हरियाणा के जींद में पानीपत रोड पर सफीदों क्षेत्र की सीमा के पास एक डस्टर कार ने खड़ी बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में बाइक पर सवार दो युवकों की मौत हो गई। मृतक युवकों की पहचान सफीदों उपमंडल के गांव सिंघपुरा निवासी विकास (22) व गांव अरड़ाना (असंध) निवासी अजय (21) के रूप में हुई है। इस घटना में कार में सवार भी घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों के शव के पानीपत के सामान्य अस्पताल के शवगृह में रखवा दिए गए हैं। शुक्रवार सुबह दोनों के शवों का पोस्टमार्टम होगा। दोनों युवक गांव नारा स्थित एक कालेज के विद्यार्थी बताए जाते हैं। जानकारी के अनुसार वीरवार शाम साढ़े 5 बजे बूंदाबांदी हो रही थी। बूंदाबांदी से बचने के लिए दोनों युवक सड़क किनारे बाइक रोककर खड़े हुए थे। इसी दौरान तेज रफ्तार से डस्टर कार आई और दोनों युवकों को जबरदस्त टक्कर दे मारी। जिसके बाद डस्टर कार एक पेड़ को तोड़ते हुए सड़क किनारे खेतों में जा घुसी और कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। राहगीरों के द्वारा डस्टर कार में सवारों को पानीपत ले जाया गया। वहीं दोनों बाइक सवार दोनों युवकों को भी इलाज के लिए पानीपत ले जाया गया था, जहां पर डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दोनों युवक गांव नारा स्थित परशुराम कालेज में पढ़ते थे और एनसीसी में कैडेट्स थे। विकास की मौत के बाद गांव सिंघपुरा में मातम पसर गया है और परिवार को ढांढस बंधाने के लिए गांव वालों का तांता लग गया है। मृतक विकास का परिवार बेहद गरीबी की हालत में है। विकास के पिता की कई वर्ष पहले मौत हो चुकी है। हरियाणा के जींद में पानीपत रोड पर सफीदों क्षेत्र की सीमा के पास एक डस्टर कार ने खड़ी बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में बाइक पर सवार दो युवकों की मौत हो गई। मृतक युवकों की पहचान सफीदों उपमंडल के गांव सिंघपुरा निवासी विकास (22) व गांव अरड़ाना (असंध) निवासी अजय (21) के रूप में हुई है। इस घटना में कार में सवार भी घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों के शव के पानीपत के सामान्य अस्पताल के शवगृह में रखवा दिए गए हैं। शुक्रवार सुबह दोनों के शवों का पोस्टमार्टम होगा। दोनों युवक गांव नारा स्थित एक कालेज के विद्यार्थी बताए जाते हैं। जानकारी के अनुसार वीरवार शाम साढ़े 5 बजे बूंदाबांदी हो रही थी। बूंदाबांदी से बचने के लिए दोनों युवक सड़क किनारे बाइक रोककर खड़े हुए थे। इसी दौरान तेज रफ्तार से डस्टर कार आई और दोनों युवकों को जबरदस्त टक्कर दे मारी। जिसके बाद डस्टर कार एक पेड़ को तोड़ते हुए सड़क किनारे खेतों में जा घुसी और कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। राहगीरों के द्वारा डस्टर कार में सवारों को पानीपत ले जाया गया। वहीं दोनों बाइक सवार दोनों युवकों को भी इलाज के लिए पानीपत ले जाया गया था, जहां पर डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दोनों युवक गांव नारा स्थित परशुराम कालेज में पढ़ते थे और एनसीसी में कैडेट्स थे। विकास की मौत के बाद गांव सिंघपुरा में मातम पसर गया है और परिवार को ढांढस बंधाने के लिए गांव वालों का तांता लग गया है। मृतक विकास का परिवार बेहद गरीबी की हालत में है। विकास के पिता की कई वर्ष पहले मौत हो चुकी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में राज्यसभा सांसद को टिकट पर बगावत:शेरा का निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान; बोले- मनोहर लाल-संजय भाटिया ने संगठन का नाश मारा हरियाणा के पानीपत की इसराना विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार व राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार के खिलाफ बगावत शुरू हो गई है। यहां से स्थानीय भाजपा नेता सत्यवान शेरा ने निर्दलीय लड़ने का ऐलान कर दिया है। टिकट ना मिलने से नाराज सत्यवान ने अपनी पत्नी के साथ तीन दिन पहले ही पार्टी से इस्तीफा दिया था। इसके बाद आज सोमवार को उन्होंने प्रेस कान्फ्रेंस कर भाजपा के कई बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। सत्यवान ने कहा, “हम संगठन के लिए कई वर्षों से काम कर रहे हैं। लेकिन, यहां से पार्टी ने राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार को टिकट देकर बाकी कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है। अब चुनावों में पंवार को वोटों की चोट झेलनी होगी”। बता दें कि कांग्रेस ने यहां से अपने मौजूदा विधायक बलबीर सिंह वाल्मीकि को मैदान में उतारा है। मनोहर और संजय खुद से बड़ा किसी को नहीं समझते: शेरा
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सत्यवान शेरा ने कहा कि जब पार्टी ने कृष्ण लाल पंवार को राज्यसभा सांसद बना दिया है, तो अब उन्हें विधानसभा से टिकट क्यों दी गई है। क्या इसराना विधानसभा में सिर्फ पंवार का ही जनाधार है। ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। कृष्ण लाल पंवार को क्षेत्र वासी स्थानीय नेता नहीं मानते, क्योंकि वे लोगों के बीच नहीं रहते हैं। 2019 में अपनी सीट नहीं बचा पाए थे पंवार
भाजपा ने 2024 के चुनाव में कई पुराने चेहरों पर दांव लगाया है, इन चेहरों में कई ऐसे नाम भी हैं जो 2019 में चुनाव हार गए थे। इन्हीं चेहरों में एक नाम राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार का भी है। 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए पंवार को पार्टी ने उस समय इसराना से टिकट दिया था। उस चुनाव में भले ही पंवार भाजपा के लिए ये सीट जीतने में कामयाब रहे लेकिन 2019 में वह इस सीट को नहीं बचा पाए। कांग्रेस के बलबीर बाल्मीकि ने उन्हें 20,015 वोटों के अंतर से मात दी थी। हालांकि हार के बाद भी पार्टी में पंवार का रुतबा कम नहीं हुआ और उन्हें राज्यसभा में पहुंचा दिया गया। पिछले विधानसभा चुनाव में हार के बावजूद भाजपा ने उनपर विश्वास जताया है। कुछ राजनीतिक जानकारों का मानना है कि ऐसा करके भाजपा दलित वोट बैंक पर अपनी पकड़ मजबूत बनाने का प्रयास कर रही है।
हरियाणा में एक्टिव मानसून से बदला मौसम:24 घंटे में 7 जिलों में झमाझम बारिश; सबसे ज्यादा हिसार में हुई, 3 डिग्री गिरा पारा
हरियाणा में एक्टिव मानसून से बदला मौसम:24 घंटे में 7 जिलों में झमाझम बारिश; सबसे ज्यादा हिसार में हुई, 3 डिग्री गिरा पारा हरियाणा में मानसून एक्टिव रहने से मौसम का मिजाज बदल गया है। बारिश और मानसूनी हवाओं के चलने से तापमान में जबरदस्त गिरावट आई है। 24 घंटे में दिन के तापमान में 3.0 डिग्री तक गिरावट आई है। 24 घंटे में बारिश की बात करें तो 7 जिले ऐसे रहे, जहां झमाझम बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश हिसार में रिकॉर्ड की गई। अच्छी बात यह है कि हरियाणा से अभी मानसून की वापसी नहीं होने वाली है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि सूबे में 29 सितंबर तक मानसून एक्टिव रहेगा। इस दौरान अधिकांश जिलों में मौसम बदलता रहेगा। अब तक प्रदेश के 6 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। 29 सितंबर तक बदलता रहेगा मौसम हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (HAU) के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ ने बताया कि हरियाणा में 29 सितंबर तक मौसम के आमतौर पर बदलते रहने की संभावना है। इस दौरान मानसूनी हवाओं की सक्रियता बढ़ने की संभावना है, जिसके चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में रुक-रुक कर तेज हवाएं चलने तथा गरज के साथ छींटे पड़ने के साथ कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इससे दिन के तापमान में हल्की गिरावट तथा वातावरण में नमी की मात्रा में वृद्धि होने की भी संभावना है। मानसून सीजन में अब तक 390.4 MM बारिश प्रदेशभर में मानसून की सक्रियता के चलते पिछले 24 घंटे में 15.9 मिलीमीटर बारिश हुई है। मानसून सीजन में अब तक 390.4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो सामान्य 401.1 मिलीमीटर से महज 3 फीसदी ही कम है। जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। 2018 में 549 मिमी बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में सिर्फ 97.9 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है। 5 दिन में 5 की हो चुकी मौत हरियाणा में करनाल के नीलोखेड़ी में 13 सितंबर को पॉलिटेक्निक के नजदीक बारिश के कारण एक पेड़ कार पर गिर गया था। हादसे में कार में बैठी देवरानी-जेठानी की मौत हो गई थी, वहीं फरीदाबाद के ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडर ब्रिज के नीचे भरे बरसाती पानी में 14 सितंबर को महिंद्रा XUV700 गाड़ी डूब गई। उसमें बैठे एचडीएफसी बैंक के मैनेजर और कैशियर की दर्दनाक मौत हो गई थी फरीदाबाद की संजय कॉलोनी में एक महिला की 14 सितंबर को करंट लगने से मौके पर ही मौत हो चुकी है। सुमित्रा (58) संजय कॉलोनी में रहती थी। सुमित्रा के पति नरेश ने एटीएम संचालक कंपनी पर केस दर्ज कराया है।