पेरिस ओलिंपिक में गुरुवार को भारतीय हॉकी टीम ने देश को चौथा मेडल दिलाया। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने स्पेन को 2-1 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता। जीत के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्लेयर को 1 करोड़ रुपए देने की घोषणा कर दी है। वहीं, अमृतसर के जंडियाला गुरु के अंतर्गत आते टिम्मोवाल में कैप्टन हरमनप्रीत सिंह के घर खुशी का माहौल है। सीएम भगवंत मान ने जीत पर भारतीय हॉकी टीम को बधाई दी। सीएम मान ने कहा- हमारी स्पोर्ट्स पॉलिसी के अनुसार हम ब्रॉन्ज मैडल जीतने वाले को 1 करोड़ रुपए देंगे… चक दे इंडिया। गौरतलब है कि भारतीय हॉकी टीम में पंजाब के 10 प्लेयर होने के चलते सीएम भगवंत मान का खिलाड़ियों के साथ काफी लगाव देखने को मिला। कुछ दिन पहले ही सीएम भगवंत मान ने फोन पर कैप्टन हरमनप्रीत सिंह के साथ बातचीत भी दी थी और शुभकामनाएं भी दी थी। सीएम भगवंत मान ने वादा किया था कि अगर गोल्ड लेकर आए तो एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंचेंगे। गोल्ड तो ना सही, लेकिन टीम कांस्य पदक जीतने में सफल रही है। हरमनप्रीत सिंह के घर खुशी का माहौल वहीं, हरमनप्रीत सिंह के घर खुशी का माहौल है। मैच को फंसता देख हरमनप्रीत सिंह के पिता सरबजीत सिंह ने जीत पर खुशी जाहिर की। उनका कहना था कि मालिक ने बहुत कृपा की है। 44 सेकेंड रह गए थे, तो टीम को पीसी मिल गई। इंग्लैंड के मैच में जो गलती हुई थी, टीम ने उसे सुधारा है और देश को ब्रॉन्ज मैडल दिलाया है। हरमन के स्वागत की तैयारी मां का कहना है कि वे पूरा समय पाठ करती रही। उन्हें पूरी आस थी कि आज टीम इंडिया मैडल जीतेगी। रिश्तेदारों के फोन आने शुरू हो गए हैं। लेकिन अटैंड करने का समय तक नहीं लग रहा। अब तो हरमन की वापसी की तैयारी है। वापस आने पर हरमन व उसकी पूरी टीम का स्वागत किया जाएगा। पेरिस ओलिंपिक में गुरुवार को भारतीय हॉकी टीम ने देश को चौथा मेडल दिलाया। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने स्पेन को 2-1 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता। जीत के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्लेयर को 1 करोड़ रुपए देने की घोषणा कर दी है। वहीं, अमृतसर के जंडियाला गुरु के अंतर्गत आते टिम्मोवाल में कैप्टन हरमनप्रीत सिंह के घर खुशी का माहौल है। सीएम भगवंत मान ने जीत पर भारतीय हॉकी टीम को बधाई दी। सीएम मान ने कहा- हमारी स्पोर्ट्स पॉलिसी के अनुसार हम ब्रॉन्ज मैडल जीतने वाले को 1 करोड़ रुपए देंगे… चक दे इंडिया। गौरतलब है कि भारतीय हॉकी टीम में पंजाब के 10 प्लेयर होने के चलते सीएम भगवंत मान का खिलाड़ियों के साथ काफी लगाव देखने को मिला। कुछ दिन पहले ही सीएम भगवंत मान ने फोन पर कैप्टन हरमनप्रीत सिंह के साथ बातचीत भी दी थी और शुभकामनाएं भी दी थी। सीएम भगवंत मान ने वादा किया था कि अगर गोल्ड लेकर आए तो एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंचेंगे। गोल्ड तो ना सही, लेकिन टीम कांस्य पदक जीतने में सफल रही है। हरमनप्रीत सिंह के घर खुशी का माहौल वहीं, हरमनप्रीत सिंह के घर खुशी का माहौल है। मैच को फंसता देख हरमनप्रीत सिंह के पिता सरबजीत सिंह ने जीत पर खुशी जाहिर की। उनका कहना था कि मालिक ने बहुत कृपा की है। 44 सेकेंड रह गए थे, तो टीम को पीसी मिल गई। इंग्लैंड के मैच में जो गलती हुई थी, टीम ने उसे सुधारा है और देश को ब्रॉन्ज मैडल दिलाया है। हरमन के स्वागत की तैयारी मां का कहना है कि वे पूरा समय पाठ करती रही। उन्हें पूरी आस थी कि आज टीम इंडिया मैडल जीतेगी। रिश्तेदारों के फोन आने शुरू हो गए हैं। लेकिन अटैंड करने का समय तक नहीं लग रहा। अब तो हरमन की वापसी की तैयारी है। वापस आने पर हरमन व उसकी पूरी टीम का स्वागत किया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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गुरदासपुर में 3 होमगार्ड जवानों को मरणोपरांत वीरता पदक:पुलिस स्टेशन पर आतंकी हमले में हुए शहीद, डीआईजी ने घर पहुंचकर दिया सम्मान नौ वर्ष पहले 27 जुलाई 2015 को जिला गुरदासपुर के दीनानगर पुलिस स्टेशन पर हुए आत्मघाती आतंकी हमले में शहीद हुए होमगार्ड की वन बटालियन के जवान गांव सैदीपुर निवासी बोध राज, गांव जंगल निवासी देस राज और गांव अत्तेपुर निवासी सुखदेव सिंह को राष्ट्रपति वीरता पदक से अलंकृत किया है। होमगार्ड के डिविजनल कमांडेंट जालंधर के डीआईजी चरणजीत सिंह और बटालियन कमांडेंट गुरदासपुर जसकरण सिंह यह सम्मान देने के लिए विशेष तौर पर तीनों शहीद जवानों के घरों में पहुंचे और शहीद बोध राज की पत्नी सुदेश कुमारी, बेटे तरुणदीप सिंह, बेटी ज्योति, शहीद देसराज की पत्नी सुदेश कुमारी, शहीद सुखदेव सिंह की पत्नी चंदा को राष्ट्रपति का गृह रक्षक व नागरिक सुरक्षा वीरता पदक भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की, कंपनी कमांडर इंस्पेक्टर नवदीप कुमार, कंपनी कमांडर इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह, कंपनी कमांडर इंस्पेक्टर प्रभप्रताप सिंह, नंबरदार युवराज सिंह विशेष तौर पर मौैजूद रहे। डीआईजी चरणजीत सिंह ने कहा होमगार्ड के यह तीनों शहीद जवानों को राष्ट्रपति की ओर से वीरता पदक से अलंकृत किया गया है। इस पदकों से शहीद के परिजनों को सम्मानित कर वह गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। इन वीर नारियों के सुहाग ने फिदायीन आतंकियों का वीरता से मुकाबला करते हुए न सिर्फ अपना बलिदान दिया, बल्कि होमगार्ड का नाम सारे देश में रोशन किया है। हमें इनकी शहादत पर हमेशा नाज रहेगा। उन्होंने कहा पंजाब होमगार्ड ने हमेशा पंजाब पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपनी ड्यूटी को तनदेही से निभाया है। आतंकवाद के काले दौर में भी होमगार्ड के साढ़े तीन सौ से ज्यादा वीर जवानों ने अपनी शहादत दी थी। पंजाब के अलावा देश के किसी भी राज्य में चुनाव हों वहां भी हमारे जवान पूरी चौकसी के साथ अपनी ड्यूटी निभाते आए हैं। शहीद जवानों की बटालियन के कमांडेंट जसकरण सिंह ने कहा कि होमगार्ड के जवान बोधराज, देस राज व सुखदेव सिंह ने फिदायीन आतंकियों से लोहा लेते हुए अपना बलिदान देकर परिवार के साथ-साथ बटालियन के गौरव को बढ़ाया है जिस पर हम सबको मान है तथा हमारे जवान इनके बलिदान से हमेशा प्रेरणा लेते रहेंगे। देश के लिए चुनौती था आतंकी हमला: कुंवर विक्की कुंवर रविदंर सिंह विक्की ने कहा कि 9 वर्ष पूर्व हुआ दीनानगर पुलिस स्टेशन पर हुआ आतंकी हमला दीनानगर के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए चुनौती था। मगर हमारी पंजाब पुलिस व होमगार्ड के बहादुर जवानों ने पाक प्रशिक्षित खूंखार आतंकियों का मुकाबला करते हुए पाकिस्तान को यह संदेश दिया कि उनके रहते हमारे देश की एकता व अखंडता को कोई भी दुश्मन भंग करने की जरुरत नहीं कर सकता। कुंवर विक्की ने कहा कि शहीद बोध राज की शहादत के दूसरे दिन तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल शहीद परिवार के साथ संवेदना व्यक्त करने गांव सैदीपुर में उनके घर पहुंचे थे तो उन्होंने परिवार व परिषद की मांग पर एक महीने के अंदर गांव के सरकारी स्कूल का नाम शहीद के नाम पर करने और एक यादगारी गेट बनाने की घोषणा की थी। मगर अफसोस, शहादत के 9 वर्षों बाद भी घोषणा को अमली जामा नहीं पहनाया गया। सिर्फ परिषद के प्रयासों से पिछली सरकार में क्षेत्र जोगिंदर पाल ने अपनी सेलरी से गांव के प्रवेश द्वार पर एक यादगारी गेट का निर्माण करवाया था। द्वार पर लगी शहीद की प्रतिमा को परिवार ने अपने खर्चे पर लगवाया। गांव अत्तेपुर के शहीद जवान सुखदेव सिंह के परिजनों ने अपने खर्चे पर उनका यादगारी गेट बनवाया। गांव जंगल निवासी शहीद देसराज की याद में यादगारी गेट ही बन पाया और न ही सरकारी स्कूलों शहीदों के नाम पर किया गया। इससे बढ़कर इन शहीद जवानों का और क्या अपमान हो सकता है।
पराली जलाने से हरियाणा के 3 शहरों में AQI-400 पार:डॉक्टर बोले-इस प्रदूषण में सांस लेना 25-30 सिगरेट पीने के बराबर; पंजाब-चंडीगढ़ में ऑरेंज अलर्ट
पराली जलाने से हरियाणा के 3 शहरों में AQI-400 पार:डॉक्टर बोले-इस प्रदूषण में सांस लेना 25-30 सिगरेट पीने के बराबर; पंजाब-चंडीगढ़ में ऑरेंज अलर्ट हरियाणा में पराली जलाने से बढ़े प्रदूषण के कारण हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात बन रहे हैं। खासकर जीटी रोड बेल्ट के पानीपत, करनाल और कुरूक्षेत्र में हालात बिगड़ चुके हैं। अकेले कुरूक्षेत्र, करनाल और पानीपत में 198 जगहों पर पराली जलाने के मामले सामने आए हैं, जबकि पूरे हरियाणा में ऐसे मामलों की संख्या 680 है। कुरूक्षेत्र में कल 15 जगहों पर पराली जलाई गई। इसके अलावा इन शहरों में कई जगहों पर खुले में कूड़ा भी जलाया जा रहा है। एक दिन पहले 23 अक्टूबर को पानीपत में एक्यूआई 500 से ऊपर पहुंच गया था। आज पानीपत में एक्यूआई 450, कुरूक्षेत्र में 420 और करनाल में 402 चल रहा है। हालांकि पानीपत में हवा चलने से प्रदूषण से राहत मिली है। रात को AQI का लेवल 450 के बाद अब इसमें कमी आई है। पानीपत के डीसी वीरेंद्र कुमार दहिया का कहना है कि प्रदूषण का स्तर 158 है, जो पहले से सुधरा है। मेदांता हॉस्पिटल के डॉ. अरविंद कुमार का कहना है कि 400 से ऊपर एक्यूआई वाली हवा में सांस लेना एक दिन में 25-30 सिगरेट पीने के बराबर है। 300-350 का AQI एक दिन में 15-20 सिगरेट के बराबर हो सकता है। इससे स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है। पंजाब के 2 शहरों और चंडीगढ़ में प्रदूषण का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पंजाब में अमृतसर का AQI 221 और मंडी गोबिंदगढ़ में 235 AQI हो चुका है। जो खराब की कैटेगरी में आता हैं। चंडीगढ़ में भी AQI 210 हो चुका है। यहां पराली जलने की घटनाएं कम हुई हैं लेकिन हवा न चलने से इसका धुआं नहीं छंट रहा। प्रदूषण को लेकर डॉक्टर्स ने क्या कहा… 1. डॉ. काजल बोले- पंजाब में मुश्किलें बढ़ीं, मास्क पहनना चाहिए
मेडिकल कॉलेज अमृतसर के टीबी-चेस्ट डिपार्टमेंट से रिटायर्ड HOD डॉ. एनसी काजल का कहना है कि आंखों में जलन की समस्याएं आम हो गई हैं। वहीं अस्थमा समेत सांस की दूसरी बीमाारियों के रोगियों की मुश्किलें बढ़ चुकी हैं। इस स्थिति में बाहर निकलने से बचना चाहिए। इमरजेंसी हो तो मास्क पहनना चाहिए। 2. एम्स के पूर्व निदेशक ने कहा- कोविड से ज्यादा खतरनाक प्रदूषण
दिल्ली एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोविड 19 की तुलना में प्रदूषण से होने वाली मौतें अधिक हो सकती हैं। हेल्थ इफेक्ट इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में वायु प्रदूषण के कारण दुनिया में 80 लाख मौतें हुईं। यह कोविड 19 से हुई मौतों से भी ज्यादा हैं। हमें कोविड की चिंता थी, लेकिन प्रदूषण की नहीं। WHO के मुताबिक वायु प्रदूषण से इन बीमारियों का खतरा 1. अस्थमा: सांस लेने में कठिनाई होती है, छाती में दबाव महसूस होता है और खांसी भी आती है। ऐसा तब होता है जब व्यक्ति की श्वसन नली में रुकावट आने लगती है। यह रुकावट एलर्जी (हवा या प्रदूषण) और कफ से आती है। कई रोगियों में यह भी देखा गया है कि सांस लेने की नली में सूजन भी आ जाती है। 2. फेफड़ों का कैंसर: स्मॉल सेल लंग कैंसर (SCLC) प्रदूषण और धूम्रपान से होने वाला कैंसर है। इसका पता तब चलता है जब SCLC शरीर के अलग-अलग हिस्सों में फैल चुका होता है। साथ ही, नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर (NSCLC) तीन तरह के होते हैं। एडेनोकार्सिनोमा, स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा और लार्ज सेल कार्सिनोमा। 3. हार्ट अटैक : वायु प्रदूषण से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। जहरीली हवा के PM 2.5 के बारीक कण खून में चले जाते हैं। इससे धमनियां सूज जाती हैं। 4. बच्चों में सांस की दिक्कत: बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह नाक, गले और फेफड़ों को संक्रमित करता है, जो सांस लेने में मदद करने वाले अंग हैं। बच्चों को इस बीमारी का खतरा अधिक होता है। 5 साल से कम उम्र के बच्चे इस बीमारी से सबसे ज्यादा मरते हैं। 5. क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) : क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) एक सांस संबंधी बीमारी है जिसमें मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह बहुत खतरनाक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक सबसे ज्यादा लोग सीओपीडी से मरते हैं। पराली जलाने वालों पर कोई नियंत्रण नहीं
प्रदेश में पराली जलाने पर अभी तक कोई नियंत्रण नहीं है। बुधवार को भी पराली जलाने के 15 नए मामले सामने आए। इन्हें मिलाकर कुल आंकड़ा 680 पर पहुंच गया है। कुरुक्षेत्र और रोहतक में सबसे ज्यादा नए मामले आए हैं और हिसार में भी दो दिन बाद एक मामला आया है। ऐसे में कृषि विभाग की टीम ने संबंधित किसान पर चालान के साथ ही केस भी दर्ज करवाया है। यमुनानगर और जींद में भी एक-दो केस मिले हैं। इससे प्रदेश का पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। वहीं दूसरी ओर सरकार हरसैक के जरिए सबसे ज्यादा निगरानी रख रही है। विभाग की टीम हर सूचना पर नजर रख रही है। जैसे ही कोई आगजनी की घटना करता है तो उसकी सूचना और लोकेशन विभाग तक पहुंच जाती है। हिसार DC बोले-1000 रुपए प्रति एकड़ दे रहे
हिसार के डीसी प्रदीप दहिया का कहना है कि कृषि भूमि की उपजाऊ शक्ति को बरकरार रखने एवं प्रदूषण से होने वाले नुकसान को देखते हुए अवशेषों का उचित प्रबंधन विभिन्न मशीनों द्वारा खेत में मिलाकर अथवा बेलर द्वारा गांठ बनाकर किया जा सकता है। इसके लिए किसान को कृषि विभाग द्वारा 1000 रुपए प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है, जिसके लिए किसान विभागीय पोर्टल पर 30 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट लगा चुका फटकार
पराली जलाने के मामले में कार्रवाई न करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट हरियाणा के साथ पंजाब सरकार को भी फटकार लगा चुका है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि अगर वह सख्ती दिखा रहे हैं तो फिर एक मुकदमा तो चलना चाहिए। न तो FIR दर्ज की जा रही हैं और न ही जुर्माना लिया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से भी इस मामले को लेकर नाराजगी जताई (पूरी खबर पढ़ें)
होशियारपुर में लड़की का मर्डर:सड़क किनारे खून से लथपथ मिला शव, कंप्यूटर क्लास से आ रही थी घर
होशियारपुर में लड़की का मर्डर:सड़क किनारे खून से लथपथ मिला शव, कंप्यूटर क्लास से आ रही थी घर होशियारपुर के हलका गढ़दीवाला में बुधवार दोपहर मानगढ़ टोल प्लाजा के पास सड़क किनारे एक 18 वर्षीय लड़की शव मिला। मृतका की पहचान गुरलीन कौर पुत्री मनजीत सिंह निवासी मानगढ़ के रूप में हुई है। मौके पर पहुंची गढ़दीवाला पुलिस ने हत्या करने में इस्तेमाल किए गए तेजधार हथियार को भी घटना स्थल से बरामद कर मृतिका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया। कंप्यूटर कोर्स के लिए जाती थी गढ़दीवाला परिजनों से पुलिस द्वारा पूछताछ में सामने आया की मृतक युवती 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद गढ़दीवाला में कंप्यूटर कोर्स करने जाती थी। रोजाना की तरह बुधवार को दोपहर करीब 1.30 बजे घर से गढ़दीवाला में कंप्यूटर सीखने गई थी। तभी करीब 3.30 बजे उसके नाना धर्म सिंह निवासी गांव वडाला ने गुरलीन को फोन किया तो, लड़की ने कहा कि मैं घर जाने के लिए गढ़दीवाला बस स्टैंड पर पहुंची हूं। लेकिन उसके कुछ समय के बाद युवती ने फोन उठाना बंद कर दिया। मामले की जांच में जुटी पुलिस शाम 4.30 बजे जब राहगीरों ने सड़क किनारे खून से लथपथ युवती का शव पड़ा देखा तो उन्होंने तुरंत इसकी सूचना गांव की पंचायत को दी और पंचायत ने गढ़दीवाला पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर हरदेवप्रीत सिंह सब इंस्पेक्टर निर्मल सिंह के साथ पार्टी सहित घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने मृत लड़की के शव को कब्जे में ले लिया और जांच शुरू कर दी। पुलिस ने लड़की की हत्या के समय हत्यारे द्वारा इस्तेमाल किया गया हथियार बरामद कर लिया गया है। पुलिस द्वारा जल्द ही हत्यारे को हिरासत में लिए जाने का दावा भी किया जा रहा है। पुलिस ने मृतक लड़की के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल दसूहा भेज दिया है। लड़की के माता-पिता के बयानों पर मामला दर्ज करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।