हरियाणा के पानीपत में धागा व्यापारी का बेटा जुए में 22 करोड़ रुपए हार गया। पैसे लौटाने के लिए उसने अपनी फैक्ट्री भी बेच दी है। इसके बाद भी वह सट्टेबाजों का कर्ज नहीं चुका पाया। सट्टेबाज उस पर रोजाना 1 लाख रुपए का जुर्माना लगा रहे हैं। उसे कई बार घर से उठाकर बंधक बनाकर भी पीटा गया। इन सब से परेशान होकर युवक घर सुसाइड नोट छोड़कर चला गया था, लेकिन अब वापस आ गया है। जिसके बाद शुक्रवार को शहर के सभी बड़े उद्योगपति, पूर्व मेयर एकजुट हुए और पीड़ित उद्योगपति को अपने साथ चांदनी बाग थाने लेकर पहुंचे। यहां उन्होंने आरोपियों के खिलाफ शिकायत देकर केस दर्ज करने की गुहार लगाई। साथ ही परिवार को सुरक्षा देने की भी मांग की। इसके अलावा एक बड़ा खुलासा यह भी हुआ कि और भी शहर के बड़े उद्योगपतियों के बेटे सट्टाबाजों के चंगुल में फंसे हुए हैं। यह एक लंबी चेन बन गई है। कई बड़े परिवार बर्बादी की कगार पर खड़े हैं। पिता बोले- घर के बाहर आकर पीटते थे सेक्टर 11-12 निवासी रामकुमार गाबा ने बताया कि मुझे जब पता लगा, तब तक ये इस दलदल में फंस चुका था। बेटा इनसे बचना चाहता है। आने वाली पीढ़ियां भी इस दलदल में न फंसे, इस पर ध्यान है। इस दलदल में बहुत लोग फंसे हुए है। मेरा बेटा इनकी दहशत में फंसा हुआ है। ये लोग रात को घर के बाहर आकर इसे घर से उठाते थे और फिर मारते-पीटते और धमकाते थे। कभी हमने घर के बाहर आकर पूछा भी कि ये कौन है, तो बेटे ने डर की वजह हमेशा ये ही कहा कि ये सभी साथी व्यापारी है। जो पैसा चला गया है, उसका दु:ख नहीं है, लेकिन अब हम चाहते हैं कि जो लोग इस दलदल में फंस चुके हैं, उन्हें किसी तरह बचाया जा सके। हमें ये भी नहीं पता कि अक्षय ने इतनी बड़ी रकम कहां से दी है। अक्षय के सर्कल से भी बहुत युवा इस चुंगल में फंस चुके हैं। पानीपत के जिन व्यापारियों के बेटे अब कारोबार संभालते हैं, मेरी प्रार्थना है कि उन पर नजर रखी जाए, क्योंकि पानीपत के अधिकतर व्यापारी के बेटे इस चुंगल में फंस चुके हैं। मेरा इकलौता बेटा है और उसका भी इकलौता बेटा 7 माह का है। ऐसे में अगर उसे कुछ हो जाता, तो मेरा परिवार संभल नहीं सकता था। पानीपत के अनेकों परिवार इस दलदल में बिखर चुके हैं। सुसाइड नोट में 5 सट्टेबाजों के नाम थे पिता के नाम लिखे सुसाइड नोट में अक्षय गाबा ने बताया था कि शहर के 5 सट्टेबाजों ने उससे करीब 22 करोड़ ऐंठ लिए हैं। इसके बाद भी उस पर करोड़ों रुपए देने का दबाव बनाया जा रहा है। उसे परेशान किया जा रहा है। अक्षय गाबा के चचेरे भाई निशांत का कहना है कि 26 जुलाई को अक्षय लापता हो गया था। पुलिस को शिकायत दी तो पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस को अक्षय के हाथ का लिखा नोट भी दिया, बावजूद पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। अब वह शुक्रवार को चांदनीबाग थाने जाकर अक्षय के बयान दर्ज कराएंगे। वह पुलिस को CCTV से लेकर कॉल डिटेल, मैसेज और लेन-देन की पूरी जानकारी देंगे। अब वह सट्टेबाजों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। पापा के नाम लिखे नोट में बताई आपबीती हरियाणा के पानीपत में धागा व्यापारी का बेटा जुए में 22 करोड़ रुपए हार गया। पैसे लौटाने के लिए उसने अपनी फैक्ट्री भी बेच दी है। इसके बाद भी वह सट्टेबाजों का कर्ज नहीं चुका पाया। सट्टेबाज उस पर रोजाना 1 लाख रुपए का जुर्माना लगा रहे हैं। उसे कई बार घर से उठाकर बंधक बनाकर भी पीटा गया। इन सब से परेशान होकर युवक घर सुसाइड नोट छोड़कर चला गया था, लेकिन अब वापस आ गया है। जिसके बाद शुक्रवार को शहर के सभी बड़े उद्योगपति, पूर्व मेयर एकजुट हुए और पीड़ित उद्योगपति को अपने साथ चांदनी बाग थाने लेकर पहुंचे। यहां उन्होंने आरोपियों के खिलाफ शिकायत देकर केस दर्ज करने की गुहार लगाई। साथ ही परिवार को सुरक्षा देने की भी मांग की। इसके अलावा एक बड़ा खुलासा यह भी हुआ कि और भी शहर के बड़े उद्योगपतियों के बेटे सट्टाबाजों के चंगुल में फंसे हुए हैं। यह एक लंबी चेन बन गई है। कई बड़े परिवार बर्बादी की कगार पर खड़े हैं। पिता बोले- घर के बाहर आकर पीटते थे सेक्टर 11-12 निवासी रामकुमार गाबा ने बताया कि मुझे जब पता लगा, तब तक ये इस दलदल में फंस चुका था। बेटा इनसे बचना चाहता है। आने वाली पीढ़ियां भी इस दलदल में न फंसे, इस पर ध्यान है। इस दलदल में बहुत लोग फंसे हुए है। मेरा बेटा इनकी दहशत में फंसा हुआ है। ये लोग रात को घर के बाहर आकर इसे घर से उठाते थे और फिर मारते-पीटते और धमकाते थे। कभी हमने घर के बाहर आकर पूछा भी कि ये कौन है, तो बेटे ने डर की वजह हमेशा ये ही कहा कि ये सभी साथी व्यापारी है। जो पैसा चला गया है, उसका दु:ख नहीं है, लेकिन अब हम चाहते हैं कि जो लोग इस दलदल में फंस चुके हैं, उन्हें किसी तरह बचाया जा सके। हमें ये भी नहीं पता कि अक्षय ने इतनी बड़ी रकम कहां से दी है। अक्षय के सर्कल से भी बहुत युवा इस चुंगल में फंस चुके हैं। पानीपत के जिन व्यापारियों के बेटे अब कारोबार संभालते हैं, मेरी प्रार्थना है कि उन पर नजर रखी जाए, क्योंकि पानीपत के अधिकतर व्यापारी के बेटे इस चुंगल में फंस चुके हैं। मेरा इकलौता बेटा है और उसका भी इकलौता बेटा 7 माह का है। ऐसे में अगर उसे कुछ हो जाता, तो मेरा परिवार संभल नहीं सकता था। पानीपत के अनेकों परिवार इस दलदल में बिखर चुके हैं। सुसाइड नोट में 5 सट्टेबाजों के नाम थे पिता के नाम लिखे सुसाइड नोट में अक्षय गाबा ने बताया था कि शहर के 5 सट्टेबाजों ने उससे करीब 22 करोड़ ऐंठ लिए हैं। इसके बाद भी उस पर करोड़ों रुपए देने का दबाव बनाया जा रहा है। उसे परेशान किया जा रहा है। अक्षय गाबा के चचेरे भाई निशांत का कहना है कि 26 जुलाई को अक्षय लापता हो गया था। पुलिस को शिकायत दी तो पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस को अक्षय के हाथ का लिखा नोट भी दिया, बावजूद पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। अब वह शुक्रवार को चांदनीबाग थाने जाकर अक्षय के बयान दर्ज कराएंगे। वह पुलिस को CCTV से लेकर कॉल डिटेल, मैसेज और लेन-देन की पूरी जानकारी देंगे। अब वह सट्टेबाजों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। पापा के नाम लिखे नोट में बताई आपबीती हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा से केंद्र सरकार में कौन बनेगा मंत्री:खट्टर की मोदी-शाह से करीबी, राव का दावा मजबूत, पांचों सांसदों का दिल्ली में डेरा
हरियाणा से केंद्र सरकार में कौन बनेगा मंत्री:खट्टर की मोदी-शाह से करीबी, राव का दावा मजबूत, पांचों सांसदों का दिल्ली में डेरा हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सभी 5 सांसद दिल्ली में डटे हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और करनाल सीट से नवनिर्वाचित सांसद मनोहर लाल खट्टर कैबिनेट मंत्री बन सकते हैं। साथ ही गठबंधन मजबूरी नहीं हुई को गुरुग्राम से सांसद चुने गए राव इंद्रजीत सिंह का भी मंत्री बनना तय है। इसके अलावा, भिवानी-महेंद्रगढ़ से सांसद चौधरी धर्मबीर, फरीदाबाद से सांसद कृष्णपाल गुर्जर और कुरुक्षेत्र से सांसद नवीन जिंदल भी लॉबिंग में जुटे हैं। नरेंद्र मोदी की 3.0 सरकार का शपथ ग्रहण 9 जून की शाम होने वाला है। इस बार BJP को अपने दम पर पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। सरकार चलाने के लिए उसे अब NDA के अपने सहयोगियों पर निर्भर रहना होगा। कल होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शपथ लेने वाले मंत्रियों की लिस्ट पर भी इसका असर देखा जा सकता है। इस बार हो सकता है कि बीजेपी कोटे से मंत्रियों की संख्या कम हो और NDA के सहयोगी दलों के मंत्रियों की संख्या बढ़ जाए। ऐसे में BJP का ज्यादा फोकस उन राज्यों पर हैं, जहां आगामी 6 महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें हरियाणा भी शामिल है। हालांकि हरियाणा में BJP की सीटें 10 से घटकर इस बार 5 रह गई। लेकिन चुनावी समीकरण को ध्यान में रखते हुए हरियाणा से पहले 2 टर्म की तरह 2 मंत्रियों को बनाए जाने की संभावना है। इनमें जातीय समीकरण के साथ-साथ इलाके को भी साधने की कोशिश रहेगी, जिससे आगामी चुनाव में इसका फायदा मिल सके। खट्टर 3 दिनों से दिल्ली में, बाकी कर रहे लॉबिंग
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल पिछले 3 दिनों से दिल्ली में हैं। उन्हें हाईकमान ने रिजल्ट आने के तुरंत बाद 6 जून को दिल्ली बुला लिया था। खट्टर ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह दोनों से मुलाकात की थी। उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष या फिर संगठन महामंत्री बनाए जाने की भी चर्चा है। एक दिन पहले खट्टर के अलावा हरियाणा के अन्य 4 सांसदों ने भी NDA की बैठक में भी हिस्सा लिया था। राव इंद्रजीत सिंह 6 जून को रेवाड़ी जरूर आए, लेकिन शाम को फिर से दिल्ली लौट गए। बाकी कृष्णपाल गुर्जर, नवीन जिंदल और चौधरी धर्मबीर सिंह तीनों दिल्ली में ही डेरा डाले हुए हैं। सिलसिलेवार ढंग से जानिए, मंत्री पद पर किसका दावा क्यों मजबूत? 1. मनोहर लाल खट्टर
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का नाम मोदी कैबिनेट में शामिल होने वालों में टॉप पर चल रहा है। इसके पीछे बड़ी वजह ये है कि खट्टर साढ़े 9 साल हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। फिर अचानक भाजपा ने उनसे इस्तीफा दिलवा दिया। इसके बाद उन्हें करनाल से चुनाव लड़ाया। मनोहर लाल नरेंद्र मोदी और अमित शाह के करीबी हैं। उन्हें संगठन के साथ-साथ प्रशासनिक अनुभव भी है। जिस करनाल सीट से वे सांसद चुने गए हैं, वो जीटी बेल्ट का इलाका है। इस एरिया में BJP काफी मजबूत रही है। चुनावी प्रचार के वक्त भी नरेंद्र मोदी और अमित शाह दोनों ही खट्टर को दिल्ली में बड़ी जिम्मेदारी देने की बात कहते रहे। ऐसे में अब उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। हालांकि उनका नाम भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष या फिर महामंत्री के तौर पर भी चर्चा में है। 2. राव इंद्रजीत
गुरुग्राम सीट से चौथी बार सांसद चुने गए राव इंद्रजीत सिंह दक्षिणी हरियाणा (अहीरवाल) के बड़े नेता हैं। वे 6 बार सांसद बन चुके हैं। दक्षिणी हरियाणा में विधानसभा की 14 सीटें आती हैं। इन सीटों पर राव इंद्रजीत सिंह के परिवार का शुरू से ही दबदबा रहा है। राव इंद्रजीत सिंह मोदी सरकार के पहले दोनों टर्म में केंद्र में मंत्री रहे हैं। राव के सहारे ही BJP दक्षिणी हरियाणा को साधती रही है। ऐसे में उनके तीसरी बार भी मंत्री बनने की प्रबल संभावनाएं हैं। हालांकि अगर गठबंधन की मजबूरी रही तो उन्हें बाद में भी एडस्ट किया जा सकता है। 3. कृष्णपाल गुर्जर
फरीदाबाद सीट से जीत की हैट्रिक लगाने वाले कृष्णपाल गुर्जर 2014 और 2019 दोनों टर्म में केंद्र में मंत्री रहे हैं। कृष्णपाल गुर्जर पूर्व सीएम मनोहर लाल के करीबी हैं। इसके अलावा उनके शीर्ष नेतृत्व से भी संबंध अच्छे हैं। जिसके चलते ही वह 2 बार मंत्री बन गए। लेकिन इस बार उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिलना मुश्किल है। इसके पीछे की वजह BJP को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। क्योंकि कई मंत्रालय गठबंधन सहयोगियों को दिए जाने हैं। हालांकि जातीय समीकरण को देखें तो कृष्णपाल गुर्जर की पकड़ गुर्जरों में अच्छी खासी है। ऐसे में गुर्जर नेता के तौर पर उनका दावा मजबूत रह सकता है। 4. चौधरी धर्मबीर
भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से लगातार तीसरी बार सांसद बने चौधरी धर्मबीर सिंह एक मात्र ऐसे जाट चेहरे हैं, जो BJP की टिकट पर चुनाव जीते हैं। पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर से जाट नेता संजीव बालियान चुनाव हार गए। जाटों की BJP से शुरू से ही नाराजगी रही है। इसी नाराजगी के कारण BJP को हरियाणा में 5 लोकसभा सीटों का नुकसान भी उठाना पड़ा। हरियाणा और यूपी में जाटों की संख्या काफी ज्यादा है। ऐसे में जाटों को साधने के लिए चौधरी धर्मबीर सिंह को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। 5. नवीन जिंदल
देश के मशहूर बिजनेसमैन नवीन जिंदल ने लोकसभा चुनाव से एन वक्त पहले BJP में शामिल हुए और कुरूक्षेत्र सीट से टिकट भी मिल गई। कड़े मुकाबले के बावजूद जिंदल सीट निकालने में कामयाब रहे। जिंदल 2 बार इसी सीट से कांग्रेस में रहते हुए भी चुनाव जीत चुके हैं। जिंदल अमित शाह के करीबी हैं। 10 साल से मजबूत दिख रही जीटी बेल्ट में इस बार BJP को अंबाला सीट गंवानी पड़ी। ऐसे में जीटी बेल्ट को ध्यान में रखते हुए भी जिंदल को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता हैं। वहीं वैश्य समाज को साधने के लिए भी जिंदल को एडस्ट किया जा सकता है। ये खबर भी पढ़ें… हिमाचल से नड्डा-अनुराग मंत्री की दौड़ में:जेपी बने तो ठाकुर को राष्ट्रीय महामंत्री बना सकती है BJP; कंगना के मिनिस्टर बनने के कम चांस नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में हिमाचल प्रदेश से 2 नेता मंत्री की रेस में शामिल हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा कैबिनेट मंत्री बन सकते हैं। ऐसा हुआ तो अनुराग ठाकुर को पार्टी में राष्ट्रीय महामंत्री का दायित्व मिल सकता है। पार्टी में इस तरह की चर्चाएं चली हुई हैं। (पढ़ें पूरी खबर)
पेरिस पैरालंपिक के गोल्डन ब्यॉय नवदीप से मिले पीएम:फर्श पर बैठे नरेंद्र मोदी; बोलें- लग रहा है न तुम बड़े हो; पानीपत के छौरे के गुस्से का बताया डर
पेरिस पैरालंपिक के गोल्डन ब्यॉय नवदीप से मिले पीएम:फर्श पर बैठे नरेंद्र मोदी; बोलें- लग रहा है न तुम बड़े हो; पानीपत के छौरे के गुस्से का बताया डर पेरिस पैरालिंपिक 2024 भारत के लिए खास और ऐतिहासिक रहा। इसमें भारत ने 7 गोल्ड, 9 सिल्वर और 13 ब्रॉन्ज समेत कुल 29 मेडल अपने नाम किए, जो अभी तक का सबसे बेस्ट प्रदर्शन भी है। भारत का नाम रोशन करके देश लौटे इन खिलाड़ियों से पीएम मोदी ने खास मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पैरालिंपिक में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों के साथ बातचीत की और बधाई भी दी। इस दौरान उन्होंने जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीतने वाले हरियाणा के पानीपत जिले के बुआना लाखु निवासी नवदीप सिंह के लिए ऐसा कुछ किया जो अब काफी वायरल हो रहा है। बता दें, पेरिस पैरालिंपिक 2024 में नवदीप सिंह ने एफ41 कैटेगरी में 47.32 मीटर का थ्रो फेंका था। वहीं, ईरान के सादेघ ने 47.64 मीटर दूर भाला फेंका था, लेकिन उन्हें नियम तोड़ने के कारण डिसक्वालीफाई कर दिया गया। जिसके चलते नवदीप सिंह को गोल्ड मेडल मिला। पिछली बार वह चौथे स्थान पर रहे थे। नवदीप सिंह के लिए जमीन पर बैठे PM मोदी
पीएम मोदी और नवदीप सिंह की मुलाकात का एक वीडियो सामने आया है। छोटे कद के नवदीप सिंह ने एफ41 कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता है और वह PM मोदी के लिए एक कैप लेकर आए थे। वह खुद पीएम मोदी को कैप पहनना चाहते थे। ऐसे में पीएम मोदी उनकी इच्छा पूरी करने के लिए जमीन पर बैठे गए और फिर नवदीप ने उन्हें कैप पहनाई। इसके अलावा पीएम मोदी ने नवदीप सिंह को अपना ऑटो ग्राफ भी दिया। पीएम मोदी ने वायरल वीडियो पर पूछा सवाल
नवदीप सिंह ने पेरिस पैरालिंपिक 2024 में मेडल जीतने के बाद काफी एग्रेशन दिखाया था। उन्होंने बहुत ही एग्रेसिव तरीके से अपना जश्न मनाया था। पीएम मोदी ने भी उनके इस गुस्से के बारे में बात करते हुए कहा, अपना वीडियो देखा, सब लोग डरते हैं। ये सुनने के बाद नवदीप सिंह भी हंसे लगे और उन्होंने कहा कि जोश-जोश में ऐसा हुआ। इसके बाद उन्होंने पीएम मोदी को कैप पहनाने की इच्छा जाहिर की जिसे पीएम ने भी माना और उनके लिए जमीन पर बैठ गए। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि देखों लग लग रहा है न तुम मुझसे बड़े हो। इसके बाद नवदीप सिंह ने अपने थ्रोइंग आर्म पर उनसे ऑटोग्राफ भी लिया।
हरियाणा में दिसंबर में CET परीक्षा संभव:नवंबर में नोटिफिकेशन आएगा, 3 साल के लिए मान्य; अंक बढ़ाने के लिए दोबारा टेस्ट दे पाएंगे
हरियाणा में दिसंबर में CET परीक्षा संभव:नवंबर में नोटिफिकेशन आएगा, 3 साल के लिए मान्य; अंक बढ़ाने के लिए दोबारा टेस्ट दे पाएंगे हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) द्वारा दिसंबर में कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) की परीक्षा संभावित है। इसे लेकर आयोग नवंबर की शुरुआत में ही नोटिफिकेशन जारी कर सकता है। यह CET 3 साल के लिए मान्य होगा। युवा अपने अंक बढ़ाने के लिए दोबारा परीक्षा भी दे सकते हैं। साथ ही 4 गुना फॉर्मूले पर भी चर्चा की जा रही है। CET परीक्षा को लेकर सरकार व HSSC में पत्राचार शुरू हो चुका है। हरियाणा में भाजपा की तीसरी बार सरकार बनते ही 24 हजार युवाओं का रिजल्ट जारी कर नौकरी दी गई है। इसके बाद से ही युवा CET परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं, ताकि वे भी नौकरी के लिए अप्लाई कर सकें। इसके लिए HSSC द्वारा CET परीक्षा ली जाएगी। नोटिफिकेशन अगर नवंबर में आता है तो इसके बाद फॉर्म भरे जाएंगे और फिर दिसंबर तक CET की परीक्षा भी कराई जा सकती है। हालांकि, इस पर चर्चा की जा रही है कि परीक्षा एक दिन में होगी या अलग-अलग दिनों में कराई जाएगी। CET का प्रपोजल सरकार को भेजा जाएगा
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने कहा कि CET को लेकर प्रपोजल तैयार किया जा रहा है। यह प्रपोजल सरकार को भेजा जाएगा। इसमें सरकार से पूछा जाएगा कि CET को एक दिन में कराया जाए या ज्यादा दिनों में। सरकार की अनुमति मिलने के बाद तिथि निर्धारित होगी। CET तीन साल के लिए मान्य होगा। यह हर साल करवाने की तैयारी है। यदि किसी का स्कोर कम है तो वह हर साल परीक्षा देकर रिजल्ट सुधार सकता है। उसके अधिकतम अंक का स्कोर मान्य होगा। CET को लेकर एजेंसी भी तय करनी है। पहले यह नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से कराया था। CET में सामाजिक आर्थिक आधार पर नहीं मिलेंगे 5 अंक
CET में इस बार सामाजिक आर्थिक आधार के 5 अंकों का लाभ नहीं दिया जाएगा। ऐसे में जो मेरिट में आएंगे, उन उम्मीदवारों का चयन होगा। CET परीक्षा को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को पत्र लिखा गया है। पत्र मिलने के बाद आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा ने सत्ता में आने से पहले प्रदेश में 2 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था। ये खबर पढ़ें… हरियाणा का गांव,जिसके 55 युवा एक साथ सरकारी नौकरी लगे:सैनी की शपथ के बाद आया रिजल्ट; सरपंच प्रतिनिधि बोले- 350 बच्चे गवर्नमेंट जॉब लग चुके हरियाणा में कैथल जिले के डीग गांव के एक साथ 55 युवाओं की सरकारी नौकरी लगी है। एक दिन पहले नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने ग्रुप C-D का रिजल्ट जारी किया था। एक साथ 55 युवाओं का सिलेक्शन होने पर HSSC के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने शुक्रवार को डीग गांव के सरपंच प्रतिनिधि रोहताश नैन से फोन पर बात की। (पूरी खबर पढ़ें)