हरियाणा में 31 जुलाई यानी आज सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में छुट्टी रहेगी। सरकार की ओर से शहीद उधम सिंह शहीदी दिवस के अवसर पर सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश करने की घोषणा की है। स्कूलों की ओर से जारी नोटिस में बताया गया है कि हरियाणा सरकार द्वारा घोषित शहीद उधम सिंह शहीदी दिवस के अवसर पर बुधवार 31 जुलाई को छुट्टी रहेगी। पिछले साल दिसंबर में भी हरियाणा सरकार ने 2024 के लिए सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की थी। यहां देखें छुट्टी की लिस्ट… हरियाणा में 31 जुलाई यानी आज सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में छुट्टी रहेगी। सरकार की ओर से शहीद उधम सिंह शहीदी दिवस के अवसर पर सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश करने की घोषणा की है। स्कूलों की ओर से जारी नोटिस में बताया गया है कि हरियाणा सरकार द्वारा घोषित शहीद उधम सिंह शहीदी दिवस के अवसर पर बुधवार 31 जुलाई को छुट्टी रहेगी। पिछले साल दिसंबर में भी हरियाणा सरकार ने 2024 के लिए सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की थी। यहां देखें छुट्टी की लिस्ट… हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में कांग्रेस केवल 2 सीटें हार रही:इंटरनल रिपोर्ट में दावा; ग्रामीण क्षेत्रों में भारी वोट मिले, किसानों की BJP से नाराजगी काम आई
हरियाणा में कांग्रेस केवल 2 सीटें हार रही:इंटरनल रिपोर्ट में दावा; ग्रामीण क्षेत्रों में भारी वोट मिले, किसानों की BJP से नाराजगी काम आई हरियाणा लोकसभा चुनाव में भाजपा के बाद अब कांग्रेस की इंटरनल रिपोर्ट काफी चौंकाने वाली आई है। अब तक के मंथन में 4 सीटों पर पार्टी जीत मान रही है। वहीं, 3 लोकसभा सीटों पर टक्कर कड़ी है। रिपोर्ट में सामने आया है कि 2 सीटों पर कांग्रेस हारने वाली है। इसके साथ ही AAP के साथ गठबंधन वाली कुरुक्षेत्र सीट की रिपोर्ट अच्छी मानी जा रही है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां भाजपा, इंडी गठबंधन और INLD में त्रिकोणीय मुकाबला है। भाजपा ने यहां से उद्योगपति नवीन जिंदल, AAP-कांग्रेस ने डॉ. सुशील गुप्ता और इनेलो ने अभय सिंह चौटाला को उम्मीदवार बनाया है। हुड्डा भी ले चुके MLA से फीडबैक
हरियाणा कांग्रेस और दिल्ली में पार्टी के नेताओं के मंथन से पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी पार्टी के विधायकों से सभी 10 लोकसभा सीटों का फीडबैक ले चुके हैं। हालांकि, पार्टी के 30 विधायकों ने गठबंधन सहित सभी 10 सीटों पर कड़ी टक्कर बताई है। विधायकों ने यह भी फीडबैक दिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़े वोटिंग प्रतिशत से शहरों के मुकाबले कांग्रेस को बड़ी बढ़त मिली है। इसे उन्होंने आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अच्छा संकेत बताया है। विधायकों से फीडबैक लेने के बाद पूर्व CM हुड्डा कह चुके हैं कि हरियाणा में गठबंधन सभी 10 सीटें जीत रहा है। जीतने वाली 4 सीटों की इंटरनल रिपोर्ट में क्या है… रोहतक : पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा को रोहतक से कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है। वहीं, भाजपा ने डॉ. अरविंद शर्मा को टिकट दिया। इस लोकसभा चुनाव में यहां 65.68 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2019 के मुकाबले 4.83% कम है। कांग्रेस की रिपोर्ट में इस सीट को सबसे अच्छे अंक मिले हैं। इसके अलावा रिपोर्ट में इस सीट पर जाटों और किसानों के विरोध का भाजपा को नुकसान होने की बात कही गई है। रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा 3 बार सांसद रह चुके हैं। 2014 में मोदी लहर के बाद भी दीपेंद्र यहां से चुनाव जीत गए थे। इस बार अन्य सीटों की अपेक्षा कांग्रेस इस सीट को लेकर ज्यादा एक्टिव रही। सिरसा : अन्य सीटों की तरह सिरसा सीट पर 2019 के मुकाबले 6.21% कम वोटिंग हुई। सिरसा में कांग्रेस ने कुमारी सैलजा को मैदान में उतारा है। कुमारी सैलजा यहां से पहले भी 2 बार सांसद रह चुकी हैं। इस सीट से उनके मजबूत होने की एक वजह यह बताई गई है कि उनके पिता चौधरी दलबीर सिंह सिरसा में कांग्रेस के बड़े नेता थे। कांग्रेस की इंटरनल रिपोर्ट में किसानों और जाटों ने एकजुट होकर पार्टी कैंडिडेट के पक्ष में वोटिंग करने की बात कही गई है। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि भाजपा के उम्मीदवार अशोक तंवर का पार्टी बदलने को लेकर यहां के लोगों ने काफी विरोध किया। इसके अलावा किसानों का विरोध भी उन्हें झेलना पड़ा। सोनीपत : यहां से कांग्रेस ने सतपाल ब्रह्मचारी को टिकट दिया, जबकि भाजपा ने सीटिंग MP रमेश चंद्र कौशिक का टिकट काटकर विधायक मोहन लाल बड़ौली को उम्मीदवार बनाया। सतपाल ब्रह्मचारी सन्यासी हैं और हरिद्वार में उनके आश्रम हैं। मूलतः वह जींद के गांगोली गांव के रहने वाले हैं। इसका इन्हें चुनाव में फायदा मिला है। इनके पक्ष में यह भी रहा कि जींद जिले से पहली बार किसी बड़े दल ने अपना उम्मीदवार चुना है। जींद की 3 विधानसभाओं से उन्हें अच्छी लीड मिली है। रिपोर्ट में इसका जिक्र है। यह सीट जाट बाहुल्य है और जाट पहले से ही भाजपा का विरोध कर रहे थे। इसके अलावा यहां भाजपा को भीतरघात का भी नुकसान उठाना पड़ेगा। भिवानी-महेंद्रगढ़ : कांग्रेस की इंटरनल रिपोर्ट में इस सीट को विनिंग लिस्ट में रखा गया है। यहां से कांग्रेस ने विधायक राव दान सिंह को उम्मीदवार बनाया था। जबकि, भाजपा ने यहां से सीटिंग सांसद धर्मबीर सिंह को टिकट दी है। 15 सालों में इस सीट पर सबसे कम मतदान हुआ है। कांग्रेस इसे पॉजिटिव लेकर चल रही है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कांग्रेस उम्मीदवार की विधानसभा में सबसे अधिक मतदान हुआ है। जबकि, नांगल चौधरी में सरकार में राज्य मंत्री डॉ.अभय सिंह भाजपा विधायक हैं। यहां सबसे कम वोटिंग हुई है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से बढ़े वोटिंग प्रतिशत की रिपोर्ट कांग्रेस के पक्ष में बताई गई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि हार को देखते हुए भाजपा कैंडिडेट घर बैठ गए थे। उन्होंने अपने पास चुनाव के लिए पैसा न होने की बात चुनाव प्रबंधन समिति तक को बता दी थी। इन 2 सीटों पर हार की रिपोर्ट… करनाल : कांग्रेस की इंटरनल रिपोर्ट में करनाल को हार की लिस्ट में डाला गया है। इसकी वजह बताई गई है कि यहां से भाजपा ने सबसे मजबूत कैंडिडेट मनोहर लाल खट्टर को उम्मीदवार बनाया है। इनके मुकाबले कांग्रेस के दिव्यांशु बुद्धिराजा नया चेहरा थे। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यदि यहां से पार्टी किसी अन्य चेहरे को उम्मीदवार बनाती तो भाजपा से टक्कर की स्थिति बन सकती थी। यह भी बताया गया कि इस सीट पर भाजपा का जीत का मार्जिन 2 लाख से अधिक का होगा। गुरुग्राम : भाजपा ने यहां से 5 बार सांसद रह चुके राव इंद्रजीत सिंह को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने यहां से फिल्म अभिनेता राज बब्बर को उम्मीदवार बनाया है। राव इंद्रजीत का केंद्र सरकार में मंत्री रहना उनके पक्ष में रहा। इसके अलावा वह लोगों के बीच काफी सक्रिय रहने वाले नेता हैं। इनके मुकाबले राज बब्बर गुरुग्राम के लिए नया चेहरा रहे। पार्टी नेताओं का भी प्रचार के लिए साथ नहीं मिल पाया। इसके अलावा पार्टी के किसी भी बड़े नेता की उनके पक्ष में रैली नहीं हुई। इसका नुकसान पार्टी को हो रहा है। यही वजह है कि इस सीट को कांग्रेस ने हार की लिस्ट में डाला है। अंबाला, हिसार और फरीदाबाद में कड़ी टक्कर
रिपोर्ट में 3 सीटों पर कड़ी टक्कर दिखाई गई है। इन सीटों में अंबाला, हिसार और फरीदाबाद को शामिल किया गया है। अंबाला में पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत राम रतन कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया भाजपा उम्मीदवार हैं। उन्हें वरुण मुलाना कड़ी टक्कर दे रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण भाजपा का ग्रामीण क्षेत्रों में विरोध रहा। वहीं, हिसार में कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश जेपी की रिपोर्ट अच्छी नहीं है। रिपोर्ट में बताया गया है कि INLD और JJP के इस सीट पर मजबूत आधार के कारण कांग्रेस को काफी नुकसान हुआ है। साथ ही पार्टी उम्मीदवार का चुनाव प्रचार काफी कमजोर रहा। फिर BJP से रणजीत चौटाला यहां से मैदान में हैं तो जेपी की राह मुश्किल हो चली है। उधर, फरीदाबाद सीट की भी यही रिपोर्ट है। यहां से भाजपा ने मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस से महेंद्र प्रताप सिंह लड़ रहे हैं। भाजपा के मुकाबले यहां से पार्टी प्रत्याशी काफी कमजोर रहा। हालांकि, उनकी साफ छवि का फायदा चुनाव में मिलेगा।
सांसद किरण चौधरी का रेल मंत्री को पत्र:किसान एक्सप्रेस को भिवानी जंक्शन तक चलाने की मांग, लिखा- रूट बदलने से यात्रियों को परेशानी
सांसद किरण चौधरी का रेल मंत्री को पत्र:किसान एक्सप्रेस को भिवानी जंक्शन तक चलाने की मांग, लिखा- रूट बदलने से यात्रियों को परेशानी राज्यसभा सांसद एवं भाजपा नेता किरण चौधरी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा है। जिसके माध्यम से उन्होंने लोगों की समस्या को उठाते हुए किसान एक्सप्रेस और हिसार एक्सप्रेस को भिवानी रेलवे स्टेशन तक संचालित करने की मांग की है। पत्र में किरण चौधरी ने कहा कि किसान एक्सप्रेस और हिसार एक्सप्रेस का संचालन भिवानी रेलवे स्टेशन तक बंद करने से भिवानी और दिल्ली के बीच यात्रा करने वाले हजारों दैनिक यात्री प्रभावित हो रहे हैं। भिवानी जंक्शन न जाने से बड़ी संख्या में असुविधा- किरण चौधरी क्योंकि किसान एक्सप्रेस और हिसार एक्सप्रेस ट्रेनों को मुख्य भिवानी रेलवे स्टेशन की बजाय भिवानी सिटी स्टेशन से संचालित करने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय से बड़ी संख्या में यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है। इनमें महिलाएं, वरिष्ठ नागरिक, किसान और बच्चे शामिल हैं, जो अपनी दैनिक आवाजाही के लिए इन ट्रेनों पर निर्भर हैं। 6 किलोमीटर दूर है सिटी स्टेशन
उन्होंने कहा कि भिवानी सिटी स्टेशन मुख्य शहर से लगभग 6 किलोमीटर दूर स्थित है। इसमें उचित पार्किंग सुविधाओं, प्रतीक्षा क्षेत्रों और बुनियादी सुविधाओं सहित पर्याप्त बुनियादी ढांचे का अभाव है। इन ट्रेनों के यात्रियों की संख्या को संभालने के लिए स्टेशन पूरी तरह से विकसित नहीं है। इस अचानक परिवर्तन ने यात्रियों को स्टेशन तक परिवहन खोजने के लिए संघर्ष करना पड़ा है, खासकर विश्वसनीय सार्वजनिक परिवहन की अनुपस्थिति में। भिवानी रेलवे स्टेशन तक करें संचालन
