पंजाब सरकार ने लोकसभा चुनाव 2024 के बाद स्थानीय निकाय विभाग में बड़े पैमाने पर अधिकारियों के तबादले किए हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि नगर निगम चुनाव और पंचायत चुनाव को लेकर भी ये बदलाव किए जा रहे हैं। पंजाब में नगर निगम चुनाव करीब दो साल से लंबित हैं। अमृतसर नगर निगम में तैनात लैंडस्केप अधिकारी यादविंदर सिंह को जालंधर नगर निगम का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। अमृतसर नगर निगम में जेई सुखविंदर सिंह को तैनात किया गया है। इसके अलावा करीब 44 अधिकारियों को विभिन्न जिलों के नगर सुधार ट्रस्ट और नगर निगमों में भेजा गया है। पंजाब सरकार की तरफ से जारी आदेश- पंजाब सरकार ने लोकसभा चुनाव 2024 के बाद स्थानीय निकाय विभाग में बड़े पैमाने पर अधिकारियों के तबादले किए हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि नगर निगम चुनाव और पंचायत चुनाव को लेकर भी ये बदलाव किए जा रहे हैं। पंजाब में नगर निगम चुनाव करीब दो साल से लंबित हैं। अमृतसर नगर निगम में तैनात लैंडस्केप अधिकारी यादविंदर सिंह को जालंधर नगर निगम का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। अमृतसर नगर निगम में जेई सुखविंदर सिंह को तैनात किया गया है। इसके अलावा करीब 44 अधिकारियों को विभिन्न जिलों के नगर सुधार ट्रस्ट और नगर निगमों में भेजा गया है। पंजाब सरकार की तरफ से जारी आदेश- पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब पुलिस ने योगा गर्ल को भेजा नोटिस:30 जून को आना होगा; मकवाना बोली- SGPC वापस ले FIR, अन्यथा फाइट के लिए तैयार
पंजाब पुलिस ने योगा गर्ल को भेजा नोटिस:30 जून को आना होगा; मकवाना बोली- SGPC वापस ले FIR, अन्यथा फाइट के लिए तैयार पंजाब के गोल्डन टेंपल में योग करने वाली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना को पंजाब पुलिस ने नोटिस भेज दिया है। वहीं, मकवाना ने अब एक और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) को FIR वापस लेने की सलाह दी है। उनका कहना है कि अन्यथा उनकी लीगल टीम इसका जवाब देगी। पंजाब पुलिस के अनुसार, अर्चना मकवाना को नोटिस भेज दिया गया है। इसमें अर्चना को 30 जून को अमृतसर के थाना ई-डिवीजन को आकर अपना जवाब दाखिल करना होगा। मकवाना पर थाना ई-डिवीजन में ही SGPC की शिकायत पर 295-ए के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं, मकवाना अब माफी मांगने के बाद SGPC के साथ कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए भी तैयार हैं। जानें क्या कहा मकवाना ने इस वीडियो में- सभी को मेरा नमस्कार। 21 जून को जब मैं शीर्षास्न कर रही थी, गोल्डन टेंपल में, वहां हजारों सिख मौजूद थे। जिसने फोटो खींचा वे भी सरदार जी थे। वो तो मेरे से पहले भी फोटो खींच रहे थे। वहां जो सेवादार खड़े थे, उन्होंने भी नहीं रोका। सेवादार भी पक्षपाती ही हैं, वे किसी को रोकते हैं, किसी को नहीं रोकते। इसलिए मैंने भी कहा एक फोटो खींच लेती हूं, मुझे गलत नहीं लग रहा। जब मैं फोटो कर रही थी, तब लाइव जितने भी सिख खड़े थे, उनके आस्था को तो दुख नहीं पहुंचा। तो मुझे नहीं लगा मैंने कुछ गलत किया। लेकिन 7 समंदर पार किसी को लगा कि मैंने गलत किया। नेगेटिव तरीके से मेरा फोटो वायरल कर दिया। उस पर SGPC ऑफिस ने मेरे पर बेसलैस FIR दर्ज करवा दी। जिसके बाद ये और बुरा होगा, अन्यथा मेरा इरादा बुरा नहीं था। अब सीसीटीवी कैमरे का सारा वीडियो वायरल कर दो। वहां कहीं नियम नहीं लिखे हैं। सिख, जो वहां रोज जाते हैं, उन्हें नियम नहीं पता, तो जो लड़की पहली बार गुजरात से आई है, उसे कैसे पता होगा। वहां किसी ने मुझे रोका नहीं। रोका होता तो डिलीट कर देती फोटो। मेरे खिलाफ ये फालतू की FIR करने की जरूरत क्या थी। इतना सारा मैंटल टॉर्चर मेरे को हुआ, उसका क्या। अभी भी टाइम है, FIR वापस ले लीजिए, अन्यथा मैं और मेरी लीगल टीम फाइट करने के लिए तैयार है। ज्ञानी रघबीर सिंह: गोल्डन टेंपल आस्था का केंद्र है ज्ञानी रघबीर सिंह ने कौम के नाम संदेश देते हुए कहा कि गोल्डन टेंपल आस्था का केंद्र है। कई बार कई लोग व गैर सिख, जिन्हें मर्यादा का नहीं पता, उनकी तरफ से गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में आकर ऐसे कुछ कार्य किए जाते हैं, जिससे आस्था को ठेस पहुंचती है। आप सभी ने सुना है, एक लड़की की तरफ से गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में आकर योग दिवस के दिन योगा किया। अपनी तस्वीरों को मीडिया पर वायरल किया गया। प्रधान SGPC की तरफ से तुरंत एक्शन लेकर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। उस लड़की के खिलाफ भी FIR दर्ज करवाई गई। पर हमारा सभी का ये कर्तव्य बनता है कि सभी गोल्डन टेंपल के प्रबंधों में सहयोग दें। क्योंकि ये गोल्डन टेंपल सिखों की आस्था का केंद्र है। सिख गोल्डन टेंपल में आकर कीर्तन सुने, वाहेगुरु का सिमरन करें, इतिहास सुना जाए। ना कि, वीडियो बना सोशल मीडिया पर डाली जाएं। कुछ लोग अपने परिवार को दिखाने के लिए तस्वीरें खींचते हैं, कि वे गोल्डन टेंपल गए। लेकिन कुछ लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं। सभी को चाहिए कि वे कम से कम मोबाइल का प्रयोग गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में करें। जानें, क्या है मामला दरअसल, अर्चना मकवाना ने योग दिवस के दिन गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में योग करते हुए तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी। अर्चना मकवाना ने सोशल मीडिया पर 2 तस्वीरें पोस्ट कीं। इनमें वह ध्यान और शीर्षासन करते नजर आ रही हैं। यह योगासन उन्होंने गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में किए। जिसके बार ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं और SGPC की तरफ से उसके खिलाफ FIR दर्ज करवा दी गई। FIR में गोल्डन टेंपल के जनरल मैनेजर भगवंत सिंह ने लिखवाया है कि 22 जून 2024 को हम अपनी ड्यूटी पर मौजूद थे कि यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर एक वीडियो वायरल की गई है। इसमें अर्चना मकवाना श्री दरबार साहिब की परिक्रमा में शहीद बाबा दीप सिंह जी के स्थान के पास जगह पर ऐतराज योग्य फोटो खींची और जानबूझ कर वायरल कर रही है। इससे सिख भावनाओं को ठेस पहुंची है। 5 सेकेंड में ही किए योगासन गोल्डन टेंपल के जनरल मैनेजर भगवंत सिंह ने बताया कि CCTV कैमरों की जांच से पता चला कि युवती ने योग करने की हरकत केवल 5 सेकेंड में ही पूरी कर डाली। इस दौरान 3 सुरक्षाकर्मी वहां ड्यूटी पर थे। शुरुआती जांच के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि एक कर्मचारी को 5 हजार रुपए जुर्माना कर गुरुद्वारा गढ़ी साहिब गुरदास नंगल में ट्रांसफर कर दिया गया है।
गुरदासपुर शुगर मिल के 6 डायरेक्टर सस्पेंड:कांग्रेस सरकार में नियमों के विपरीत हुआ था चयन, नोटिस जारी, 15 दिन में जवाब मांगा
गुरदासपुर शुगर मिल के 6 डायरेक्टर सस्पेंड:कांग्रेस सरकार में नियमों के विपरीत हुआ था चयन, नोटिस जारी, 15 दिन में जवाब मांगा पंजाब के गुरदासपुर सहकारी शुगर मिल लिमिटेड के 6 डायरेक्टर को सस्पेंड किया गया है, साथ ही उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी हुआ है। आरोप है कि गत कांग्रेस सरकार के समय में उनका चयन नियमों के विपरीत हुआ था। मिल के डिफॉल्टर होने के आरोप भी उन पर लगे है। निलंबित निदेशकों में जोन नंबर एक से कश्मीर सिंह पाहडा, जोन नंबर दो से कंवर प्रताप सिंह विरक तलवंडी, जोन नंबर तीन से परमजीत सिंह महादेव कलां, जोन नंबर चार से नरेंद्र सिंह गुनिया, जोन नंबर आठ से मलकीत कौर मगराला और जोन नंबर दस से सहकारी समितियों द्वारा नामांकित हरमिंदर सिंह देहर के शामिल हैं। संयुक्त रजिस्ट्रार सहकारी समितियां जालंधर मंडल द्वारा पंजाब सहकारी समिति अधिनियम 1961 की धारा 27(1) के तहत मिल के प्रबंधन बोर्ड से निलंबित कर दिया गया है। 2021 में हुआ था चयन छह निलंबित निदेशकों को कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के आखिरी दिनों के दौरान दिसंबर 2021 में चुना गया था। जिसमें प्रबंध मंडल के दस सदस्यों का चुनाव किया गया। शुगर मिल उपविधि के अनुसार, प्रबंधन बोर्ड के लिए चुने जाने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए प्राथमिक योग्यता चुनाव की तारीख से पिछले दो वर्षों तक मिल को ब्राडेंड गन्ने का 85 प्रतिशत गन्ने की आपूर्ति सुनिश्चित करना है। लेकिन इन छह निदेशकों पर आरोप था कि वे 85 फीसदी की मूल शर्त को पूरा नहीं करते थे और उन्हें नियमों के खिलाफ चुना गया था। जिसके बाद विभागीय जांच में आरोप सही पाए गए और वर्तमान गुरदासपुर सहकारी खंड मिल गुरदासपुर सहकारी समितियों के महाप्रबंधक और उप रजिस्ट्रार द्वारा भेजी गई।
लुधियाना में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़:अमेरिकी नागरिकों को बनाते थे निशाना, कंप्यूटर या लैपटॉप हैक होने का देते थे झांसा
लुधियाना में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़:अमेरिकी नागरिकों को बनाते थे निशाना, कंप्यूटर या लैपटॉप हैक होने का देते थे झांसा लुधियाना पुलिस कमिश्नरेट की सदर पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। जो सॉफ्टवेयर इंजीनियर और तकनीकी सहायता प्रदाता बनकर अमेरिकी नागरिकों को ठग रहे थे। आरोपी पीड़ितों को यह विश्वास दिलाते थे कि उनके कंप्यूटर या लैपटॉप हैक होने का खतरा बना है। इस कारण संभावित रूप से उनके पैसे का नुकसान हो सकता है। बदमाश पीड़ितों को अपने बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करने और डर पैदा करते थे। वह उन्हें पैसे वापस लौटाने का झूठा भरोसा देते थे। चार लैपटॉप, 24 सीपीयू और 6 हेडफोन जब्त पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनमें मॉडल हाउस के रतिंदर सिंह उर्फ रिंकू, न्यू हरगोबिंद नगर के सुखप्रीत सिंह, जनकपुरी के सुमंत महाजन, दुर्गापुरी के मयंक जोशी, प्रताप सिंह वाला के आदित्य चौहान, लोहारा रोड के इशांत सिंह राणा, न्यू जनता नगर के दिलप्रीत सिंह, गुरु अर्जुन देव नगर के संदीप कुमार और हंब्रान रोड स्थित गोल्फ लिंक अपार्टमेंट के समीर बेरी शामिल हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से चार लैपटॉप, 24 सीपीयू और 6 हेडफोन जब्त किए हैं। रतिंदर सिंह उर्फ रिंकू है ऑपरेशन का सरगना पुलिस के अनुसार रतिंदर सिंह उर्फ रिंकू इस ऑपरेशन का सरगना है। सदर पुलिस स्टेशन के एसएचओ इंस्पेक्टर हर्षवीर सिंह ने बताया कि आरोपी धांदरा रोड पर शहीद भगत सिंह नगर में “सक्सेस सॉल्यूशंस केयर” नाम से कॉल सेंटर चला रहे थे। आरोपी ग्राहकों से अंग्रेजी में बात करते थे। अधिकतर ये ठग अमेरिकी नागरिकों को कॉल करते थे और तकनीकी सहायता कर्मी बनकर उन्हें चेतावनी देते थे कि उनके सिस्टम को हैक किए जाने का खतरा है। फिर वे पीड़ितों को डॉलर में अपने बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करने के लिए राजी करते थे। इस आश्वासन के साथ कि खतरा खत्म होने के बाद पैसे वापस कर दिए जाएंगे। पुलिस ने सूचना मिलने के बाद कॉल सेंटर पर छापा मारा और संदिग्ध लोगों को सफलतापूर्वक पकड़ लिया। यूएसए में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है आरोपी की बहन इंस्पेक्टर ने कहा कि रतिंदर सिंह इस घोटाले के पीछे का मास्टरमाइंड था। रतिंदर की बहन ने उसे ठगी इस तरह से करने का आइडिया दिया। जो यूएसए में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करती है और अमेरिकी नागरिकों को वैध ऑनलाइन सहायता प्रदान करती है। इस ज्ञान का उपयोग करके, रतिंदर ने एक साजिश रची और फर्जी कॉल सेंटर शुरू किया। 2015 से चला रहा फर्जी कॉल सेंटर SHO ने कहा की जांच में यह भी पता चला कि आरोपी 2015 से विभिन्न स्थानों पर कॉल सेंटर चला रहे हैं। उन्होंने हाल ही में वर्तमान स्थान पर अपना कार्यालय खोला था। जांच के दौरान, यह पता चला कि रतिंदर ने यूएसए में एक स्थानीय विक्रेता से अमेरिकी नागरिकों के लिए संपर्क जानकारी प्राप्त की, जिससे उनकी धोखाधड़ी की गतिविधियों में और मदद मिली। आरोपियों से पूछताछ के बाद कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है।