हरियाणा में पूर्व डिप्टी सीएम एवं उचाना विधायक दुष्यंत चौटाला ने सरकार द्वारा सभी फसलों पर MSP देने के फैसले का मजाक उड़ाया है। उन्होंने कहा कि सीएम सैनी ऐसी फसलों पर एमएसपी देने का ऐलान कर रहे हैं, जो कि हरियाणा में उगती ही नहीं हैं। जूट का कोई खेत नहीं और नारियल समुद्र किनारे उगता है। वे तो घोषणा मंत्री बन कर घोषणाएं कर रहे हैं। दुष्यंत चौटाला गुरुवार को जींद में उचाना हलके के गांव मखंड, काकड़ोद, झील आदि में कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे थे। सीएम नायब सिंह सैनी द्वारा 46 लाख परिवारों को 500 रुपए में गैस सिलेंडर दिए जाने के सवाल पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मेरे को लगता है कि घोषणाएं करने में नया सीएम कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। जिस प्रकार से पिछले साढ़े चार, पांच महीनों की उनकी वर्किंग रही है, ग्राउंड लेबल पर किसी चीज का सुधार नहीं हुआ और घोषणाओं की भरमार है। मैं तो एक चीज समझ पाया हूं कि जितने कदम इन्होंने उठाए, आज हर प्रकार से सिर्फ यू टर्न किसी तरह अपना नाम घोषणाओं में गिनवाया जाए। भाजपा इतनी चीजें करना चाहती है तो केंद्र में लागू करें, प्रदेश में क्यों। देश भर में लागू करें, अब तो सरकार केंद्र में उनकी है। राज्यसभा सीट को लेकर चुनाव की तारीख तय होने पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मैं सार्वजनिक तौर पर कई बार बोल चुका हूं। ये जरूर कह सकता हूं कि कल से जो घटना क्रम हमारी बहन विनेश फोगाट के साथ हुआ, उसके बाद पूरे देश में दुख का माहौल है कि हमारा एक मेडल हम से रह गया। सीएम ने घोषणा की है कि उसको सिल्वर मेडल के बराबर सम्मान दिया जाए। मैं तो सब 90 विधायकों से आग्रह करूंगा कि हम सबको मिलकर उसको ये सम्मान देना चाहिए कि देश की राज्यसभा में हम उसको भेज सकें। ये खिलाड़ियों का भी सम्मान होगा, ये बेटियों का भी सम्मान होगा। जो सम्मान एक मेडल जीतने का आना था, वो हमारी बहन को हम देश की सबसे बड़ी पंचायत में भेज तो वो सम्मान मिलेगा। पूर्व सीएम मनोहर लाल एवं सीएम नायब सिंह सैनी की कार्यप्रणाली पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सीएम नायब सिंह सैनी के साथ मैंने काम नहीं किया है। न ही विधानसभा का सेशन बुला रहे हैं। मानसून सेशन तो संसद में शुरू हो चुका है। पता नहीं क्यों डर रहे है कि कहीं सवाल ज्यादा न पूछ लिए जाएं। एक चीज देखी है कि मनोहर लाल के किए काम का यू टर्न मारने का निर्णय शायद नायब सैनी ने ले लिया है। आज मुझे ये नहीं पता कि किसने इनको ज्ञान दिया। कल 10 फसलों पर एमएसपी बढ़ाई तो फैसले काे मैंने भी अखबार में देखी। जिसमें से एक तो जूट है। जूट का एक भी खेत हो हरियाणा में तो सीएम सैणी बताए। दूसरी नारियल, नारियल समुद्र किनारे उगता है। पहला सीएम होगा, जिसने हरियाणा की धरा पर नारियल उगाने की परियोजना बनाई। ऐसी दालों को सीजनल, जो यहां उग नहीं सकती, उनको मान्यता दे दी। साफ है कि इन्हें कृषि का पता नहीं है। हरियाणा में पूर्व डिप्टी सीएम एवं उचाना विधायक दुष्यंत चौटाला ने सरकार द्वारा सभी फसलों पर MSP देने के फैसले का मजाक उड़ाया है। उन्होंने कहा कि सीएम सैनी ऐसी फसलों पर एमएसपी देने का ऐलान कर रहे हैं, जो कि हरियाणा में उगती ही नहीं हैं। जूट का कोई खेत नहीं और नारियल समुद्र किनारे उगता है। वे तो घोषणा मंत्री बन कर घोषणाएं कर रहे हैं। दुष्यंत चौटाला गुरुवार को जींद में उचाना हलके के गांव मखंड, काकड़ोद, झील आदि में कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे थे। सीएम नायब सिंह सैनी द्वारा 46 लाख परिवारों को 500 रुपए में गैस सिलेंडर दिए जाने के सवाल पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मेरे को लगता है कि घोषणाएं करने में नया सीएम कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। जिस प्रकार से पिछले साढ़े चार, पांच महीनों की उनकी वर्किंग रही है, ग्राउंड लेबल पर किसी चीज का सुधार नहीं हुआ और घोषणाओं की भरमार है। मैं तो एक चीज समझ पाया हूं कि जितने कदम इन्होंने उठाए, आज हर प्रकार से सिर्फ यू टर्न किसी तरह अपना नाम घोषणाओं में गिनवाया जाए। भाजपा इतनी चीजें करना चाहती है तो केंद्र में लागू करें, प्रदेश में क्यों। देश भर में लागू करें, अब तो सरकार केंद्र में उनकी है। राज्यसभा सीट को लेकर चुनाव की तारीख तय होने पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मैं सार्वजनिक तौर पर कई बार बोल चुका हूं। ये जरूर कह सकता हूं कि कल से जो घटना क्रम हमारी बहन विनेश फोगाट के साथ हुआ, उसके बाद पूरे देश में दुख का माहौल है कि हमारा एक मेडल हम से रह गया। सीएम ने घोषणा की है कि उसको सिल्वर मेडल के बराबर सम्मान दिया जाए। मैं तो सब 90 विधायकों से आग्रह करूंगा कि हम सबको मिलकर उसको ये सम्मान देना चाहिए कि देश की राज्यसभा में हम उसको भेज सकें। ये खिलाड़ियों का भी सम्मान होगा, ये बेटियों का भी सम्मान होगा। जो सम्मान एक मेडल जीतने का आना था, वो हमारी बहन को हम देश की सबसे बड़ी पंचायत में भेज तो वो सम्मान मिलेगा। पूर्व सीएम मनोहर लाल एवं सीएम नायब सिंह सैनी की कार्यप्रणाली पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सीएम नायब सिंह सैनी के साथ मैंने काम नहीं किया है। न ही विधानसभा का सेशन बुला रहे हैं। मानसून सेशन तो संसद में शुरू हो चुका है। पता नहीं क्यों डर रहे है कि कहीं सवाल ज्यादा न पूछ लिए जाएं। एक चीज देखी है कि मनोहर लाल के किए काम का यू टर्न मारने का निर्णय शायद नायब सैनी ने ले लिया है। आज मुझे ये नहीं पता कि किसने इनको ज्ञान दिया। कल 10 फसलों पर एमएसपी बढ़ाई तो फैसले काे मैंने भी अखबार में देखी। जिसमें से एक तो जूट है। जूट का एक भी खेत हो हरियाणा में तो सीएम सैणी बताए। दूसरी नारियल, नारियल समुद्र किनारे उगता है। पहला सीएम होगा, जिसने हरियाणा की धरा पर नारियल उगाने की परियोजना बनाई। ऐसी दालों को सीजनल, जो यहां उग नहीं सकती, उनको मान्यता दे दी। साफ है कि इन्हें कृषि का पता नहीं है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
रेवाड़ी में झज्जर की महिला ने की आत्महत्या:मानसिक परेशान; स्कूल से आए बच्चों को फंदे से लटकती मिली, पति गया था कंपनी
रेवाड़ी में झज्जर की महिला ने की आत्महत्या:मानसिक परेशान; स्कूल से आए बच्चों को फंदे से लटकती मिली, पति गया था कंपनी रेवाड़ी में झज्जर की महिला ने आत्महत्या कर ली। मानसिक रूप से परेशान थी। महिला के दो बच्चे हैं। जब बच्चे स्कूल से घर आए तो उन्होंने अपनी मां को फंदे पर लटका देखा। मामला धारूहेड़ा सेक्टर-6 क्षेत्र की द्वारकाधीश सोसाइटी का है। मृतक महिला की पहचान सुमन (32) के नाम से हुई है। पुलिस के मुताबिक, झज्जर जिले के गांव अहरी के रहने वाला सुनील कुमार अपने परिवार सहित धारूहेड़ा की एक सोसाइटी में किराए पर रहता है। पति गया था कंपनी, बच्चे गए स्कूल सुनील कुमार रोजाना की तरह आज भी अपनी कंपनी में गया हुआ था। दोनों बच्चे स्कूल गए हुए थे। लेकिन सुनील कुमार की पत्नी सुमन घर पर अकेली थी। तभी सुमन ने अपने कमरे में पंखे के हुक से लटक कर जीवन लीला समाप्त कर ली। जब बच्चे स्कूल से घर आए तो उन्होंने अपनी माता जी को फंदे पर लटका देखा। इसके बाद शोर मचाया आसपास के लोग इकट्ठा हुए जिसकी सूचना पुलिस को दी। धारूहेड़ा सेक्टर-6 थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारा। लेकिन तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। कल होगा पोस्टमॉर्टम धारूहेड़ा सेक्टर-6 थाना प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि आज शाम सूचना मिली कि द्वारकाधीश सोसाइटी में एक महिला ने आत्महत्या कर ली। महिला मानसिक रूप से परेशान थी कल शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।
नारनौंद में दो युवकों से मारपीट:रास्ता रोककर लाठी डंडों से मारा, जान से मारने की धमकी, खेत से आ रहे थे घर
नारनौंद में दो युवकों से मारपीट:रास्ता रोककर लाठी डंडों से मारा, जान से मारने की धमकी, खेत से आ रहे थे घर हिसार जिले के नारनौंद में दो युवकों पर दो सगे भाइयों ने मारपीट कर दी। पीड़ितों ने दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। मिर्चपुर गांव निवासी अनिल कुमार ने पुलिस को बताया कि उसका गांव में किराना स्टोर है। 3 अगस्त को शाम करीब 8 बजे वह मिर्चपुर निवासी दर्शन के खेत से अपने घर आ रहा था। उसी समय दोनों सगे भाई सुरेन्द्र व काला सामने से आ रहे थे। जिन्होंने अनिल व दर्शन को रास्ते में रोक लिया और उसी दौरान सुरेन्द्र गाली गलौच करने लगा। उसके बाद सुरेन्द्र ने अनिल के सिर पर लाठी मार दी। जिससे वह जमीन पर गिर गया। उसके जमीन पर गिरने के दौरान भी सुरेन्द्र व काला ने उस पर लाठियों से कई वार किए। इस बीच दोनों ने दर्शन के साथ भी लाठियों से वार किए। दोनों पीड़ित मुश्किल से अपनी जान बचाकर वहां से भाग कर आए। इसके बाद दोनों आरोपियों ने उनको जान से मारने की धमकी भी दी। इसके बाद उनके परिजन उनको इलाज के लिए सीएचसी मिर्चपुर में ले गए।
करनाल को 25 साल बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह:आजादी के बाद यह दूसरा मौका, 1999 में ID स्वामी बने थे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री
करनाल को 25 साल बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह:आजादी के बाद यह दूसरा मौका, 1999 में ID स्वामी बने थे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हरियाणा की करनाल लोकसभा से नवनिर्वाचित सांसद और पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर कैबिनेट मंत्री बनने वाले दूसरे सांसद हैं। उनसे पहले आईडी स्वामी को 1999 में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बनाया गया था। इतिहास के पन्नों को पलटें तो आजादी से लेकर आज तक करनाल लोकसभा को सिर्फ दो मंत्री पद मिले हैं। आज एक बार फिर करनाल लोकसभा का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। स्पीकर द्रौपदी मुर्मू ने मनोहर लाल को 8वें नंबर पर कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई है। मनोहर लाल एक ताकतवर मंत्री बन चुके हैं और अब करनाल की जनता की निगाहें इस पर टिकी हैं कि वे करनाल के लिए क्या तोहफा लेकर आते हैं। 25 साल बाद करनाल को मिला कैबिनेट मंत्री दिवंगत आईडी स्वामी के बाद अब 25 साल बाद करनाल लोकसभा को सौभाग्य मिला है और लोकसभा को कैबिनेट मंत्री मिला है। चूंकि आईडी स्वामी का जिक्र हो चुका है तो सबसे पहले उनके बारे में जान लेते हैं। आईडी स्वामी का पूरा नाम ईश्वर दयाल स्वामी है। जिनका 91 वर्ष की आयु में 15 सितंबर 2019 को फरीदाबाद के अस्पताल में निधन हो चुका है। आईडी स्वामी भारतीय राजनीतिज्ञ और पूर्व आईएएस अधिकारी रहे। जिन्होंने तीसरे वाजपेयी मंत्रालय में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। ये स्वतंत्रता आंदोलनों में भी हिस्सा ले चुके थे। जब एक वोट से गिर गई थी सरकार, फेल हुई थी भजन लाल की PHD ID स्वामी करनाल लोकसभा सीट से 1996 और 1999 में सांसद बने। 1998 में चौ. भजन लाल से हार गए थे। तब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार भी एक वोट से गिर गई थी। दोबारा 1999 के चुनाव हुए तो वाजपेयी प्रचार करने आए। उन्होंने कहा कि था कि इस बार आईडी स्वामी को जीता देना क्योंकि मेरी सरकार एक वोट से गिर गई थी।1999 में स्वामी ने पूर्व CM भजन लाल हो हराया था। इससे पहले वे कभी नहीं हारे थे, उन्हें राजनीति का PHD कहा जाता था। करनाल में ही चौ. भजन लाल की पीएचडी फेल हुई थी। इसके बाद स्वामी केंद्रीय राज्य गृह मंत्री बने थे। CM रहते हुए करनाल को दिए कई बड़े प्रोजेक्ट आज मनोहर लाल केंद्रीय मंत्री बने है। अब लोगों की उम्मीदे उनसे ओर भी ज्यादा बढ़ चुकी है, क्योंकि CM रहते हुए उन्होंने करनाल में हजारों करोड़ के विकास कार्य करवाए। सबसे बड़े प्रोजेक्टों की बात की जाए तो उसमें महाराणा प्रताप बागवानी यूनिवर्सिटी और कुटेल मेडिकल यूनिवर्सिटी का नाम आता है। कुटेल मेडिकल यूनिवर्सिटी सबसे बड़े प्रोजेक्टों में शामिल है और इस पर 2250 करोड़ रुपए खर्च होने है। करनाल में ही कुटेल के पास से रिंग रोड निकल रहा है, जिस पर 1750 करोड़ खर्च होने है। जिससे ट्रेफिक लोड कम होगा। इसके अलावा पश्चिमी बाइपास, रेलवे पुल रामनगर, ऊंचा समाना फ्लाईओवर और कर्णलेक के पास पश्चिमी यमुना नहर पर सिक्स लेन फ्लाईओवर, जीटी रोड पर ऊंचा समाणा फ्लाईओवर और कर्णलेक के पास पश्चिमी यमुना नहर पर सिक्स लेन फ्लाईओवर, करनाल से यमुना तक फोरलेन सड़क, करनाल से कैथल फोरलेन, करनाल से असंध फोरलेन सड़क सहित हजारों करोड़ रुपए के विकास कार्य करवाए। करनाल को मिला दूसरा मौका आईडी स्वामी के बाद अब मनोहर लाल के रूप में करनालवासियों के लिए एक सुनहरा मौका सामने आया है। ऐसे में लोगों की भी अपेक्षाएं बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है। जब सीएम रहते हुए मनोहर लाल मेडिकल यूनिवर्सिटी जैसे प्रोजेक्ट लेकर आ गए थे, अब तो वे कैबिनेट में एक पावरफुल मंत्री है और वह भी प्रधानमंत्री के चेहते। ऐसे में तो करनाल की काया कल्प ही पलट सकती है। फिलहाल सारी धाराओं और मिथको को तोड़कर मनोहर लाल कैबिनेट मंत्री बन चुके है, अब देखने वाली बात यह है कि जो 25 साल के बाद करनाल के पास यह मौका आया है तो करनाल लोकसभा क्षेत्र में मनोहर लाल क्या कुछ कमाल करके दिखाते है, क्योंकि पूर्व सांसद संजय भाटिया के कार्यो से लोकसभा की जनता नाखुश नजर आई थी और खट्टर से भी लोग नाराज थे, क्या अब कैबिनेट मंत्री के रूप में खट्टर लोगों की नाराजगी को दूर कर पाएंगे, वह समय के गर्भ में है।