हरियाणा के हिसार के शास्त्री नगर में एक मकान में अज्ञात कारण के चलते आग लग गई। आगजनी से घर का सारा सामान जलकर राख हो गया। आगजनी के दौरान घर में रहने वाले पति-पत्नी मजदूरी करने के लिए गए थे। पड़ोसियों ने आगजनी की सूचना फायर ब्रिगेड को दी। दो गाडियों ने करीब 1 घंटे पर आग पर काबू पाया। आग से मकान की छत गिर गई। 3 लाख रुपए से ज्यादा नुकसान होने की संभावना जताई गई है। जानकारी के अनुसार शास्त्री नगर के रहने वाले मंगू ने बताया कि वह और उसकी पत्नी मजदूरी करते हैं। सुबह 7 बजे उसकी पत्नी मजदूरी करने के लिए चली गई। इसके बाद वह 8 बजे वह भी चला गया। 12 बजे पड़ोसियों ने फोन कर घर पर आग लगने की सूचना दी। पड़ोसियों ने फायर ब्रिगेड को भी फोन कर दिया। मौके पर पहुंची 2 गाड़ियों ने आग पर करीब 1 घंटे में काबू पाया। तब तक घर का सारा सामान जल चुका था। मकान की गिरी छत मकान मालिक ने बताया कि उसका कच्चा मकान था और छत भी लकड़ी से बनी हुई थी। जो आगजनी के कारण छत गिर गई। वही संदूक में रखे करीब 30 हजार रुपए भी जल कर राख हो गए। मौके पर पहुंचे तो फायर ब्रिगेड टीम ने कमरे से 2 गैस सिलेंडर को बाहर निकाल लिया। इसके चलते सिलेंडर फटने से बच गए। आग लगने की सूचना मिलने पर आजाद नगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर साधु राम पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। हरियाणा के हिसार के शास्त्री नगर में एक मकान में अज्ञात कारण के चलते आग लग गई। आगजनी से घर का सारा सामान जलकर राख हो गया। आगजनी के दौरान घर में रहने वाले पति-पत्नी मजदूरी करने के लिए गए थे। पड़ोसियों ने आगजनी की सूचना फायर ब्रिगेड को दी। दो गाडियों ने करीब 1 घंटे पर आग पर काबू पाया। आग से मकान की छत गिर गई। 3 लाख रुपए से ज्यादा नुकसान होने की संभावना जताई गई है। जानकारी के अनुसार शास्त्री नगर के रहने वाले मंगू ने बताया कि वह और उसकी पत्नी मजदूरी करते हैं। सुबह 7 बजे उसकी पत्नी मजदूरी करने के लिए चली गई। इसके बाद वह 8 बजे वह भी चला गया। 12 बजे पड़ोसियों ने फोन कर घर पर आग लगने की सूचना दी। पड़ोसियों ने फायर ब्रिगेड को भी फोन कर दिया। मौके पर पहुंची 2 गाड़ियों ने आग पर करीब 1 घंटे में काबू पाया। तब तक घर का सारा सामान जल चुका था। मकान की गिरी छत मकान मालिक ने बताया कि उसका कच्चा मकान था और छत भी लकड़ी से बनी हुई थी। जो आगजनी के कारण छत गिर गई। वही संदूक में रखे करीब 30 हजार रुपए भी जल कर राख हो गए। मौके पर पहुंचे तो फायर ब्रिगेड टीम ने कमरे से 2 गैस सिलेंडर को बाहर निकाल लिया। इसके चलते सिलेंडर फटने से बच गए। आग लगने की सूचना मिलने पर आजाद नगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर साधु राम पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
रेवाड़ी जिले की 3 विधानसभा सीटों पर काउंटिंग आज:चिरंजीव राव, जगदीश यादव और लक्ष्मण यादव बड़े चेहरे; पहला रुझान 9 बजे आएगा
रेवाड़ी जिले की 3 विधानसभा सीटों पर काउंटिंग आज:चिरंजीव राव, जगदीश यादव और लक्ष्मण यादव बड़े चेहरे; पहला रुझान 9 बजे आएगा हरियाणा में रेवाड़ी जिले की 3 विधानसभा सीटों पर काउंटिंग आज सुबह 8 बजे होगी। रेवाड़ी और बावल विधानसभा सीट के लिए सेक्टर-18 स्थित गर्ल्स कॉलेज और कोसली सीट के लिए जैन स्कूल को काउंटिंग सेंटर बनाया गया है। पहले पोस्टल बैलट गिने जाएंगे। सुबह 9 बजे तक पहला रुझान आ जाएगा। 5 अक्टूबर को जिले की तीनों विधानसभा सीट पर 67.99 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। विधानसभा सीटवाइज देखें तो सबसे ज्यादा वोटिंग कोसली सीट पर 70.19% हुई। वहीं सबसे कम वोटिंग रेवाड़ी सीट पर 65.86% हुई। बावल सीट पर 67.95% मतदान हुआ। काउंटिंग के लिए बनाए गए दोनों सेंटरों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए 3 लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है। काउंटिंग सेंटर में कर्मचारियों और राजनीतिक दलों के मान्यता प्राप्त पोलिंग एजेंटों के अलावा किसी दूसरे को जाने की इजाजत नहीं है। अंदर मोबाइल ले जाने की भी मनाही है।
हरियाणा में पूर्व BJP मंत्री के बगावती तेवर:घर पर समर्थकों की भीड़ जुटाई, पहली लिस्ट में नाम न आने से टिकट कटने का डर
हरियाणा में पूर्व BJP मंत्री के बगावती तेवर:घर पर समर्थकों की भीड़ जुटाई, पहली लिस्ट में नाम न आने से टिकट कटने का डर हरियाणा के महेंद्रगढ़ में पूर्व मंत्री और बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रामबिलास शर्मा के आवास पर उनके समर्थक पहुंचने लगे हैं। मंत्री को खुद की टिकट कटने का खतरा सता रहा हैं और इसी को देखते हुए उन्होंने अपने वर्करों की बैठक बुलाई है। रामिबलास शर्मा महेंद्रगढ़ सीट से भाजपा टिकट के दावेदार हैं, लेकिन इस सीट पर पहली लिस्ट में उम्मीदवार की घोषणा नहीं हुई। पार्टी ने इसे होल्ड कर लिया। इसको लेकर उनमें चिंता के साथ रोष है। रामबिलास शर्मा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर मैसेज पोस्ट में करके लिखा है कि 6 सितंबर की दोपहर जयराम सदन महाराणा प्रताप चौक पर प्रो. रामबिलास शर्मा आगामी चुनाव के लिए अपने सभी कार्यकर्ताओं-परिवार के सदस्यों के साथ जरूरी बैठक लेंगे। फिलहाल रामबिलास शर्मा कार्यकर्ताओं के बीच नहीं पहुंचे हैं। उनके आने का इंतजार हो रहा है। लोगों की नजर उनके घर पर लगे भाजपा के झंडे पर भी है कि वो उतरेगा या लहराता रहेगा। शुक्रवार सुबह ही उनके आवास पर कार्यकर्ता पहुंचना शुरू हो गए हैं। कार्यकर्ताओं के बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की गई है और टैंट भी लगाया गया है। अच्छी खासी संख्या रामबिलास के समर्थक यहां जुटे हैं और अभी अन्य वर्कर भी पहुंच रहे हैं। रामबिलास शर्मा वर्करों की मीटिंग में वर्तमान हालात पर चर्चा कर क्या कदम उठाते हैं। इस पर भाजपा के अलावा अन्य पार्टियों व आमजन की निगाह टिकी हुई है। रामबिलास 4 बार रह चुके विधायक बता दें कि रामबिलास शर्मा हरियाणा बीजेपी के सीनियर नेताओं में से एक हैं। पार्टी के बुरे दौर में भी शर्मा बीजेपी से 4 बार विधायक चुने गए। उनके साथ कैबिनेट में रहे पूर्व गृहमंत्री अनिल विज को 67 प्रत्याशियों की पहली सूची में अंबाला कैंट सीट से टिकट मिल चुकी हैं, लेकिन रामबिलास शर्मा का इस सूची में नाम नहीं हैं। जिससे उनकी टेंशन बढ़ चुकी है। इससे पहले पूर्व डिप्टी पीएम चौधरी देवीलाल के पोते आदित्य चौटाला भी डबवाली से टिकट में नाम नहीं होने पर चेयरमैन पद से इस्तीफा दे चुके हैं। रामबिलास शर्मा की सोशल मीडिया पर की पोस्ट…. दो बार प्रदेशाध्यक्ष, पांच बार विधायक बने
महेंद्रगढ़ सीट पर इस बार बदलाव की चर्चा ज्यादा हैं। यहां रामबिलास शर्मा के अलावा पार्टी के दूसरे नेता देवेंद्र यादव का नाम भी चल रहा हैं। जिसके चलते रामबिलास शर्मा को टिकट कटने का खतरा हैं। रामबिलास शर्मा 1991 और 2013 में दो बार पार्टी के अध्यक्ष रहने के साथ ही 5 बार एमएलए बने हैं। 2014 में रामबिलास शर्मा के पार्टी प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए ही बीजेपी ने पहली बार हरियाणा में अपने दम पर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। उस वक्त रामबिलास शर्मा सीएम पद की रेस में सबसे आगे थे। लेकिन पार्टी ने उनकी दावेदारी को दरकिनार करते हुए मनोहर लाल खट्टर को सीएम बनाया था। 2019 में चुनाव हार चुके शर्मा
हालांकि वह मनोहर लाल खट्टर की सरकार में दूसरे सबसे पावरफुल मंत्री थे। 2019 के चुनाव में वह महेंद्रगढ़ सीट से कांग्रेस के राव दान सिंह से हार गए। रामबिलास शर्मा की उम्र भी काफी ज्यादा हो गई हैं। ऐसे में वह इस बार खुद या बेटे गौतम शर्मा के लिए टिकट की दावेदारी कर रहे थे। लेकिन पार्टी किसी दूसरे चेहरे को टिकट देने पर विचार कर रही हैं। इसी संभावना के बीच टिकट की घोषणा से पहले रामबिलास शर्मा ने कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुला ली हैं। महेंद्रगढ़ और नारनौल दो सीटें होल्ड पर रखी
बीजेपी ने अभी महेंद्रगढ़ के अलावा नारनौल सीट होल्ड पर रखी हुई हैं। नारनौल सीट पर पूर्व मंत्री ओमप्रकाश यादव दावेदार हैं। यादव केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के करीबी हैं। राव की सिफारिश पर ही उन्हें दो चुनावों में न केवल टिकट मिली, बल्कि वह मंत्री भी बने। अहीरवाल बेल्ट की 11 सीटों पर राव इंद्रजीत बनाम एंटी राव गुट के बीच टिकटों को लेकर काफी गहमा गहमी रही। महेंद्रगढ़ में रामबिलास शर्मा के नाम पर भी केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को भी कोई आपत्ति नहीं हैं। बावजूद इसके इस सीट पर पार्टी की तरफ से प्रत्याशी की घोषणा नहीं होना किसी बड़े फैसले की तरफ इशारा कर रही है। महेंद्रगढ़ जिले की अटेली विधानसभा सीट पर पार्टी केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव को टिकट दे चुकी हैं। जबकि नांगल चौधरी सीट पर राव के विरोधी कहे जाने वाले नायब सैनी सरकार में राज्यमंत्री डा. अभय सिंह को तीसरी बार चुनावी मैदान में उतारा गया है।
हरियाणा में 689 जगहों पर जलाई गई पराली:4 शहरों में AQI 400 पार, 10 शहरों में हवा जहरीली, सोनीपत में 2 इंडस्ट्रीज सीज
हरियाणा में 689 जगहों पर जलाई गई पराली:4 शहरों में AQI 400 पार, 10 शहरों में हवा जहरीली, सोनीपत में 2 इंडस्ट्रीज सीज हरियाणा में पराली जलाने के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। प्रदेश में 3 और जगहों पर पराली जलाई गई है। इसके साथ ही पराली जलाने के मामले बढ़कर 689 हो गए हैं। हरियाणा के 4 शहरों पानीपत, करनाल, जींद और रोहतक में सबसे ज्यादा प्रदूषण है। यहां AQI 400 के पार पहुंच गया है। वहीं, 10 शहर ऐसे हैं जहां हवा की गुणवत्ता खराब है। इन 10 में से 4 शहरों में AQI 300 से ऊपर है जिसमें कुरुक्षेत्र, धारूहेड़ा, बल्लभगढ़ और बहादुरगढ़ शामिल हैं। इसके अलावा अंबाला, हिसार, चरखी दादरी, भिवानी, सोनीपत और सिरसा में AQI 200 से ऊपर है। इन शहरों में सुबह के समय स्मॉग का असर देखा जा सकता है। वहीं, नेशनल हाईवे से गुजरते समय खेतों में पराली जलती हुई देखी जा सकती है लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में इनका कोई जिक्र नहीं है। HARSAC की रिपोर्ट के अनुसार कैथल, कुरुक्षेत्र और सोनीपत में एक-एक, तीन स्थानों पर पराली जलाई गई, लेकिन हाईवे से गुजरते समय कई स्थानों पर आगजनी के मामले देखे जा सकते हैं। सोनीपत में दो इंडस्ट्रीज को नोटिस
वहीं प्रदूषण फैलाने वाले कारणों पर सरकार ने सख्ती शुरू कर दी है। पराली के साथ-साथ इंडस्ट्रीज पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। सोनीपत में प्रदूषण फैलाने पर 2 इंडस्ट्रीज को सील किया गया है। वहीं 13 इंडस्ट्रीज को नोटिस दिया गया है। इसके अलावा 6 डीजी सेट को भी सील किया गया है। अन्य ईकाई पर 21 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। WHO के मुताबिक वायु प्रदूषण से इन बीमारियों का खतरा 1. अस्थमा: सांस लेने में कठिनाई होती है, छाती में दबाव महसूस होता है और खांसी भी आती है। ऐसा तब होता है जब व्यक्ति की श्वसन नली में रुकावट आने लगती है। यह रुकावट एलर्जी (हवा या प्रदूषण) और कफ से आती है। कई रोगियों में यह भी देखा गया है कि सांस लेने की नली में सूजन भी आ जाती है। 2. फेफड़ों का कैंसर: स्मॉल सेल लंग कैंसर (SCLC) प्रदूषण और धूम्रपान से होने वाला कैंसर है। इसका पता तब चलता है जब SCLC शरीर के अलग-अलग हिस्सों में फैल चुका होता है। साथ ही, नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर (NSCLC) तीन तरह के होते हैं। एडेनोकार्सिनोमा, स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा और लार्ज सेल कार्सिनोमा। 3. हार्ट अटैक : वायु प्रदूषण से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। जहरीली हवा के PM 2.5 के बारीक कण खून में चले जाते हैं। इससे धमनियां सूज जाती हैं। 4. बच्चों में सांस की दिक्कत: बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह नाक, गले और फेफड़ों को संक्रमित करता है, जो सांस लेने में मदद करने वाले अंग हैं। बच्चों को इस बीमारी का खतरा अधिक होता है। 5 साल से कम उम्र के बच्चे इस बीमारी से सबसे ज्यादा मरते हैं। 5. क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) : क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) एक सांस संबंधी बीमारी है जिसमें मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह बहुत खतरनाक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक सबसे ज्यादा लोग सीओपीडी से मरते हैं।