हिमाचल के 5 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी:मानसून सीजन में सामान्य से 38% कम बारिश; सीजन में 390 करोड़ रुपये की संपत्ति नष्ट

हिमाचल के 5 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी:मानसून सीजन में सामान्य से 38% कम बारिश; सीजन में 390 करोड़ रुपये की संपत्ति नष्ट

हिमाचल प्रदेश के पांच जिलों में आज भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। यह अलर्ट ऊना, बिलासपुर, कांगड़ा, सोलन और सिरमौर जिलों को दिया गया है। इन जिलों में कुछ ही स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। अन्य जिलों में आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे। कई स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इस बार राज्य में मानसून की शुरुआत से ही सुस्ती रही है। एक जून से 25 जुलाई तक पूरे मानसून सीजन के दौरान मात्र 183.8 मिमी बारिश हुई है, जबकि इस दौरान सामान्य बारिश 302.4 मिमी होती है। इस लिहाज से इस बार बादल सामान्य से 38 फीसदी कम बरसे हैं। राज्य में एक भी जिला ऐसा नहीं है, जहां सामान्य से अधिक बारिश हुई हो। इसके चलते कुछ इलाकों में लोग बरसात के मौसम में भी बारिश से परहेज कर रहे हैं। इसका असर कृषि उपज और सेब की फसल पर पड़ने लगा है। सूखे के कारण सेब अच्छे आकार में नहीं उग पा रहे हैं। सेब के दाने फटने लगे हैं। प्रदेश के 80 फीसदी से ज्यादा बगीचे बीमारियों की चपेट में आ गए हैं। 47 सड़कें वाहनों के लिए बंद प्रदेश में पिछले 24 घंटों में हुई बारिश के कारण 47 सड़कें वाहनों के लिए बंद हैं। इनमें से हमीरपुर जोन में सबसे ज्यादा 20, मंडी जोन में 14, शिमला जोन में 4 और कांगड़ा जोन में 10 सड़कें बंद हैं। मानसून सीजन में 390 करोड़ की संपत्ति नष्ट हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन में बारिश के कारण 390 करोड़ रुपये की सरकारी और निजी संपत्ति नष्ट हो गई है। अकेले लोक निर्माण विभाग को सबसे ज्यादा 157 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राज्य में भारी बारिश के कारण 14 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि 73 मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग के अनुसार, आज के मुकाबले कल अधिक स्थानों पर बारिश का अनुमान है। इसे देखते हुए कल के लिए सात जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। हिमाचल प्रदेश के पांच जिलों में आज भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। यह अलर्ट ऊना, बिलासपुर, कांगड़ा, सोलन और सिरमौर जिलों को दिया गया है। इन जिलों में कुछ ही स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। अन्य जिलों में आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे। कई स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इस बार राज्य में मानसून की शुरुआत से ही सुस्ती रही है। एक जून से 25 जुलाई तक पूरे मानसून सीजन के दौरान मात्र 183.8 मिमी बारिश हुई है, जबकि इस दौरान सामान्य बारिश 302.4 मिमी होती है। इस लिहाज से इस बार बादल सामान्य से 38 फीसदी कम बरसे हैं। राज्य में एक भी जिला ऐसा नहीं है, जहां सामान्य से अधिक बारिश हुई हो। इसके चलते कुछ इलाकों में लोग बरसात के मौसम में भी बारिश से परहेज कर रहे हैं। इसका असर कृषि उपज और सेब की फसल पर पड़ने लगा है। सूखे के कारण सेब अच्छे आकार में नहीं उग पा रहे हैं। सेब के दाने फटने लगे हैं। प्रदेश के 80 फीसदी से ज्यादा बगीचे बीमारियों की चपेट में आ गए हैं। 47 सड़कें वाहनों के लिए बंद प्रदेश में पिछले 24 घंटों में हुई बारिश के कारण 47 सड़कें वाहनों के लिए बंद हैं। इनमें से हमीरपुर जोन में सबसे ज्यादा 20, मंडी जोन में 14, शिमला जोन में 4 और कांगड़ा जोन में 10 सड़कें बंद हैं। मानसून सीजन में 390 करोड़ की संपत्ति नष्ट हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन में बारिश के कारण 390 करोड़ रुपये की सरकारी और निजी संपत्ति नष्ट हो गई है। अकेले लोक निर्माण विभाग को सबसे ज्यादा 157 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राज्य में भारी बारिश के कारण 14 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि 73 मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग के अनुसार, आज के मुकाबले कल अधिक स्थानों पर बारिश का अनुमान है। इसे देखते हुए कल के लिए सात जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर