पंजाब स्टेट क्राइम ब्रांच ने रियल एस्टेट कारोबारी व सन्नी ऐनक्लेव के प्रमुख जरनैल सिंह बाजवा समेत 5 लोगों पर धोखाधड़ी समेत कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। अन्य आरोपियों में दीपक कुमार, शैंपी, मनबीर सिंह व हरवीर सिंह शामिल हैं। इनमें दो बाजवा के कर्मचारी है। इस संबंधी सुच्चा सिंह नाम के व्यक्ति की शिकायत की गई थी। आरोपियों पर आईपीसी की धारा 420, 465, 467, 468, 471 और 120 बी के तहत केस दर्ज हुआ है। ये था पूरा मामला सुच्चा सिंह ने अपनी शिकायत में बताया था कि उसकी आठ कनाल एक मरले जमीन मोहाली के गांव हसनपुर में है। साल 2016 में बाजवा डेवलपर लिमिटेड ने जंडपुर, हसनपुर और सिंहपुर सेक्टर-122, 123, 124, 125 में मेगा प्रोजेक्ट के लिए आवेदन किया था। जिसके बाद गमाडा की तरफ से प्रोजेक्ट को उनकी सहमति के बिना मंजूरी दे दी गई। जबकि उनकी तरफ से सहमति नहीं दी गई थी। शामलात जमीन का भी हुआ प्रयोग सुच्चा सिंह ने शिकायत में आरोप लगाया था कि इस मैगा प्रोजेक्ट में गमाडा अधिकारियों ने सिंहपुर गांव की शामलात जमीन को EWS फ्लैटों के लिए आरक्षित कर दिया। उनका आरोप था कि सिंहपुर में इस प्रोजेक्ट की 3.426 एकड़ जमीन शामलात है। इसकी विजिलेंस ने अपने स्तर पर पड़ताल की। चीफ सेक्रेटरी को भी भेजी थी शिकायत यह शिकायत सुच्चा सिंह ने पंजाब सरकार के चीफ सेक्रेटरी को भी की थी। इसके बाद इस मामले में विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से स्टेट क्राइम ब्रांच को लिखा गया है। साथ ही कहा कि आरोपियों पर केस दर्ज किया। गमाडा के किसी अधिकारी भूमिका सामने आती है तो उनकी पड़ताल की जाए। पंजाब स्टेट क्राइम ब्रांच ने रियल एस्टेट कारोबारी व सन्नी ऐनक्लेव के प्रमुख जरनैल सिंह बाजवा समेत 5 लोगों पर धोखाधड़ी समेत कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। अन्य आरोपियों में दीपक कुमार, शैंपी, मनबीर सिंह व हरवीर सिंह शामिल हैं। इनमें दो बाजवा के कर्मचारी है। इस संबंधी सुच्चा सिंह नाम के व्यक्ति की शिकायत की गई थी। आरोपियों पर आईपीसी की धारा 420, 465, 467, 468, 471 और 120 बी के तहत केस दर्ज हुआ है। ये था पूरा मामला सुच्चा सिंह ने अपनी शिकायत में बताया था कि उसकी आठ कनाल एक मरले जमीन मोहाली के गांव हसनपुर में है। साल 2016 में बाजवा डेवलपर लिमिटेड ने जंडपुर, हसनपुर और सिंहपुर सेक्टर-122, 123, 124, 125 में मेगा प्रोजेक्ट के लिए आवेदन किया था। जिसके बाद गमाडा की तरफ से प्रोजेक्ट को उनकी सहमति के बिना मंजूरी दे दी गई। जबकि उनकी तरफ से सहमति नहीं दी गई थी। शामलात जमीन का भी हुआ प्रयोग सुच्चा सिंह ने शिकायत में आरोप लगाया था कि इस मैगा प्रोजेक्ट में गमाडा अधिकारियों ने सिंहपुर गांव की शामलात जमीन को EWS फ्लैटों के लिए आरक्षित कर दिया। उनका आरोप था कि सिंहपुर में इस प्रोजेक्ट की 3.426 एकड़ जमीन शामलात है। इसकी विजिलेंस ने अपने स्तर पर पड़ताल की। चीफ सेक्रेटरी को भी भेजी थी शिकायत यह शिकायत सुच्चा सिंह ने पंजाब सरकार के चीफ सेक्रेटरी को भी की थी। इसके बाद इस मामले में विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से स्टेट क्राइम ब्रांच को लिखा गया है। साथ ही कहा कि आरोपियों पर केस दर्ज किया। गमाडा के किसी अधिकारी भूमिका सामने आती है तो उनकी पड़ताल की जाए। पंजाब | दैनिक भास्कर
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