हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में पुलिस ने दो नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से लगभग 10 ग्राम चिट्टा बरामद किया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस दोनों तस्करों से पूछताछ कर रही है। चेकिंग के दौरान मिली सफलता जानकारी के अनुसार बिलासपुर की पुलिस टीम आज सुबह जामली के पास नाकाबंदी करके चेकिंग कर रही थी। तभी कुल्लू नंबर की एक टैक्सी आई जिसे चैकिंग के लिए रोका गया। गाड़ी मैं बैठे दोनों युवक पुलिस को देखकर हड़बड़ा गए। पुलिस ने गाड़ी को चेक किया तो एक लिफाफा बरामद हुआ जिसमें से 9.76 ग्राम चिट्टा पाया गया। पुलिस ने दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। डीएसपी ने मामले की पुष्टि की है। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में पुलिस ने दो नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से लगभग 10 ग्राम चिट्टा बरामद किया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस दोनों तस्करों से पूछताछ कर रही है। चेकिंग के दौरान मिली सफलता जानकारी के अनुसार बिलासपुर की पुलिस टीम आज सुबह जामली के पास नाकाबंदी करके चेकिंग कर रही थी। तभी कुल्लू नंबर की एक टैक्सी आई जिसे चैकिंग के लिए रोका गया। गाड़ी मैं बैठे दोनों युवक पुलिस को देखकर हड़बड़ा गए। पुलिस ने गाड़ी को चेक किया तो एक लिफाफा बरामद हुआ जिसमें से 9.76 ग्राम चिट्टा पाया गया। पुलिस ने दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। डीएसपी ने मामले की पुष्टि की है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में कल-परसों भारी बारिश की चेतावनी:मानसून सीजन में सामान्य से 22% कम बरसे बादल, तापमान में वृद्धि हिमाचल में धीमा पड़ा मानसून कल से अगले दो दिन तक रफ्तार पकड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार 11 और 12 जुलाई को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश होगी। लाहौल स्पीति और किन्नौर को छोड़कर सभी जिलों में येलो अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है। लेकिन 13 जुलाई से मानसून के फिर से धीमा पड़ने का पूर्वानुमान है। आज भी अधिकांश हिस्सों में मौसम साफ रहेगा। इस बार प्रदेश में प्रवेश के बाद से ही मानसून कमजोर पड़ गया है। चालू मानसून सीजन में सामान्य से 22 फीसदी कम बारिश हुई है। एक जून से नौ जुलाई तक 160.6 मिमी सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 125.7 मिमी ही बारिश हुई। मंडी और शिमला को छोड़कर अन्य सभी जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। लाहौल स्पीति-सिरमौर में सबसे कम बारिश लाहौल स्पीति और सिरमौर जिलों में सबसे कम बारिश हुई। लाहौल स्पीति में सामान्य से 57 फीसदी और सिरमौर जिले में 50 फीसदी कम बारिश हुई। बिलासपुर जिले में सामान्य से 22 फीसदी, चंबा में 32 फीसदी, हमीरपुर में 18 फीसदी, किन्नौर में 37 फीसदी, कांगड़ा में 4 फीसदी, कुल्लू में 20 फीसदी, सोलन में 19 फीसदी और ऊना जिले में सामान्य से 42 फीसदी कम बारिश हुई। इन जिलों में सामान्य से अधिक बारिश मंडी जिले में सामान्य से 2 फीसदी और शिमला में सामान्य से 5 फीसदी अधिक बारिश हुई। तापमान बढ़ा राज्य में मानसून कमजोर पड़ने के बाद ज्यादातर शहरों के तापमान में बढ़ोतरी हुई है और अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक हो गया है। कुल्लू के भुंतर के तापमान में सबसे अधिक 3.4 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है और यह 35.4 डिग्री पर पहुंच गया है। बिलासपुर का तापमान भी सामान्य से 3.2 डिग्री बढ़कर 36.5 डिग्री, शिमला का पारा 1.3 डिग्री बढ़कर 24.8 डिग्री, ऊना का तापमान 1.6 डिग्री बढ़कर 36.4 डिग्री, मंडी का तापमान 2.7 डिग्री बढ़कर 33.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। इसी तरह अन्य शहरों के तापमान में भी बढ़ोतरी हुई है।
हिमाचल सरकार का OPS बहाली वादा अधूरा:9500 कर्मचारियों को नहीं मिली पुरानी पेंशन; 22 महीने से इंतजार, 15 दिन का अल्टीमेटम
हिमाचल सरकार का OPS बहाली वादा अधूरा:9500 कर्मचारियों को नहीं मिली पुरानी पेंशन; 22 महीने से इंतजार, 15 दिन का अल्टीमेटम हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने अधूरी पुरानी पेंशन योजना (OPS) लागू कर दी है। प्रदेश के करीब 9500 कर्मचारी 22 महीने से ओपीएस बहाली का इंतजार कर रहे हैं। अकेले बिजली बोर्ड में ही करीब 6100 कर्मचारी ओपीएस का इंतजार कर रहे हैं। इसी तरह शहरी नगर निकायों में करीब 1300 और पंचायतों में सेवाएं दे रहे करीब 2100 कर्मचारियों को ओपीएस नहीं मिल पाया है। कांग्रेस ने 2022 के विधानसभा चुनाव में सभी कर्मचारियों को ओपीएस देने का वादा किया था। अपने वादे के मुताबिक कांग्रेस सरकार ने पहली ही कैबिनेट बैठक में ओपीएस बहाली को मंजूरी दे दी। इसके बाद सरकार ने विभिन्न विभागों समेत कुछ बोर्ड-निगमों में करीब 1.36 लाख कर्मचारियों की ओपीएस बहाल कर बड़ा तोहफा दिया, लेकिन बिजली बोर्ड, शहरी और ग्रामीण नगर निकाय कर्मचारी इससे वंचित रह गए। जिन कर्मचारियों की ओपीएस बहाल हुई थी, उनकी एनपीएस में हिस्सा कटौती भी बंद हो गई है। जून में किया था विरोध
बिजली बोर्ड कर्मचारियों ने OPS की बहाली को लेकर जून महीने में कई दिनों तक विरोध प्रदर्शन किया था। फिर मुख्यमंत्री के आश्वासन पर उन्होंने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी थी और सीएम ने बोर्ड प्रबंधन को इन कर्मचारियों को OPS देने के निर्देश दिए थे। लेकिन बोर्ड प्रबंधन उनकी मांग मानने को तैयार नहीं है। बिजली बोर्ड प्रबंधन को 15 दिन का अल्टीमेटम बिजली बोर्ड कर्मचारियों ने सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है। लेकिन बिजली बोर्ड प्रबंधन इन कर्मचारियों को OPS देने के पक्ष में नहीं है। इसके चलते आने वाले दिनों में इंजीनियर-कर्मचारियों और बोर्ड प्रबंधन के बीच टकराव की स्थिति देखने को मिल सकती है। OPS बहाली के लिए लड़ेंगे निर्णायक लड़ाई: हीरा लाल बिजली बोर्ड इंजीनियर एवं कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के सह संयोजक हीरा लाल वर्मा ने कहा कि बोर्ड कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। बोर्ड कर्मचारी ओपीएस की मांग को लेकर कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं। हर बार उन्हें ओपीएस देने का आश्वासन दिया गया। लेकिन ओपीएस बहाल नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि दिवाली के बाद बिजली कर्मचारी ओपीएस की मांग को लेकर चक्काजाम करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। नगरीय निकाय कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों: आसरा राम नगरीय निकाय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष असरा राम ने कहा कि उनके करीब 1300 कर्मचारियों को ओपीएस नहीं दिया गया है। उन्होंने कांग्रेस सरकार से अपना वादा पूरा करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश के 1.36 लाख कर्मचारियों को ओपीएस दिया गया है तो उनके 1300 कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है।
हिमाचल से दिल्ली भाग रहे IAS अफसर:7 ने मांगी सेंटर डेपुटेशन पर जाने की अनुमति, वजह जानिए क्यों प्रदेश छोड़ रहे नौकरशाह
हिमाचल से दिल्ली भाग रहे IAS अफसर:7 ने मांगी सेंटर डेपुटेशन पर जाने की अनुमति, वजह जानिए क्यों प्रदेश छोड़ रहे नौकरशाह हिमाचल सरकार पहले ही सीनियर IAS की कमी से जूझ रही है। इस बीच 8 IAS प्रदेश से बाहर जाने को तैयार है। 3 सीनियर IAS अमनदीप गर्ग, शाइनोमोल और मनीष गर्ग लोकसभा व विधानसभा उपचुनाव से पहले ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की प्रदेश सरकार से अनुमति मांग चुके थे। मगर अब 4 अन्य IAS रोहन चंद ठाकुर, मानसी सहाय, प्रियतू मंडल और अरिंदम चौधरी ने भी सेंटर डेपुटेशन पर जाने को एप्लिकेशन दे दी है। साल 2014 बैच के IAS आशुतोष गर्ग को केंद्रीय कार्मिक विभाग ने 2 दिन पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा का प्राइवेट सेक्रेटरी लगाया है। जाहिर है कि इन सभी के जाने के बाद सुक्खू सरकार की मुश्किलें बढ़ने वाली है। मौजूदा सरकार के कार्यकाल में 7 IAS पहले ही प्रदेश छोड़ सेंटर डेपुटेशन पर जा चुके हैं। 8 और जाने की तैयारी में है। लगभग 8 IAS पहले से ही सेंटर डेपुटेशन पर है। आखिर IAS क्यों हिमाचल को छोड़कर दिल्ली या दूसरे राज्यों में भाग रहे, इसकी वजह पढ़िए… तरुण श्रीधर बोले- निजी और प्रोफेशनल दोनों कारण हो सकते हैं हिमाचल के सीनियर एवं रिटायर आईएस तरुण श्रीधर ने बताया IAS, IPS और IFS ऑल इंडिया सर्विस है। ऐसे में इनसे उम्मीद की जाती है कि सेंटर और स्टेट दोनों जगह काम करे। उन्होंने बताया कि कई बार सेंटर डेपुटेशन के निजी कारण भी हो सकते हैं और कई बार प्रोफेशनल रीजन भी हो सकते हैं। दिल्ली जाने व दिल्ली से आने में कोई गलत बात नहीं है। 16 आईएएस पहले ही दिल्ली समेत दूसरे प्रदेशों में सेवाएं दे रहे हिमाचल कॉडर के वरिष्ठ आईएएस अली रजा रिजवी, के. संजय मूर्ति, केके पंत, अनुराधा ठाकुर, भरत खेड़ा, डॉ. रजनीश, शुभाशीष पांडा, पुष्पेंद्र राजपूत, आर. सेलवम, रितेश चौहान, ऋगवेद ठाकुर, ललित जैन, देवश्वेता बनिक और पंकज राय सेंटर डेपुटेशन पर हैं। नंदिता गुप्ता और मीरा मोहंती भी इन दिनों दिल्ली में तैनात हैं। हिमाचल में IAS की सेंक्शन-स्ट्रेंथ 153 की है। अभी 111 राज्य में सेवाएं दे रहे हैं। 8 IAS के जाने के बाद यह 103 रह जाएगी। इससे अफसरशाही का संकट और गहरा जाएगा। सीनियोरिटी में टॉप-10 ब्यूरोक्रेट्स में से 4 प्रदेश से बाहर चिंता इस बात की है कि सीनियोरिटी में टॉप-10 IAS में से 4 प्रदेश से बाहर हैं। सीनियोरिटी में तीसरे नंबर के IAS अली रजा रिजवी, 5वें नंबर के के. संजय मूर्ति, 7वें नंबर से केके पंत और 8वें नंबर की अनुराधा ठाकुर भी प्रदेश से बाहर सेवाएं दे रही हैं। तीन सीनियर IAS इसी साल रिटायर होंगे हिमाचल कैडर के 3 सीनियर आईएएस इसी साल रिटायर होंगे। इनमें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चल रहे अली रजा रिजवी जुलाई 2023, प्रदेश में सलाहकार निशा सिंह नवंबर 2024 और सेंटर डेपुटेशन में चल रहे के. संजय मूर्ति दिसंबर में रिटायर होने जा रहे हैं।