वाराणसी में लाल घाट पर एक जर्जर मकान गिर गया। इसकी दूसरी मंजिल पर 11 लोग फंसे हैं। ये संख्या बढ़ भी सकती है। फायर ब्रिगेड की गाड़ी और NDRF की टीम मौके पर है। बचाव कार्य चल रहा है। घटना आदमपुर थाना क्षेत्र की है। NDRF अधिकारी मनोज कुमार शर्मा ने बताया- घर के अंदर की एक सीढ़ी टूट गई थी, जिससे दूसरी मंजिल पर कई लोग फंसे हैं। उनको निकालने के लिए टीम लगी है। 30 मिनट की मशक्कत के बाद 5 लोगों को बाहर निकाला गया। घर को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे की 4 तस्वीरें वाराणसी में 400 मकान जर्जर, निगम ने चस्पा की नोटिस बरसात का मौसम जर्जर भवनों के लिए खतरे की घंटी है। श्रीकाशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र के येलो जोन में दो जर्जर भवन गिरने के बाद नगर निगम एक बार फिर सक्रिय हो गई है। निगम की टीम ने कोतवाली जोन में चिह्नित 189 जर्जर भवनों में से मंगलवार को 25 भवनों पर नोटिस दी है। कोतवाली के जोनल अधिकारी इंद्र विजय सिंह की ओर से जारी नोटिस सभी 25 जर्जर भवनों पर चस्पा कराई गई है। साथ ही नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने ऐसे सभी भवन स्वामियों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील भी की है ताकि जान माल की सुरक्षा हो सके। निगम नोटिस देने का क्रम आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया है। 50 से अधिक मकान में किराएदारी का विवाद नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि 50 से अधिक जर्जर मकान में किराएदारी का विवाद चल रहा है। विवाद कोर्ट में लंबित होने के चलते नगर निगम प्रशासन भी कोई कार्रवाई करने बचती है। निगम की यज्ञीय लाचारी मालिकों के बचने का मुफीद हथियार साबित होता है। नगर निगम ने चिह्नित जर्जर भवनों को गिराने के लिए उनके स्वामियों को नोटिस जारी तो किया लेकिन उसमें शर्तें ऐसी रखीं जिससे किसी भवन का ध्वस्तीकरण संभव नहीं है। वीडीए ने नियम-कानून से जुड़े पर्चे बंटवाए हादसे के बाद वीडीए प्रशासन ने मंगलवार को देर शाम नियम-कानून से जुड़े पर्चे बंटवाए। वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग के निर्देश पर गंगा किनारे 200 मीटर परिधि में और पुराने जर्जर भवनों की मरम्मत से जुड़े नियमों के बारे में लोगों को पर्चे के माध्यम से बताया गया। इसे चौक और दशाश्वमेध क्षेत्रों में बंटवाया गया। पर्चे पर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। कल विश्वनाथ मंदिर के पास दो मकान ढहे थे
वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के पास 6 अगस्त को 2 मकान ढह गए थे। इसमें ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिसकर्मी समेत 9 लोग मलबे में दब गए थे। 8 को सुरक्षित बाहर निकाला गया था। 43 साल की एक महिला की मौत हो गई थी। हादसे के वक्त सभी लोग सो रहे थे। कई थानों की पुलिस और NDRF ने 6 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था। जिस गली में हादसा हुआ, उसकी चौड़ाई महज 8 फीट है। ऐसे में वहां रेस्क्यू का पूरा काम मैनुअली हुआ। NDRF ने मलबे को हाथों से हटाया। इस वजह से रेस्क्यू में वक्त लग गया। दोनों घर मंदिर कॉरिडोर से महज 10 मीटर की दूरी पर हैं। 70-80 साल पुराने थे दोनों मकान
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पास खोवा गली में दोनों मकान अगल-बगल बने हुए थे। इनके मालिक राजेश और मनीष गुप्ता सगे भाई हैं। मकान 70-75 साल पुराने थे। दीवारें जर्जर हो चुकी थीं। मनीष गुप्ता का मकान 4 मंजिला, जबकि राजेश गुप्ता का मकान 3 मंजिला था। वाराणसी में लाल घाट पर एक जर्जर मकान गिर गया। इसकी दूसरी मंजिल पर 11 लोग फंसे हैं। ये संख्या बढ़ भी सकती है। फायर ब्रिगेड की गाड़ी और NDRF की टीम मौके पर है। बचाव कार्य चल रहा है। घटना आदमपुर थाना क्षेत्र की है। NDRF अधिकारी मनोज कुमार शर्मा ने बताया- घर के अंदर की एक सीढ़ी टूट गई थी, जिससे दूसरी मंजिल पर कई लोग फंसे हैं। उनको निकालने के लिए टीम लगी है। 30 मिनट की मशक्कत के बाद 5 लोगों को बाहर निकाला गया। घर को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे की 4 तस्वीरें वाराणसी में 400 मकान जर्जर, निगम ने चस्पा की नोटिस बरसात का मौसम जर्जर भवनों के लिए खतरे की घंटी है। श्रीकाशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र के येलो जोन में दो जर्जर भवन गिरने के बाद नगर निगम एक बार फिर सक्रिय हो गई है। निगम की टीम ने कोतवाली जोन में चिह्नित 189 जर्जर भवनों में से मंगलवार को 25 भवनों पर नोटिस दी है। कोतवाली के जोनल अधिकारी इंद्र विजय सिंह की ओर से जारी नोटिस सभी 25 जर्जर भवनों पर चस्पा कराई गई है। साथ ही नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने ऐसे सभी भवन स्वामियों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील भी की है ताकि जान माल की सुरक्षा हो सके। निगम नोटिस देने का क्रम आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया है। 50 से अधिक मकान में किराएदारी का विवाद नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि 50 से अधिक जर्जर मकान में किराएदारी का विवाद चल रहा है। विवाद कोर्ट में लंबित होने के चलते नगर निगम प्रशासन भी कोई कार्रवाई करने बचती है। निगम की यज्ञीय लाचारी मालिकों के बचने का मुफीद हथियार साबित होता है। नगर निगम ने चिह्नित जर्जर भवनों को गिराने के लिए उनके स्वामियों को नोटिस जारी तो किया लेकिन उसमें शर्तें ऐसी रखीं जिससे किसी भवन का ध्वस्तीकरण संभव नहीं है। वीडीए ने नियम-कानून से जुड़े पर्चे बंटवाए हादसे के बाद वीडीए प्रशासन ने मंगलवार को देर शाम नियम-कानून से जुड़े पर्चे बंटवाए। वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग के निर्देश पर गंगा किनारे 200 मीटर परिधि में और पुराने जर्जर भवनों की मरम्मत से जुड़े नियमों के बारे में लोगों को पर्चे के माध्यम से बताया गया। इसे चौक और दशाश्वमेध क्षेत्रों में बंटवाया गया। पर्चे पर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। कल विश्वनाथ मंदिर के पास दो मकान ढहे थे
वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के पास 6 अगस्त को 2 मकान ढह गए थे। इसमें ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिसकर्मी समेत 9 लोग मलबे में दब गए थे। 8 को सुरक्षित बाहर निकाला गया था। 43 साल की एक महिला की मौत हो गई थी। हादसे के वक्त सभी लोग सो रहे थे। कई थानों की पुलिस और NDRF ने 6 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था। जिस गली में हादसा हुआ, उसकी चौड़ाई महज 8 फीट है। ऐसे में वहां रेस्क्यू का पूरा काम मैनुअली हुआ। NDRF ने मलबे को हाथों से हटाया। इस वजह से रेस्क्यू में वक्त लग गया। दोनों घर मंदिर कॉरिडोर से महज 10 मीटर की दूरी पर हैं। 70-80 साल पुराने थे दोनों मकान
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पास खोवा गली में दोनों मकान अगल-बगल बने हुए थे। इनके मालिक राजेश और मनीष गुप्ता सगे भाई हैं। मकान 70-75 साल पुराने थे। दीवारें जर्जर हो चुकी थीं। मनीष गुप्ता का मकान 4 मंजिला, जबकि राजेश गुप्ता का मकान 3 मंजिला था। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर