हरियाणा में 31 जुलाई यानी आज सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में छुट्टी रहेगी। सरकार की ओर से शहीद उधम सिंह शहीदी दिवस के अवसर पर सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश करने की घोषणा की है। स्कूलों की ओर से जारी नोटिस में बताया गया है कि हरियाणा सरकार द्वारा घोषित शहीद उधम सिंह शहीदी दिवस के अवसर पर बुधवार 31 जुलाई को छुट्टी रहेगी। पिछले साल दिसंबर में भी हरियाणा सरकार ने 2024 के लिए सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की थी। यहां देखें छुट्टी की लिस्ट… हरियाणा में 31 जुलाई यानी आज सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में छुट्टी रहेगी। सरकार की ओर से शहीद उधम सिंह शहीदी दिवस के अवसर पर सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश करने की घोषणा की है। स्कूलों की ओर से जारी नोटिस में बताया गया है कि हरियाणा सरकार द्वारा घोषित शहीद उधम सिंह शहीदी दिवस के अवसर पर बुधवार 31 जुलाई को छुट्टी रहेगी। पिछले साल दिसंबर में भी हरियाणा सरकार ने 2024 के लिए सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की थी। यहां देखें छुट्टी की लिस्ट… हरियाणा | दैनिक भास्कर
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अब कोर्ट में भी आरोपी को हथकड़ी लगा सकेगी पुलिस:हरियाणा DGP ने भेजी चिट्ठी, नए कानून में 12 तरह के अपराध में अधिकार मिला
अब कोर्ट में भी आरोपी को हथकड़ी लगा सकेगी पुलिस:हरियाणा DGP ने भेजी चिट्ठी, नए कानून में 12 तरह के अपराध में अधिकार मिला हरियाणा में अब किसी आरोपी को कोर्ट में पेशी के वक्त भी पुलिस हथकड़ी लगा सकेगी। इसके लिए नए कानून में पुलिस को पावर दे दी गई है। जिसमें 12 तरह के अपराधियों को पुलिस अपने स्तर पर ही हथकड़ी पहना सकती है। पहले पुलिस को इसके लिए कोर्ट से परमिशन लेनी होती थी। इस बारे में DGP शत्रुजीत कपूर ने सभी जिलों के SP को चिट्ठी जारी की है। जिसके बाद सभी SP ने फील्ड में तैनात पुलिस कर्मियों को इस बारे में ट्रेनिंग देने के लिए कहा है। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने CM नायब सैनी की अगुआई वाली हरियाणा सरकार को मार्च महीने तक 3 नए कानून लागू करने का टाइम दिया है। DGP की भेजी चिट्ठी में क्या लिखा…
भारतीय नागरिक संहिता (BNS), 2023 की धारा 43(3) में अपराध की प्रकृति और गंभीरता को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधिकारियों की तरफ से हथकड़ी का इस्तेमाल करने का प्रावधान है। इसके लिए DGP की तरफ से दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। किन अपराधियों को लगाई जा सकती है हथकड़ी… 1. आदतन अपराधी या हिरासत से फरार हो चुका
DGP के पत्र के मुताबिक पुलिस अधिकारी किसी को गिरफ्तार करते वक्त या कोर्ट में पेश करते समय हथकड़ी लगा सकता है, अगर वह कोई अपराध बार–बार कर चुका है या आदतन अपराधी है या फिर हिरासत से फरार हो चुका है। 2. प्रकृति–गंभीरता के हिसाब से इन 11 आरोपों में
इसके अलावा, अपराध की प्रकृति और गंभीरता को देखते हुए 11 अपराधों के आरोपी को हथकड़ी लगाई जा सकती है। इसमें ऑर्गेनाइज्ड क्राइम यानी संगठित अपराध से लेकर आतंकवाद, नशा, हथियार और गोला–बारूद, रेप, मर्डर, एसिड अटैक, बच्चों के विरोध यौन अपराध से लेकर राज्य के खिलाफ अपराध तक शामिल हैं। जानें, पहले हथकड़ी को लेकर क्या थे नियम
सुप्रीम कोर्ट ने 1980 में प्रेम शंकर शुक्ला बनाम दिल्ली सरकार मामले में फैसला सुनाते हुए हथकड़ी के इस्तेमाल को अनुच्छेद 21 के तहत असंवैधानिक करार दिया था। अपने फैसले में कोर्ट ने कहा था कि यदि किसी कैदी को हथकड़ी लगाने की जरूरत महसूस होती है तो उसका कारण दर्ज करना होगा और मजिस्ट्रेट से अनुमति लेनी होगी। 1860 में IPC की जगह BNS ने ली, तब बदला कानून
बता दें कि 1860 में बनी IPC की जगह भारतीय न्याय संहिता, CrPC की जगह भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और 1872 के इंडियन एविडेंस एक्ट की जगह भारतीय साक्ष्य संहिता ने ले ली है। इन तीनों नए कानूनों को लाने का खास मकसद अंग्रेजों के जमाने में भारतीयों को सजा देने के लिए बनाए पुराने कानूनों को हटा आज की जरूरत के मुताबिक कानून लागू करना रहा है। इन तीनों कानूनों के लागू होने के बाद क्रिमिनल लॉ में काफी कुछ बदल गया है। जैसे अब देशभर में कही भी जीरो एफआएआर दर्ज होने लगी है। वहीं कुछ मामलों में पुलिस को आरोपी की गिरफ्तारी के लिए अपने सीनियर से मंजूरी नहीं लेनी पड़ेगी।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल का करनाल दौरा आज:ई-दिशा की बैठक की करेंगे अध्यक्षता, 3 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल का करनाल दौरा आज:ई-दिशा की बैठक की करेंगे अध्यक्षता, 3 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण केंद्रीय ऊर्जा, आवासीय एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल आज करनाल में लघु सचिवालय के सभागार में ई-दिशा की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बैठक के बाद नगर निगम क्षेत्र में करीब 3 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित महापुरुषों की प्रतिमाओं का अनावरण होगा। जिसमें मुगल कैनाल पर 27 लाख रुपए की लागत से निर्मित भगवान परशुराम की प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में 35 लाख रुपए की लागत से बनी 11 फुट ऊंची प्रतिमा का लोकार्पण किया जाएगा। डॉ. मंगलसेन सभागार परिसर में 32 लाख रुपए की लागत से निर्मित डॉ. मंगलसेन की प्रतिमा का अनावरण भी किया जाएगा। बाल भवन का मल्टी पर्पज हॉल जनता को समर्पित केंद्रीय मंत्री बाल भवन परिसर में 2 करोड़ रुपए की लागत से बने दो-मंजिला बहु उद्देशीय हॉल का उद्घाटन करेंगे। इसमें फैशन डिजाइनिंग सेंटर, मॉडल डे केयर सेंटर, ब्यूटी केयर सेंटर और ऑनलाइन क्लास रूम जैसी सुविधाएं हैं।बच्चों के कार्यक्रमों के लिए दो बड़े हॉल भी उपलब्ध कराए गए हैं, जो आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। करनाल के विकास में एक और कदम डीसी उत्तम कुमार ने बताया कि बैठक के दौरान सरकार द्वारा जनहित में चलाई जा रही योजनाओं और विकास परियोजनाओं की समीक्षा होगी। मंत्री जनसेवा को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश भी जारी करेंगे। इस दौरे में किए जाने वाले लोकार्पण और अनावरण से करनाल की विकास यात्रा को और गति मिलने की उम्मीद है। स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को इन परियोजनाओं से क्षेत्र की सामाजिक और शैक्षणिक प्रगति में बड़ा योगदान मिलने की आशा है।
राजेश खुल्लर CM सैनी के CPS बने:कैबिनेट रैंक नहीं दिया; 3 दिन पहले भी जारी हुए थे आदेश, कुछ घंटों में रोक लगाई थी
राजेश खुल्लर CM सैनी के CPS बने:कैबिनेट रैंक नहीं दिया; 3 दिन पहले भी जारी हुए थे आदेश, कुछ घंटों में रोक लगाई थी हरियाणा में रिटायर्ड IAS अधिकारी राजेश खुल्लर को मुख्यमंत्री नायब सैनी का चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) लगा दिया गया है। इस बार उन्हें कैबिनेट का रैंक नहीं दिया गया। इसे लेकर सोमवार रात चीफ सेक्रेटरी टीवीएसएन प्रसाद की तरफ से ऑर्डर जारी हुए। 3 दिन पहले 18 अक्टूबर की रात 8 बजे भी खुल्लर के CPS की नियुक्ति के ऑर्डर जारी हुए थे। तब उन्हें कैबिनेट का रैंक भी दिया गया था। हालांकि करीब 4 घंटे बाद रात 12 बजे चीफ सेक्रेटरी ने उस आदेश पर रोक लगा दी थी। अगले दिन सुबह यह बात सामने आई कि 3 सीनियर कैबिनेट मंत्रियों ने खुल्लर की नियुक्ति का विरोध जताया था। उनका कहना था कि अधिकारी को कैबिनेट का रैंक देना गलत है। खुल्लर 31 अगस्त 2023 को रिटायर हुए और रिटायरमेंट के 24 घंटे के अंदर ही उन्हें तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर का चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) नियुक्त कर दिया गया था। तब उन्होंने 1982 बैच के वरिष्ठ रिटायर्ड आईएएस अफसर डीएस ढेसी की जगह ली थी। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जब BJP ने मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सैनी को हरियाणा का नया CM बनाया, तब राजेश खुल्लर ही उनके चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी रहे। राजेश खुल्लर की नियुक्ति के ऑर्डर… कौन हैं राजेश खुल्लर राजेश खुल्लर 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। 2014 में राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद से ही वे तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर की गुडबुक में रहे। खुल्लर 31 अगस्त 2023 को रिटायर हुए और रिटायरमेंट के 24 घंटे के भीतर ही उन्हें तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर का चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) नियुक्त कर दिया गया। तब उन्होंने 1982 बैच के सीनियर रिटायर्ड आईएएस अधिकारी डीएस ढेसी की जगह ली थी। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जब भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सैनी को हरियाणा का नया सीएम बनाया था, तब भी राजेश खुल्लर उनके चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) थे। पर्ची सिस्टम के विरोधी अपने 35 साल के लंबे कार्यकाल के दौरान राजेश खुल्लर कई जिलों के डीसी, विभागाध्यक्ष और प्रशासनिक सचिव रहे। वर्ष 2019 में खट्टर ने उन्हें अपने प्रधान सचिव के साथ-साथ गृह सचिव की जिम्मेदारी सौंपी। खुल्लर ने जनसंपर्क एवं भाषा, जेल, आपराधिक जांच और न्याय विभाग की जिम्मेदारी भी संभाली। हरियाणा में करप्शन की जड़ समझे जाने वाले तीन प्रमुख क्षेत्रों- सरकारी भर्ती, ट्रांसफर और लैंड यूज चेंज (CLU) से जुड़ी प्रक्रिया को कंप्यूटराइज्ड कराने का श्रेय राजेश खुल्लर को ही जाता है। हरियाणा इन तीनों कामों में चलने वाले पर्ची सिस्टम के कारण देशभर में सुर्खियों में रहता था। सीएम ऑफिस (CMO) में रहते हुए खुल्लर ने ही पर्ची सिस्टम की जगह पारदर्शी व्यवस्था बनाई। इसके बाद अब आम लोगों या कर्मचारियों को अपने ट्रांसफर से लेकर बीपीएल राशन कार्ड बनवाने तक, किसी अधिकारी या कर्मचारी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। मनोहर ने वर्ल्ड बैंक से वापस बुलवाया राजेश खुल्लर की सितंबर-2020 में वर्ल्ड बैंक के वाशिंगटन डीसी कार्यालय में कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्ति हो गई। उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए हुई थी। अमेरिका जाने से पहले उन्होंने करीब 5 साल हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ उनके प्रधान सचिव के रूप में काम किया। उसके बाद मनोहर सरकार के आग्रह पर केंद्र सरकार ने राजेश खुल्लर को तय टाइम से पहले वर्ल्ड बैंक से वापस हरियाणा बुलाने की मंजूरी दे दी थी। वर्ल्ड बैंक से लौटने के बाद खुल्लर को एफसीआर और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव बनाया गया। CMO के रहे ओवरऑल इंचार्ज इस साल 19 अप्रैल से 1 जून के बीच हुए लोकसभा चुनाव से करीब सवा 2 महीने पहले यानी 8 फरवरी 2024 को हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने सीएम ऑफिस (सीएमओ) में बड़ा बदलाव किया था। उस समय खट्टर ने 58 प्रमुख विभागों को 6 अफसरों में बांट दिया था। उस फेरबदल के दौरान सीएम के तत्कालीन मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर को 17, तत्कालीन सहायक प्रधान सचिव आशिमा बराड़ को 11, तत्कालीन प्रधान सचिव वी उमाशंकर को 10, अमित अग्रवाल को 9, रिटायर्ड आईएएस अधिकारी देवेंद्र सिंह को 3, एचसीएस सुधांशु गौतम को 6 और भूपेश्वर दयाल को 2 विभाग दिए गए थे। इसके साथ ही खट्टर ने राजेश खुल्लर को सीएम ऑफिस (सीएमओ) का ओवरऑल इंचार्ज भी बनाया था।