दूसरी ओर मुख्य भिवानी रेलवे स्टेशन शहर के केंद्र में स्थित है और अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। जिससे यह आम जनता के लिए कहीं अधिक सुलभ और सुविधाजनक है। भिवानी रेलवे स्टेशन के माध्यम से ट्रेनें चलाने की पिछली व्यवस्था अत्यधिक कुशल और अधिकांश यात्रियों के लिए फायदेमंद थी। उन्होंने रेलमंत्री से आग्रह किया कि इसमें हस्तक्षेप करें, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि किसान एक्सप्रेस और हिसार एक्सप्रेस ट्रेनें मुख्य भिवानी रेलवे स्टेशन से चलती रहें। इससे न केवल दैनिक यात्रियों को होने वाली परेशानियों में कमी आएगी बल्कि जनता को सुलभ और सुविधाजनक सेवाएं प्रदान करने की भारतीय रेलवे की प्रतिबद्धता भी कायम रहेगी।
गूगल सर्च में टॉप पर विनेश फोगाट:7 दिनों में भारत समेत 23 देशों में सबसे ज्यादा सर्च, ओलिंपिक से अयोग्य करार देने पर विवाद
गूगल सर्च में टॉप पर विनेश फोगाट:7 दिनों में भारत समेत 23 देशों में सबसे ज्यादा सर्च, ओलिंपिक से अयोग्य करार देने पर विवाद पेरिस ओलिंपिक में हरियाणा की पहलवान विनेश फोगाट को फाइनल मुकाबले से पहले डिसक्वालीफाई करने का मामला देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में सुर्खियों में है। उन्हें 7 अगस्त को महज 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण अयोग्य करार दे दिया गया। इसके बाद पहलवान सिल्वर मेडल को लेकर वर्ल्ड खेल कोर्ट में पहुंची। 13 अगस्त को कोर्ट ने 16 अगस्त तक के लिए फैसला टाल दिया है। इस फैसले पर दुनिया नजर बनाए हुए है। भारत भी विनेश के हक में सिल्वर मेडल दिए जाने की उम्मीद लगाए बैठा है। ऐसे में विनेश फोगाट दुनियाभर में गूगल सर्चिंग में टॉप पर पहुंच गई हैं। गूगल पर पिछले एक हफ्ते से वह दुनियाभर के एथलीटों से आगे रहीं। गूगल सर्च पर विनेश फोगाट दुनियाभर में सबसे ज्यादा खोजी जाने वाली एथलीट रहीं। दुनिया के 22 देशों में किया गया सर्च
गूगल के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 7 दिनों में विनेश फोगाट को दुनिया के 50 से ज्यादा देशों में सर्च किया गया। इनमें से 23 देश ऐसे हैं जहां इंटरनेट यूजर्स के मुकाबले सर्च प्रतिशत 1 से लेकर 100 फीसदी तक रही है। अन्य देशों में सर्च प्रतिशत 1 से नीचे है। सर्च में 100 प्रतिशत स्कोर के साथ भारत सबसे टॉप पर हैं। वहीं दूसरे नंबर पर यूनाइटेड अरब हैं, जहां सर्च स्कोर 22 फीसदी है। भारत के तो सभी राज्यों में विनेश फोगाट सर्च ट्रेंडिंग में हैं। ट्रेंडिंग में हरियाणा में 100, दिल्ली में 93, गोवा में 84 और चंडीगढ़ में 84 फीसदी स्कोर है। सबसे कम स्कोर मिजोरम में 18, मेघालय में 27, बिहार में 28 और त्रिपुरा में 31 फीसदी है। बढ़ गई विनेश केस की तारीख
विनेश फोगाट ने फाइनल से डिसक्वालीफाई होने के बाद खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) में सिल्वर मेडल को लेकर अपील की थी। जिसके बाद सीएएस इस मामले पर 11 अगस्त को फैसला सुनाने वाला था। इसके बाद तारीख को 13 अगस्त कर दिया गया। लेकिन फिर तीसरी बार तारीख को बदलते हुए 16 अगस्त कर दिया गया है। अब विनेश फोगाट के सिल्वर मेडल केस पर 16 अगस्त को फैसला आना है। जिसका करोड़ों भारतीय फैंस को बेसब्री से इंतजार हो रहा है। विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया। 2. विनेश का वजन 2.7 किलो ज्यादा था
भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट मिले, 100 ग्राम ज्यादा था
बुधवार सुबह दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। इसके बाद नियमानुसार सिर्फ 15 मिनट मिले, लेकिन इतने कम समय में विनेश का वजन घटाकर 50KG तक नहीं लाया जा सका। लास्ट में जब वेट किया गया तो विनेश का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला। ओलिंपिक कमेटी के फैसले के बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल भर्ती करवाया। 5. PM मोदी ने कहा- इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन कड़ा विरोध दर्ज करे
इस मामले में PM नरेंद्र मोदी ने IOA प्रेसिडेंट पी टी ऊषा से बात की और पूरी जानकारी ली है। इस मामले में हर विकल्प आजमाने और समाधान के प्रयास के साथ साथ PM ने पीटी ऊषा से विनेश फोगाट मामले में भारत का कड़ा विरोध दर्ज कराने को भी कहा। इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन के प्रधान पीटी ऊषा विनेश से मिलीं। केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने विनेश को लेकर संसद में बयान दिया। 6. खेल मंत्री बोले- कोच हमेशा साथ रहता है
खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा- कोच साथ रहता है। फिजियो अश्विनी पाटिल हमेशा साथ रहते हैं। अतिरिक्त सहायक स्टाफ भी रहता है। इन्हें 70 लाख की सहायता दी गई है। स्पेन के मेड्रिड, फ्रांस में प्रशिक्षण के लिए वित्तीय सहायता दी गई है। हंगरी में 4 दिन तक इंटरनेशनल प्रशिक्षण के लिए स्टाफ को वित्तीय सहायता दी गई है। 7. डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील भी की
विनेश ने संन्यास के ऐलान से पहले बुधवार रात अपने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील दायर की है। उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स से मांग की कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। विनेश ने पहले फाइनल खेलने की मांग भी की थी। फिर उन्होंने अपील बदली और अब संयुक्त रूप से सिल्वर दिए जाने की मांग की। 8. विनेश ने लिया संन्यास, सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट
विनेश ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया (X) पर इसका ऐलान किया। विनेश ने 5 लाइनों की पोस्ट में लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।” 9. खेल कोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी
विनेश फोगाट की याचिका पर पेरिस स्थित खेल कोर्ट में सुनवाई हुई। इसमें विनेश भी वर्चुअल तरीके से शामिल हुई। विनेश ने करीब एक घंटे अपना पक्ष रखा। करीब 3 घंटे तक बहस हुई। विनेश की तरफ से भारतीय वकील हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंघानिया ने भी उनका पक्ष रखा। डॉक्टर एनाबेल बैनेट ने करीब 3 घंटे तक विनेश, युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग, इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी और IOA का पक्ष सुना। इससे पहले सभी को अपना एफिडेविट भी दाखिल करने को कहा गया था। जिसके बाद ये मौखिक बहस हुई है। 10. विनेश मामले में फैसला टला
इसके बाद 10 अगस्त को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखकर 13 अगस्त को फैसले की तारीख तय की थी, लेकिन फैसला टाल दिया गया। अब कोर्ट की तरफ से फैसले के लिए 16 अगस्त की तारीख तय की गई है।