हरियाणा के गुरुग्राम में महिला वकील ने 7 साल के बच्चे के साथ बेरहमी से मारपीट की। घटना सेक्टर-70 स्थित एक सोसाइटी की है। महिला के बेटे का सोसाइटी में ही रहने वाले बच्चे के साथ झगड़ा हाे गया था। बच्चे ने झगड़े के बारे में अपनी मां को बताया। इसके बाद महिला आई और दूसरे बच्चे को लिफ्ट में ले जाकर गालियां देनी शुरू कर दी। इसके बाद उसके साथ मारपीट भी की। घटना का अब CCTV वीडियो सामने आया है। पुलिस ने बच्चे के परिवार की शिकायत पर महिला वकील के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। बच्चे से मारपीट से जुड़े PHOTOS.. पकड़कर लिफ्ट में ले गई पुलिस के मुताबिक फरहान वारसी नाम की महिला वकील सोसाइटी में रहती है। उसका बेटा सोसाइटी में ही रहने वाले बच्चों संग खेल रहा था। बच्चों में आपस में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। बच्चे ने अपनी मां को झगड़े के बारे में बताया। इसके बाद फरहान वारसी गुस्से में बच्चों के पास पहुंची। वहां जाकर उसने 2 बच्चों को गिरेबान से पकड़ लिया। इसके बाद उन्हें लिफ्ट के अंदर ले गई। वहां लेकर महिला ने बच्चे को गालियां दी और मारपीट भी की। इसके बाद दूसरे बच्चों ने घर जाकर अपने पेरेंट्स से घटना के बारे में बताया। परिजनों ने CCTV चेक किए परिवार के लोगों ने सोसाइटी में लगे CCTV कैमरे चेक किए। फुटेज में फरहान वारसी बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करती हुई दिखी। 28 जुलाई को परिवार के लोगों ने बादशाहपुर थाने में घटना की शिकायत दी। पुलिस ने जांच के बाद 1 अगस्त को फरहान वारसी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया। हरियाणा के गुरुग्राम में महिला वकील ने 7 साल के बच्चे के साथ बेरहमी से मारपीट की। घटना सेक्टर-70 स्थित एक सोसाइटी की है। महिला के बेटे का सोसाइटी में ही रहने वाले बच्चे के साथ झगड़ा हाे गया था। बच्चे ने झगड़े के बारे में अपनी मां को बताया। इसके बाद महिला आई और दूसरे बच्चे को लिफ्ट में ले जाकर गालियां देनी शुरू कर दी। इसके बाद उसके साथ मारपीट भी की। घटना का अब CCTV वीडियो सामने आया है। पुलिस ने बच्चे के परिवार की शिकायत पर महिला वकील के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। बच्चे से मारपीट से जुड़े PHOTOS.. पकड़कर लिफ्ट में ले गई पुलिस के मुताबिक फरहान वारसी नाम की महिला वकील सोसाइटी में रहती है। उसका बेटा सोसाइटी में ही रहने वाले बच्चों संग खेल रहा था। बच्चों में आपस में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। बच्चे ने अपनी मां को झगड़े के बारे में बताया। इसके बाद फरहान वारसी गुस्से में बच्चों के पास पहुंची। वहां जाकर उसने 2 बच्चों को गिरेबान से पकड़ लिया। इसके बाद उन्हें लिफ्ट के अंदर ले गई। वहां लेकर महिला ने बच्चे को गालियां दी और मारपीट भी की। इसके बाद दूसरे बच्चों ने घर जाकर अपने पेरेंट्स से घटना के बारे में बताया। परिजनों ने CCTV चेक किए परिवार के लोगों ने सोसाइटी में लगे CCTV कैमरे चेक किए। फुटेज में फरहान वारसी बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करती हुई दिखी। 28 जुलाई को परिवार के लोगों ने बादशाहपुर थाने में घटना की शिकायत दी। पुलिस ने जांच के बाद 1 अगस्त को फरहान वारसी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भाजपा का हरियाणा चुनाव संकल्प पत्र थोड़ी देर में:राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा रोहतक में जारी कर रहे; किसान-गरीबों पर फोकस संभव हरियाणा चुनाव के लिए भाजपा थोड़ी देर में अपना संकल्प पत्र जारी करेगी। इसके लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा रोहतक पहुंच गए हैं। इस दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया, हरियाणा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा, केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, कुलदीप बिश्नोई ओमप्रकाश धनखड़, सुभाष बराला, सुधा यादव, अशोक तंवर भी पहुंचे। इस बार भाजपा अपने संकल्प पत्र में युवाओं, किसानों और गरीब वर्ग के लिए विशेष घोषणाएं कर सकती है। संकल्प पत्र को लेकर भाजपा ने कमेटी बनाई थी, जिसने लोगों से भी सुझाव मांगे गए। वहीं केंद्रीय नेतृत्व ने घोषणा पत्र को तैयार करने में विशेष फोकस किया है। पीएल परिवारों के लिए होंगी बड़ी घोषणाएं
भाजपा पिछले 10 साल से सत्ता में हैं, इसलिए वह कराए गए विकास कार्य और मेरिट पर नौकरियों के दम पर वोट मांग रही है। इनके अलावा, पार्टी युवा, महिलाओं, किसानों के साथ-साथ व्यापारियों, मजदूरों और पिछड़ों को साधने की तैयारी में हैं। 1.80 लाख से कम आय वाले लोगों के लिए घोषणा पत्र में कई बड़े वादे हो सकते हैं। जारी नहीं हो सका था सीएमपी
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भाजपा के 2019 विधानसभा चुनाव के लिए जारी संकल्प पत्र में 15 प्रमुख एजेंडे थे। इसमें हरियाणा के लोगों के साथ 258 वादे किए गए थे। भाजपा के पास 1.70 लाख सुझाव आए थे। जिनमें से यह संकल्प पत्र तैयार किया गया था। 258 वादों में हर वर्ग को छूने का प्रयास किया गया था। युवा, किसान, उद्योग, खेल, स्वास्थ्य, दलितों और पर्यावरण पर विशेष ध्यान दिया गया था। 3 नए मंत्रालय युवा विकास और रोजगार मंत्रालय, अंत्योदय व मानव संपदा मंत्रालय के गठन की कल्पना की गई थी। कांग्रेस के हरियाणा चुनाव मेनिफेस्टो से जुड़ी खबरें पढ़ें… 1. हरियाणा में कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में 7 वादे:महिलाओं को हर महीने ₹2 हजार, ₹500 में गैस सिलेंडर; जातिगत सर्वे कराएंगे 2. कांग्रेस के हरियाणा में 7 वादों का एनालिसिस:यूथ-महिलाओं समेत डेढ़ करोड़ वोटर्स साधे, 30 हजार करोड़ का बोझ, बजट का 15% पैसा लगेगा
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भिवानी में पेड़ से टकराई बोलेरो, VIDEO:राहगीरों ने खिड़की तोड़ फंसे युवकों को बाहर निकाला; दोनों की हालत गंभीर हरियाणा के भिवानी जिले के लोहारू-सतनाली रोड पर गांव समसावास के नजदीक बोलेरो पिकअप अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। हादसे में दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों ने दुर्घटना की सूचना डायल 112 पर पुलिस को दी। इसके बाद घायलों को स्थानीय उप नागरिक अस्पताल लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उनको भिवानी रेफर किया गया। हादसे का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें राहगीर गाड़ी में फंसे युवकों को निकाल रहे हैं। पुलिस हादसे को लेकर छानबीन कर रही है। पुलिस की डायल 112 गाड़ी के इंचार्ज एसआई ओमप्रकाश ने बताया कि उनको सूचना मिली कि गांव समसावास पर एक बोलेरो पिकअप का एक्सीडेंट हो गया है। गाड़ी के आगे अचानक से नील गाय आ गई थी। इसके बाद बोलेरो अनियंत्रित हो गई और सडक किनारे खड़े पेड़ से जा टकराई। देखे हादसे के कुछ PHOTOS… उन्होंने बताया कि इस सडक हादसे में पिकअप में सवार प्रवीण निवासी सतनाली बास व मनीष निवासी उरीका गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को डायल 112 से स्थानीय उप नागरिक अस्पताल लाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल दोनों युवकों को भिवानी जीएच रेफर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि घायलों के बयान के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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हरियाणा में 3 लाल के परिवार अब एक पार्टी में:ऐसा पहली बार; भजनलाल, देवीलाल और बंसीलाल धुर विरोधी रहे, अब फैमिली एक साथ हरियाणा की राजनीति में लालों के नाम से मशहूर चौधरी देवीलाल, चौधरी बंसीलाल और चौधरी भजनलाल किसी जमाने में आपस में राजनीतिक धुर विरोधी रहे, लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा कि तीनों के परिवार अब एक ही पार्टी के बैनर के नीचे राजनीति करने को मजबूर हो गए। तीनों ने अलग-अलग पार्टियां भी बनाई, लेकिन देवीलाल की बनाई पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल को छोड़कर बंसीलाल की हविपा और भजनलाल की हजकां का पहले ही विलय हो चुका है। तीनों ही हरियाणा के कद्दावर नेता के साथ कई बार हरियाणा के मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार में बड़े मंत्रालयों को संभाल चुके हैं। चौधरी भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई ने अगस्त 2022 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी जॉइन की तो चौधरी देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला ने इसी साल लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी जॉइन की है। हालांकि रणजीत चौटाला 2019 से ही निर्दलीय विधायक के तौर पर बीजेपी सरकार को समर्थन देते आ रहे थे, लेकिन बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्हें हिसार से टिकट दी गई। हालांकि रणजीत चौटाला कांग्रेस कैंडिडेट जयप्रकाश से चुनाव हार गए। इसी तरह लोकसभा चुनाव निपटने के बाद एक और लाल चौधरी बंसीलाल के परिवार से किरण चौधरी और श्रुति चौधरी भी अब बीजेपी में शामिल हो रही हैं। तीन बार CM और केंद्र कृषि मंत्री बने भजनलाल
हिसार जिले से ताल्लुक रखने वाले चौधरी भजनलाल कई दशकों तक कांग्रेस में रहे। इस दौरान तीन बार भजनलाल ने हरियाणा की सत्ता की बागडोर संभाली। पहली बार 1979 में हरियाणा के सीएम बने। इसके बाद वे 1882 और 1991 में भी मुख्यमंत्री बने। साथ ही एक बार केंद्र सरकार में कृषि मंत्री बने। हालांकि 2005 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री बनाए जाने से भजनलाल नाराज हो गए। उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी बड़े बेटे कुलदीप बिश्नोई के साथ भजनलाल ने 2007 में कांग्रेस से अलग होकर नई पार्टी हजकां बना ली। हालांकि भजनलाल के निधन के बाद 2016 में कुलदीप बिश्नोई अपनी पार्टी हजकां का विलय कर फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके ठीक 6 साल बाद फिर से कुलदीप बिश्वोई कांग्रेस से नाराज हुए और 2022 में बीजेपी जॉइन कर ली। कुलदीप बिश्नोई प्रदेशाध्यक्ष नहीं बनाए जाने से नाराज थे। उनकी नाराजगी की वजह पूर्व सीएम हुड्डा के करीबी चौधरी उदयभान को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने से थी। फिलहाल कुलदीप बिश्नोई के अलावा उनके बेटे भव्य बिश्नोई एक्टिव राजनीति में है। भव्य अपनी पैतृक आदमपुर सीट से बीजेपी के विधायक बने हैं। देवीलाल के परिवार से रणजीत चौटाला बन चुके भाजपाई
2 बार 1977 और 1987 में हरियाणा के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल चुके चौधरी देवीलाल के परिवार की राजनीतिक धमक आज भी बरकरार है। चौधरी देवीलाल 1989 से 21 जून 1991 तक देश के उपप्रधानमंत्री रह चुके हैं। उनके तीसरे नंबर के बेटे रणजीत चौटाला लंबे समय तक कांग्रेस में रहे। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का करीबी कहा जाता है, लेकिन 2019 में रानियां सीट से टिकट कटने के बाद रणजीत चौटाला ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और वे जीत गए। संयोग से बहुमत नहीं मिलने के कारण बीजेपी को चौटाला की जरूरत पड़ी और उन्हें कैबिनेट मंत्री बना दिया गया। बीजेपी से करीबी बढ़ने के बाद चौटाला अप्रैल 2024 में बीजेपी में शामिल हो गए। चौधरी देवीलाल के परिवार की बात करें तो उनके बड़े बेटे ओमप्रकाश चौटाला अपनी खुद की पार्टी इनेलो को संभाल रहे हैं, जबकि ओपी चौटाला के बड़े बेटे अजय चौटाला अपने दोनों बेटों दुष्यंत और दिग्विजय के साथ मिलकर जेजेपी बना चुके हैं। बंसीलाल 4 बार सीएम रहे, बेटा मंत्री बना
हरियाणा में एक और परिवार चौधरी बंसीलाल की किसी समय में सूबे की राजनीति में तूती बोलती थी। उन्होंने अपनी खुद की पार्टी हविपा बनाकर भी सरकार बनाई। चौधरी बंसीलाल चार बार 1967, 1972, 1986, 1996 में हरियाणा के सीएम बने। इसके अलावा केंद्र सरकार में भी अहम मंत्रालयों में पदभार संभाला। लंबे समय तक कांग्रेस की राजनीति करने वाले चौधरी बंसीलाल के बेटे सुरेंद्र सिंह भी हरियाणा सरकार में पूर्व मंत्री रहे, लेकिन उनके निधन के बाद बंसीलाल की राजनीतिक विरासत को पुत्रवधु किरण चौधरी ने संभाला। किरण चौधरी 2005 में पहली बार चुनाव लड़ीं और MLA बनकर तत्कालीन हुड्डा सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बन गईं। खुद राजनीति में एडजस्ट होने के बाद किरण ने अपनी बेटी श्रुति चौधरी को भी पूरी तरह राजनीति में एक्टिव कर दिया। 2009 में श्रुति ने अपना पहला चुनाव भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से लड़ा और पहले ही चुनाव में सांसद चुनी गईं। इसके बाद किरण चौधरी तो लगातार अपनी पैतृक सीट तोशाम विधानसभा से जीत दर्ज करती रहीं, लेकिन श्रुति 2014 और 2019 के दोनों चुनाव में हार गईं, जिसके चलते 2024 में उनकी टिकट कटी और अब वे आगे की राजनीति के लिए बीजेपी जॉइन कर रही हैं।