हरियाणा के पलवल जिले में नेशनल हाईवे-19 सहित केएमपी पर तीन स्थानों पर हुई सडक़ दुर्घटनाओं में दो ट्रक चालकों सहित तीन लोगों की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर उनके परिजनों के बयान पर दुर्घटनाओं को अंजाम देने वाले वाहन चालकों के खिलाफ केस दर्ज कर शव पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिए। डॉक्टरों ने किया मृत घोषित दुर्घटना नंबर एक, कैंप थाना प्रभारी राजेश कुमार के अनुसार कच्चा तालाब होडल निवासी जितेंद्र ने दी शिकायत में कहा कि वह और उसका छोटा भाई नरेश कुमार एवं रिश्तेदार सल्लागढ़ पलवल निवासी ओमचंद नेशनल हाईवे-19 पर पलवल बस स्टेंड के पास सवारी के इंतजार में खड़े हुए थे। उसी समय यूपी रोड़वेज की बस का चालक बस को लापरवाही से चलाता हुआ लाया और छोटे भाई नरेश को सीधी टक्कर मार दी। दुर्घटना में लगी चोटों के कारण नरेश कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। जिला नागरिक अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने नरेश को मृत घोषित कर दिया। ट्रक में इंदौर जा रहे थे चाचा-भतीजा दुर्घटना नंबर दो, जिला मथुरा (यूपी) के पिगरी गांव निवासी रिंकू ने दी शिकायत में कहा कि वह ट्रक पर कंडक्डर का काम करता है और उसका चाचा रणवीर बतौर चालक। दोनों चाचा-भतीजे ट्रक में दिल्ली से माल भरकर इंदौर जा रहे थे, लेकिन जब उनका ट्रक कुसलीपुर (पलवल) के पास पहुंचा तो साइड में रोककर वह बीड़ी व पानी लेने दुकान पर चला गया तथा उसका चाचा रणवीर ट्रक के टायरों में हवा चेक करने लगा। इसी दौरान कोई अज्ञात वाहन आया और उसके चाचा रणवीर में टक्कर मारकर फरार हो गया। वह अपने चाचा रणवीर को उपचार के लिए जिला नागरिक अस्पताल पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने उसके चाचा रणवीर को मृत घोषित कर दिया। खड़ी गाड़ी से टकराया केंटर दुर्घटना नंबर तीन, हथीन थाना प्रभारी मुकेश के अनुसार समालखा (पानीपत) की गांधी कॉलोनी निवासी निशान सिंह ने दी शिकायत में कहा कि उसके छोटे भाई गुरुबाज सिंह ने केंटर लिया हुआ है, जिस पर स्वंय बतौर चालक तैनात है। गुरुबाज सिंह अपनी गाड़ी में शोलापुर (महाराष्ट्र) से माल लोड़ करके गुरुग्राम के लिए चला था, लेकिन जब उसकी गाड़ी मुंबई-बडोदरा हाईवे पर नोरंगाबाद फ्लाई ओवर के पास पहुंची तो एक गाड़ी से साइड लेने के लिए गाड़ी को आगे बढ़ाया, तो वहां एक दूसरी गाड़ी खड़ी हुई थी। जिससे उसके भाई की गाड़ी टकरा गई और गुरुबाज सिंह ने अपनी गाड़ी की ब्रेक लगाई, लेकिन उससे टकरा जाने के कारण गंभीर रुप से घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए नल्हड़ मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे, जहां से गुरुग्राम निजी अस्पताल ले गए। लेकिन उपचार के दौरान दुर्घटना में लगी चोटों के कारन गुरुबाज सिंह की मौत हो गई। संबंधित थानों की पुलिस ने मृतकों के परिजनों की शिकायतों पर मुकदमें दर्ज कर शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए। पुलिस दुर्घटनाओं को अंजाम देने वाले वाहनों की तलाश में जुटी हुई है। हरियाणा के पलवल जिले में नेशनल हाईवे-19 सहित केएमपी पर तीन स्थानों पर हुई सडक़ दुर्घटनाओं में दो ट्रक चालकों सहित तीन लोगों की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर उनके परिजनों के बयान पर दुर्घटनाओं को अंजाम देने वाले वाहन चालकों के खिलाफ केस दर्ज कर शव पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिए। डॉक्टरों ने किया मृत घोषित दुर्घटना नंबर एक, कैंप थाना प्रभारी राजेश कुमार के अनुसार कच्चा तालाब होडल निवासी जितेंद्र ने दी शिकायत में कहा कि वह और उसका छोटा भाई नरेश कुमार एवं रिश्तेदार सल्लागढ़ पलवल निवासी ओमचंद नेशनल हाईवे-19 पर पलवल बस स्टेंड के पास सवारी के इंतजार में खड़े हुए थे। उसी समय यूपी रोड़वेज की बस का चालक बस को लापरवाही से चलाता हुआ लाया और छोटे भाई नरेश को सीधी टक्कर मार दी। दुर्घटना में लगी चोटों के कारण नरेश कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। जिला नागरिक अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने नरेश को मृत घोषित कर दिया। ट्रक में इंदौर जा रहे थे चाचा-भतीजा दुर्घटना नंबर दो, जिला मथुरा (यूपी) के पिगरी गांव निवासी रिंकू ने दी शिकायत में कहा कि वह ट्रक पर कंडक्डर का काम करता है और उसका चाचा रणवीर बतौर चालक। दोनों चाचा-भतीजे ट्रक में दिल्ली से माल भरकर इंदौर जा रहे थे, लेकिन जब उनका ट्रक कुसलीपुर (पलवल) के पास पहुंचा तो साइड में रोककर वह बीड़ी व पानी लेने दुकान पर चला गया तथा उसका चाचा रणवीर ट्रक के टायरों में हवा चेक करने लगा। इसी दौरान कोई अज्ञात वाहन आया और उसके चाचा रणवीर में टक्कर मारकर फरार हो गया। वह अपने चाचा रणवीर को उपचार के लिए जिला नागरिक अस्पताल पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने उसके चाचा रणवीर को मृत घोषित कर दिया। खड़ी गाड़ी से टकराया केंटर दुर्घटना नंबर तीन, हथीन थाना प्रभारी मुकेश के अनुसार समालखा (पानीपत) की गांधी कॉलोनी निवासी निशान सिंह ने दी शिकायत में कहा कि उसके छोटे भाई गुरुबाज सिंह ने केंटर लिया हुआ है, जिस पर स्वंय बतौर चालक तैनात है। गुरुबाज सिंह अपनी गाड़ी में शोलापुर (महाराष्ट्र) से माल लोड़ करके गुरुग्राम के लिए चला था, लेकिन जब उसकी गाड़ी मुंबई-बडोदरा हाईवे पर नोरंगाबाद फ्लाई ओवर के पास पहुंची तो एक गाड़ी से साइड लेने के लिए गाड़ी को आगे बढ़ाया, तो वहां एक दूसरी गाड़ी खड़ी हुई थी। जिससे उसके भाई की गाड़ी टकरा गई और गुरुबाज सिंह ने अपनी गाड़ी की ब्रेक लगाई, लेकिन उससे टकरा जाने के कारण गंभीर रुप से घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए नल्हड़ मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे, जहां से गुरुग्राम निजी अस्पताल ले गए। लेकिन उपचार के दौरान दुर्घटना में लगी चोटों के कारन गुरुबाज सिंह की मौत हो गई। संबंधित थानों की पुलिस ने मृतकों के परिजनों की शिकायतों पर मुकदमें दर्ज कर शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए। पुलिस दुर्घटनाओं को अंजाम देने वाले वाहनों की तलाश में जुटी हुई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 24 घंटे कोशिश होती रही, लेकिन वजन 50.100 किग्रा पर अटक गया
मंगलवार सुबह विनेश का वजन जब किया गया तो वह 49.90 किग्रा था। जो 50 किग्रा कैटेगरी में खेलने के लिए काफी था। सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया। डॉक्टर बोले- वजन घटाने के लिए रातभर एक्सरसाइज करती रहीं
भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला ने स्टेटमेंट जारी करके बताया कि विनेश और उनके कोच को 6 अगस्त की रात ही उनके ज्यादा वजन के बारे में पता चल गया था। इसके बाद विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। डॉक्टर पौडीवाला ने बताया कि विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। इसके बावजूद उनका वजन नहीं घट पाया। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि भारतीय दल ने विनेश को थोड़ा और समय देने की मांग की थी, लेकिन उनकी मांग नहीं सुनी गई। डिस्क्वालिफिकेशन के बाद बीमार हुईं विनेश
इंडियन टीम के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. दिनशॉ पारदीवाला ने बताया ओलिंपिक कमेटी के फैसले के बाद विनेश को कमजोरी महसूस हुई। पानी की कमी हुई, जिसके बाद उनका ब्लड टेस्ट किया गया। लोकल ओलिंपिक हॉस्पिटल में उनका इलाज किया जा रहा है। वेट कम करने के दौरान विनेश नॉर्मल थीं, लेकिन नतीजे के बाद वह बीमार पड़ गईं। विनेश फोगाट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…
बरवाला में पंचायती झोटा चोरी:सरपंच प्रतिनिधि बोला- 3 लाख में खरीद कर लाए थे; टावर से बैटरियां लेगए चोर
बरवाला में पंचायती झोटा चोरी:सरपंच प्रतिनिधि बोला- 3 लाख में खरीद कर लाए थे; टावर से बैटरियां लेगए चोर हिसार के बरवाला में अज्ञात चोरों ने गांव से पंचायती झोटा (सांड) चोरी कर लिया है। जिसकी कीमत 3 लाख रुपए थी। सरपंच प्रतिनिधि की शिकायत पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ज्ञानपुरा गांव सरपंच प्रतिनिधि मनजीत पूनियां ने बताया कि गांव में पंचायती झोटा लगभग 5-6 साल था। जिसे करीब 3 लाख रुपए में खरीद कर लाए थे। जो गांव में घूमता रहा था। 9 अगस्त को गांव से झोटा (सांड) गायब था। हमने वह गांव वालों ने आसपास के गांव में काफी तलाश की। लेकिन पंचायती झोटे का कोई सुराग नहीं चला। टावर से 24 बैटरियां चोरी जिले की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी सिक्योरिटी सुपरवाइज़र संदीप ने पुलिस को बताया कि इंडस कंपनी के टावर से अज्ञात चोर 24 बैटरियां चोरी कर ले गया है। इसकी जानकारी उसे टेक्नीशियन विनोद ने फोन पद दी। जिसके बाद वह देखे पहुंचा तो पता चला कि टावर के अंदर शैल्टर को पीछे से तोड़कर अज्ञात चोर अंदर घुसा और बैटरियां लेकर भाग गया। हिसार रोड पंडित का ढाबा के सामने बरवाला पर इंडस कंपनी का टावर लगा हुआ है।