इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद, केजीएमयू के कुलपति को अंग प्रत्यारोपण विभाग के सम्बन्ध में शपथ पत्र दाखिल करने का आदेश दिया है। न्यायालय ने कहा है मामले की अगली सुनवाई सितम्बर के पहले सप्ताह में होगी। यह आदेश न्यायमूर्ति राजन राय व न्यायमूर्ति ओम प्रकाश शुक्ला की खंडपीठ ने हरि शंकर पांडेय की ओर से वर्ष 2017 में दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद पारित किया। याचिका के माध्यम से याची ने आरोप लगाया है कि केजीएमयू में अंग प्रत्यारोपण विभाग वर्ष 2013 में ही शुरू किया गया है। लेकिन यह अभी भी काम नहीं कर रहा है। जिस पर केजीएमयू की ओर से उपस्थित अधिवक्ता ने न्यायालय को बताया कि अंग प्रत्यारोपण विभाग यूरोलॉजी विभाग के तहत काम कर रहा है। जिस पर सुनवाई के बाद न्यायालय ने कुलपति को शपथ पत्र दाखिल कर अंग प्रत्यारोपण विभाग की स्थिति को स्पष्ट करने को कहा है। यह खबरें भी पढ़ें… प्रयागराज में हत्यारोपी को थाने से छोड़ा:पीड़ित परिवार बोला- वह केशव मौर्य का करीबी, हमारी जान को खतरा, CM योगी न्याय करें भाजपा विधायक बोलीं- इतने जूते पड़ेंगे कि गिन नहीं पाएंगे:सपाइयों की मानसिकता गंदी; महिलाओं को वस्तु समझते हैं महिलाओं की 120 किमी की कावंड़ यात्रा:प्रयागराज के संगम से काशी तक जल लेकर पैदल जाएंगी, बोलीं- भोले बाबा सभी को खुश रखें इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद, केजीएमयू के कुलपति को अंग प्रत्यारोपण विभाग के सम्बन्ध में शपथ पत्र दाखिल करने का आदेश दिया है। न्यायालय ने कहा है मामले की अगली सुनवाई सितम्बर के पहले सप्ताह में होगी। यह आदेश न्यायमूर्ति राजन राय व न्यायमूर्ति ओम प्रकाश शुक्ला की खंडपीठ ने हरि शंकर पांडेय की ओर से वर्ष 2017 में दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद पारित किया। याचिका के माध्यम से याची ने आरोप लगाया है कि केजीएमयू में अंग प्रत्यारोपण विभाग वर्ष 2013 में ही शुरू किया गया है। लेकिन यह अभी भी काम नहीं कर रहा है। जिस पर केजीएमयू की ओर से उपस्थित अधिवक्ता ने न्यायालय को बताया कि अंग प्रत्यारोपण विभाग यूरोलॉजी विभाग के तहत काम कर रहा है। जिस पर सुनवाई के बाद न्यायालय ने कुलपति को शपथ पत्र दाखिल कर अंग प्रत्यारोपण विभाग की स्थिति को स्पष्ट करने को कहा है। यह खबरें भी पढ़ें… प्रयागराज में हत्यारोपी को थाने से छोड़ा:पीड़ित परिवार बोला- वह केशव मौर्य का करीबी, हमारी जान को खतरा, CM योगी न्याय करें भाजपा विधायक बोलीं- इतने जूते पड़ेंगे कि गिन नहीं पाएंगे:सपाइयों की मानसिकता गंदी; महिलाओं को वस्तु समझते हैं महिलाओं की 120 किमी की कावंड़ यात्रा:प्रयागराज के संगम से काशी तक जल लेकर पैदल जाएंगी, बोलीं- भोले बाबा सभी को खुश रखें उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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Basti News: बस्ती में JE की शर्मनाक करतूत, बिल ठीक करवाने गई महिला से दुष्कर्म, वीडियो वायरल <p style=”text-align: justify;”><strong>Basti News:</strong> बस्ती जनपद के बिजली विभाग के तैनात एक जूनियर इंजीनियर रविन्द्र कुमार की बेहद ही घिनौनी करतूत सामने आई है, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जेई का सेक्स कांड की अब चर्चा आम हो गई है, जबकि अधिकारी जांच की बात कह रहे है. बिजली विभाग को अधिक से अधिक मात्रा में राजस्व की बढ़ोत्तरी और बिजली चोरी रोकने के लिए जूनियर इंजीनियर को तैनात किया गया है मगर जेई साहब तो सरकार की योजना को साइड में रखकर अपनी योजना लागू कर रहे हैं. ऐसे ही एक पीड़ित महिला का यौन शोषण कर डाला जो सिर्फ अपने घर का बिजली का बिल सही करवाने के लिए जेई के पास पहुंची थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल पीड़ित महिला ने बताया कि बिल कम करने का सुझाव देकर जेई रविंद्र कुमार ने कुछ पीने के लिए दिया. महिला का आरोप है कि जेई की दी हुई चीज जैसे ही गटकी वैसे ही वो बेसुध हो गई और फिर इस जेई ने ना केवल उसके साथ रेप किया बल्कि उसकी वीडियो भी बना ली. आरोप है कि उस वीडियो के आधार पर ये जेई रविंद्र कुमार महिला को ब्लैकमेल करने लगा. फिर क्या था महिला ने भी हिम्मत दिखाकर एक प्लान बनाया. पहले इस जेई को घर बुलाया और उससे पहले घर में कैमरा फिट कर लिया. जेई जैसे ही घर आया वैसे ही अपनी अश्लील हरकतों पर उतर आया. रविंद्र कुमार बस्ती के गाउखोर बिजली उपकेंद्र पर तैनात हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अधिकारी बोले- जांच के बाद होगी कार्रवाई</strong><br />फिलहाल जैसे ही ये वीडियो सामने आई पूरे बस्ती में हड़कम्प मच गया. वहीं पुलिस उपाधीक्षक सत्येंद्र भूषण तिवारी का कहना है कि अभी इस मामले पर शिकायत मिली है. जिसकी जांच करवाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी. जब कि बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर एसके सरोज से जब हमने पूरे प्रकरण को लेकर बात की तो उनका कहना था कि अभी उनके संज्ञान में प्रकरण नहीं आया था, आपके द्वारा जानकारी मिल रही है, शासन से अगर कोई निर्देश प्राप्त होता है तो मामले को विभागीय जांच करवाकर कठोर कार्रवाई की जायेगी.</p>
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Bihar IAS Transfer: बिहार में बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों के विभाग में फेरबदल, देखें लिस्ट
Bihar IAS Transfer: बिहार में बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों के विभाग में फेरबदल, देखें लिस्ट <p style=”text-align: justify;”><strong>Bihar IAS Transfer:</strong> बिहार में आईएएस-आईपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर का सिलसिला जारी है. नीतीश सरकार लगातार अधिकारियों के विभागों में फेरबदल कर कर रही है. गुरुवार को एक बार फिर अधिकारियों के विभाग में फेरबदल को लेकर सचिवालय की तरफ से लिस्ट जारी की गई है. इस लिस्ट में मिहिर कुमार सिंह अगले आदेश तक जांच आयुक्त सामान्य प्रशासन विभाग के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे. वहीं, संजय कुमार अगले आदेश तक सचिव परिवहन विभाग के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कई अधिकारियों को मिला अतिरिक्त प्रभार </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, दीपक आनंद अगले अगले आदेश तक सचिव श्रम संसाधन विभाग बनाए गए. असीमा जैन को सचिव व्यय वित्त विभाग के पद पर स्थानांतरित किया गया है. कार्तिकेय धनजी जांच आयुक्त सामान्य प्रशासन विभाग के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे. होम सेक्रेटरी प्रणव कुमार आयुक्त सामान्य प्रशासन विभाग के अतिरिक्त प्रभार में बने रहेंगे. लक्ष्मण तिवारी को अगले आदेश तक अनुमंडल पदाधिकारी छपरा के पद स्थानांतरित किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर सियासत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि नीतीश सरकार इन दिनों आईएएस-आईपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर काफी एक्टिव है. लगातार ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर अधिसूचना जारी की जा रही है. बिहार में बड़े पैमाने पर अब अधिकारियों के तबादले किए जा चुके हैं. अब तक सैकड़ों अधिकारियों को इधर से उधर किया जा चुका है, लेकिन अभी यह सिलसिला जारी है. वहीं, विपक्ष अपराध को लेकर नीतीश सरकार को लगातार घेर रहा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सोशल मीडिया ‘एक्स’ क्राइम बुलेटिन जारी कर हमलावर हैं. इस मुद्दे पर खूब सियासी बयानबाजी भी हो रही है. वहीं, इस बीच ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर विपक्ष नीतीश सरकार पर बड़ा आरोप लगा रही है. विपक्ष का कहना है कि सरकार चुनावी मोड में है. बिहार में कभी भी चुनाव करा सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/tejashwi-yadav-attacks-rss-and-jitan-ram-manjhi-over-nawada-fire-ann-2786810″>Nawada Fire: जीतन राम मांझी के आरोप पर भड़के तेजस्वी यादव, RSS का नाम लेकर कह गए बहुत कुछ</a></strong></p>
हाथरस कांड सरकार और पुलिस का फेलियर:सांसद चंद्रशेखर बोले-ऐसे बाबाओं पर होनी चाहिए कार्रवाई, फंडिंग की भी जांच
हाथरस कांड सरकार और पुलिस का फेलियर:सांसद चंद्रशेखर बोले-ऐसे बाबाओं पर होनी चाहिए कार्रवाई, फंडिंग की भी जांच लोकसभा सत्र खत्म होने के बाद आजाद समाज पार्टी से नगीना सीट से सांसद चंद्रशेखर आजाद सहारनपुर पहुंचे। उन्होंने हाथरस कांड पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा-ऐसे बाबाओं पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। जांच भी होनी चाहिए कि उनको फंडिंग कौन कर रहा है। जो वो इतना व्यवस्थाओं के साथ ये सब कर रहे हैं। उन्होंने कहा- ये फेलियर है, पुलिस-प्रशासन और सरकार का। क्या इंटेलिजेंस बिल्कुल जीरो हो गई है। क्या उनको नहीं पता कि इतनी बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठा हो रही है। ऐसे बाबाओं पर जरूर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा-यूपी सरकार का रवैया धर्मनिरपेक्ष नहीं है। वो फेलियर है, हाथरस की घटना इसका उदाहरण है। मेरठ में डबल मर्डर उसके बाद का उदाहरण है। अलीगढ़ में पुलिस ने जिस प्रकार से एक बच्चे की हत्या की। ये उसका उदाहरण है। समाज को अंधविश्वास और पाखंड से बचना चाहिए
उन्होंने कहा-गुरु रविदास, भगवान बुद्ध, गुरुनानक या गुरु कबीर दास सभी अंधविश्वास और पाखंडवाद के विरुद्ध थे। मैं ये मानता हूं कि यदि समाज अंधविश्वास और पाखंडवाद से बचा रहेगा तो उनका अच्छा होगा। उस रास्ते को छोड़कर यदि समाज शिक्षा के रास्ते पर जाएगा तो उनका जीवन आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा- ये गरीब और वंचित वर्ग बाबाओं के पास इसलिए जाता है कि उन्हें लगता है कि उनके जीवन में बेरोजगारी, गरीबी और बीमारी से जुड़ी परेशानियों को बाबा के आशीर्वाद से ठीक हो जाएगी। बाबा के कारण से उनकी जान चली गई है, ये भी जनता को समझना चाहिए। ऐसे बाबाओं से दूर रहना चाहिए। सहारनपुर कर्ज है, उसे उतारना है
चंद्रशेखर बोले- सहारनपुर में मेरा गृह जनपद है। हमने आंदोलन की शुरुआत यहीं से की। इसी आंदोलन के कारण भीम आर्मी और हमारी पार्टी भारत की सबसे बड़ी पंचायत में अपनी उपस्थिति दर्ज करा पाई। इस मिट्टी का कर्ज हमारे ऊपर है। उस कर्ज का अदा करना है। यहां भी आजाद समाज पार्टी को इतनी मजबूत बनाना है, जितनी वो बिजनौर में हैं। मैं अपने लोगों के बीच आया हूं। ये अपील हमने की थी, आप मत आना हम ही आपके पास आएंगे। हमने तय कर लिया है कि हम जनता के बीच जाएंगे और जनता के बीच रहेंगे। उनकी सुनवाई करेंगे और जन समर्थन की अपील करेंगे। उन्होंने कहा कि जो समीकरण नगीना में बना है, वहीं समीकरण सहारनपुर और यूपी के अन्य जिलों में बनता दिखाई देगा। आसपा सभी सीटों पर लड़ेगी उपचुनाव
उपचुनाव को लेकर कहा- पार्टी की कोर कमेटी की मीटिंग में निर्णय हुआ है कि आजाद समाज पार्टी उपचुनाव में अपने उम्मीदवार उतारेगी। मजबूती से चुनाव लड़ा जाएगा। जहां मेरी ड्यूटी रहेगी, वहां मैं जिम्मेदारी को अदा करूंगा। उन्होंने कहा- लोगों को आजाद समाज पार्टी से जुड़ना चाहिए। क्योंकि बाबा भीमराव अंबेडकर और मान्यवर काशीराम का का सच्चा मिशन चला रही है। अपनी ताकत बनानी चाहिए। उन्होंने उपचुनाव को लेकर कहा कि सहारनपुर के लोगों को बड़ी खुशी होगी, जब आजाद समाज पार्टी उपचुनाव में अच्छा रिजल्ट देगी। वंचित वर्ग के नेताओं पर हो रहा जुल्म
उन्होंने कहा- वंचित वर्ग के नेता जुल्म सह रहे हैं। राजनीतिक कारणों से आजम खान जैसे सीनियर नेताओं को जेल में ठूस दिया गया है। कुछ लोग दुनिया में नहीं है, ये इस बात का उदाहरण है कि सत्ता तानाशाही के साथ काम कर रही है। ये अच्छा नहीं है। लोकतंत्र में इसक बहुत गलत संदेश जाता है। इसलिए उत्तर प्रदेश में भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा। सभी धर्मों का होना चाहिए सम्मान
उन्होंने सड़क पर नमाज और कांवड़ यात्रा को लेकर अपने बयान पर कहा कि ये धर्मनिरपेक्ष देश है। सभी धर्मों का सम्मान होना चाहिए। जब संविधान धर्म के आधार पर गैर बिरादरी नहीं करता है, तो सरकार को नहीं करना चाहिए। जब वो शपथ लेते हैं, पीएम और सीएम बनते हैं। उस बात का एहसास करना चाहिए कि विधि के अनुरुप सबके लिए समान कार्य करेंगे। पक्ष-विपक्ष नहीं मानेंगे। राग-द्वेष की भावना से काम नहीं करेंगे। जब सत्ता में बैठे लोग ऐसी भावना से काम करेंगे तो जवाब देना पड़ेगा। सरकार के लोग धर्म की चर्चा करेंगे और मैंने गरीबों के लिए रोजगार की चर्चा करुंगा और उनकी आमदनी की चर्चा करूंगा। उन्होंने कहा- आशा, आंगनवाड़ी के वेतन वृद्धि की चर्चा करूंगा। पुलिस की परेशानियों की चर्चा करूंगा। जिस प्रकार से मीडिया पर अंकुश लगाया जा रहा है, मैं उनके हित की बात करूंगा। मैं गरीबों, महंगाई पर बात करूंगा। मैं धर्म की राजनीति पर कोई बात नहीं करूंगा। मेरे न तो तेवर बदलेंगे। मैं जनता की लड़ाई लड़ना नहीं छोडूंगा। सड़कों पर भी लडूंगा।