हरियाणा में मिड-डे मील खाने से 10 बच्चे बीमार:उल्टी के साथ चक्कर आया, कई बेहोश हुए; शिक्षकों ने बिना दवा दिए बाहर भेजे

हरियाणा में मिड-डे मील खाने से 10 बच्चे बीमार:उल्टी के साथ चक्कर आया, कई बेहोश हुए; शिक्षकों ने बिना दवा दिए बाहर भेजे

हरियाणा में करनाल के सरकारी स्कूल मिड-डे मील खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। खाना खाने के कुछ देर बाद ही बच्चों को उल्टियां होने लगीं। उन्हें पेट दर्द और चक्कर आने लगे। आनन-फानन में स्कूल के अन्य बच्चे उन्हें गांव के बस स्टैंड स्थित मेडिकल स्टोर पर ले गए। इसके बाद कुछ बच्चों ने अपने घर जाकर इसकी जानकारी दी। सूचना मिलते ही परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे। बच्चों की हालत गंभीर देख वे उन्हें पानीपत के नजदीकी सिविल अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टरों की हड़ताल के कारण एनएचएम के डॉक्टर आधे घंटे देरी से पहुंचे। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने बच्चों को अस्पताल में भर्ती कर लिया। बताया जा रहा है कि फूड पॉइजनिंग हुई है। अस्पताल में दाखिल बीमार बच्चों की PHOTOS… बच्चों को सांस लेने में भी दिक्कत
जानकारी देते हुए देबो ने बताया कि वह गांव पूंडरी की रहने वाली है। उसकी पोती भारती (11) भी गांव के सरकारी हाई स्कूल में पढ़ती है। वह छठी कक्षा की छात्रा है। दोपहर को स्कूल के कुछ बच्चे घर आए और बताया कि स्कूल में बनी खिचड़ी खाने से भारती समेत कई बच्चे बीमार हो गए हैं। यह सुनते ही परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे। बच्चों को मेडिकल स्टोर से दवाई दी जा रही थी। यहां कई बच्चे खड़े थे। जिन्हें उल्टी हो रही थी। उन्हें पेट दर्द, गले में दर्द के साथ ही चक्कर भी आ रहे थे। बच्चों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। सभी छात्र छठी कक्षा के हैं
भारती, नवीन और कृष को पानीपत के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि परिजनों का दावा है कि 10 से ज्यादा बच्चों की हालत बिगड़ गई है। जिन्हें उनके परिजन अलग-अलग अस्पतालों में ले गए हैं। BEO बोले- मामले की जांच की जाएगी
BEO रविंद्र कुमार ने कहा कि बच्चों की तबीयत बिगड़ने का मामला सामने आया है। पानीपत अस्पताल में जाकर बच्चों की सेहत की जानकारी ली जाएगी। कहां पर क्या कुछ कमी रही है, किसकी तरफ से लापरवाही बरती गई है? पूरे मामले की जांच की जाएगी। जिस भी तरह के तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुरूप आगामी प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। हरियाणा में करनाल के सरकारी स्कूल मिड-डे मील खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। खाना खाने के कुछ देर बाद ही बच्चों को उल्टियां होने लगीं। उन्हें पेट दर्द और चक्कर आने लगे। आनन-फानन में स्कूल के अन्य बच्चे उन्हें गांव के बस स्टैंड स्थित मेडिकल स्टोर पर ले गए। इसके बाद कुछ बच्चों ने अपने घर जाकर इसकी जानकारी दी। सूचना मिलते ही परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे। बच्चों की हालत गंभीर देख वे उन्हें पानीपत के नजदीकी सिविल अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टरों की हड़ताल के कारण एनएचएम के डॉक्टर आधे घंटे देरी से पहुंचे। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने बच्चों को अस्पताल में भर्ती कर लिया। बताया जा रहा है कि फूड पॉइजनिंग हुई है। अस्पताल में दाखिल बीमार बच्चों की PHOTOS… बच्चों को सांस लेने में भी दिक्कत
जानकारी देते हुए देबो ने बताया कि वह गांव पूंडरी की रहने वाली है। उसकी पोती भारती (11) भी गांव के सरकारी हाई स्कूल में पढ़ती है। वह छठी कक्षा की छात्रा है। दोपहर को स्कूल के कुछ बच्चे घर आए और बताया कि स्कूल में बनी खिचड़ी खाने से भारती समेत कई बच्चे बीमार हो गए हैं। यह सुनते ही परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे। बच्चों को मेडिकल स्टोर से दवाई दी जा रही थी। यहां कई बच्चे खड़े थे। जिन्हें उल्टी हो रही थी। उन्हें पेट दर्द, गले में दर्द के साथ ही चक्कर भी आ रहे थे। बच्चों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। सभी छात्र छठी कक्षा के हैं
भारती, नवीन और कृष को पानीपत के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि परिजनों का दावा है कि 10 से ज्यादा बच्चों की हालत बिगड़ गई है। जिन्हें उनके परिजन अलग-अलग अस्पतालों में ले गए हैं। BEO बोले- मामले की जांच की जाएगी
BEO रविंद्र कुमार ने कहा कि बच्चों की तबीयत बिगड़ने का मामला सामने आया है। पानीपत अस्पताल में जाकर बच्चों की सेहत की जानकारी ली जाएगी। कहां पर क्या कुछ कमी रही है, किसकी तरफ से लापरवाही बरती गई है? पूरे मामले की जांच की जाएगी। जिस भी तरह के तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुरूप आगामी प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर