हरियाणा में पलवल में हरिद्वार से कांवड लेने जा रहे युवकों पर लाठी-डंडों से हमला किया गया। उनको जाति सूचक गालियां देने के भी आरोप लगे हैं। चांदहट थाना पुलिस ने घायल युवक की शिकायत पर पांच नामजद सहित अन्य युवकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। चांदहट थाना प्रभारी जगबीर सिंह के अनुसार, मीसा गांव निवासी राकेश ने दी शिकायत में कहा है कि वह और उसके साथी शाम के करीब आठ बजे गांव के मंदिर पर एकत्रित हो रहे थे। उसी समय कृष्ण अपने 3-4 साथियों के साथ वहां आया और हमारे साथ कांवड लेने के लिए चलने की बात कहने लगा, तो हमने मना कर दिया। उसके बाद कृष्ण वहां से चला गया। उसने बताया कि कुछ देर बाद कृष्ण, केशव, सौरव, कर्मबीर, रोहित व कुछ अन्य युवक बाइकों व गाडियों में सवार होकर हाथों में लाठी-डंडे लेकर वहां पहुंचे और उनपर हमला कर दिया। आरोपियों ने जाति सूचक गालियां देते हुए कहा कि तुम्हें कांवड़ के लिए भेजेंगे, तुम लोगों को कोई अधिकार नहीं है कांवड लाने का। मारपीट कर आरोपियों ने उसके ऊपर जान से मारने की नीयत से गाड़ी चढ़ा दी और हाथों में लिए अवैध हथियारों से फायर किए। इससे वह (राकेश) बेहोश हो गया तो उसे मरा हुआ समझ कर अपनी गाड़ी को डंडों से तोड़ दिया। झगड़े की आवाज सुनकर आस पड़ोस के लोग एकत्रित हो गए तो आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी व जाति सूचक गालियां देते हुए फरार हो गए। पुलिस ने घायल राकेश की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 191(3), 190, 115(2), 351(3), 287, आर्म्स एक्ट 25.54.59 व एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। हरियाणा में पलवल में हरिद्वार से कांवड लेने जा रहे युवकों पर लाठी-डंडों से हमला किया गया। उनको जाति सूचक गालियां देने के भी आरोप लगे हैं। चांदहट थाना पुलिस ने घायल युवक की शिकायत पर पांच नामजद सहित अन्य युवकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। चांदहट थाना प्रभारी जगबीर सिंह के अनुसार, मीसा गांव निवासी राकेश ने दी शिकायत में कहा है कि वह और उसके साथी शाम के करीब आठ बजे गांव के मंदिर पर एकत्रित हो रहे थे। उसी समय कृष्ण अपने 3-4 साथियों के साथ वहां आया और हमारे साथ कांवड लेने के लिए चलने की बात कहने लगा, तो हमने मना कर दिया। उसके बाद कृष्ण वहां से चला गया। उसने बताया कि कुछ देर बाद कृष्ण, केशव, सौरव, कर्मबीर, रोहित व कुछ अन्य युवक बाइकों व गाडियों में सवार होकर हाथों में लाठी-डंडे लेकर वहां पहुंचे और उनपर हमला कर दिया। आरोपियों ने जाति सूचक गालियां देते हुए कहा कि तुम्हें कांवड़ के लिए भेजेंगे, तुम लोगों को कोई अधिकार नहीं है कांवड लाने का। मारपीट कर आरोपियों ने उसके ऊपर जान से मारने की नीयत से गाड़ी चढ़ा दी और हाथों में लिए अवैध हथियारों से फायर किए। इससे वह (राकेश) बेहोश हो गया तो उसे मरा हुआ समझ कर अपनी गाड़ी को डंडों से तोड़ दिया। झगड़े की आवाज सुनकर आस पड़ोस के लोग एकत्रित हो गए तो आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी व जाति सूचक गालियां देते हुए फरार हो गए। पुलिस ने घायल राकेश की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 191(3), 190, 115(2), 351(3), 287, आर्म्स एक्ट 25.54.59 व एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में प्रशासन ने नहीं दी पटाखे बेचने की परमिशन:फिर भी शहर के पॉस इलाकों में स्टॉल लगाकर बिक रहे पटाखे, पहले फैक्ट्री धमाके जा चुकी 3 लोगों की जान
करनाल में प्रशासन ने नहीं दी पटाखे बेचने की परमिशन:फिर भी शहर के पॉस इलाकों में स्टॉल लगाकर बिक रहे पटाखे, पहले फैक्ट्री धमाके जा चुकी 3 लोगों की जान हरियाणा में बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए कृषि विभाग किसानों पर धड़ाधड़ मुकद्मे करवा रहा है, दूसरी ओर बिना किसी लाइसेंस करनाल में गोगड़ीपुर रोड पर स्थित फैक्ट्री, दशहरा ग्राउंड सेक्टर 4, सेक्टर 12, सेक्टर 16 सहित शहर के मुख्य बाजारों में पटाखे बेचे जा रहे है, हालांकि अबकी बार प्रशासन की तरफ से स्टॉल लगाने के लिए भी कोई लाइसेंस इशू नहीं किया गया है और न ही कोई आधिकारिक अनुमति दी गई है। बता दें कि इससे पहले यानी 2021 में घोघड़ीपुर फाटक के पास स्थित इस पटाखा फैक्ट्री हादसा हो चुका है। जिसमें तीन कर्मचारियों की मौके पर मौत हो गई थी और कई कर्मचारी आग में झुलस गए थे। उसके बाद भी प्रशासन आंखे मूंद करके बैठा है। आज भी इस फैक्ट्री संचालक द्वारा यहीं पर पटाखे बेचे जा रहे है। दोनों तरह से पटाखों से फैलता है प्रदूषण पटाखे चाहे रेड हो या फिर ग्रीन, उनके जलाने से प्रदूषण फिर भी होता है। करनाल जिले की अगर हम बात करे तो शहर में सभी जगह पर पटाखों के स्टॉल लगे हुए है और जहां पर स्टॉल लगे हुए है वहां पर किसी तरह के सुरक्षा के इंतजाम नहीं है। लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि अगर अब प्रशासन की प्रशासन की इस लापरवाही के कारण कोई हादसा होता है तो उसका जिम्मेवार कौन होगा? प्रशासन ने चलाया था चेकिंग अभियान आश फाउंडेशन के अध्यक्ष अनुज सैनी ने कहा कि प्रशासन की तरफ से पिछले सप्ताह कुछ गोदामों और दुकानों पर चेकिंग अभियान चलाया गया था। जहां पर चेकिंग की गई थी कि क्या कोई दुकानदार रेड पटाखे रख रहा है या फिर ग्रीन पटाखे रख रहा है। हालांकि इस दौरान किसी तरह के पटाखे तो पकड़ में नहीं आए, लेकिन एक सवाल यहां पर खड़ा जरूर हो गया कि दीवाली से तीन-चार दिन पहले ही प्रशासन को पटाखों के गोदामों की चेकिंग की याद आती है। लोग बोले-पटाखे ग्रीन हो या फिर रेड, प्रदूषण तो करते ही है सेक्टर 12, सेक्टर 4, सेक्टर 16 व घोघड़ीपुर रोड पर स्थित पटाखा फैक्ट्री में पटाखे खरीदने के लिए आए लोगों ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत के बैगर ना तो ग्रीन पटाखे बिक सकते है और न ही दूसरे पटाखे। अधिकारियों की शह के कारण ही शहर में धड़ले से ये पटाखे बिक रहे है। उन्होंने कहा कि पटाखे चाहे ग्रीन हो या फिर रेड, इनके चलाने से प्रदूषण होता ही है। आंखों में जलन होती है, सांस लेने में दिक्कत होती है, ध्वनि प्रदूषण होता है, लेकिन दूसरी बात यह भी है कि पटाखों के बिना दीवाली अधूरी होती है। ऐसा नहीं है कि सभी पटाखे फोड़कर ही दीवाली मनाते हो, समाज में ऐसे भी लोग है जो किसी तरह का शोर किए बिना दीवाली मनाते है। प्रशासन भी कहता है कि ग्रीन पटाखे जलाने चाहिए, लेकिन ग्रीन पटाखे मिलते ही कहां है? यह तो सिर्फ बोलने में आता है कि ग्रीन पटाखे है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता। सुरक्षा के लिए रखे है रेत और पानी से भरे टब स्टॉल लगाने वाले दुकानदारों की माने तो उन्होंने यहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए है। यहां पर रेत और पानी के टब रखे हुए है, अगर कोई आगजनी होती है तो उस पर काबू पाया जा सके। पानी और रेत के टब तो नजर आ रहे है लेकिन फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर नजर नहीं आ रही। ऐसे में आगजनी की घटना होती है तो कितनी देर में गाड़ियां पहुंचेगी, उसका अंदाजा लगाया जा सकता है। ये कहा SDM ने इस बारे में जब करनाल के SDM अनुभव महता से दैनिक भास्कर द्वारा बात की गई तो उनका जवाब था कि प्रशासन की तरफ से किसी को भी पटाखे बेचने की न तो लाइसेंस दिया गया है और न ही स्टॉल लगाने के लिए कोई प्रमीशन दी गई। अगर स्टॉल लगाए गए है तो संबधित थाना के SHO को जानकारी देकर कार्रवाई की जाएगी। फैक्ट्री मालिक के खिलाफ आज तक नहीं तीन लोगों की जा चुकी जान बात दें कि इससे पहले साल 2021 में घोघड़ीपुर फाटक के पास स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में जबरदस्त धमाके के बाद आग लग गई थी। जिसके बाद पूरी फैक्ट्री में तीन कर्मचारियों की मौत हो गई थी और कई कर्मचारी आग में झुलस गए थे। उसके बाद भी प्रशासन नहीं जागा, आज इसी फैक्ट्री में फिर से बिना सुरक्षा के इंतजाम के धडले से पटाखे बेचे जा रहे है। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर जरूर सवाल उठ रहे है।
बस स्टैंड पर पुलिस चौकी दोबारा खोलने की मांग सामाजिक कार्यकर्ताओं ने एसपी से की मुलाकात
बस स्टैंड पर पुलिस चौकी दोबारा खोलने की मांग सामाजिक कार्यकर्ताओं ने एसपी से की मुलाकात भास्कर न्यूज | महेंद्रगढ़ शहर के बस स्टैंड पर पुलिस चौकी खुलवाने को लेकर सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने मंगलवार को लघु सचिवालय में एसपी अर्श वर्मा को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपते हुए सामाजिक कार्यकर्ता रामनिवास पाटोदा ने बताया कि 17 दिसंबर 2021 को पुलिस विभाग ने बस अड्डे पर अस्थाई पुलिस चौकी खोली थी। यह चौकी क्षेत्र के लोगों के लंबे संघर्ष के बाद खोली गई थी। जब बस स्टैंड पर पुलिस चौकी खोली गई थी तब बस स्टैंड ही नहीं आसपास के क्षेत्र में भी इसका असर था तथा क्राइम पर अंकुश लगा था। लेकिन पुलिस विभाग ने कुछ दिन बाद ही किसी कारणवश चौकी बंद कर दी। उन्होंने बताया कि बस स्टैंड पर आए दिन जेब कटना, शरारती तत्वों द्वारा हुड़दंग करना आम हो गया है, जिससे यात्री भय के माहौल में यात्रा करने को मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि महेंद्रगढ़ क्षेत्र शिक्षा का हब है। यहां से हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय ही नहीं अन्य बड़े-बड़े शिक्षण संस्थानों में काफी संख्या में छात्र-छात्राएं बस स्टैंड से आवागमन करते हैं। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए बस स्टैंड पर पुलिस चौकी खोलना आज समय की आवश्यकता है। उधर, बस अड्डा इंचार्ज हवासिंह ने भी एसपी अर्श कुमार को पत्र देकर बस स्टैंड पर पुलिस चौकी शुरू करवाने की मांग की है। अड्डा इंचार्ज ने शिकायत में बताया कि बस अड्डे पर चोरी की यात्रियों के साथ घटनाएं बढ़ रही हैं। यहां पर शरारती तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। बसों से पढ़ाई के लिए विश्वविद्यालय व महाविद्यालय के लिए आवागमन करने वाली छात्राओं में भय का माहौल व्याप्त है। ऐसे में यहां पर पुलिस चौकी खोली जाए।
हिसार में कांग्रेस सांसद के पुतले को सैंडलों से पीटा:भाजपा महिला मोर्चा का प्रदर्शन, किरण पर विवादित टिप्पणी पर पर भड़की
हिसार में कांग्रेस सांसद के पुतले को सैंडलों से पीटा:भाजपा महिला मोर्चा का प्रदर्शन, किरण पर विवादित टिप्पणी पर पर भड़की हिसार में सिरसा रोड स्थित भाजपा कार्यालय के सामने आज शाम भाजपा से जुड़ी महिलाओं ने कांग्रेस सांसद जयप्रकाश जेपी का पुतला फूंका और उसे जूते-चप्पल मारे। भाजपा महिला मोर्चा ने जयप्रकाश के उस बयान की निंदा की जिसमें उन्होंने किरण चौधरी के बारे में कहा था कि महिला राजनीतिक उत्तराधिकारी नहीं हो सकती। बंसीलाल के परिवार में पुरुष ही राजनीतिक वारिस हो सकता है।
जयप्रकाश के इस बयान का भाजपा महिला मोर्चा ने कड़ा विरोध किया है। महिलाओं ने जयप्रकाश के विरुद्ध नारेबाजी भी की। भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री गायत्री यादव के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। जेपी के बयान की कड़ी निंदा करते हुए भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री गायत्री देवी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ही महिलाओं का अपमान किया है। कांग्रेस नेताओं को दी नसीहत
भाजपा नेत्री गायत्री यादव ने कांग्रेस के नेताओं को नहीं पता कि भारतीय संस्कृति में महिलाएं ही परिवार की असली विरासत को संभालती थी और महिलाएं ही परिवारों की मुखिया होती थी। भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को मान सम्मान देते हुए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे को सार्थक किया। महिलाओं को लोकसभा, विधानसभा चुनाव में 33% आरक्षण दिया, पंचायतों में 50% आरक्षण दिया, लेकिन कांग्रेस ने हमेशा ही महिलाओं का अपमान किया और उन्हें नीचा दिखाने का कार्य किया है। जेपी का बयान घटिया मानसिकता का परिचायक
प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने कहा कि हाल ही में भाजपा नेत्री किरण चौधरी के विषय में बोलते हुए जयप्रकाश ने कहा था कि असली विरासत महिलाएं नहीं पुरुष होते हैं, जो उनकी घटिया मानसिकता का परिचायक है। कांग्रेसी नेता 5 सीट जीतने के बाद घमंड से भरे हुए हैं और हमेशा ही घमंडियां बात करते हैं। बहन- बेटियों और महिलाओं की इज्जत करना कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के नेताओं को नहीं आता है। महिलाओं ने जय प्रकाश जेपी सांसद हिसार से सार्वजनिक रूप से महिलाओं से माफी मांगने को कहा है। यदि जयप्रकाश जेपी माफी नहीं मांगते हैं तो भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा उनके खिलाफ पूरे हरियाणा में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर प्रोमिला पुनिया, कौशल्या, कृष्णा, दिनेश, सुनीता, कृष्णा, पूनम जांगड़ा, पूनम, सुमन, प्रीति रानी, प्रिया और गोल्डी उपस्थित रही।