लुधियाना से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को ईडी ने गुरुवार को जालंधर में गिरफ्तार कर लिया है। करीब 9 घंटे की पूछताछ के बाद आशु को ईडी ने गिरफ्तार किया है। इन 9 घंटों में पंजाब कांग्रेस के किसी भी वरिष्ठ नेता या लुधियाना से किसी पूर्व विधायक या जिला प्रधान ने आशु की गिरफ्तारी का विरोध नहीं किया। विधायक परगट सिंह, विधायक सुखविंदर कोटली और पूर्व विधायक राजेंद्र बेरी रात को पहुंचे लेकिन उन्हें आशु से मिलने का मौका नहीं मिला। आशु 16 महीने पहले भी जेल जा चुके हैं। आशु 7 महीने जेल में रहे। वह 7 मई 2023 को जमानत पर बाहर आए हैं। जालंधर शहर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का लोकसभा क्षेत्र है। पंजाब के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी तक सभी ने आशु की गिरफ्तारी पर चुप्पी साध रखी है। इससे साफ है कि कहीं न कहीं अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने आशु से दूरी बनानी शुरू कर दी है। वड़िंग ने 2022 में बनाया था स्थायी मोर्चा यहां आपको बता दें कि 22 अगस्त 2022 को ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाले के आरोप में भारत भूषण आशु को एक सैलून में बाल कटवाते समय विजिलेंस ने गिरफ्तार किया था। उस समय आशु की गिरफ्तारी के चंद घंटों बाद ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग खुद गिद्दड़बाहा से आए और आशु के समर्थन में विजिलेंस दफ्तर के बाहर बैठ गए थे। लेकिन इस बार वड़िंग आशु की गिरफ्तारी पर पूरी तरह खामोश हैं। वड़िंग की जीत के बाद आशु ने सोशल मीडिया पर जाहिर किया था दर्द
पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु ने राजा वड़िंग की जीत के बाद एक पोस्ट डालकर अपने दिल के दर्द को जाहिर किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था कि-रास्ते भी जिद्दी है, मंजिलें भी जिद्दी है, देखते है कल क्या होता है,हौंसले भी जिद्दी है। आशु थे लुधियाना लोकसभा टिकट के प्रबल दावेदार
बता दें लोकसभा चुनाव में रवनीत सिंह बिट्टू के भाजपा में शामिल होने के बाद भारत भूषण आशु एक मात्र बड़ा चेहरा लुधियाना से थे लेकिन शहर के कुछ पूर्व विधायकों के बगावती सुरों के कारण हाईकमान ने प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को लुधियाना से उम्मीदवार घोषित कर दिया। शहर में चर्चा यह भी रही है कि वड़िंग का आशु ग्रुप ने खुलकर समर्थन नहीं किया। वड़िंग की जीत के जश्न और दफ्तर के उद्घाटन पर आशु रहे नदारद वड़िंग को जिला लुधियाना से कम वोट मिले जबकि ग्रामीण इलाकों से वड़िंग को बंपर वोट मिले जिस कारण वह जीते। वड़िंग की जीत के बाद जो शहर में जश्न मनाया गया उसमें भी आशु गैरहाजिर रहे। वड़िंग से ने जब अपने सांसदीय दफ्तर का बचत भवन में उद्घाटन किया उस समय भी भारत भूषण आशु नदारद रहे। यह भी एक बड़ा कारण है कि वड़िंग और आशु में दूरियां बढ़ी है। पत्रकारों के द्वारा कई बार वड़िंग से यह सवाल भी किया जा चुका है कि क्या आशु उनसे नाराज है तो वड़िंग का जवाब हमेश यही रहा है कि वह किसी से नाराज नहीं है। वह सभी को मनाने की कोशिश में रहते है लेकिन अब कोई न माने तो वह क्या करें। वह कांग्रेस को पंजाब में एकजुट रखेंगे। पंजाब विजिलेंस भी कर चुकी जांच ये मामला पहले पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से उठाया गया था। इस मामले में विजिलेंस कोर्ट में चालान भी पेश कर चुकी है। इसके बाद इस मामले से जुड़े दस्तावेज ईडी ने मांगे थे और मामले की जांच अपने स्तर पर शुरू की थी। सूचना के अनुसार ईडी ने भारत भूषण आशु को आज पेश होने के लिए कहा था। जाने क्या है टेंडर घोटाला : स्कूटर, बाइक पर माल की ढुलाई दिखाई लेबर ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाला में अनाज मंडियों में आरोपी वाहनों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे। वहीं, आरोपियों ने टेंडर लेने से पहले विभाग में गलत वाहनों के नंबर लिखवा दिए। जांच के दौरान पता चला कि जो नंबर लिखवाए थे वह स्कूटर, बाइक आदि टू-व्हीलर के थे। जिन वाहनों के यह नंबर हैं, वह माल ढोने के लिए मान्य ही नहीं हैं। इस मामले में करीब 2 महीने पहले कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों व ठेकेदारों की ओर से उस समय के कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु पर कुछ कॉन्ट्रेक्टर और ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने और करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप लगे थे। अब इस मामले में जांच के बाद विजिलेंस की ओर से FIR दर्ज करके गिरफ्तारी करनी शुरू कर दी गई है। आशु पर टेंडरिंग के 2 हजार करोड़ के घोटाले का भी आरोप है। लुधियाना से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को ईडी ने गुरुवार को जालंधर में गिरफ्तार कर लिया है। करीब 9 घंटे की पूछताछ के बाद आशु को ईडी ने गिरफ्तार किया है। इन 9 घंटों में पंजाब कांग्रेस के किसी भी वरिष्ठ नेता या लुधियाना से किसी पूर्व विधायक या जिला प्रधान ने आशु की गिरफ्तारी का विरोध नहीं किया। विधायक परगट सिंह, विधायक सुखविंदर कोटली और पूर्व विधायक राजेंद्र बेरी रात को पहुंचे लेकिन उन्हें आशु से मिलने का मौका नहीं मिला। आशु 16 महीने पहले भी जेल जा चुके हैं। आशु 7 महीने जेल में रहे। वह 7 मई 2023 को जमानत पर बाहर आए हैं। जालंधर शहर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का लोकसभा क्षेत्र है। पंजाब के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी तक सभी ने आशु की गिरफ्तारी पर चुप्पी साध रखी है। इससे साफ है कि कहीं न कहीं अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने आशु से दूरी बनानी शुरू कर दी है। वड़िंग ने 2022 में बनाया था स्थायी मोर्चा यहां आपको बता दें कि 22 अगस्त 2022 को ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाले के आरोप में भारत भूषण आशु को एक सैलून में बाल कटवाते समय विजिलेंस ने गिरफ्तार किया था। उस समय आशु की गिरफ्तारी के चंद घंटों बाद ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग खुद गिद्दड़बाहा से आए और आशु के समर्थन में विजिलेंस दफ्तर के बाहर बैठ गए थे। लेकिन इस बार वड़िंग आशु की गिरफ्तारी पर पूरी तरह खामोश हैं। वड़िंग की जीत के बाद आशु ने सोशल मीडिया पर जाहिर किया था दर्द
पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु ने राजा वड़िंग की जीत के बाद एक पोस्ट डालकर अपने दिल के दर्द को जाहिर किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था कि-रास्ते भी जिद्दी है, मंजिलें भी जिद्दी है, देखते है कल क्या होता है,हौंसले भी जिद्दी है। आशु थे लुधियाना लोकसभा टिकट के प्रबल दावेदार
बता दें लोकसभा चुनाव में रवनीत सिंह बिट्टू के भाजपा में शामिल होने के बाद भारत भूषण आशु एक मात्र बड़ा चेहरा लुधियाना से थे लेकिन शहर के कुछ पूर्व विधायकों के बगावती सुरों के कारण हाईकमान ने प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को लुधियाना से उम्मीदवार घोषित कर दिया। शहर में चर्चा यह भी रही है कि वड़िंग का आशु ग्रुप ने खुलकर समर्थन नहीं किया। वड़िंग की जीत के जश्न और दफ्तर के उद्घाटन पर आशु रहे नदारद वड़िंग को जिला लुधियाना से कम वोट मिले जबकि ग्रामीण इलाकों से वड़िंग को बंपर वोट मिले जिस कारण वह जीते। वड़िंग की जीत के बाद जो शहर में जश्न मनाया गया उसमें भी आशु गैरहाजिर रहे। वड़िंग से ने जब अपने सांसदीय दफ्तर का बचत भवन में उद्घाटन किया उस समय भी भारत भूषण आशु नदारद रहे। यह भी एक बड़ा कारण है कि वड़िंग और आशु में दूरियां बढ़ी है। पत्रकारों के द्वारा कई बार वड़िंग से यह सवाल भी किया जा चुका है कि क्या आशु उनसे नाराज है तो वड़िंग का जवाब हमेश यही रहा है कि वह किसी से नाराज नहीं है। वह सभी को मनाने की कोशिश में रहते है लेकिन अब कोई न माने तो वह क्या करें। वह कांग्रेस को पंजाब में एकजुट रखेंगे। पंजाब विजिलेंस भी कर चुकी जांच ये मामला पहले पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से उठाया गया था। इस मामले में विजिलेंस कोर्ट में चालान भी पेश कर चुकी है। इसके बाद इस मामले से जुड़े दस्तावेज ईडी ने मांगे थे और मामले की जांच अपने स्तर पर शुरू की थी। सूचना के अनुसार ईडी ने भारत भूषण आशु को आज पेश होने के लिए कहा था। जाने क्या है टेंडर घोटाला : स्कूटर, बाइक पर माल की ढुलाई दिखाई लेबर ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाला में अनाज मंडियों में आरोपी वाहनों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे। वहीं, आरोपियों ने टेंडर लेने से पहले विभाग में गलत वाहनों के नंबर लिखवा दिए। जांच के दौरान पता चला कि जो नंबर लिखवाए थे वह स्कूटर, बाइक आदि टू-व्हीलर के थे। जिन वाहनों के यह नंबर हैं, वह माल ढोने के लिए मान्य ही नहीं हैं। इस मामले में करीब 2 महीने पहले कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों व ठेकेदारों की ओर से उस समय के कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु पर कुछ कॉन्ट्रेक्टर और ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने और करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप लगे थे। अब इस मामले में जांच के बाद विजिलेंस की ओर से FIR दर्ज करके गिरफ्तारी करनी शुरू कर दी गई है। आशु पर टेंडरिंग के 2 हजार करोड़ के घोटाले का भी आरोप है। पंजाब | दैनिक भास्कर