्डर में RSL के एमडी-कम-प्रमोट इंद्र प्रताप सिंह राणा, चेयरमैन-कम-प्रमोटर रणजीत सिंह राणा, डायरेक्टर-कम-प्रमोटर वीर प्रताप सिंह राणा, गुरजीत सिंह राणा, करण प्रताप सिंह राणा, राजबंस कौर राणा, प्रीत इंद्र सिंह राणा, सुखजिंदर कौर को दो साल के के लिए किसी अन्य सूचीबद्ध कंपनी के निदेशक या प्रमुख प्रबंधकीय व्यक्ति के रूप में कोई भी पद धारण करने से भी प्रतिबंधित किया गया है। 45 दिन में 63 करोड़ के भुगतान के भी आदेश
SEBI ने नोटिस के मिलने से 45 दिन के भीतर आरएसएल समेत छह फर्मों और राणा परिवार के आठ सदस्यों व एक अन्य व्यक्ति पर लगे 63 करोड़ रुपए के जुर्माने की राशि के ऑनलाइन भुगतान के आदेश जारी किए हैं। जानकारी अनुसार राणा शुगर लिमिटेड को 7 करोड़, इंद्रप्रताप सिंह राणा को 9 करोड़, रणजीत सिंह राणा को 5 करोड़, वीरप्रताप सिंह राणा को 5 करोड़, गुरजीत सिंह राणा को 4 करोड़, करणप्रताप सिंह राणा को 4 करोड़, राजबंस कौर को 4 करोड़, प्रीत इंद्र सिंह राणा को 3 करोड़, सुखजिंदर कौर को 3 करोड़, मनोज गुप्ता को 4 करोड़ का जुर्माना लगाया है।
जालंधर काउंटर इंटेलिजेंस ने किया खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार:बब्बर खालसा का एक्टिव मेंबर, रतनदीप हत्याकांड का मुख्य आरोपी, हथियार बरामद
जालंधर काउंटर इंटेलिजेंस ने किया खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार:बब्बर खालसा का एक्टिव मेंबर, रतनदीप हत्याकांड का मुख्य आरोपी, हथियार बरामद पंजाब की जालंधर काउंटर इंटेलिजेंस विंग ने आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के एक सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान सिमरनजीत सिंह उर्फ बबलू के रूप में हुई है। आरोपी बब्बर खालसा के आतंकी रतनदीप सिंह की हत्या में शामिल था। खुफिया जानकारी के आधार पर जालंधर काउंटर इंटेलिजेंस ने मुख्य हमलावर सिमरनजीत बबलू को गिरफ्तार किया है। आरोपी 3 अप्रैल 2024 को हुई हत्या के बाद से ही फरार था। इस मॉड्यूल को पाकिस्तान स्थित आतंकी हरविंदर रिंदा और यूएसए स्थित आतंकी गोपी नवांशहरिया चला रहे हैं। जालंधर काउंटर इंटेलिजेंस ने आरोपी के पास से एक रिवॉल्वर, जिंदा कारतूस और अन्य हथियार बरामद किए हैं। इसकी जानकारी जल्द ही मीडिया से साझा की जाएगी। करनाल का रहने वाला था रतनदीप, काम के लिए बलाचौर आया था बता दें कि बब्बर खालसा के आतंकी रतनदीप सिंह की 3 अप्रैल को शाम करीब 7 बजे बलाचौर बाईपास पर गांव गढ़ी कानूनगो के पास हत्या कर दी गई थी। रतनदीप पर कई गोलियां चलाई गई थीं, वारदात के वक्त उसका भतीजा गुरप्रीत सिंह भी मौजूद था। गुरप्रीत हरियाणा के करनाल से आया था। जिसके बयानों पर बलाचौर पुलिस ने नवांशहर निवासी गैंगस्टर गोपी नवांशहरिया और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ 302 (हत्या), 307 (हत्या की नीयत) आर्म्स एक्ट समेत कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। रतनदीप पर कई संगीन मामले दर्ज शुरुआती जांच में पता चला है कि पहले वह बब्बर खालसा के लिए काम करता था, लेकिन फिर अचानक उसने खुद को हर चीज से अलग कर लिया। रतनदीप सिंह पिछले कुछ समय से आतंकी गतिविधियों से दूर था। पुलिस को शुरू से ही शक था कि आतंकी संगठनों से जुड़े कुछ लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यूएसए में बैठे गैंगस्टर गोपी नवांशहरिया ने रतनदीप की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। रतनदीप पहले बब्बर खालसा का कुख्यात आतंकी रह चुका है। उसके खिलाफ पंजाब समेत कई राज्यों में कई मामले भी दर्ज हैं। जिसमें हत्या के मामले भी शामिल हैं।