वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में एक फर्जी दरोगा को पकड़ा गया। जालौन का अभय सिंह फर्जी दरोगा बनकर श्रद्धालुओं को दर्शन कराने पहुंचा था। शक होने पर उसको हिरासत में लेकर चौक थाने लगाया गया। पूछताछ के बाद आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया। DCP काशी गौरव बंसवाल ने फर्जी दरोगा से पूछताछ की। युवक ने कहा – वर्दी पहनकर पहले भी कई जगह पर जा चुका है। लोगों पर धौंस जमाना उसको अच्छा लगता था। तफ्तीश में सामने आया कि वह अयोध्या में भी वर्दी पहनकर पहुंचा था, जहां पकड़े जाने के बाद उसको जेल भेजा गया था। चौक इंस्पेक्टर विमल मिश्रा ने कहा – आरोपी अभय सिंह जालौन का रहने वाला है। वह सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर में पहुंचा तो सुरक्षा कर्मियों को उसकी गतिविधियों से शक हुआ। सुरक्षा गेट पर तैनात दरोगा ने उसकी वर्दी को देखकर सवाल उठाया। गेट पर रोकते हुए तैनाती स्थल पूछा तो दरोगा ने जालौन बताया, मगर थाना का नाम नहीं बता सका। इसके बाद बैच और थाना का नाम पूछा। वह भी नहीं बता सका। इसके बाद पुलिस उसको थाने ले आई। काशी विश्वनाथ में पहली बार पहुंचा और पकड़ा गया
इंस्पेक्टर चौक विमल मिश्रा ने थाने में आरोपी अभय प्रताप सिंह से पूछताछ की। उसने बताया कि वह काशी विश्वनाथ मंदिर सुबह दर्शन करने आया था। डीसीपी काशी ने बताया – अभय मानसिक रूप से बीमार है। उसका ग्वालियर में इलाज चल जा रहा है। वह दर्शन करने के लिये दरोगा की वर्दी पहनकर लाइन में लगा था। ड्यूटी पर तैनात पुलिस वालों को शक होने पर उसे पकड़ लिया गया। अभय ने बताया कि वर्दी पहनने से कोई गेट पर रोकता नहीं और दर्शन भी आसानी से हो जाएगा, यही सोचकर मंदिर आया था। इससे पहले वो अयोध्या में भी इसी तरह का दर्शन करने के लिए गया था लेकिन असफल रहा उसकी गिरफ्तारी कर ली गई थी। वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में एक फर्जी दरोगा को पकड़ा गया। जालौन का अभय सिंह फर्जी दरोगा बनकर श्रद्धालुओं को दर्शन कराने पहुंचा था। शक होने पर उसको हिरासत में लेकर चौक थाने लगाया गया। पूछताछ के बाद आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया। DCP काशी गौरव बंसवाल ने फर्जी दरोगा से पूछताछ की। युवक ने कहा – वर्दी पहनकर पहले भी कई जगह पर जा चुका है। लोगों पर धौंस जमाना उसको अच्छा लगता था। तफ्तीश में सामने आया कि वह अयोध्या में भी वर्दी पहनकर पहुंचा था, जहां पकड़े जाने के बाद उसको जेल भेजा गया था। चौक इंस्पेक्टर विमल मिश्रा ने कहा – आरोपी अभय सिंह जालौन का रहने वाला है। वह सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर में पहुंचा तो सुरक्षा कर्मियों को उसकी गतिविधियों से शक हुआ। सुरक्षा गेट पर तैनात दरोगा ने उसकी वर्दी को देखकर सवाल उठाया। गेट पर रोकते हुए तैनाती स्थल पूछा तो दरोगा ने जालौन बताया, मगर थाना का नाम नहीं बता सका। इसके बाद बैच और थाना का नाम पूछा। वह भी नहीं बता सका। इसके बाद पुलिस उसको थाने ले आई। काशी विश्वनाथ में पहली बार पहुंचा और पकड़ा गया
इंस्पेक्टर चौक विमल मिश्रा ने थाने में आरोपी अभय प्रताप सिंह से पूछताछ की। उसने बताया कि वह काशी विश्वनाथ मंदिर सुबह दर्शन करने आया था। डीसीपी काशी ने बताया – अभय मानसिक रूप से बीमार है। उसका ग्वालियर में इलाज चल जा रहा है। वह दर्शन करने के लिये दरोगा की वर्दी पहनकर लाइन में लगा था। ड्यूटी पर तैनात पुलिस वालों को शक होने पर उसे पकड़ लिया गया। अभय ने बताया कि वर्दी पहनने से कोई गेट पर रोकता नहीं और दर्शन भी आसानी से हो जाएगा, यही सोचकर मंदिर आया था। इससे पहले वो अयोध्या में भी इसी तरह का दर्शन करने के लिए गया था लेकिन असफल रहा उसकी गिरफ्तारी कर ली गई थी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर