अलीगढ़ में नोएडा डिपो के रोडवेज कर्मियों का एक शर्मनाक मामला सामने आया है। रोडवेज के ड्राइवर और कंडक्टर ने बस में बेहोश हुए यात्री को झाड़ियों में फेंक दिया। दोनों उसे छोड़कर भाग ही रहे थे कि पुलिस आ गई। पुलिस ने दोनों से पूछताछ की तो पूरा मामला खुल गया। इसके बाद पुलिस कर्मियों ने उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती करवाया। इस दौरान पुलिस और रोडवेज कर्मियों में बहस भी हुई। यात्री की पहचान अलीगढ़ के चंदनिया निवासी चंद्रकेश के रूप में हुई। पढ़ें पूरी खबर… 7 PPS अफसरों का ट्रांसफर, रवि कुमार सिंह गोरखपुर और अजय सिंह गाजियाबाद के ACP बने योगी सरकार ने शनिवार को 7 पीपीएस अफसरों के तबादले किए हैं। एसीपी रवि कुमार सिंह को गोरखपुर भेजा गया है। इसी तरह 6 अन्य अधिकारियों का भी तबादला किया गया है। एसीपी रवि कुमार सिंह का ट्रांसफर गोरखपुर किया गया है। अजय कुमार सिंह को एसीपी गाजियाबाद बनाया गया है। दरवेश कुमार डीएसपी गोरखपुर बनाए गए हैं। नितिन तनेजा को वाराणसी भेजा गया है। डीएसपी देवी दयाल को एलआईयू गोरखपुर की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, अनिल कुमार वर्मा को डीएसपी रेलवे मुरादाबाद का कार्यभार सौंपा गया है। संजय सिंह डीएसपी बस्ती बनाए गए हैं। कानपुर में पति-पत्नी चला रहे थे सेक्सटॉर्शन गैंग, न्यूड वीडियो कॉल कर वसूली करते कानपुर में एक पति-पत्नी सेक्सटॉर्शन गैंग चला रहे थे। पुलिस ने अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने वाले गैंग के 9 शातिरों को शनिवार को अलग-अलग जगह से अरेस्ट किया। इनमें पति-पत्नी भी शामिल हैं। गैंग के सदस्य चाइल्ड पोर्न से लेकर न्यूड वीडियो कॉलिंग के जरिए लोगों को जाल में फंसाते थे। इसके बाद उन्हें जेल भिजवाने की धमकी देकर धन उगाही करते थे। DCP वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने शनिवार शाम इस गैंग का खुलासा किया। फतेहपुर के गाजीपुर में रहने वाले इंद्रजीत और संध्या पति-पत्नी हैं। ये दोनों सेक्सटॉर्शन गैंग चलाते थे। लोगों की ठगने के लिए संध्या न्यूड वीडियो कॉल करके पहले उन्हें अपने झांसे में लेती। इस दौरान अपने पति के जरिए वीडियो रिकॉर्डिंग कर लेती थी। इसके बाद अश्लील वीडियो के जरिए लोगों से लाखों रुपए की वसूली की जाती थी। गैंग में शामिल दशरथ और अनुज डेटा अलग-अलग जगह से मोबाइल नंबरों का डेटा उपलब्ध कराने का काम करते थे। पढ़ें पूरी खबर… अलीगढ़ में नोएडा डिपो के रोडवेज कर्मियों का एक शर्मनाक मामला सामने आया है। रोडवेज के ड्राइवर और कंडक्टर ने बस में बेहोश हुए यात्री को झाड़ियों में फेंक दिया। दोनों उसे छोड़कर भाग ही रहे थे कि पुलिस आ गई। पुलिस ने दोनों से पूछताछ की तो पूरा मामला खुल गया। इसके बाद पुलिस कर्मियों ने उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती करवाया। इस दौरान पुलिस और रोडवेज कर्मियों में बहस भी हुई। यात्री की पहचान अलीगढ़ के चंदनिया निवासी चंद्रकेश के रूप में हुई। पढ़ें पूरी खबर… 7 PPS अफसरों का ट्रांसफर, रवि कुमार सिंह गोरखपुर और अजय सिंह गाजियाबाद के ACP बने योगी सरकार ने शनिवार को 7 पीपीएस अफसरों के तबादले किए हैं। एसीपी रवि कुमार सिंह को गोरखपुर भेजा गया है। इसी तरह 6 अन्य अधिकारियों का भी तबादला किया गया है। एसीपी रवि कुमार सिंह का ट्रांसफर गोरखपुर किया गया है। अजय कुमार सिंह को एसीपी गाजियाबाद बनाया गया है। दरवेश कुमार डीएसपी गोरखपुर बनाए गए हैं। नितिन तनेजा