हिसार में युवक का अपहरण कर लूटपाट:डाबड़ा चौक पर कार में बैठाया, ढाई घंटे घुमाया, पैसे नहीं होने पर रिश्तेदारों से ऑनलाइन कराया

हिसार में युवक का अपहरण कर लूटपाट:डाबड़ा चौक पर कार में बैठाया, ढाई घंटे घुमाया, पैसे नहीं होने पर रिश्तेदारों से ऑनलाइन कराया

हरियाणा के हिसार में आइसक्रीम खाने गए गोयल अस्पताल के कंपाउंडर अजय को डाबड़ा चौक से उसकी कार में अगवा कर मारपीट कर लूट लिया गया। घटना रात साढ़े 12 बजे की है। बदमाश युवक को ढाई घंटे तक घुमाते रहे और मारपीट कर 33 हजार रुपये लूट लिए। बदमाशों ने युवक को तब तक नहीं छोड़ा जब तक उनके पास सारे पैसे नहीं आ गए। युवक के पास जब पैसे कम पड़ गए तो उन्होंने उसके परिजनों से ऑनलाइन पेमेंट मांगी, जिसके बाद बदमाश अजय को गांव मंगाली के पास छोड़कर फरार हो गए। 3 अज्ञात युवकों के खिलाफ FIR अजय ने डायल 112 पर कॉल कर मदद मांगी तो पुलिस पहुंची और युवक को घर ले गई। पुलिस ने अजय की शिकायत पर 3 अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने एक युवक को हिरासत में ले लिया है। अजय गोयल अस्पताल से रोजाना रात को महाबीर कॉलोनी पंचायती धर्मशाला के पास अपने घर जाता है। वह रात को डाबड़ा चौक पर अपने दोस्तों के साथ आइसक्रीम खाता है, लेकिन अपहरण वाले दिन 8 अगस्त को अजय के दोस्त उसके साथ नहीं थे। आधार अस्पताल का पता पूछने के बहाने उठाया
पुलिस को दी शिकायत में युवक अजय (21) ने बताया कि वह हिसार के गोयल अस्पताल में कंपाउंडर की नौकरी करता है। वह महाबीर कॉलोनी का रहने वाला है। अजय ने पुलिस को बताया कि मैं रोजाना डाबड़ा चौक पर दोस्तों के साथ आइसक्रीम खाता हूं। 8 अगस्त की रात को करीब साढ़े 11 बजे मैं डाबड़ा चौक पहुंचा। आइसक्रीम वाले कैंप चौक से डाबड़ा चौक आकर रुकते ही मैं अपने दोस्तों का इंतजार करने लगा। थोड़ी देर में चौक पर काले रंग की राजस्थान नंबर की वैन्यू गाड़ी आई। गाड़ी में एक लड़का बैठा था। उसने मुझे बुलाया और पूछा की आधार अस्पताल जाना है। मैं अस्पताल का पता बता दिया। युवक ने कहा सुनाई नहीं दिया जब मैं और नजदीक गया तो युवक ने मेरा फोन छीनकर अपनी गाड़ी में पीछे फेंक दिया। मैं गाड़ी खोलकर फोन निकालने लगा तो लड़के ने गाड़ी के दरवाजे लॉक कर दिए। मैं चिल्लाया मगर उसने गाड़ी नहीं रोकी। आधार अस्पताल के पास 2 बदमाशों ने मारपीट की
अजय ने बताया आधार अस्पताल के पास जाते ही 2 युवक और गाड़ी में बैठ गए। उन्होंने मारपीट शुरू कर दी और फोन का पासवर्ड पूछा। मैंने इन्कार किया तो और मारपीट करने लगे। दोनों युवक मेरी जांघ पर बैठ गए और UPI का पासवर्ड पूछा और मेरा मुंह रूमाल से बांध दिया। मेरे अकाउंट में बैलेंस कम था तो युवकों ने कहा कि अपने घर फोन कर पैसे मंगवा। मैंने अपने घर फोन किया तो किसी ने नहीं उठाया। इसके बाद बदमाशों ने फोन ले लिया और मेरी कॉल हिस्ट्र्री चेक करने लगे। बदमाशों ने कहा कि “तूने अपने जीजा से बात की है। इसे फोन कर और बता कि मेरे दोस्त का एक्सीडेंट हो गया है वह ICU में एडमिट है और मुझे 20 हजार रुपए चाहिए”। इसके बाद जीजा ने 2 बार में 20 हजार रुपए भेज दिए। बदमाशों ने अपना स्कैनर मेरे वॉट्सऐप से जीजा से भेज दिया था। बदमाशों ने पर्स में रखे 13 हजार रुपए नगद भी छीन लिए। बदमाशों ने कार की नंबर प्लेट पर लगाया गोबर
युवक अजय ने बताया कि पैसे मिलने पर बदमाशों ने गंगवा बस स्टैंड पर छोड़ दिया। मैंने आगे और पीछे की नंबर प्लेट से नंबर नोट कर लिया। बदमाशों ने पीछे वाली नंबर प्लेट पर गोबर लगाया हुआ था मगर आगे की नंबर प्लेट से मैंने नंबर नोट कर लिया। गंगवा बस स्टैंड पर रात को ढाई बजे मैंने वहां बैठे लोगों से मदद मांगी मगर किसी ने मदद नहीं की। इसके बाद मैं भागकर गांव में चला गया और डायल 112 पर फोन कर सूचना दी। थोड़ी देर में सेक्टर 9-11 थाने के एसएचओ बलबीर पूनिया पहुंचे और मुझे पुलिस स्टेशन ले गए और मेरी अच्छे से बात सुनी और मदद की। इसके बाद मेरे घर वाले मुझे लेने आ गए। पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ 140(3), 309(6) और 3(5) के तहत केस दर्ज कर लिया है। हरियाणा के हिसार में आइसक्रीम खाने गए गोयल अस्पताल के कंपाउंडर अजय को डाबड़ा चौक से उसकी कार में अगवा कर मारपीट कर लूट लिया गया। घटना रात साढ़े 12 बजे की है। बदमाश युवक को ढाई घंटे तक घुमाते रहे और मारपीट कर 33 हजार रुपये लूट लिए। बदमाशों ने युवक को तब तक नहीं छोड़ा जब तक उनके पास सारे पैसे नहीं आ गए। युवक के पास जब पैसे कम पड़ गए तो उन्होंने उसके परिजनों से ऑनलाइन पेमेंट मांगी, जिसके बाद बदमाश अजय को गांव मंगाली के पास छोड़कर फरार हो गए। 3 अज्ञात युवकों के खिलाफ FIR अजय ने डायल 112 पर कॉल कर मदद मांगी तो पुलिस पहुंची और युवक को घर ले गई। पुलिस ने अजय की शिकायत पर 3 अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने एक युवक को हिरासत में ले लिया है। अजय गोयल अस्पताल से रोजाना रात को महाबीर कॉलोनी पंचायती धर्मशाला के पास अपने घर जाता है। वह रात को डाबड़ा चौक पर अपने दोस्तों के साथ आइसक्रीम खाता है, लेकिन अपहरण वाले दिन 8 अगस्त को अजय के दोस्त उसके साथ नहीं थे। आधार अस्पताल का पता पूछने के बहाने उठाया
पुलिस को दी शिकायत में युवक अजय (21) ने बताया कि वह हिसार के गोयल अस्पताल में कंपाउंडर की नौकरी करता है। वह महाबीर कॉलोनी का रहने वाला है। अजय ने पुलिस को बताया कि मैं रोजाना डाबड़ा चौक पर दोस्तों के साथ आइसक्रीम खाता हूं। 8 अगस्त की रात को करीब साढ़े 11 बजे मैं डाबड़ा चौक पहुंचा। आइसक्रीम वाले कैंप चौक से डाबड़ा चौक आकर रुकते ही मैं अपने दोस्तों का इंतजार करने लगा। थोड़ी देर में चौक पर काले रंग की राजस्थान नंबर की वैन्यू गाड़ी आई। गाड़ी में एक लड़का बैठा था। उसने मुझे बुलाया और पूछा की आधार अस्पताल जाना है। मैं अस्पताल का पता बता दिया। युवक ने कहा सुनाई नहीं दिया जब मैं और नजदीक गया तो युवक ने मेरा फोन छीनकर अपनी गाड़ी में पीछे फेंक दिया। मैं गाड़ी खोलकर फोन निकालने लगा तो लड़के ने गाड़ी के दरवाजे लॉक कर दिए। मैं चिल्लाया मगर उसने गाड़ी नहीं रोकी। आधार अस्पताल के पास 2 बदमाशों ने मारपीट की
अजय ने बताया आधार अस्पताल के पास जाते ही 2 युवक और गाड़ी में बैठ गए। उन्होंने मारपीट शुरू कर दी और फोन का पासवर्ड पूछा। मैंने इन्कार किया तो और मारपीट करने लगे। दोनों युवक मेरी जांघ पर बैठ गए और UPI का पासवर्ड पूछा और मेरा मुंह रूमाल से बांध दिया। मेरे अकाउंट में बैलेंस कम था तो युवकों ने कहा कि अपने घर फोन कर पैसे मंगवा। मैंने अपने घर फोन किया तो किसी ने नहीं उठाया। इसके बाद बदमाशों ने फोन ले लिया और मेरी कॉल हिस्ट्र्री चेक करने लगे। बदमाशों ने कहा कि “तूने अपने जीजा से बात की है। इसे फोन कर और बता कि मेरे दोस्त का एक्सीडेंट हो गया है वह ICU में एडमिट है और मुझे 20 हजार रुपए चाहिए”। इसके बाद जीजा ने 2 बार में 20 हजार रुपए भेज दिए। बदमाशों ने अपना स्कैनर मेरे वॉट्सऐप से जीजा से भेज दिया था। बदमाशों ने पर्स में रखे 13 हजार रुपए नगद भी छीन लिए। बदमाशों ने कार की नंबर प्लेट पर लगाया गोबर
युवक अजय ने बताया कि पैसे मिलने पर बदमाशों ने गंगवा बस स्टैंड पर छोड़ दिया। मैंने आगे और पीछे की नंबर प्लेट से नंबर नोट कर लिया। बदमाशों ने पीछे वाली नंबर प्लेट पर गोबर लगाया हुआ था मगर आगे की नंबर प्लेट से मैंने नंबर नोट कर लिया। गंगवा बस स्टैंड पर रात को ढाई बजे मैंने वहां बैठे लोगों से मदद मांगी मगर किसी ने मदद नहीं की। इसके बाद मैं भागकर गांव में चला गया और डायल 112 पर फोन कर सूचना दी। थोड़ी देर में सेक्टर 9-11 थाने के एसएचओ बलबीर पूनिया पहुंचे और मुझे पुलिस स्टेशन ले गए और मेरी अच्छे से बात सुनी और मदद की। इसके बाद मेरे घर वाले मुझे लेने आ गए। पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ 140(3), 309(6) और 3(5) के तहत केस दर्ज कर लिया है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर