रोहतक की डीएलएफ कॉलोनी में शुक्रवार रात दो मवेशी (एक गाय और एक बैल) करंट की चपेट में आ गए। हादसा डीएलएफ कॉलोनी के पार्क के पास खड़े खंभे में करंट आने से हुआ। शुक्रवार रात बूंदाबांदी हो रही थी और मवेशी वहां से गुजर रहे थे। इसी दौरान वे खंभे की चपेट में आ गए। करंट लगने से दोनों मवेशी नीचे गिर गए। हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग एकत्र हो गए। उन्होंने सबसे पहले बिजली की लाइन बंद की और फिर दोनों मवेशियों को संभाला। जिसमें से बैल की मौत हो गई और घायल गाय को उपचार के लिए भेजा गया। करंट लगने से बैल की मौत, गाय गंभीर डीएलएफ कॉलोनी निवासी राकेश कुमार ने बताया कि पार्क के पास लगे खंभे में करंट आ गया था। करंट लगने से यहां 2 मवेशी (एक गाय और एक बैल) नीचे पड़े थे। जिसके बाद दोनों को संभाला गया, जिसमें से बैल की मौत हो चुकी थी। जबकि गाय की सांस चल रही थी। जिसके बाद आवारा पशु मालिकों को फोन करके सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद टीम मौके पर पहुंची। जो गाय को ले गई। 2 महीने पहले भी हुआ था हादसा स्ट्रीट लाइट भी बंद पड़ी है। वाईफाई पोल में करंट है। करीब 2 महीने पहले एक गाय की करंट लगने से मौत हो गई थी। प्रशासन भी इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है। जिसके कारण यह हादसा हुआ है। अगर समस्या का समाधान पहले ही कर दिया गया होता तो आज यह हादसा नहीं होता। पार्क के पास चारा और खाना रखते हैं लोग स्थानीय निवासी दीपक ने बताया कि जब वह वहां पहुंचे तो देखा कि वहां पड़ी गाय करंट लगने के बाद सांस ले रही थी। जिसके बाद उन्होंने गाय को संभाला और उसे बचाने की कोशिश की। जब डॉक्टर को बुलाया गया तो डॉक्टर ने बैल को मृत घोषित कर दिया। यहां पार्क के पास लोग पशुओं के लिए चारा और अन्य चीजें रख देते हैं। इसलिए गायें भी यहां घूमती रहती हैं। घूमते हुए बैल और गाय की करंट लगने से मौत उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात को यहां एक गाय और बैल घूम रहे थे। बारिश के कारण पोल में करंट आ गया था। पोल पर तार अस्त-व्यस्त हैं। करंट लगने से बड़ा हादसा हो सकता है। इसलिए इस समस्या का समाधान कराया जाए। वाईफाई पोल में करंट मिला बिजली निगम के जेई विनय बूरा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि डीएलएफ पार्क के पास पोल में करंट है। जब वह मौके पर पहुंचे तो देखा कि बिजली पोल के पास वाईफाई पोल था। उसमें करंट था। ऐसा लग रहा है कि पोल में करंट नगर निगम की स्ट्रीट लाइट के तार के संपर्क में आ गया। रोहतक की डीएलएफ कॉलोनी में शुक्रवार रात दो मवेशी (एक गाय और एक बैल) करंट की चपेट में आ गए। हादसा डीएलएफ कॉलोनी के पार्क के पास खड़े खंभे में करंट आने से हुआ। शुक्रवार रात बूंदाबांदी हो रही थी और मवेशी वहां से गुजर रहे थे। इसी दौरान वे खंभे की चपेट में आ गए। करंट लगने से दोनों मवेशी नीचे गिर गए। हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग एकत्र हो गए। उन्होंने सबसे पहले बिजली की लाइन बंद की और फिर दोनों मवेशियों को संभाला। जिसमें से बैल की मौत हो गई और घायल गाय को उपचार के लिए भेजा गया। करंट लगने से बैल की मौत, गाय गंभीर डीएलएफ कॉलोनी निवासी राकेश कुमार ने बताया कि पार्क के पास लगे खंभे में करंट आ गया था। करंट लगने से यहां 2 मवेशी (एक गाय और एक बैल) नीचे पड़े थे। जिसके बाद दोनों को संभाला गया, जिसमें से बैल की मौत हो चुकी थी। जबकि गाय की सांस चल रही थी। जिसके बाद आवारा पशु मालिकों को फोन करके सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद टीम मौके पर पहुंची। जो गाय को ले गई। 2 महीने पहले भी हुआ था हादसा स्ट्रीट लाइट भी बंद पड़ी है। वाईफाई पोल में करंट है। करीब 2 महीने पहले एक गाय की करंट लगने से मौत हो गई थी। प्रशासन भी इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है। जिसके कारण यह हादसा हुआ है। अगर समस्या का समाधान पहले ही कर दिया गया होता तो आज यह हादसा नहीं होता। पार्क के पास चारा और खाना रखते हैं लोग स्थानीय निवासी दीपक ने बताया कि जब वह वहां पहुंचे तो देखा कि वहां पड़ी गाय करंट लगने के बाद सांस ले रही थी। जिसके बाद उन्होंने गाय को संभाला और उसे बचाने की कोशिश की। जब डॉक्टर को बुलाया गया तो डॉक्टर ने बैल को मृत घोषित कर दिया। यहां पार्क के पास लोग पशुओं के लिए चारा और अन्य चीजें रख देते हैं। इसलिए गायें भी यहां घूमती रहती हैं। घूमते हुए बैल और गाय की करंट लगने से मौत उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात को यहां एक गाय और बैल घूम रहे थे। बारिश के कारण पोल में करंट आ गया था। पोल पर तार अस्त-व्यस्त हैं। करंट लगने से बड़ा हादसा हो सकता है। इसलिए इस समस्या का समाधान कराया जाए। वाईफाई पोल में करंट मिला बिजली निगम के जेई विनय बूरा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि डीएलएफ पार्क के पास पोल में करंट है। जब वह मौके पर पहुंचे तो देखा कि बिजली पोल के पास वाईफाई पोल था। उसमें करंट था। ऐसा लग रहा है कि पोल में करंट नगर निगम की स्ट्रीट लाइट के तार के संपर्क में आ गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा-दिल्ली में दहशत फैलाने वाला गैंगस्टर खैरमपुरिया कौन:मां को तंग करने पर मामा पर की थी फायरिंग, पैरोल पर आने के बाद 4 कत्ल हरियाणा के सोनीपत शहर के फेमस मातूराम हलवाई की शॉप के बाहर एक के बाद एक 30 राउंड गोलियां चली। एक गोली दूध बेचने वाले शख्स को भी लगी। फायरिंग करने वाले शूटर दुकान पर एक पर्ची फेंक गए, जिसमें 2 करोड़ रुपए की फिरौती और हरियाणा के गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के साथ काला खैरमपुरिया के नाम का जिक्र था। यहीं वो दिन था, जब काला राणा का नाम अपराध की दुनिया में लाइमलाइट में आया। हिसार शहर में नामी महिंद्रा कंपनी के शोरूम में रूटीन की तरह पूरा स्टाफ अपने काम में लगा हुआ था। दोपहर के समय एक बाइक पर तीन शूटर पहुंचे। शूटर्स ने अंधाधुंध 35 से ज्यादा राउंड फायरिंग की और 5 करोड़ रुपए की फिरौती से संबंधित एक पर्ची फेंक कर फरार हो गए। इस पर्ची में भी हिमांशु भाऊ के साथ काला खैरमपुरिया के नाम का जिक्र था। इसके बाद तो पुलिस के लिए काला राणा एक तरह से टारगेट बन गया। हरियाणा की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने राकेश उर्फ काला को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। हिसार के गांव खैरमपुर के रहने वाले राकेश को क्राइम की दुनिया में काला खैरमपुरिया के नाम से जाना जाता हैं। महज 22 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रख सनसनी फैलाने वाले इस सनकी मिजाज काला राणा ने पिछले एक लाल में हरियाणा ही नहीं, बल्कि दिल्ली पुलिस के सामने भी कई बार चुनौती पेश की। ये बात भी सामने आई कि पिता की मौत के बाद काला की मां को मामा परेशान कर रहे थे। इस पर उसने साथियों के साथ मिलकर मामा पर फायरिंग करवा दी थी। हालांकि उसमें मामा बच गया था। 2024 में पहली वारदात, सजा के बाद देश छोड़ भागा
STF से मिली जानकारी के मुताबिक, काला खैरमपुरिया का पहली बार नाम 2014 में हिसार जिले में हुई एक लूट की वारदात में सामने आया। इस केस में जेल चला गया। यहां उसकी कुछ लोकल बदमाशों से दोस्ती हो गई। जेल से छूटने के बाद उसने इलाके में कई अन्य वारदातें की, लेकिन 2015 में उसने राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में एक शख्स की हत्या कर सबसे बड़ी वारदात को अंजाम दिया। राजस्थान पुलिस ने कुछ समय बाद उसे पकड़ भी लिया और वह हनुमानगढ़ जेल में बंद रहा। 2018 में उसे इसी कत्ल केस में हनुमानगढ़ की अदालत से उम्रकैद की सजा हो गई। हनुमानगढ़ जेल में रहते हुए उसके संपर्क उत्तर भारत में एक्टिव कई बड़े गैंगस्टर से हो गए। सजा के 2 साल बाद उसे 2020 में कोर्ट से पैरोल मिल गई, लेकिन काला खैरमपुरिया वापस जेल जाने की बजाए फरार हो गए। इसके बाद तो उसने ऐसा आतंक मचाया कि टारगेट किलिंग, हत्या का प्रयास, लूट, फिरौती, रंगदारी जैसे 14 वारदातों को या तो खुद अंजाम दिया या फिर विदेश में बैठकर अपने गुर्गो के जरिए अंजाम दिलवाया। उसने 2021 में फतेहाबाद जिले के गांव दरौली में एक शख्स की हत्या की। इसके साथ ही हनुमानगढ़, सिरसा, हिसार में कई जगह गोलियां चलाकर फिरौती मांगी। जब वह पुलिस के लिए सिरदर्द बनने लगा तो वह कुछ समय के लिए शांत बैठ गया। 2023 में उसने फर्जी पते पर फर्जी पासपोर्ट तैयार कराया और फिर पहले यूएई, आर्मीनिया के बाद थाईलैंड पहुंच गया। गैंगस्टर भाऊ और नीरज के संपर्क में आया
यहां पहुंचने के बाद काला राणा गैंगस्टर हिमांशु भाऊ और नीरज फरीदपुरिया के संपर्क में आया। इन दोनों बड़े गैंगस्टर के साथ मिलकर अपनी गैंग को दिल्ली-हरियाणा में एक्टिव कर दिया। गैंग के गुर्गों के जरिए उसने सोनीपत में मातूराम हलवाई के यहां फिरौती के लिए फायरिंग कराई। इसके बाद सोनीपत में ही शराब कारोबारी सुंदर मलिक का कत्ल करा दिया। यही नहीं काला खैरमपुरिया ने दिल्ली के तिलक नगर में एक नामी शोरूम पर फायरिंग कराकर 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी। उसके बाद 18 जून को दिल्ली के राजौरी गार्डन में अमन जून नाम के शख्स की गैंगवारी में हत्या करा दी। 24 जून को उसने हिसार में इनेलो नेता रामभगत के बेटे के शोरूम पर फायरिंग कराकर 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी। एक बाद एक काला खैरमपुरिया का नाम पुलिस के रोजनामचे में चढ़ता गया। हिसार की घटना के बाद पुलिस के साथ-साथ सरकार की भी काफी किरकिरी हुई। इसी के चलते एसटीएफ ने कमान संभाली और फिर सबसे पहले पुलिस ने उस पते को ढूंढ निकाला, जिसके जरिए काला फर्जी पासपोर्ट बनवाकर देश छोड़कर भागा था। पुलिस ने उसी पते के आधार पर काला की ट्रैवलिंग रूट की हिस्ट्री खंगाली और फिर उसका पुख्ता ठिकाना पता लगने के बाद पासपोर्ट रद्द करवाकर उसे अरेस्ट कर लिया।
जींद में रिश्वत लेते कानूनगो व सहायक गिरफ्तार:नक्शा तकसीम करने की एवज में लिए थे 16 हजार रुपए; ACB ने रंगे हाथ पकड़ा
जींद में रिश्वत लेते कानूनगो व सहायक गिरफ्तार:नक्शा तकसीम करने की एवज में लिए थे 16 हजार रुपए; ACB ने रंगे हाथ पकड़ा हरियाणा के जींद में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने नक्शा तकसीम करने की एवज में कानूनगो व उसके सहायक को 16 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू किया है। एसीबी ने दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है। रोहतक जिले के एक व्यक्ति ने एसीबी के टोल फ्री नंबर पर शिकायत देकर कहा था कि उसकी पत्नी के नाम जीन्द के खेड़ी तलौढा गांव के पास जमीन है। नक्शा तकसीम करने की एवज में हलका कानूनगो सतपाल 16 हजार रुपए रिश्वत की डिमांड कर रहा है। रिश्वत राशि न देने पर उसके कार्य को लटकाए हुए है। शिकायत के आधार पर एसीबी करनाल के निरीक्षक दीपक कुमार के नेतृत्व में रेडिंग टीम का गठन किया गया। रेडिंग टीम ने शिकायतकर्ता को नोटों को पाउडर लगा तथा हस्ताक्षर करवा कर नोट थमा दिए। संपर्क साधने पर कानूनगो सतपाल तथा सहायक राकेश ने शिकायतकर्ता को पटवार भवन बुला लिया। रिश्वत राशि थमाए जाने के साथ इशारा मिलते ही एसीबी टीम ने सहायक तथा कानूनगो को काबू कर लिया और रिश्वत राशि 16 हजार रूपये को बरामद कर लिया। एसीबी ने दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत पूछताछ की जा रही है।
हरियाणा में राज्यसभा चुनाव लड़ने के मूड में नहीं कांग्रेस:हुड्डा ने दिए संकेत, बोले- हमारे विधायक कम, कोई 13 MLA लेकर आए तो साथ देंगे
हरियाणा में राज्यसभा चुनाव लड़ने के मूड में नहीं कांग्रेस:हुड्डा ने दिए संकेत, बोले- हमारे विधायक कम, कोई 13 MLA लेकर आए तो साथ देंगे कांग्रेस पार्टी हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट के लिए होने वाला चुनाव लड़ने के मूड में नहीं है। इसके संकेत खुद पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दिए हैं। हुड्डा का कहना है कि कांग्रेस के पास राज्यसभा चुनाव जीतने लायक विधायक नहीं हैं। हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस के केवल 28 विधायक हैं। इनमें तोशाम की विधायक किरण चौधरी शामिल नहीं है क्योंकि वह भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। पर्याप्त संख्याबल नहीं होने के कारण कांग्रेस चुनाव से दूर रहेगी। हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस के पास 28 विधायक हैं। 3 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी पार्टी को प्राप्त है। इन्हें मिलाकर कांग्रेस के पास 31 विधायक ही बनते हैं। किरण चौधरी के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने उन्हें अयोग्य करार देने के लिए स्पीकर को याचिका दी लेकिन स्पीकर उस पर एक्शन ही नहीं ले रहे। हुड्डा ने कहा कि राज्यसभा सीट का चुनाव जीतने के लिए विधानसभा में 44 विधायकों की जरूरत है। अगर कोई 13 विधायक लेकर आता है तो कांग्रेस उसका समर्थन करने को तैयार है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले भी राज्यसभा सीट के लिए होने वाले चुनाव में कांग्रेस के कैंडिडेट नहीं उतारने के संकेत दे चुके हैं। 3 सितंबर को होगा चुनाव
हरियाणा में राज्यसभा की कुल 5 सीटें हैं। मौजूदा चार सांसदों में 3 भाजपा के हैं जबकि चौथे सांसद कार्तिकेय शर्मा है जो निर्दलीय जीते थे। पांचवीं सीट दीपेंद्र सिंह हुड्डा के इस्तीफा देने के बाद खाली हुई है क्योंकि दीपेंद्र हाल ही में रोहतक लोकसभा सीट से कांग्रेस के सांसद चुने जा चुके हैं। दीपेंद्र सिंह हुड्डा के लोकसभा मेंबर बनते ही नियमानुसार उनकी राज्यसभा सीट स्वत: ही खाली हो गई। चुनाव आयोग ने 7 अगस्त को इसी सीट पर 3 सितंबर को चुनाव कराने का ऐलान किया है। जजपा-कांग्रेस एक-दूसरे के पाले में डाल रहे गेंद
राज्यसभा की खाली हुई सीट को लेकर कांग्रेस और जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता दुष्यंत चौटाला के बीच बयानबाजी होती रही है। दोनों दलों के नेता एक-दूसरे से अपने सभी विधायक लेकर आने की सूरत में समर्थन देने की बात कहते रहे हैं। JJP नेता अजय चौटाला कह चुके हैं कि भाजपा को हराने के लिए वह अपने सभी 10 विधायकों के साथ कांग्रेस का समर्थन करने को तैयार हैं। दूसरी ओर, हुड्डा का दावा है कि JJP के सभी 10 विधायक ही चौटाला के साथ नहीं है इसलिए उनके दावे का कोई तुक नहीं बनता। हुड्डा यहां तक भी कह चुके हैं कि अगर JJP 13 विधायक ले आती है तो वह भाजपा को हराने के लिए उनका समर्थन करने को तैयार हैं। नवीन जयहिन्द जता चुके दावा
रोहतक के ताल्लुक रखने वाले, जयहिन्द सेना के प्रमुख नवीन जयहिन्द राज्यसभा चुनाव लड़ने का दावा कर चुके हैं। महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू उनका समर्थन करने की बात कह चुके हैं। हालांकि राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनने के लिए 10 विधायकों का समर्थन होना जरूरी है। नवीन जयहिन्द इसके लिए सभी पार्टियों के अलावा निर्दलीय विधायकों का समर्थन मांग चुके हैं।