को वाराणसी भेजा गया है। डीएसपी देवी दयाल को एलआईयू गोरखपुर की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, अनिल कुमार वर्मा को डीएसपी रेलवे मुरादाबाद का कार्यभार सौंपा गया है। संजय सिंह डीएसपी बस्ती बनाए गए हैं। कानपुर में पति-पत्नी चला रहे थे सेक्सटॉर्शन गैंग, न्यूड वीडियो कॉल कर वसूली करते कानपुर में एक पति-पत्नी सेक्सटॉर्शन गैंग चला रहे थे। पुलिस ने अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने वाले गैंग के 9 शातिरों को शनिवार को अलग-अलग जगह से अरेस्ट किया। इनमें पति-पत्नी भी शामिल हैं। गैंग के सदस्य चाइल्ड पोर्न से लेकर न्यूड वीडियो कॉलिंग के जरिए लोगों को जाल में फंसाते थे। इसके बाद उन्हें जेल भिजवाने की धमकी देकर धन उगाही करते थे। DCP वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने शनिवार शाम इस गैंग का खुलासा किया। फतेहपुर के गाजीपुर में रहने वाले इंद्रजीत और संध्या पति-पत्नी हैं। ये दोनों सेक्सटॉर्शन गैंग चलाते थे। लोगों की ठगने के लिए संध्या न्यूड वीडियो कॉल करके पहले उन्हें अपने झांसे में लेती। इस दौरान अपने पति के जरिए वीडियो रिकॉर्डिंग कर लेती थी। इसके बाद अश्लील वीडियो के जरिए लोगों से लाखों रुपए की वसूली की जाती थी। गैंग में शामिल दशरथ और अनुज डेटा अलग-अलग जगह से मोबाइल नंबरों का डेटा उपलब्ध कराने का काम करते थे। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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खालिस्तानी आतंकी के हक में बोले ज्ञानी हरप्रीत सिंह:कहा- गजिंदर सिंह ने जहाज अगवा कर नहीं की हिंसा; सरकार के कान खोले थे
खालिस्तानी आतंकी के हक में बोले ज्ञानी हरप्रीत सिंह:कहा- गजिंदर सिंह ने जहाज अगवा कर नहीं की हिंसा; सरकार के कान खोले थे पाकिस्तान में बीते दिनों मारे गए खालिस्तानी आतंकी व दल खालसा के संस्थापक गजिंदर सिंह के हक में श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने भारत की आतंकियों की सूची में दर्ज नाम आतंकी गजिंदर सिंह को सिख कौम का योद्धा करार दिया। उनका कहना है कि गजेंद्र सिंह ने 1981 में AI फ्लाइट 423 को हाईजैक करके कोई हिंसा नहीं की थी। अमृतसर पहुंचे ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि गजिंदर सिंह ने कुछ दिन पहले अपनी संसारिक यात्रा को पूरा किया है। गजिंदर सिंह ने सिख कौम के लिए बड़ी कुर्बानी दी और लंबा समय बेवतन होकर गुजारा। लेकिन 1981 में उन्होंने प्लेन हाईजैक करके कोई हिंसा नहीं की थी। उन्होंने तत्कालीन सरकार के कान खोलने के लिए प्लेन अगवा किया था। ये वैसा ही था, जैसे अंग्रेजी हकूमत के कान खोलने के लिए शहीद भगत सिंह ने बम फेंका था। उन्होंने कहा कि देश में सिखों को हमेशा देशद्रोही कह कर जेलों में डाला जाता रहा है। कुछ दिन पहले ही संसद में गृहमंत्री ने बयान दिया था कि 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लगा कर देश के संविधान का कत्ल किया था। कत्ल ही क्या, रेप किया था। उस समय इमरजेंसी के खिलाफ सिर्फ सिख कौम थी, जिन्होंने आवाज उठाई थी। अकाली दल की अध्यक्षता में मोर्चे लगाए थे और जेलें काटी थी। गैर सिख अगवा करे तो उसे नेता बनाया जाता है ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि 1978 में इंदिरा गांधी की रिहाई के लिए दो पांड्य भाई प्लेन अगवा करते हैं। दविंद्रा पांड्य व भोला नाथ पांड्य। इनमें एक को विधायक बनाकर मिनिस्टर बनाया जाता है और दूसरे को सांसद बना कर संसद में बैठाया जाता है। सिख नौजवान अगर सरकार के कान खोलने के लिए प्लेन अगवा कर ले जाता है तो उसे गोली मिलती है या जलालत मिलती है। सिखों के लिए हमेशा ही दोहरे मापदंड अपनाए जाते रहे हैं। जाने कौन है गजिंदर सिंह, जिसने अगवा किया था एयर इंडिया का प्लेन बीते दिनों दल खालसा के संस्थापक गजिंदर सिंह की पाकिस्तान के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वह हृदय रोग से पीड़ित था। गजिंदर सिंह को 1981 में जरनैल सिंह भिंडरावाले की गिरफ्तारी के विरोध में विमान अपहरण के लिए जाना जाता है। गजिंदर सिंह की बात करें तो 2021 में एक सोशल मीडिया पोस्ट से पता चला था कि वह पाकिस्तान में छिपा हुआ है। 2021 में कट्टरपंथी संगठन दल खालसा के एक सदस्य ने गजिंदर सिंह की तस्वीर फेसबुक पर शेयर की और उसके पाकिस्तान में होने की जानकारी दी। 1996 से ही भारतीय खुफिया एजेंसियां उसकी लोकेशन का पता लगाने की कोशिश कर रही थीं। पोस्ट से पता चला कि वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के हसन अब्दाल में गुरुद्वारा पंजा साहिब में मौजूद है। भारत के वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल था गजिंदर को 2002 में 20 सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल किया गया था। वह उन पांच लोगों में शामिल था, जिन्होंने 29 सितंबर 1981 को 111 यात्रियों और छह चालक दल के सदस्यों को लेकर उड़ान संख्या AI-423 का अपहरण किया था। यह उड़ान दिल्ली से अमृतसर आ रही थी और इसे अपहरण करके लाहौर में उतरने के लिए मजबूर किया गया था। इसके बाद आतंकवादियों ने जरनैल सिंह भिंडरावाले और कई अन्य खालिस्तानी चरमपंथियों की रिहाई के साथ 5 लाख अमेरिकी डॉलर की मांग की थी। पाकिस्तान से रिहा होने के बाद वह लापता हो गया इस घटना के बाद सभी पांच लोगों को पाकिस्तान में 14 साल की जेल की सजा सुनाई गई। 1995 में अपनी सजा पूरी करने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। जिसके बाद गजिंदर 1996 में जर्मनी चला गया। लेकिन भारत द्वारा आपत्ति जताए जाने के बाद उसे जर्मनी में प्रवेश नहीं मिला और वह पाकिस्तान लौट आया। इसके बाद गजिंदर सिंह कभी नहीं मिला। भारतीय खुफिया एजेंसियां उसकी तलाश करती रहीं। भारत सरकार कई बार उसे सौंपने की मांग करती रही, लेकिन पाकिस्तान बार-बार उसकी मौजूदगी से इनकार करता रहा।
नरसिंहानंद बोले- मोहम्मद को क्यों अपराधी मानता हूं, सबूत दूंगा:अवैध नजरबंदी से योगीजी छुटकारा दिलाइए; अपराधी जंगली मुझे मरवा देंगे
नरसिंहानंद बोले- मोहम्मद को क्यों अपराधी मानता हूं, सबूत दूंगा:अवैध नजरबंदी से योगीजी छुटकारा दिलाइए; अपराधी जंगली मुझे मरवा देंगे 21 दिनों से लापता यति नरसिंहानंद ने शुक्रवार को 4 मिनट का वीडियो जारी कर फिर जहर उगला है। उन्होंने कहा, ये अपराधी जंगली सर तन जुदा का नारा लगा कर मुझे मरवा देंगे। मैं अपनी मौत के पहले अपना पक्ष रखना चाहता हूं। कोर्ट को बताना चाहता हूं कि मैं क्यों मोहम्मद (पैगंबर मोहम्मद) या उनके अनुयायियों को न सिर्फ सनातन, बल्कि दुनिया के गैर मुस्लिमों के प्रति भयंकर अपराधी मानता हूं। मोहम्मद और उनके अनुयायियों ने आज तक दूसरे धर्म को मानने वाले, विचारों को मानने वालों को, न जाने कितने निरपराध लोगों की हत्या की है। न जाने कितनी महिलाओं के साथ बर्बरता की है। मठ-मंदिरों को तोड़ दिया गया। सब कुछ अस्त-व्यस्त कर दिया गया। ये सभी प्रमाण मुझे कोर्ट में रखना होगा। इसके लिए मुझे अपने साथियों की एक टीम गठित करनी होगी। प्रमाण के लिए मैं विदेश से भी, अमेरिका, कनाडा, यूरोप, लंदन, जर्मनी, फ्रांस से अपने साथियों को बुलाना चाहता हूं। ये साथी भारत आकर प्रमाण देंगे, जिसके कारण मेरा मोहम्मद के बारे में ये विश्वास, जो मैं कहता हूं, बना है। यति नरसिंहानंद बोले- योगी जी असंवैधानिक नजरबंदी से छुटकारा दिलाइए नरसिंहानंद श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े का महामंडलेश्वर और गाजियाबाद के डासना मंदिर का महंत है। कहा, मुख्यमंत्री योगीजी मुझे यूपी पुलिस की इस असंवैधानिक नजरबंदी से छुटकारा दिलाइए। एक संस्था है मुंबई की, हजरत ख्वाजा गरीब नवाज वेलफेयर ट्रस्ट। उसके सचिव हैं मोहम्मद यूसुफ। उनके एक साथी और हैं। उन्होंने दो वकील एडवोकेट मोहम्मद आरिफ और एडवोकेट सहर नकवी के जरिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में मेरे खिलाफ जनहित याचिका दायर की है। याचिका में मेरे खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग गई है। मैं भी न्याय के पक्ष में हूं। मैं चाहता हूं कि मोहम्मद और मोहम्मद के अनुयायियों के बारे में जितनी बातें आज तक मैंने कही हैं, उन सबके प्रमाण मैं न्यायालय के समक्ष रख सकूं, ताकि सही न्याय किया जा सके। देखिए जिसे अपराधी घोषित किया जा रहा है, उसका पक्ष सुने बिना न्याय नहीं हो सकता। इस नजरबंदी से मैं यह कार्य नहीं कर सकता। क्योंकि मुझे मोहम्मद और उसके अनुयायियों के बारे में प्रमाण इकट्ठा करने के लिए प्रमाणिक इस्लामिक ग्रंथों को इकट्ठा करना होगा, सोशल मीडिया पर आज तक जो मौलवियों ने कहा है, उसे इकट्ठा करना होगा। यूट्यूब से, इस्लामिक वेबसाइट, जो दुनियाभर में चल रहीं हैं, देखना होगा, प्रमाण इकट्ठा करना होगा। आदि कालिक जो इतिहास के ग्रंथ हैं, उन्हें इकट्ठा करना पड़ेगा, ताकि मैं कोर्ट में पेश कर सकूं। समर्थकों का दावा- 5 अक्टूबर से पुलिस हिरासत में नरसिंहानंद
नरसिंहानंद के समर्थकों का दावा है कि 5 अक्टूबर को पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर नजरबंद कर दिया था। तब से वे लापता हैं। हालांकि गाजियाबाद के डीसीपी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने कहा कि हमने यति नरसिंहानंद को नजरबंद नहीं किया है। अब नरसिंहानंद का वो बयान पढ़िए, जिस पर विवाद…
गाजियाबाद के लोहियानगर के हिंदी भवन में 29 सितंबर को अमर बलिदानी मेजर आसाराम व्याग सेवा संस्थान के बैनर तले एक कार्यक्रम आयोजित हुआ था। इसमें डासना देवी मंदिर के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरि भी पहुंचे थे। कहा- हम कभी धर्म को समझे ही नहीं। इन्होंने देशों, राष्ट्रों की बात की। उनके पास न एक देश है, न एक राष्ट्र है। जो अपने धर्म पर अडिग रहे, उनके सबके देख लो…कितने राष्ट्र और कितने देश हैं। नरसिंहानंद ने कहा- आज मैं केवल एक व्यक्ति के प्रति संवेदना जताता हूं। मेघनाथ को हम हर साल जलाते हैं। मेघनाथ जैसा चरित्रवान व्यक्ति इस धरती पर दूसरा कोई पैदा नहीं हुआ। हम हर साल कुंभकरण को जलाते हैं। कुंभकरण जैसा वैचारिक योद्धा इस धरती पर पैदा नहीं हुआ। उनकी गलती ये थी कि रावण ने एक छोटा सा अपराध किया। नोट- हम नरसिंहानंद के उस बयान को नहीं लिख रहे हैं, जो उसने पैगंबर मोहम्मद के बारे में दिया था। वीडियो वायरल होने पर गाजियाबाद के दरोगा ने कराई FIR
नरसिंहानंद का वीडियो किसी ने बनाकर पोस्ट कर दिया। इसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। 3 अक्टूबर की रात गाजियाबाद में सब इंस्पेक्टर त्रिवेंद्र सिंह ने नरसिंहानंद के खिलाफ थाना सिहानी गेट में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा-302 के तहत मुकदमा दर्ज कराया। वहीं, महाराष्ट्र में ठाणे शहर के मुंब्रा पुलिस स्टेशन में भी नरसिंहानंद पर FIR दर्ज हुई है। ये FIR SDPI के मुंब्रा प्रेसिडेंट मोहम्मद दाऊद अहमद ने कराई है। महाराष्ट्र पुलिस ने नरसिंहानंद BNS की धारा-196, 197, 299 और 302 लगाई है। नरसिंहानंद के खिलाफ पूरे प्रदेश में हुए थे प्रदर्शन नरसिंहानंद के बयान के खिलाफ बुलंदशहर में प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर पथराव हुआ तो गाजियाबाद में सैकड़ों मुस्लिमों ने डासना देवी मंदिर के बाहर प्रोटेस्ट किया। गाजियाबाद सहित कई शहरों में प्रदर्शन का किया गया। इसे लेकर पूरे यूपी में पुलिस और सभी खुफिया एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया था। अब यति नरसिंहानंद गिरि के बारे में जानते हैं… नरसिंहानंद के विवादित बयान पढ़िए.. ————————————- यह भी पढ़ें:- नरसिंहानंद कौन…जिन्होंने पैगंबर पर टिप्पणी की:रूस से इंजीनियरिंग; सपा से राजनीति में एंट्री, महिला नेताओं पर कमेंट से चर्चा में आए जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी एक बार फिर चर्चा में हैं। मगर इस बार मामला ज्यादा ही गंभीर है। वह गाजियाबाद के लोहियानगर हिंदी भवन में 29 सितंबर को अमर बलिदानी मेजर आशाराम त्यागी सेवा संस्थान के कार्यक्रम में पहुंचे थे। उन्होंने यहां ऐसा बयान दिया, जिस पर बवाल मच गया। पढ़ें पूरी खबर…
जालंधर में जमींदार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत:अपने ही ट्रैक्टर के नीचे दबा मिला, खेत में बुवाई करने गया था
जालंधर में जमींदार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत:अपने ही ट्रैक्टर के नीचे दबा मिला, खेत में बुवाई करने गया था पंजाब के जालंधर में बीती रात खेत में निराई करते समय ट्रैक्टर की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान गांव बोलिना निवासी रोमनदीप सिंह देओल (26) के रूप में हुई है। मृतक के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। रोमनदीप का भाई व अन्य परिवार के सदस्य विदेश में रहते हैं। उनके आने के बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। घटना के संबंध में बोलिना दोआबा गांव के सरपंच कुलविंदर बाघा ने बताया कि रोमन का परिवार बोलिना गांव का जमींदार है। बीती रात रोमन अपने खेत में अकेला काम कर रहा था। रात 2 बजे तक वह घर नहीं लौटा। उसका फोन नहीं लगा तो उसकी मां परमिंदर कौर ने रोमन के दोस्त परमवीर सिंह को फोन कर रोमन के न होने की जानकारी दी। जिसके बाद परमवीर सिंह खेत में गया तो देखा कि रोमन ट्रैक्टर के टायर के नीचे मृत पड़ा था। स्टार्ट खड़ा था ट्रैक्टर मिली जानकारी के अनुसार जब परमवीर खेत में पहुंचा तो ट्रैक्टर वहां पर स्टार्ट खड़ा था। जिस पर उसने सबसे पहले ट्रैक्टर रोका और तुरंत इसकी सूचना परिजनों, सरपंच कुलविंदर बाघा और गांव के बुजुर्गों को दी। सरपंच कुलविंदर बाघा ने बताया कि जब उन्होंने खेत में जाकर रोमन को देखा तो वह ट्रैक्टर के टायर के नीचे मृत पड़ा था। उसके शरीर पर टायर चलाने के निशान थे। उन्होंने बताया कि रोमन खेत में अकेले काम कर रहा था। इसलिए हादसा कैसे हुआ, इसके बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं है। मामले की जांच थाना पतारा की पुलिस कर रही है।