हिमाचल प्रदेश में नाहन में राज्य वन निगम के डिवीजनल मैनेजर (DM) को स्टेट विजिलेंस एवं एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने बीती शाम को 50 हजार रुपए रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया। DM ने ठेकेदार से रिश्वत मांगी थी। ठेकेदार की शिकायत पर विजिलेंस टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और गिरफ्तार किया। विजिलेंस ने नाहन थाने में मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। सूचना के अनुसार, वन निगम के ठेकेदार के 67 लाख रुपए से भी ज्यादा के बिल पेंडिंग है। लंबे समय से ठेकेदार इन्हें क्लियर करने की मांग कर रहा था, और वन निगम कार्यालय के चक्कर काट रहा था। जिसके एवज में DM ने ठेकेदार से रिश्वत मांगी और तब जाकर बिल का भुगतान करने की बात कही। 50 हजार की पहली किश्त के साथ दबोचा बताया जा रहा है डीएम ने पेमेंट रिलीज करने की एवज में 2 फीसदी कमीशन डिमांड रखी थी। शुक्रवार को ठेकेदार ने 50 हजार रुपए की पहली किश्त डीएम को दे दी थी। इस दौरान वहां सादे लिबास में मौजूद विजिलेंस टीम ने आरोपी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर दिया। 2 फीसदी कमीशन मांगी थी 2 प्रतिशत के हिसाब से कुल मिलाकर 1,34000 रुपए की घूस डीएम को देनी थी। ठेकेदार ने बाकी की राशि बाद में देनी थी। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अब विजिलेंस टीम उसकी चल और अचल संपत्ति की भी जांच करेगी। हिमाचल प्रदेश में नाहन में राज्य वन निगम के डिवीजनल मैनेजर (DM) को स्टेट विजिलेंस एवं एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने बीती शाम को 50 हजार रुपए रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया। DM ने ठेकेदार से रिश्वत मांगी थी। ठेकेदार की शिकायत पर विजिलेंस टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और गिरफ्तार किया। विजिलेंस ने नाहन थाने में मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। सूचना के अनुसार, वन निगम के ठेकेदार के 67 लाख रुपए से भी ज्यादा के बिल पेंडिंग है। लंबे समय से ठेकेदार इन्हें क्लियर करने की मांग कर रहा था, और वन निगम कार्यालय के चक्कर काट रहा था। जिसके एवज में DM ने ठेकेदार से रिश्वत मांगी और तब जाकर बिल का भुगतान करने की बात कही। 50 हजार की पहली किश्त के साथ दबोचा बताया जा रहा है डीएम ने पेमेंट रिलीज करने की एवज में 2 फीसदी कमीशन डिमांड रखी थी। शुक्रवार को ठेकेदार ने 50 हजार रुपए की पहली किश्त डीएम को दे दी थी। इस दौरान वहां सादे लिबास में मौजूद विजिलेंस टीम ने आरोपी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर दिया। 2 फीसदी कमीशन मांगी थी 2 प्रतिशत के हिसाब से कुल मिलाकर 1,34000 रुपए की घूस डीएम को देनी थी। ठेकेदार ने बाकी की राशि बाद में देनी थी। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अब विजिलेंस टीम उसकी चल और अचल संपत्ति की भी जांच करेगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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