लोकसभा में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर के जाति पूछने वाले बयान पर घमासान छिड़ गया है। ठियोग से कांग्रेस विधायक एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के प्रवक्ता कुलदीप राठौर ने शिमला में प्रेस काँफ्रेंस में कहा कि, अनुराग ठाकुर को मंत्री नहीं बनने का मलाल है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी को खुश करने के लिए संसद में नेता प्रतिपक्ष के लिए असंसदीय भाषा का इस्तेमाल बोल रहे हैं। कुलदीप राठौर ने लोकतंत्र में नेता प्रतिपक्ष के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। वह भारतीय जनता पार्टी की राजनीति के केंद्र बिंदू में आना चाहते हैं। उन्होंने कहा, पूर्व में केंद्रीय मंत्री रही स्मृति ईरानी भी ठीक इसी तरह झूठ और अशोभनीय टिप्पणी करती थीं। सुबह उठकर वह गांधी परिवार पर इसी तरह के हमले बोलना शुरू करती थी। जनता ने इस बार के चुनाव में उन्हें सबक सिखा दिया और घर बैठा दिया। राठौर ने कहा, अब डर्टी टेक्टिस डिपार्टमेंट अनुराग ठाकुर के पास है। उन्होंने कहा, अपने विरोधियों के खिलाफ क्या कुछ बोलना है यह इस मंत्रालय के अधीन आता है। इस विभाग को कोई सरकारी मान्यता नहीं है। उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री का भी इसमें पूरा सहयोग है। सांसद की असंसदीय भाषा की निंदा करने के बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीती शाम को अनुराग ठाकुर का पूरा भाषण ट्वीट कर पीठ थपथपाई। अनुराग ने लोकसभा में दिया था ये बयान आपको बता दें कि, अनुराग ठाकुर ने बीते मंगलवार को लोकसभा में कांग्रेस नेता एवं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की जाति पूछी। उन्होंने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर राहुल का नाम लिए बिना सवाल किया। इसे लेकर सदन में काफी ज्यादा हंगामा मच गया। नेता प्रतिपक्ष राहुल ने अनुराग के जाति पूछने को अपना अपमान बताया और कहा कि वह अपमान को सह लेंगे, लेकिन जातिगत जनगणना की मांग से पीछे नहीं हटेंगे। पूरे देश में अनुराग के बयान पर मचा बवाल अनुराग के इस बयान पर पूरे देश में कांग्रेस हमलावर है और बवाल मचा हुआ है। प्रधानमंत्री ने ठाकुर के बयान की तारीफ की है। वहीं विपक्ष के कई नेता ठाकुर पर निशाना साध रहे हैं और उनकी आलोचना कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी संसद में अनुराग ठाकुर के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा किस अधिकार से जाति पूछी जा रही है। लोकसभा में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर के जाति पूछने वाले बयान पर घमासान छिड़ गया है। ठियोग से कांग्रेस विधायक एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के प्रवक्ता कुलदीप राठौर ने शिमला में प्रेस काँफ्रेंस में कहा कि, अनुराग ठाकुर को मंत्री नहीं बनने का मलाल है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी को खुश करने के लिए संसद में नेता प्रतिपक्ष के लिए असंसदीय भाषा का इस्तेमाल बोल रहे हैं। कुलदीप राठौर ने लोकतंत्र में नेता प्रतिपक्ष के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। वह भारतीय जनता पार्टी की राजनीति के केंद्र बिंदू में आना चाहते हैं। उन्होंने कहा, पूर्व में केंद्रीय मंत्री रही स्मृति ईरानी भी ठीक इसी तरह झूठ और अशोभनीय टिप्पणी करती थीं। सुबह उठकर वह गांधी परिवार पर इसी तरह के हमले बोलना शुरू करती थी। जनता ने इस बार के चुनाव में उन्हें सबक सिखा दिया और घर बैठा दिया। राठौर ने कहा, अब डर्टी टेक्टिस डिपार्टमेंट अनुराग ठाकुर के पास है। उन्होंने कहा, अपने विरोधियों के खिलाफ क्या कुछ बोलना है यह इस मंत्रालय के अधीन आता है। इस विभाग को कोई सरकारी मान्यता नहीं है। उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री का भी इसमें पूरा सहयोग है। सांसद की असंसदीय भाषा की निंदा करने के बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीती शाम को अनुराग ठाकुर का पूरा भाषण ट्वीट कर पीठ थपथपाई। अनुराग ने लोकसभा में दिया था ये बयान आपको बता दें कि, अनुराग ठाकुर ने बीते मंगलवार को लोकसभा में कांग्रेस नेता एवं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की जाति पूछी। उन्होंने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर राहुल का नाम लिए बिना सवाल किया। इसे लेकर सदन में काफी ज्यादा हंगामा मच गया। नेता प्रतिपक्ष राहुल ने अनुराग के जाति पूछने को अपना अपमान बताया और कहा कि वह अपमान को सह लेंगे, लेकिन जातिगत जनगणना की मांग से पीछे नहीं हटेंगे। पूरे देश में अनुराग के बयान पर मचा बवाल अनुराग के इस बयान पर पूरे देश में कांग्रेस हमलावर है और बवाल मचा हुआ है। प्रधानमंत्री ने ठाकुर के बयान की तारीफ की है। वहीं विपक्ष के कई नेता ठाकुर पर निशाना साध रहे हैं और उनकी आलोचना कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी संसद में अनुराग ठाकुर के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा किस अधिकार से जाति पूछी जा रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुहरी प्रोजेक्ट से 450 मजदूरों की छटनी:इंटक ने कंपनी पर लगाए आरोप, डीसी और विधायकों से की बैठक
लुहरी प्रोजेक्ट से 450 मजदूरों की छटनी:इंटक ने कंपनी पर लगाए आरोप, डीसी और विधायकों से की बैठक शिमला जिले के लुहरी में निर्माणाधीन हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट में इंटक (इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस) ने प्रोजेक्ट का निर्माण कर रही कंपनी पर 450 मजदूरों की एक साथ गैर कानूनी तरीके से छटनी के आरोप लगाए है। मजदूर संगठन का कहना है कि SJVNL ने पटेल कंपनी को प्रोजेक्ट का कार्य दिया हुआ है, और पटेल कंपनी के अंतर्गत प्रोजेक्ट 587 मजदूर काम कर रहे थे। लेकिन कंपनी ने 450 से ज्यादा मजदूरों को एक साथ नौकरी से निकाल दिया है। कांग्रेस के मजदूर संगठन इंटक ने प्रदेश सरकार से मामले में हस्तक्षेप करके इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाने की मांग की है। इसी कड़ी में मजदूरों ने आज डीसी शिमला अनुपम कश्यप के साथ बैठक की है। जिसमें कांग्रेस के 2 विधायक भी शामिल हुए। कंपनी ने की 450 मजदूरों की छटनी इंटक प्रदेश उपाध्यक्ष विहारी सेवगी ने शिमला में पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि शिमला के निकट में रामपुर के पास निर्माणाधीन 210 मेगावाट के इस प्रोजेक्ट में गैर कानूनी तरीके से करीब 450 लोगो की छटनी की गई है। प्रोजेक्ट का निर्माण कर रही कंपनी ने 16 अगस्त को प्रोजेक्ट में कार्यरत 500 कर्मचारियों में से एक साथ 450 मजदूरों को निकाल दिया है। उन्होंने कहा कि निकाले गए कर्मचारियों को अंतिम 2 महीनों के वेतन तक नहीं दिया गया है। बिना नोटिस पीरियड दिए निकाल दिए मजदूर सेवगी ने कहा कि कंपनी ने मजदूरों का बिना नोटिस पीरियड दिए नौकरी से निकाल दिया है, ना ही मजदूरों को कोई मुआवजा दिया है। इंटक का मानना है कि इस प्रकार की छटनी गैर कानूनी है, और कंपनी द्वारा मजदूरों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। DC शिमला के समक्ष रखा मजदूरों का पक्ष उन्होंने कहा कि लुहरी प्रोजेक्ट से निकाले गए मजदूरों को लेकर आज बैठक बुलाई थी। इस बैठक में प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों जिसमें रामपुर और ठियोग के विधायक भी शामिल रहे। उन्होंने कहा कि डीसी शिमला और दोनों विधायकों के सामने उन्होंने मजदूरों का पक्ष रखा है उन्हें उम्मीद है कि सरकार इस मामले का जल्द से जल्द समाधान निकालेगी । उन्होंने कहा कि डीसी शिमला के समक्ष प्रभावित मजदूरों को उनकी वितीय देनदारियां कंपनी से दिलवाने के निर्देश देने की मांग की है। ।
भाजपा अध्यक्ष बोले- सरकार को सिर्फ अपने मित्रों की चिंता:धर्मशाला में डॉ. बिंदल ने कहा- 27,000 करोड़ का लोन लिया फिर भी विकास नहीं
भाजपा अध्यक्ष बोले- सरकार को सिर्फ अपने मित्रों की चिंता:धर्मशाला में डॉ. बिंदल ने कहा- 27,000 करोड़ का लोन लिया फिर भी विकास नहीं धर्मशाला में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने सुक्खू सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक लाख करोड़ रुपए की गारंटियां देने, 27 हजार करोड़ का ऋण लेने के बावजूद न तो कांग्रेस सरकार गारंटियां पूरी कर पाई और न ही विकास करवा पाई है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार विकास के मामले में पूरी तरह से नाकाम रही है। डॉ. बिंदल ने तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने गारंटियां देकर, मुकरने का नया उदाहरण पूरे देश के सामने सेट कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू विधानसभा के भीतर कुछ और बोलते हैं तथा बाहर कुछ और बोलते हैं। डॉ. बिंदल ने कहा कि यह सरकार मित्रों की सरकार है। सरकार को सिर्फ अपने मित्रों की चिंता है। आम जनता भय के साए में अपना जीवन जीने को मजबूर है। प्रदेश की आर्थिक स्थिति ठीक न होने का हवाला देकर बिजली की दरें बढ़ाई जा रही हैं, मुफ्त पानी की सुविधा को बंद कर दिया गया, स्टांप डयूटी बढ़ा दी, स्कूल और कार्यालय बंद कर दिए। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश और प्रदेश की दिशा सही होनी चाहिए, लेकिन कांग्रेस राज में हिमाचल किस दिशा की ओर जा रहा है, यह किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने कहा कि सीएम सुक्खू आंकड़ों के मायाजाल से जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि शायद सीएम यह भूल गए हैं कि उनकी विधानसभा चुनावों में दी गई गारंटियां के पूरा न होने के चलते उनकी सरकार की असलियत जनता पहले ही जान चुकी है और अब उनके बयानों से भ्रमित होने वाली नहीं है।
पालमपुर में टीचर ने स्टूडेंट को चप्पल से पीटा:प्रिंसिपल ने बचाया; बोलीं- पनिशमेंट देने का तरीका अमानवीय था
पालमपुर में टीचर ने स्टूडेंट को चप्पल से पीटा:प्रिंसिपल ने बचाया; बोलीं- पनिशमेंट देने का तरीका अमानवीय था पालमपुर में 10वीं के स्टूडेंट को टीचर ने चप्पल से पीट डाला। जानकारी के मुताबिक, पालमपुर उपमंडल के परौर सीनियर सेकेंडरी में शनिवार को स्कूल में दसवीं कक्षा के स्टूडेंट की चीटर ने पिटाई कर दी। इस मामले में पीड़ित छात्र के अभिभावकों ने तत्काल इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन और स्कूल प्रिंसिपल से की। छात्र अभिनव (15) ने बताया कि शनिवार सुबह साढ़े 11 बजे जैसे ही वह स्टाफ रूम से क्लास रूम में हिस्ट्री का पीरियड लगाने गया। तो पीरियड ले रही टीचर रेणुका धीमान ने सभी छात्रों को स्टैंड अप कर रखा था, मैं भी खड़ा हो गया। किसी ने पीछे से शरारत की, मैं पीछे मुड़कर देखने लगा। इतने में टीचर ने तैश में आकर सैंडल से पीटना शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची प्रिंसिपल और अन्य टीचर के बीच बचाव कर मुझे छुड़ाया। प्रिंसिपल बोली- मामला नोटबुक का था
आरोपी शिक्षिका को प्रिंसिपल व स्टाफ ने फटकार भी लगाई। पीड़ित छात्र खरोट गांव का रहने वाला है। छात्र के शरीर पर भी चोट के निशान मिले है। प्रिंसिपल संगीता चौधरी ने बताया कि मामला नोटबुक का था। टीचर का पनिशमेंट देने का तरीका अमानवीय था। पीड़ित छात्र के अभिभावकों को सोमवार को स्कूल बुलाया है। घटना का संज्ञान लेकर मामला डिप्टी डायरेक्टर हायर एजुकेशन को भेजा जाएगा। डिप्टी डायरेक्टर हायर एजुकेशन कंचन ज्योति का कहना है कि इस गंभीर मामले की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। स्कूल प्रिंसिपल के ध्यान में जब यह मामला आ गया था तो उन्हें तत्काल इसकी सूचना उनके कार्यालय को देनी चाहिए थी। सोमवार को मामले की जांच कर दोषी टीचर के खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। पीड़ित छात्र के 81 वर्षीय दादा प्यार चंद ने टीचर के खिलाफ जांच की मांग की है। पीड़ित छात्र अभिनव के पिता कमल स्वरूप ने कहा कि उन्होंने शनिवार को ही सीएम हेल्पलाइन में मामला दर्ज करवा दिया है। चिल्ड्रन हेल्पलाइन हेल्प केयर में भी शिकायत दर्ज करवाएंगे। उन्होंने बताया कि उनके बच्चे ने अगर कोई गलती की थी तो समझाने के और भी तरीके हैं।