हरियाणा में पानीपत शहर की एक कॉलोनी में खेलते-खेलते 6 साल की एक बच्ची पास में ही एक निर्माणाधीन मकान के सेप्टिक टैंक में भरे पानी में डूब गई। बच्ची को तलाशते हुए उसका पिता टैंक तक पहुंचा। जहां उसने बेटी को टैंक के भीतर डूबा हुआ देखा। ये देख पिता ने उसे बाहर निकाला। अचेत अवस्था में आनन-फानन में उसे लेकर सिविल अस्पताल पहुंचा। जहां चेकअप के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, अस्पताल में कुछ देर शव रखने के बाद पिता गोद में उठाकर बिना किसी को सूचित कर वहां से चला गया। जिसके बाद CMO ने पुलिस को बताया। पुलिस अब उनकी तलाश कर रही है। टैंक में कूदा पिता भी डूबने लगे था जानकारी देते हुए बच्ची के पिता बादाम ने बताया कि वह मूल रूप से यूपी के बरेली का रहने वाला है। वह दो बच्चों का पिता है। जिसमें बड़ी बेटी सृष्टि(6) थी। जबकि छोटा बेटा 5 माह का है। वहां पिछले करीब 6 साल से पानीपत की एक कॉलोनी में किराए पर रह रहा है। वह एक कॉरपेट फैक्ट्री में काम करता है। शुक्रवार को उसकी बेटी घर के बाहर खेल रही थी। पड़ोस में ही एक मकान का निर्माण हो रहा है। जिसने बाहर गली में सेप्टिक टैंक बनाया हुआ है। टैंक में फिलहाल मकान के लिए साफ पानी भरा जाता है। उसकी बेटी खेलते हुए आंखों के सामने से ओझल हो गई। करीब 10 मिनट वह नहीं मिली, जिसे तलाशते हुए टैंक के पास पहुंचे, तो बच्ची उसमें डूबी हुई दिखाई दी। पिता ने तुरंत भीतर छलांग लगाई, तो वह भी डूबने की स्थिति में आ गया था। क्योंकि टैंक की गहराई करीब 8 फीट थी। हरियाणा में पानीपत शहर की एक कॉलोनी में खेलते-खेलते 6 साल की एक बच्ची पास में ही एक निर्माणाधीन मकान के सेप्टिक टैंक में भरे पानी में डूब गई। बच्ची को तलाशते हुए उसका पिता टैंक तक पहुंचा। जहां उसने बेटी को टैंक के भीतर डूबा हुआ देखा। ये देख पिता ने उसे बाहर निकाला। अचेत अवस्था में आनन-फानन में उसे लेकर सिविल अस्पताल पहुंचा। जहां चेकअप के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, अस्पताल में कुछ देर शव रखने के बाद पिता गोद में उठाकर बिना किसी को सूचित कर वहां से चला गया। जिसके बाद CMO ने पुलिस को बताया। पुलिस अब उनकी तलाश कर रही है। टैंक में कूदा पिता भी डूबने लगे था जानकारी देते हुए बच्ची के पिता बादाम ने बताया कि वह मूल रूप से यूपी के बरेली का रहने वाला है। वह दो बच्चों का पिता है। जिसमें बड़ी बेटी सृष्टि(6) थी। जबकि छोटा बेटा 5 माह का है। वहां पिछले करीब 6 साल से पानीपत की एक कॉलोनी में किराए पर रह रहा है। वह एक कॉरपेट फैक्ट्री में काम करता है। शुक्रवार को उसकी बेटी घर के बाहर खेल रही थी। पड़ोस में ही एक मकान का निर्माण हो रहा है। जिसने बाहर गली में सेप्टिक टैंक बनाया हुआ है। टैंक में फिलहाल मकान के लिए साफ पानी भरा जाता है। उसकी बेटी खेलते हुए आंखों के सामने से ओझल हो गई। करीब 10 मिनट वह नहीं मिली, जिसे तलाशते हुए टैंक के पास पहुंचे, तो बच्ची उसमें डूबी हुई दिखाई दी। पिता ने तुरंत भीतर छलांग लगाई, तो वह भी डूबने की स्थिति में आ गया था। क्योंकि टैंक की गहराई करीब 8 फीट थी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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